गंडमरी बन गयी प्यासी चुत के बाद कुतिया बनकर बहनचोद भाई के लण्ड से गरम गांड की चुदाई करवाकर Hindi Brother and Sister XXX Sex Story : मुझे मेरी गरम गांड और चुत की चुदाई करवाए हुए काफ़ी दिन हो गये थे। मुझे अब चुदवाने की बहुत चूल मची थी और अब मेरा निशाना मेरा छोटा भाई था। घर पर पज़ामें में मेरे भाई का झूलता लम्बा मोटा लण्ड मुझे उसकी ओर आकर्षित करता था। मेरे छोटे भाई को नंगा होकर नहाते हुए छुप कर देखना मेरी आदत बन गई थी। जब कभी मेरा छोटा भाई बाहर पेशाब करता था तो खिड़की से झांक कर मैं उसका लम्बा मोटा लण्ड देखा करती थी.
कई बार मेरे भाई ने मुझे उसे पेशाब करते हुए देख लिया था और इस लिए वो भी मेरी चुदास से भरी गन्दी नजरें पहचानने लग गया था। यहाँ भी देखें>> वर्जिन नर्स की सील बंद बुर और गाण्ड चोदकर ब्लड निकाला हार्डकोर सेक्स कहानी पर उस साले की हिम्मत नहीं होती थी मुझसे सेक्स के बारे में खुलकर बात करने की। अब तो मेरे भाई के भी चूल मचने लगी थी वो भी मुझे बाथरूम में नंगी होकर नहाते हुए देखने की कोशिश करने लगा था और इन सब में मैं मेरे छोटे भाई की सहायता भी करती थी। हमेशा नहाते वक्त बाथरूम में ऐसी जगह खड़ी हो जाती थी कि वो आराम से मेरे नंगे शरीर को देख सके।
गंडमरी बन गयी चुत के बाद भाई से गांड चुदाई करवाकर Hindi Sex Story
आज हम दोनों भाई बहन सेक्स करने के लिए एक दूसरे पर जाल डालने की कोशिश कर रहे थे। जब दो जिस्म चोदा चादी करने के लिए राजी तो फिर उनके बिच के पवित्र रिश्ते कोई मायने नहीं रखते हैं। एक दिन की बात हैं सर्दियों का मौसम था और हम भाई बहन दोनों बिस्तर पर रज़ाई डाले बैठे थे और अपने अपने मोबाईल में लगे हुए थे। तभी मेरे भाई ने मुझे बोला की दीदी आज आप को मेरे और मेरे दोस्तों की फोटो दिखता हूँ. अंकित अपने दोस्तों की तस्वीरें दिखा रहा था इतने में एक फोटो बिलकुल नंगी पुंगी दिखी।
मैंने उससे पूछा की ये नंगा लड़का कौन है अंकित … ? मेरा भाई बोला की दीदी ये मैं हूँ … देख मेरी बॉडी … है ना सॉलिड … !” मैंने मेरे भाई की अंडरवियर की तरफ़ इशारा करके उसे छेड़ा,”और ये डंडा जैसा क्या है … ?” “चल हट … ये तो सब लड़कों के निचे लटका होता है … ” उसने अपना लंड छुपाते हुए कहा। मैंने बोला की “पर इतना बड़ा और मोटा… ” मेरा भाई बोला “है तो मैं क्या करूं … ” मैंने उससे जिद करी की “ भाई … मुझे बता ना कैसा होता है ये …
