दीपावली से पहले सेक्सी भाभी की गांड और बुर में लौड़ा पेल डाला भाभी देवर हिंदी सेक्स कहानी हिंदी सेक्स कहानियाँ XXX Story Hindi Sex Stories : दीपावली को दो दिन बचे थे हम भाभी और देवर घर की साफ़ सफाई करने में लगे थे. मैंने भाभी को डरा दिया की भाभी आप के पैरों के पास एक काला मोटा चूहा है वो डर के मारे आकर मुझसे चिपक गयी और मैंने उनकी चुदाई कर डाली. दीपावली से पहले चुदने की प्यासी जवान और सेक्सी भाभी की गांड और बुर में अपना तगड़ा लौड़ा पेल डाला कुतिया बनकर गांड मरवाने के दौरान जब मेरा लंड भाभी की गांड में गया तो भाभी के मुह से हलकी सी चीख निकली आह उई माँ…
दोस्तों मैं एक कुंवारा लड़का हूँ और अभी मेरी उम्र मात्र 19 साल है मुझे पोर्न फ़िल्में देखने का और हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ने का बहुत ही ज्यादा शौक है और इस वजह से मेरे अंदर बहुत ही ज्यादा सेक्स भरा पड़ा है मेरा बस चले तो मैं अपनी सगी माँ को रंडी बनाकर चोद डालूं. दोस्तों मेरे घर में मेरे भैया भाभी और मम्मी पापा रहते है. आज मैं आप सभी को मेरे और मेरी सेक्सी भाभी के दीपावली से पहले बने अवैध सेक्स सम्बन्ध की हिंदी सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ इस हिंदी सेक्स कहानी के माध्यम से मैं आप सभी को बताऊंगा की कैसे मैंने मेरे लम्बे और मोटे लंड से मेरी सेक्सी भाभी की बुर की चुदाई करी और उन्हें कुतिया बनाकर उनकी गांड भी मारी.
दीपावली से पहले सेक्सी भाभी की गांड और बुर में लौड़ा पेल डाला भाभी देवर हिंदी सेक्स कहानी

मैंने कभी भी मेरे भैया की जवान और सेक्सी पत्नी अर्थात मेरी खूबसूरत भाभी जी के बारे में गलत नही सोचा था लेकिन जब भाभी खुद ही मेरे लौड़े से अपनी बुर और गांड की चुदाई करवाना चाहती थी तो मैं एक जवान और कुंवारा लड़का इसमें क्या कर सकता था. यहाँ भी देखें: दीपावली की रात भोसड़ी चुदवाने गयी भैया के घर हिंदी सेक्स स्टोरी मेरे भैया की सेक्सी पत्नी के बहुत कहने और जिद करने पर मैंने उनकी चूत चुदाई करी और गांड भी मारी. दो दिन पहले की बात है, दीपावली को दो दिन बचे थे. भाभी ने मुझसे सुबह सुबह कहा – आज तुमको घर साफ़ करने में मेरी मदद करनी है तुम्हारे भैया तो घर रहते नही है वरना उनसे ही साफ़ करवाती.
मैंने मेरी जवान और सेक्सी भाभी से कहा – मैं नही साफ़ करूँगा घर. तो भाभी ने पापा से कह कर मुझे डाट दिलवाई और घर साफ़ करने को कहा. मैं न चाहते हुए भी घर की साफ़ सफाई करने वाने लगा. जब मैं घर की साफ़ सफाई कर रहा था तो मैंने केवल बनयान पहनी थी जिसकी वजह से मेरी बॉडी दिख रही थी और भाभी मेरे डोले और मेरे बॉडी को देख कर मुझसे मजाक करने लगी और मुझसे बातें करते हुए घर की सफाई करने लगी. मैं भाभी से मजाक करते हुए घर साफ़ कर रहा था और भाभी भी मेरी मदत कर रही थी.
