दोस्तों आज की इस नयी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पड़ेंगे की कैसे एक देवर ने भांग वाली ठंडाई पिलाकर पड़ोस में रहने वाली कामुकता से भरी सविता भाभी की रसीली चूत को अपने लंबे मोटे लौड़े से चोदा. देवर ने अपनी कामुक भाभी की बहुत बेरहमी से चुदाई करी थी. चुदते चुदते नंगी भाभी दर्द के कारण छटपटाने लगी फ्री में ऑनलाइन पढ़ें और अपने दोस्तों व परिवार के लोगों के साथ भी शेयर करें और उन्हें भी इस इंडियन सेक्स स्टोरी का आनंद लेने दें …
मेरा नाम नरेंद्र है और आज मैं कामुकता से भरी भाभी के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने की एक बिलकुल वास्तिविक घटना आप सबके साथ शेयर कर रहा हूँ ये सेक्स घटना भांग वाली ठंडाई पिने के बाद चढ़े नशे में मेरी और मेरी पड़ोसन भाभी के बिच बने अवैध शारीरिक संबंध की है. मैं इंदौर का रहने वाला एक बहुत बड़ा चोदू किस्म का लड़का हूं. मेरी उम्र करीब 22 साल है और दिखने में मैं बहुत स्मार्ट हूं एक दम मोडल के जैसा दीखता हूँ जिस करण कई लडकियाँ और भाभियाँ मुझे लाइन मरती है.
बहुत बेरहमी से भाभी की रसीली चूत को चोदा भांग वाली ठंडाई पिलाकर अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
मेरी इस सेक्स स्टोरी की नायिका का नाम सविता भाभी है, जो बदला हुआ है और एक काल्पनिक नाम है. सविता भाभी हमारी बिल्डिंग में मेरे सामने वाले फ्लैट में रहती हैं. गरम भाभी की शादी अभी 2 साल पहले ही हुई थी. भाभी 36-34-38 के फिगर वाली हैं, उनका जिस्म बिल्कुल भरा हुआ है. उनकी आंखें बड़ी बड़ी और नशीली हैं. यदि सविता भाभी आपको बस एक बार प्यार से नजर भरके देख लें, तो मेरा दावा है कि आपका लंड एकदम से खड़ा हो जाएगा. भाभी को मैं जब भी देखता था, तो मेरा मन उनको उसी समय पेलने को करने लगता था. मैं उनको देख कर अपने मन में सोचता था कि कामदेव ने भी उनको कितनी फुर्सत से बनाया होगा. भाभी इतनी बला की खूबसूरत जवान औरत थीं.
मगर सेक्सी भाभी मुझे हमेशा कुछ उदास सी दिखाई देती थीं. इस बात पर मुझ चोदू किस्म के लड़के ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि मैं उनकी उदासी को कैसे दूर कर सकता था. होली से कुछ दिन पहले की बात है. भाभी रोज की तरह छत पर गई हुई थीं. मैं देखता रहता था कि वो सूखे हुए कपड़े उतारने जाती थीं. उस दिन मैं नीचे अपने छज्जे में खड़ा था. अचानक से एक सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा नीचे आकर मेरे मुँह पर गिरी, तो मुझ चोदू किस्म के लड़के ने ऊपर देखा. मुझे इधर से छत पर कोई नहीं दिखाई दिया.
मैं अब भाभी की सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा को देखने लगा. उस पर बड़े साइज़ टैग को देख कर मैं समझ गया कि ये सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा मेरी पसंदीदा सविता भाभी की है. मैं गरम भाभी की सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा को देखकर उत्तेजित हो गया और उनकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा को सूंघने लगा. गरम भाभी की सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा में से इतनी मादक खुशबू आ रही थी कि मुझको मालूम ही नहीं पड़ा कि भाभी ऊपर छत पर खड़ी यह सब देख रही हैं.
अचानक गरम भाभी की आवाज आई- देवर जी, मेरे कपड़े गिर गए हैं, मुझको ऊपर आकर दे दीजिए. भाभी ने जब ये कहा, तो मुझ चोदू किस्म के लड़के ने ऊपर देखा. ऊपर भाभी दिखाई दीं तो मैं झैंप गया और भाभी जी हंसते हुए अदर चली गईं. उनकी इस आवाज से पहले तो मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई थी, मैं एकदम से घबरा गया था कि कहीं भाभी जी, मेरी अम्मा से ना बोल दें. मगर उनकी हंसी देख कर मैं समझ गया कि अब भाभी मेरी अम्मा से कुछ नहीं कहेंगी.
तब भी मैं डरते हुए भाभी के घर गया और सविता भाभी को उनकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा दे दी. उस समय मेरे मुँह से न जाने कैसे निकल गया कि भाभी आपकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा गीली है. ये सुनकर पहले तो भाभी का मुँह शर्म के मारे लाल हो गया. फिर भाभी धीमी आवाज में बोल पड़ीं- जब नाक से लगा कर सूंघोगे, तो गीली तो हो ही जाएगी. ये कह कर भाभी हंसने लगीं. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने जाने लगा तो भाभी बोलीं- देवर जी अब आए हो, तो चाय पीकर ही जाइएगा.
चाय का ऑफर मिलते ही मेरी हिम्मत बंधी और मुझ चोदू किस्म के लड़के ने चाय पिने के लिए हाँ भर दी. भाभी चाय बना कर ले आईं और हम लोग चाय पीने लगे. इधर उधर की बातें करने लगे. उस समय मुझ चोदू किस्म के लड़के ने सविता भाभी से पूछा- भाभी आप इतनी उदास क्यों रहती हो? सेक्सी भाभी ने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया और मुझसे पूछने लगीं- क्या आपकी कोई प्रेमिका है? मैंने चुदास से भरी सेक्सी भाभी से बोला- नहीं भाभी … मेरी कोई प्रेमिका नहीं है.
