साड़ी ब्लाउज खोलकर घर के आँगन में मोटे मोटे बूब्स दबाने के बाद पागलों की तरह चोद चोदकर संतुष्ट किया गहरी नींद में सो रही विधवा मौसी को. मैं कुंवारा लड़का पागलों की तरह जोर-जोर से मेरी चुदने की प्यासी विधवा मौसी की बुर में धक्के मार रहा था और मेरी माँ की नंगी बहन भी अपनी मोटी गांड बार-बार ऊपर उछालकर सेक्स करने में मेरा पूरा साथ दे रही थी. सेक्स करते करते मैंने अपना पूरा वीर्य उनकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया अन्तर्वासना नई हिंदी XXX सेक्स स्टोरी ऑनलाइन फ्री में पढ़ें और अपने परिवार व दोस्तों के साथ ज्यदा से ज्यादा शेयर करें …
पागलों की तरह चोदकर अन्तर्वासना संतुष्ट करी विधवा मौसी की :- दोस्तों मेरी इस अन्तर्वासना से भरी गन्दी हिंदी सेक्स स्टोरी में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है मैं उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी और मेरी माँ की बहन की चुदाई की यह हिंदी सेक्स स्टोरी बहुत ज्यदा पसंद आयगी अब ज्यदा मुँह चोदी नहीं करते हुए अपनी सेक्स कहानी पर आता हूँ… मेरा नाम श्याम है और मेरी उम्र 27 साल है. ये बात आज से 5 साल पहले की है, जब मेरी सबसे छोटी मौसी सुमित्रा जिनके पति यानी मेरे मौसा जी की मौत हो गयी थी. अब वो हमारे घर आई हुई थी. दोस्तों जब पहली बार मैंने मेरी माँ की बहन के साथ अवैध शारीरिक सम्बन्ध बनाए थे उस वक़्त मेरी उम्र करीब 21 साल थी और मौसी की उम्र करीब 35 साल थी.
पागलों की तरह चोद चोदकर संतुष्ट किया गहरी नींद में सो रही विधवा मौसी को अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
मेरी सुबह देर से सोकर उठने की बहुत गन्दी आदत है. दोस्तों मैं रात भर मेरे मोबाइल फोन पर गन्दी गन्दी पोर्न वेबसाइट पर अन्तर्वासना से भरी हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ता हूँ इस कारण लेट सोता हूँ तो मेरी नींद पूरी नहीं हो पाती और फिर सुबह उठने में देरी हो जाती है. में रोज सुबह 10 बजे सोकर उठता हूँ, इसलिए मुझे मालूम नहीं हुआ कि सुबह 6 बजे मौसी घर आ चुकी थी. में घर के बीच वाले कमरे में सोता था, जो बहुत बड़ा है, मेरे घर के सब लोग वहीं आकर बैठते और बातें करते थे. अब में उसी कमरे में पलंग पर सो रहा था, अब सुबह के 9 बज चुके थे. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी मेरे पलंग पर बैठी थी और माँ नीचे ज़मीन पर बैठी थी, अब वो दोनों आपस में बातें करने में व्यस्त थी, तभी अचानक से मेरी नींद खुल गयी.
फिर मैंने देखा कि मौसी मेरी तरफ अपनी मोटी गांड करके बैठी है और माँ से बातें कर रही है, तो में चुपचाप पड़ा रहा जैसे में अभी भी गहरी नींद में सो रहा हूँ. मौसी की गांड एकदम मेरे मुँह के पास थी और मैं कंबल ओढ़े था. मौसी विधवा थी और कम उम्र, उस पर उनका भरा हुआ बदन. में पहले भी कई बार उनके बारे में कल्पना कर चुका था और आज वो मेरे इतने करीब बैठी थी कि मैंने अपना एक हाथ पहले उनके बैक से टच किया. अब उन्हें टच करते ही मेरे बदन में करंट सा फैल गया और मेरी धड़कन बढ़ गयी थी. फिर मैंने थोड़ी हिम्मत की और अपना एक हाथ मौसी की पीठ पर फैरने लगा. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी को शायद थोड़ा कुछ समझ में आ गया था, लेकिन वो फिर भी माँ से बात करती रही.