मेरे भाई ने शरमाते हुए मुझसे बोला की अरे दीदी मुझे शरम आती है … अच्छा पहले आप दिखाओ… मैंने मेरे भाई को बोला “हट रे … लड़कियों के ये डन्डा नहीं होता है … ” मेरे शरीर में एक सिरहन सी हुई। “तो मुझे दिखा तो सही … तेरे होता है, तू झूठ बोलती है … ” उसने मेरी प्यासी चुत पर हाथ मारा … और हाथ फ़ेर कर बोला “अरे हां यार … ये कैसे … ” मुझे जैसे बिजली का करंट दौड़ गया। मेरा मुँह लाल हो गया। पर मैंने कोई रिएक्शन नहीं दिखाया। “तेरे पास तो है ना … ” मैंने उसके लण्ड पर हाथ फ़ेरा। उसका लण्ड खड़ा हो गया था।
वो भी एक बार कांप गया। उसने और फोटो निकाले। “ये देख … ये मेरा डंडा है और ये देख ये मेरे दोस्त रोहित का डंडा है … ” अंकित बताता जा रहा था, मेरे मन में खलबली मच रही थी। इतने में मेरी मम्मी ने खाने के लिये आवाज लगाई … “क्या कर रहे तुम भाई बहन दोनों … चलो अब !” हम दोनो रज़ाई में से निकल कर भागे … मेरा भाई बोला की दीदी “खाने के बाद और दिखाऊंगा … !” खाना खा कर मेरी माँ बोली हम सोने जा रहे हैं लाइट बन्द करके सो जाना दोनो… यह कह कर मां ने अपना कमरा बन्द कर दिया और पापा से साथ सेक्स करने चली गयी। हम भाई बहन ने अपना गन्दा कार्यक्रम जारी रखा।
हम भाई बहन ने रज़ाई अब एक तरफ़ रख दी थी क्यों की भरी सर्दी में चुदाई की आग ने हम दोनों के जिस्म में गर्मी जो पैदा कर डाली थी। यहाँ भी देखें>> लहंगा ऊपर उठाकर जीजू ने अनमैरिड साली को पेला XXX Story उसका खड़ा हुआ लण्ड साफ़ दिख रहा था। उसने जानबूझ कर के अपना लण्ड नहीं छुपाया था। उसका मन था कि मैं उसका लण्ड पकड़ कर मसल डालूँ । मुझे सब पता था फिर भी अंकित को उकसाने के लिये मैंने भोलेपन का सहारा लिया। “मैंने उसका लण्ड को छू कर कहा – “भैया … इसे क्या कहते हैं … ?” “ये तो सू सू है … !” “नहीं … और क्या कहते है …? ” “वो … देख गुस्सा नहीं होना … इसे लौड़ा और लण्ड भी कहते हैं !” “हाय रे … लण्ड … ये तो गाली होती है ना … और मेरी इसको …? ”
उसने मेरी प्यासी चुत को छू कर और इस बार हल्का सा दबा कर कहा … “इसको तो चुत कहते हैं … ” चुत छूते ही मेरे जिस्म में एक बार फिर से करण्ट दौड़ गया। मुझे इच्छा हुई कि साली को जोर से दबा दे। “हाय रे … चुत इसे कहते हैं … और ये … ” मैंने मम्मे की तरफ़ इशारा किया। “उसने मेरे चूचक पर अपना हाथ रखते हुए और थोड़ा सा दबाते हुए कहा … “ये इसे चूंची कहते हैं … ” वो जान कर मेरे अंगों को दबा दबा कर बता रहा था। मेरे शरीर में वासना दौड़ने लगी थी।
मेरे छोटा भाई अंकित का भी लण्ड बहुत ज्यादा फ़ड़फ़ड़ा रहा था साफ़ ही दिख रहा था। भाई के लौड़े को देखने के बाद तो मुझसे बिलकुल भी रहा नहीं गया। उसे हल्के से दबा ही दिया। लंड को दबाते ही मेरा भाई अंकित सिसक पड़ा। “बड़ा प्यारा है ना … !” “सिमरन दीदी अपनी चूंची दिखा ना …!” “नहीं पहले तू अपना लण्ड दिखा … !” ‘ दीदी शरम आती है … अच्छा और हाथ से दबा ले … !” “ठीक है … ” मैंने उसका फिर से लण्ड पकड लिया … और दबाने लगी। लण्ड दबाते हुये मेरे जिस्म में सनसनी फ़ैल गई।