घर की साफ सफाई करते समय एक चूहा भाभी के पैरो पर चढ़ गया और भाभी चीखते हुए मुझसे लिपट गई. उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन मेरे सीने में दबी हुई थी और वो मुझसे जोर से लिपटी हुई थी जिसकी वजह से मेरा लंड खड़ा होने लगा था. यहाँ भी देखें: दिवाली की सफाई के दौरान मोटा लंड भाभी की गांड में डाल दिया लेकिन मैंने भाभी को अपन आप से दूर किया और उनसे कहा – बस एक चूहा था आप कितना डरती हो. कुछ देर बाद मैं उनका मज़ा लेते हुए फिर से काम करने लगा. लेकिन उनके गले लगने से मेरा मन मचलने लगा था लेकिन मैं आपने आप को रोके हुए था.
उस दिन मेरी जवान और सेक्सी भाभी कुछ ज्यादा ही सुन्दर और सेक्सी लग रही थी और मैं उनको देखकर उनके साथ सेक्स करने के बारे में सोचने लगा था. कुछ देर काम करने के बाद मैंने देखा वो मुझे बात बात पर घुर घुर कर देख रही थी और मुझे देख कर हल्का हल्का सा मुस्का भी रही थी मैं भाभी जी की हरकतें देखकर समझ गया की भाभी जी मुझे लाइन मार रही हैं. मुझे पता था भाभी को चूहे से डर लगता है मैंने झूठ में भाभी से कहा – भाभी जी आप के पैरो के बगल में एक काला मोटा चूहा है.
मेरी सुन्दर और सेक्सी भाभी फिर से चीखती हुई मुझसे लिपट गई और मुझे बहुत देर तक नहीं छोड़ा. मुझे ऐसा लग रहा था भाभी मेरे लम्बे और मोटे लौड़े से अपनी चूत और गांड चुदवाना चाहती है लेकिन वो भाभी और देवर के रिश्ते के कारण मुझसे अपने दिल की बात बोल नही रही है. मेरा मन भी भाभी के साथ सेक्स करने को कर रहा था किन्तु मैं भाभी और देवर के रिश्ते की मरियादा का पालन करने को मजबूर था.

लेकिन जब भाभी ने मुझे कुछ देर नही छोड़ा तो मेरा लंड खड़ा हो गया और चुदने की प्यासी जवान और सेक्सी भाभी ने अपने हाथ से मेरे तगड़े लौड़े को सहलते हुए मुझसे कहा – देवर जी तुम्हारे भैया को कई दिन हो गया है मुहे अच्छे से चोदा नही है और आज मेरा मन चुदने को कह रहा है क्या तुम मेरी चूत की चुदाई करना चाहोगे और मेरी गांड मारना चाहोगे…??? तो मैंने उनसे कहा – नहीं मैं ऐसा नही करूँगा. अगर किसी को भी ये बात पता चल गई तो पापा मुझे घर से बाहर निकाल देंगे. मैं ऐसा नही कर सकता हूँ.
लेकिन मेरी चुदने की प्यासी जवान और सेक्सी भाभी की चढती जवानी की आग मुझे अपनी ओर लालकार रही थी. भाभी का बदन जोश में गर्म हो गया था. और मैं भी बहुत जोश में आ गया था. मैं उनकी चुदाई करना तो चाहता था लेकिन फिर भी मन कर रहा था. कुछ देर बाद मैं अपने आप को रोक नही पाया और मैंने भाभी को अपने बाहों में भरते हुए मुझे होठ को चुमते हुए मैंने उनसे कहा – कहा चुदी करना है बोलो. बाहर मम्मी पापा थे.