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके धीरे-धीरे आगे बढ़ाया और अब मेरा हाथ मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की जांघो पर आ गया था. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी समझ गयी थी कि में जाग रहा हूँ, लेकिन शायद अब वो भी सेक्स करने के लिए बहुत ज्यदा गर्म हो चुकी थी, इसलिए उन्होंने कुछ नहीं बोला था. फिर मैंने महसूस किया कि उनका सेक्सी जिस्म भी सेक्स करने के लिए तप रहा था. अब उन्होंने कुछ नहीं बोला तो इसलिए मेरी हिम्मत और बढ़ गयी थी. फिर मैंने अपना हाथ उनके बूब्स की तरफ बढ़ा दिया, लेकिन अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी झटके से उठ खड़ी हुई. अब में मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की इस हरकत से घबरा गया था, अब मेरी माँ सामने थी, लेकिन वो कुछ समझ नहीं पाई थी.
फिर कुछ देर तक में ऐसे ही नींद का बहाना करके पड़ा रहा. फिर कुछ देर के बाद मैंने सोचा कि शायद माँ सामने थी इसलिए मेरी हरकत उसे दिख जाती, इसलिए मौसी वहाँ से हट गयी थी. फिर कुछ देर के बाद में उठा और बोला कि अरे मौसी जी आप कब आई? और फिर मैंने उनके पैर छुए और सीधा बाथरूम में चला गया. आज मेरा किसी काम में मन नहीं लग रहा था, अब में मौसी से नज़र भी नहीं मिला रहा था. अब मेरे मन में सवाल आ रहे थे कि पता नहीं मौसी क्या सोचेगी? कहीं वो माँ से ना बोल दे? अब मेरा दिल भी बहुत घबरा रहा था.
फिर में दिनभर मौसी के सामने नहीं गया, फिर में रात को घर आया तो मैंने देखा कि मेरे कमरे में सब खाना खा रहे है और मेरे पलंग के पास ज़मीन पर दो बिस्तर और लगे हुए थे. अब में समझ गया था कि शायद यहाँ माँ और मौसी सोएगी. फिर खाना खाने के बाद में बाहर घूमने निकल गया और फिर में रात को करीब 11 बज़े घर आया तो माँ ने दरवाजा खोला. फिर में अंदर आ गया तो मैंने अंदर देखा कि मौसी मेरे पलंग के पास ही सो रही है. फिर थोड़ी देर के बाद माँ भी दरवाजा बंद करके मौसी के बगल में आकर सो गयी. अब मेरी आँखों में नींद नहीं थी, अब मुझे करवटे बदलते-बदलते रात के 1 बज़ने वाले थे.
अब मेरे दिमाग में सुबह की घटना घूम रही थी, अब यह सब सोच-सोचकर मेरे दिल की धड़कन बहुत बढ़ गयी थी और अब में अपने आप पर काबू नहीं कर पा रहा था. अब नीचे ज़मीन पर मौसी गहरी नींद में सो रही थी और कमरे में जीरो वाल्ट का नाईट बल्ब जल रहा था और माँ भी सो चुकी थी. फिर मैंने अपने धड़कते दिल से अपना हाथ पलंग के नीचे लटका दिया, अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी बिल्कुल मेरे पलंग के पास सो रही थी. फिर मैंने धीरे से अपना एक हाथ उनके पैर पर टच किया और कुछ देर तक अपना हाथ उनके पैरो पर रखे रखा.