वो हाय हाय करने लगा। “सिमरन दीदी कितना मजा आता है ना …! ” “बस कर ना … अब तू चूंची दिखा।” “नहीं तू भी हाथ लगा कर देख ले … ” उसने भी हाथ क्या रखा … मेरे मम्मे दबा ही डाले। मैं सिसक उठी। “देख अब तो लण्ड दिखा ही दे ना प्लीज॥ … ” अंकित भी तो यही चाहता था कि कुछ और आगे बात बढ़े। उसने अपना पजामा नीचे उतार दिया और अपना कड़कता हुआ लण्ड बाहर निकाल दिया। मेरी तो आह निकल गई। मन मचल गया। “पकड़ लूँ … ?” और उसके लण्ड को पकड़ लिया। एकदम गरम लोहे जैसा सख्त।
मेरा भाई बोला “अब तू अपनी चुत बता … !” मैं शरमाने का नाटक करने लगी और बोली “धत्त … नहीं रे … !” “प्लीज दिखा दे, देख मैंने भी अपना लण्ड बताया ना … ” मेरे शरीर में जैसे चींटियाँ रेंगने लगी। मैंने अपना स्कर्ट उंचा कर दिया। मुझे ऐसा करने असीम आनन्द आने लगा। शरीर में सनसनी फ़ैलने लगी। “पांव फ़ैला ना।” मैंने शरमाते हुए अपने नंगे पांव फ़ैला दिए। मेरी प्यासी चुत की दो गुलाबी गुलाबी फ़ाकें और बीच में एक गहरा छेद … मेरे भाई ने अपनी अंगुली मेरी प्यासी चुत पर घुमाई और छेद में घुसा दी …
मैं तड़प उठी और झट से उसका हाथ हटा दिया पर सच में हटाना नहीं चाहती थी। मैं बोली की “चल भाई आज के लिए बहुत हो गया … अब सो जा … बाकी कल करेंगे।” मेरा भाई अंकित लाइट बन्द करके आ गया और मेरे पास ही लेट गया। मेरा भाई मुझसे पूछने लगा की “सिमरन दीदी … लड़कियों की चुत में मर्दों का लम्बा मोटा लण्ड कैसे जाता है … तुझे पता है …?” अब मुझे मौका मिल ही गया था अपने सगे भाई के साथ सेक्स करने का मेरे मन में ख्याल आया की छोटे भाई को अब ज्यादा तड़पाना ठीक नही, फिर मैंने सोचा अब भाई के लंड से चुत चुदवाना ही ठीक है।
मैंने मेरे भाई से बोला “ भाई तू कोशिश करेगा मेरी चुत में अपना लौड़ा घुसाने की…?? … करके देख … शायद लण्ड घुसेगा ही नहीं … !” मुझे पता था, शायद मेरे भाई को भी पता था … कि चुत में लंड घुसेगा कैसे नहीं। मेरा भाई बोला की “उसके लिये क्या करूँ … कैसे घुसाऊँ …? ” मैंने मेरे भाई को बोला की “ऐसा कर मेरी प्यासी चुत चोदने के लिए तू मेरे ऊपर आजा मैं तेरे निचे नंगी लेट जाती हूँ और अपने इस लम्बे मोटे लण्ड को मेरी प्यासी चुत पर रख कर उप्पर से जोर लगा … आजा भाई जल्दी से मुझे चोदने के लिए मेरे ऊपर आजा … और आज अपनी बहन की चुत चोदने की कोशिश करके देख … !”