इसलिए बाहर तो नहीं कर सकते थे लेकिन सारा काम ख़त्म करके मैं भाभी के साथ सारा सामान रखने के लिए स्टोररूम में गया और वहां सामान रखने के बाद वहां भी दीपावली की साफ सफाई की और फिर सफाई करने के बाद में मैंने मेरी जवान और सेक्सी भाभी को अपनी बाँहों में भरते हुए उनके गोर जिस्म को किसी भूखे कुत्ते की तरह चूमने लगा और फिर मैंने अंदर से दरवाज़ा बंद कर दिया और फिर भाभी की चुदाई के लिए तैयार हो गया.

मैंने सबसे पहले सेक्सी भाभी के गरम जिस्म को चुमते हुए मैंने उनकी साडी को खोलने लगा और उनकी साडी निकालने के बाद मैंने अपने हाथ को उनकी चिकनी कमर में डाल कर उनको अपने बाँहों में कस कर जकड लिया और उनके गले और कान को पीते हुए मैं उनकी चिकनी लाल लाल गाल को चूमने लगा. कुछ देर बाद मैं और भाभी दोनों और भी जोश में आ गये और फिर मैं भाभी के होठ को अपने मुह में लेकर और अपने होठ को भाभी के मुह में देकर एक दुसरे के होठ को चूमने लगे.
कुछ देर बाद मैंने भाभी की चूचियों पर पर हाथ को रखते हुए उनके निचले होठ को बड़े प्यार से पीने लगा और उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन को धीरे धीरे से दबाने लगा. जब मैंने भाभी के मम्मो को दबाना शुरू किया तो भाभी और भी उत्तेजित होने लगी और उन्होंने मेरे होठ को जोर जोर से पीना शुरु कर दिया और उन्होंने मेरे हाथ को अपने चूचियो पर रखते हुए जोर जोर से दबाने को कहने लगी. उनकी मुलायम चूचियो को दबाने में मज़ा आ रहा था और साथ में उनके होठ पीने में भी. बहुत देर तक हम भाभी और देवर का ये गन्दा खेल चलता रहा और मैं भाभी के लाल गुलाबी होठ को पीता रहा.
कुछ देर बाद जब मैंने भाभी के होठ को पीना बंद किया तो भाभी अपने ब्लाउज को निकालने लगी. जवान और सेक्सी भाभी को ब्लाउज खोलते हुए देख कर लग रहा था जैसे वो सेक्स करने के लिए बहुत ही ज्यादा जोश में है. मैंने भी अपने सभी कपड़े उतार फैके और भाभी के साथ सेक्स करने के लिए नंगा हो गया. फिर मैंने भाभी के पीठ पर अपने हाथ कलो रखते हुए उनकी पीठ को सहलाते हुए मैंने उनकी ब्रा के हुक को मैं निकाल दिया और फिर उनके ब्रा को निकालने के बाद मैंने उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन को पकड़ कर दबाते हुए उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन को चूमने लगा.

कुछ देर बाद मैं भाभी के मम्मो को जोर जोर से दबाने लगा और उनके स्तन के निप्पल को अपने हाथो से मसलने लगा जिससे भाभी और भी गर्म होने लगी. जैसे जैसे भाभी गर्म हो रही थी चुदने के लिए मैं भी वैसे वैसे गर्म हो रह था भाभी की चुदाई करने के लिए. कुछ देर बाद मैंने भाभी के मम्मो को अपने जीभ से चाटते हुए उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन को पीने लगा और उनकी निप्प्प्ल को अपने मुह से खीचने लगा.
कुछ देर तक तो बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन कुछ देर बाद मैं जोश में भाभी के मम्मो को अपने नुकीले दातों से जोर जोर से काटने लगा तो भाभी सिसिकते हुए …. अह्ह्ह हां अह उफ़ उई माँ… आह… आह… उई माँ मर गयी देवर जी आह आह…. करते हुए बहुत ही ज्यादा जोर जोर से चीखने लगी थी. कुछ देर बाद मैंने उनके दूध से भरे मोटे मोटे थन को पीना बंद कर दिया और फिर मैंने बड़े जोश में उनके पेटीकोट को निकालते हुए मैंने जल्दी से उनकी पैंटी को निकाल कर अपने लम्बे मोटे लौड़े को अपने हाथ में लेकर मैंने भाभी की प्यासी बुर में लगाने लगा.