फिर मेरी अन्तर्वासना से भरी विधवा मौसी की तरफ से कुछ हरकत नहीं देखकर में अपना हाथ धीरे-धीरे ऊपर की तरफ सरकाने लगा. अब मेरा हाथ मौसी की गोरी गोरी जांघो पर था, फिर में कुछ देर तक रुका और मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की जांघो पर अपना हाथ रखे रखा. अब मैंने मौसी के बदन में गर्मी महसूस की थी, अब में समझ गया था कि मौसी गर्म हो गयी है, अब शायद कोई खतरा नहीं है. फिर मैंने अपना एक हाथ मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की गोरी गोरी जांघो पर से सरकाते हुए उनकी चिकनी चूत के पास ले गया और थोड़ा रुकते-रुकते उनकी चूत पर अपना हाथ फैरने लगा.
मेरी जवान और सेक्सी मौसी के बूब्स दूसरी तरफ़ थे, फिर आचनक से उन्होंने करवट बदली और मेरी तरफ़ अपने मोटे मोटे बूब्स करके लेट गयी. अब मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की इस हरकत से में पहले तो घबरा गया था, तो मैंने तुरंत अपना हाथ ऊपर खींच लिया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने फिर से अपना हाथ नीचे लटकाकर उनके पेट पर रख दिया. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी का बदन बहुत तप रहा था, फिर में अपना हाथ सरकाकर उनके बूब्स पर ले गया और धीरे-धीरे उनके बड़े-बड़े बूब्स को सहलाने लगा.
फिर मैंने आचनक से मेरे हाथ के ऊपर मौसी का हाथ महसूस किया, अब उन्होंने मेरा हाथ जो उनके बूब्स पर रखा हुआ था जोर से दबा दिया था. अब में कुंवारा लड़का समझ गया था कि सेक्स करने के लिए आगे की लाईन साफ़ है तो में जोर-जोर से उनके मोटे मोटे बूब्स दबाने और चूसने लगा, लेकिन में पलंग पर था और मौसी नीचे थी, इसलिए मुझे उनके बूब्स चूसने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही थी और बगल में मेरी माँ भी सो रही थी, इसलिए मुझे डर भी लग रहा था की कहीं माँ मुझे उनकी बहन के साथ गलत काम करते हुए ना पकड़ ले. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी के मुँह से सिसकियाँ निकल रही थी, अब वो बहुत गर्म हो गयी थी. फिर मैंने मौसी के कान में कहा कि में बाहर आँगन में जा रहा हूँ, आप भी धीरे से बाहर आ जाओ.
फिर में उठा और धीरे से दरवाजा खोलकर बाहर आ गया, हमारा आँगन चारों तरफ से दिवार से घिरा है और वहाँ अँधेरा भी था. फिर थोड़ी देर के बाद मौसी भी बाहर आँगन में आ गयी, अब में हमारे घर के आँगन के एक कोने में मुठ मरते मारते उनका इंतज़ार कर रहा था. फिर वो चुदने की प्यासी विधवा रांड हमारे घर के आँगन में आते ही मुझसे लिपट गयी, अब मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की साँसे जोर-जोर से चल रही थी जो इस बात को बयाँ कर रही थी की मेरी माँ की विधवा बहन की अन्तर्वासना अब अपनी चरम सीमा पर है. फिर मेरी अन्तर्वासना से भरी विधवा मौसी ने एकदम से अपना एक हाथ मेरी हाफ पेंट के अंदर डालकर मेरा कड़क लंड अपने हाथ में ले लिया और मेरा लंड अपनी प्यासी चूत से रगड़ने लगी.
अब में भी बेकाबू हो गया था तो मैंने भी मौसी के बड़े-बड़े बूब्स को उनके ब्लाउज में से बाहर निकाल लिया और खूब जोर- जोर से दबाने लगा और फिर उनकी चूचीयों को अपने मुँह में लेकर खूब चूसा. फिर थोड़ी देर तक ऐसे ही चूसने के बाद मैंने मौसी की चुदने की प्यासी चूत को चोदने के लिए निचे जमीन पर लेटा दिया. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी की सिसकियाँ बढ़ती जा रही थी और फिर वो बोली कि बेटा जल्दी से छोड़ चोदकर मेरी इस प्यासी चूत की खुजली शांत करो नहीं तो तेरी माँ जाग जाएगी और हमारा सेक्स करने का सारा प्लान खराब हो जायगा. फिर मैंने भी मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की प्यासी चूत में मेरा लम्बा और मोटा लंड पेलने के लिए उनकी साड़ी और पेटीकोट ऊपर कर दिया.
अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी की गोरी-गोरी, भरी पूरी जांघो को देखकर में पागल हो गया और मेरी माँ विधवा बहन की चिकनी चूत देखकर में पागलों की तरह मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की चूत को चाटने लगा था. अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी की हालत खराब हो गयी थी, अब वो मुझे जोर-जोर से अपनी और खींचने लगी थी और बोली कि जल्दी डाल दो श्याम. फिर मैंने भी अपनी पेंट उतार कर फेंकी और अपने लंड का सुपाड़ा जैसे ही मौसी की चूत के अंदर किया तो मौसी के मुँह से एक जोर की सिसकारी निकल गयी.
अब वो नंगी रांड चुदवाते चुदवाते पागलों की तरह कुछ बड़ बड़ा रही थी और अपनी गांड के छेद के अंदर अपनी एक ऊँगली अंदर बाहर करते हुए अपनी ऊँगली से अपनी गांड के छेद को चोद रही थी और गांड में ऊँगली करते करते बोल रही थी की हाँ बेटा और ज़ोर से करो हाँ आज मेरी बुर को चोद चोदकर सुजा डालो. अब मैं कुंवारा लड़का भी अपनी पूरी रफ़्तार से मौसी की चूत में धक्के मार रहा था और पागलों की तरह चोद रहा था. अब मेरी माँ की नंगी बहन मुझे इतनी जोर से पकड़े हुए थी कि मेरी बाहें दर्द करने लगी थी, अब हम दोनों अपनी चरम सीमा पर पहुँचने वाले थे.
अब मैं कुंवारा लड़का पागलों की तरह जोर-जोर से मेरी चुदने की प्यासी विधवा मौसी की बुर में धक्के मार रहा था और चोद चोदकर उनकी चूत का चबूतरा बनाने में लगा हुआ था. सेक्स के दौरान मेरी माँ की नंगी बहन भी अपनी मोटी गांड बार-बार ऊपर उछालकर सेक्स करने में मेरा पूरा साथ दे रही थी. अब मेरी चुदाई करने की गति तेज होती जा रही थी. दोस्तों अब मैं झड़ने वाला था तो फिर मैंने अपना पूरा जोर लगाकर अपना पूरा वीर्य मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की चूत के अंदर ही छोड़ दिया. पागलों की तरह चोदते चोदते अब मैं कुंवारा लड़का थककर उनके ऊपर ही गिर गया था और अब मेरी माँ की जवान और सेक्सी विधवा बहन की अन्तर्वासना भी शांत हो चुकी थी.
अब उनके चेहरे की चमक में साफ दिख रहा था कि मौसी बहुत खुश और संतुष्ट थी मेरे साथ सेक्स करके. मैंने चोद चोदकर उनकी प्यासी चूत की सारी की सारी खुजली शांत कर डाली थी. फिर में उनके ऊपर कुछ देर तक ऐसे ही नंगा लेटा रहा, अब मेरी जवान और सेक्सी विधवा मौसी प्यार से मेरे बालों को सहलाती रही थी. फिर कुछ देर के बाद हम लोग उठे और अपने कपड़े ठीक करके बाहर आ गये और वैसे ही अंदर जाकर सो गये. अब घर में किसी को कुछ मालूम नहीं चला कि रात में क्या हुआ था? फिर मेरी अन्तर्वासना से भरी विधवा मौसी 1 महीने तक हमारे घर पर ही रही और जब भी मुझे उनकी गांड और चूत चोद चोदकर उनकी अन्तर्वासना संतुष्ट करने का मौका मिलता तो मैं पागलों की तरह उन्हें खूब जमकर चोदा करता था…