मुझे सिरहन होने लगी थी … कि आप मेरा अपना सगा भाई मेरी चुत को चोद डालेगा … ! मेरा भाई नंगा तो था ही, मुझे चोदने के लिए वो मेरी टांगों के बीच में आ गया … मेरा नंगा शरीर तो वासना के मारे कांप गया। कब भाई का लम्बा मोटा लण्ड मेरी प्यासी चुत के अन्दर घुसेगा … इन्तज़ार था … । उसने अपना लण्ड मेरी प्यासी चुत पर रखा और जोर मारा। मेरी प्यासी चुत तो पहले ही गीली हो चुकी थी। वो एकदम अन्दर घुस पड़ा। मैं तड़प उठी।
मै मेरे भाई से बोली की अरे गांडू पूरा लंड मेरी चुत के अंदर नहीं गया है थोड़ा और जोर से धक्का लगा !” अब मेरे ऊपर लेट गया और जोर लगा कर अपना लम्बा मोटा लण्ड पूरा का पूरा मेरी प्यासी चुत की जड़ तक घुसा दिया। लंड मेरी प्यासी चुत में डालते ही मेरा भाई मुझसे बोला की “दीदी इसमें तो बहुत मजा आ रहा है … !” मैंने उसे बोला की “हां … भाई … मुझे भी मजा आ रहा है … और कर … अन्दर बाहर कर … ” मैं तो पहले भी अपनी चुत कई सरे मर्दों के लौड़े से चुदवा चुकी थी ये सब नाटक तो बस एक बहाना था भैया को पटाने का।
मेरे छोटे भाई ने मुझे जोर जोर से चोदना शुरु कर दिया। “हाय रे दीदी … क्या मस्त है … खूब मजा आ रहा है लंड आप की चुत के अंदर बहार करने में …!” मैंने मेरे भाई को बोला “भैया … और जोर जोर से धक्के मार … जोर से मार … दम लगा यार … हाय … बहुत मजा देता है रे तू तो आह… आह.. उई माँ… आह… आह… और तेज भाई आह.. आह..… !” मेरी प्यासी चुत की चुदाई करते करते उस साले बहनचोद ने जोश में आकर मेरे मोटे मोटे मम्मे मसलने चालू कर दिये।
मेरी चुत की चुदाई करते करते उसके धक्के बढ़ते जा रहे थे और वो मुझे जोर से अपनी बाहों में जकड़ता भी जा रहा था। मैं चुदवाते चुदवाते आह… आह.. उई माँ आह… आह.. जैसी मादक मादक आवाजें भी कर रही थी। अब वो तेज और जल्दी जल्दी धक्के मार रहा था। यहाँ भी देखें>> पहली चुदाई के दौरान दर्द से कराहने लगी अनमैरिड लड़की Hindi Sex Story अचानक मुझे लगा कि मैं झड़ने वाली हूँ और मेरी प्यासी चुत अब अपना पानी छोड़ने वाली है… मुझे और ज्यादा देर तक सेक्स करना था पर अपने को रोक नहीं पाई। और झड़ने लगी … इतने में मेरे भाई ने भी मेरे से चिपट गया और उसके लण्ड ने भी मेरी प्यासी चुत के अंदर ही वीर्य छोड़ दिया और फिर थककर वो मेरे ऊपर ही गिर गया।
मई जोर से चालला उठी “अरे हट ना भाई … ये क्या कर दिया तूने लड़कियों की चुत में लंड का पानी डालने से लड़की माँ बन जाती है गधे…!” मेरा भाई बड़ी मासूमियत से बोला की “मुझे क्या पता दीदी… अपन तो कोशिश कर रहे थे ना … इसमें दीदी खूब ही मजा आता है … और करें दीदी …? ” मैंने मेरे बहनचोद भाई को समझाया “इसे चुदाई कहते हैं … समझा … क्या और चोदेगा अपनी इस सेक्सी बहन को… ले आजा … सुन पीछे भी तो एक छेद है गांड का … उसमें इस बार कोशिश कर !”