लेकिन भाभी मेरे तगड़े लौड़े चुसना चाहती थी मैंने उसने कहा आप बाद में फिर कभी मेरा लैंड चूस लेना अभी मैं बहुत जोश में हूँ पहले चुदाई कर ले. भाभी भी चुदासी थी वो भी चुदाई के ले तैयार हो गई. मैंने भाभी को जमीन पर ही लिटा दिया और फिर मैंने मेरी नंगी भाभी की दोनों टांगों को फैलाते हुए अपने लम्बे मोटे लौड़े को उनकी प्यासी बुर में पेल डाला और फिर बाद में थोडा तेज तेज से धक्का देकर भाभी की चुदाई करने लगा.

कुछ देर तो चुदने की प्यासी जवान और सेक्सी भाभी मेरे तगड़े लौड़े को मज़े से अपनी प्यासी बुर में लेते हुए किसी कुतिया रांड की तरह बड़े मजे से सेक्स कर रही थी. मुझे भी थोडा थोडा मज़ा आ रहा था क्योकि मेरी लौड़ा पेलने की गति बहुत ही धीमी थी. यहाँ भी देखें: बेटे ने अपनी सगी बेवा माँ का चीरहरण करा नंगी करके भोसड़ी चोदी लेकिन कुछ देर बाद जब मैंने जोर जोर से झटके देकर नंगी भाभी की चुदाई करने लगा और उनकी बुर में लौड़ा पेलने लगा तो मेरी नंगी भाभी को भी मेरे तगड़े लौड़े की लम्बाई और मोटाई का पता चलने लगी.
कुछ ही देर में जानवर से भी खतरनाक होने लगा और बड़ी तेजी से मेरी नंगी भाभी की प्यासी बुर में अपने लम्बे मोटे लौड़े को डालते हुए उनकी प्यासी बुर फाड़ने लगा. भाभी भी मेरे तगड़े लौड़े दर्द से बेहाल होकर अपने मम्मो को मसलते हुए अपने पूरे बदन को ऐंठते हुए जोर जोर से ….. उम्म्म उम् हूँ उन उन्ह हंह हं ह …. आह आह …अह ओह्हो हो …. ऊ ऊ ऊ …. उ उ उ ,….हा हा अह आहा हा …. उनहू उनू हं हं …….. करते हुए चीख रही थी.
कुछ देर बाद मैंने अपने लम्बे मोटे लौड़े को उनकी प्यासी बुर से बाहर निकाला और फिर भाभी की गांड को मारने के लिए मैंने भाभी को कुतिया बना दिया और फिर मैंने अपने लम्बे मोटे लौड़े पर बहुत सारा थूक लगते हुए मैंने मेरा लम्बा और मोटा लौड़ा भाभी की गांड के छेद में पेल डाला. कुतिया बनकर गांड मरवाने के दौरान जब मेरा लंड भाभी की गांड में गया तो भाभी के मुह से हलकी सी चीख निकली आह उई माँ.
भाभी की बूर चोदने के बाद मैंने मेरी नंगी चुदने की भूखी भाभी की गांड मारना शुरू करी. कुछ देर तक मैंने लगातार उनकी गांड मारी और फिर अंत में मैंने उनकी गांड में ही अपने लम्बे मोटे लौड़े के माल को गिरा दिया और उन्हें हेप्पी दीपावली बोला. दोस्तों हम भाभी देवर के लिए यह दीपावली कुछ खास रही क्योंकि इस दीवाली की रात भी हम भाभी और देवर ने खूब जमकर सेक्सी करा था. दोस्तों अब तो मेरी भाभी मेरी रंडी बन चुकी है और उन्हें भैया के लंड से ज्यादा आनंद मेरा लंड देता है.