मैंने उसके लम्बे मोटे लण्ड को मसलते हुए कहा। मेरा भाई मुझसे पूछने लगा “कहाँ दीदी गाण्ड के छेद में …? ” हां रे … देख उसमें घुसता है या नहीं … !” कुछ ही देर में मेरे भाई का लौड़ा फिर से लोहे की रोड़ जैसा कड़क हो गया। मेरा छोटा भाई अंकित फिर एक बार मेरी गरम गांड चुदाई करने के लिए और मुझे गंडमरी बनाने के लिए पूरी तैयार हो गया … दोस्तों आज मेरा भाई मुझे गंडमरी बनाने बाला था. बिना समय ख़राब करे मैं भाई के लौड़े से अपनी गांड चुदाई करवाकर गंडमरी बनने के लिए कुतिया बन गई और फिर मेरे भाई ने उसके लण्ड को मेरी गरम गांड के छेद पर सटा दिया।
मेरे भाई का लम्बा मोटा लण्ड मेरी गरम गांड की दरार को फ़ाड़ता हुआ गाण्ड के छेद में आधा घुस गया। भाई का आधा लम्बा मोटा लौड़ा गांड में घुसते ही दर्द के मारे मेरी तो जान ही निकल गई जिस वजह से मैंने अपनी गाण्ड ढीली कर दी। उसने कोशिश करके अपना पूरा का पूरा लण्ड गांड में घुसा ही डाला। फिर मेरे दोनों मम्मे थाम कर दबा दिये। और नीचे जोर लगा दिया। मेरे भाई का लण्ड मेरी गरम गांड के छेद के अन्दर सरकने लगा। मुझे हल्का दर्द हुआ … पर गंडमरी बनने का मजा भी बहुत ज्यादा आ रहा था ना। मेरे बहनचोद भाई का लण्ड अब मेरी गाण्ड चोदने लगा और मेरी गरम गांड की खुजली शांत करने लगा।
मुझे गंडमरी बनकर गांड चुदाई करवाने में बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा। मेरी गरम गांड के तंग छेद को मेरे बहनचोद भाई का लम्बा मोटा लण्ड ज्यादा देर तक सहन नहीं कर पाया और कुछ देर की गांड चुदाई के बाद उस साले बहनचोद का वीर्य एक बार फिर से मेरी गरम गांड के छेद के अंदर ही छूट पड़ा। मेरी गरम गांड में अपने गर्मा गरम वीर्य की पिचकारी चलाने के बाद मेरा भाई मुझसे बोला की “हाय दीदी आज तो आप की गरम गांड की चुदाई करने में मजा आ गया … !
मैंने मेरे भाई से बोला की “भैया … तू तो मजे की खान है रे … अपन भाई बहन रोज़ ही ऐसा करेंगे … बोल ना करना चाहता या नहीं… !” मेरा भाई बोला “दीदी … हां रोज ही करेंगे … ! खूब मजे करेंगे … !” मैं मेरे भाई को समझाने लगी की “देख भाई हमारे सेक्स के बारे में मम्मी पापा को नहीं बताना वरना पिटाई हो जायेगी …!” मेरा भाई बोला “अरे मरना थोड़े ही है दीदी मुझे तो आप के साथ मस्ती करनी है… !”
मैंने मेरे भाई से पूछा “और चोदना है क्या अपनी इस सेक्सी बहन को ???” मेरा भाई बोला की “हां दीदी … आप की चुत और गांड को खूब बुरी तरह से चोदूँगा वो भी कुतिया बनाकर बहुत ही ज्यादा जोर जोर से चोदूंगा … !” मैंने मेरे भाई को बोला “ले आजा … फ़िर से चढ़ जा मेरे ऊपर … और चोद दे मेरी इस चुत को … !” अंकित फिर तैयार था ….
मैंने भाई के लम्बे मोटे लौड़े से चुदवाने के लिए एक बार फिर अपनी दोनों नंगी टांगें फिर चौड़ी कर दी … फिर एक बार गरम गरम लोहे की रोड जैसा लंड मेरी प्यासी चुत में उतरने लगा और अंदर बहार गोते लगाने लगा… भाई के लंड से चुदवाने की मेरे दिल की इच्छा पूरी होने लगी मैं मेरे भाई के लम्बे मोटे लौड़े से उस रात खूब मजे से जी भरकर चुदी … उस रात मेरे बहनचोद भाई ने मेरा सारा चुदाई का खुमार उतार दिया। रात भर चली चुदाई के कारण सुबह हम भाई बहन के बदन टूट रहे थे … पर हम भाई बहन दोनों फिर से रात का इन्तज़ार करने लगे …