सेक्सी सविता भाभी ने मुझसे बोला कि देवर जी आप तो इतने स्मार्ट दिखते हो, आपकी प्रेमिका क्यों नहीं है … आप झूठ बोल रहे हो. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भी सविता भाभी से कह दिया कि आपकी जैसी गरमा गरम सुंदर लड़की अभी तक मिली ही नहीं इस लिए आज तक गर्लफ्रेंड बनाई भी नहीं. भाभी ने बोला- क्या मैं इतनी सुंदर दिखती हूं. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने हां में सर हिला दिया.
सेक्सी भाभी हंस दीं. अब तक हमारी चाय खत्म हो गई थी. दो मिनट तक हम दोनों थोड़ी बहुत इधर उधर की बातें हुईं, फिर मैं चला आया. अब दिन रात मुझे सविता भाभी और उनकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा की मादक सुगंध याद आती थी. हर रोज रात को मैं उनके नाम की मुठ मारने लगा था. मैं रोज छत पर उनकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा को सूखते हुए देखने जाने लगा था.
अब मैं बस यही सोचता था कि काश सविता भाभी के दूध से भरे मोटे मोटे मम्मों को मुह में लेकर चूसने का मौका मिल जाए और एक बार उन्हें पूरी नंगी करके बुरी तरह पेलने का मौका मिल जाए तो मेरा जीवन सफल हो जायगा. फिर होली का त्यौहार आया. इंदौर में होली के बाद रंगपंचमी का अवसर होली से भी ज्यादा मनाया जाता है. इधर लोग ज्यादातर रंगपंचमी पर ही रंगों से खेलते हैं. हम सब बाहर के दोस्त, आस पास के पड़ोसी रंगों से खेल रहे थे. तभी सविता भाभी आईं.
उस दिन भाभी ने रेड कलर की साड़ी और बहुत ही गहरे गले का ब्लाउज पहना था. उसमें से उनके आधे से ज्यादा दूध बाहर झांक रहे थे. उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि स्वयं काम की देवी रति स्वर्ग से धरती पर उतर आई हो. भाभी को देख कर मेरा तंदरुस्त लौड़ा खड़ा हो गया. मुझसे रहा न गया और उसी समय मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भाभी के पास जाकर उनकी तारीफ की- भाभी आज तो आप बहुत गरमा गरम लग रही हो. सविता भाभी बोलीं- रोज तो मुझको देखते हो … तब गरमा गरम नहीं लगती हूँ? मैंने चुदास से भरी सेक्सी भाभी से बोला- ऐसा नहीं है भाभी, आप तो बहुत ही ज्यादा सुंदर हो.
आपकी आंखें आपसे भी ज्यादा सुन्दर हैं, जी करता है कि आपको और आपकी भूरी भूरी आंखों रोज देखता रहूँ. भाभी ने इठला कर कहा- अच्छा मैं … और मेरी आंखें ही अच्छी लगती हैं. इनके अलावा और क्या क्या अच्छा लगता है?मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भूरी भूरी आंखों के इशारे से उनके मम्मों की तरफ इशारा कर दिया. भाभी मेरा इशारा देख कर शर्म के मारे लाल हो गईं. इतने में अम्मा आ गईं और उन्होंने सविता भाभी को जबरदस्ती भांग वाली ठंडाई पिला दी. इसके बाद हम सब अपनी मस्ती में होली खेलने लगे.
थोड़ी देर बाद हम सब होली खेल कर अपने अपने घर चले गए. जब नहाने की बारी आई, तो मैं अपनी छत पर नहाने चला गया. उधर छत पर नहा कर मैं केवल एक चड्डी में ही खड़ा था. इतने में सविता भाभी ब्लाउज पेटीकोट मैं छत पर कपड़े सुखाने के लिए आईं. उनके सफ़ेद रंग के पेटीकोट में से उनकी गुलाबी कलर की सेक्सी पैंटी साफ़ झलक रही थी. इस अर्धनग्न हालत में भाभी को देखकर मेरे लंड का बुरा हाल हो गया और मेरा तंदरुस्त लंड का चड्डी में तंबू बन गया.
अर्धनग्न भाभी को देखकर लग रहा था कि उनको अच्छी खासी भांग चढ़ गई है. तभी अर्धनग्न भाभी ने मेरी चड्डी में तम्बू बने हुए देखा और हंस कर एक मिनट तक मेरे लंड को घूर घूर कर देखने लगीं. उन अर्धनग्न भाभी की भूरी भूरी आंखों में साफ-साफ अन्तर्वासना दिख रही थी जो कि भांग पीने से बढ़ गई थी. सविता भाभी मेरे और मेरे लंड की तरफ देख कर हंसते हुए बोलीं- क्या देवर जी … आज आपने हमारे साथ तो होली खेली ही नहीं … हमें तो आपने सूखा सूखा ही छोड़ दिया.
मुझ गांड और चूत चोदू किस्म के लड़के ने भी मौके का फायदा उठाकर भाभी से बोला- भाभी आपके साथ होली अभी खेल लेता हूं … आपको भी गीला कर देता हूँ, आप बोलिए तो सही. भाभी ने शर्माते हुए इशारे से मुझे उनके घर आने को कहा. सेक्सी भाभी जी का इशारा पाकर मैं बड़ा खुश था कि मुझे मौका मिला है कि भाभी को चोद सकूं. मैं भी होली के रंग लेकर उनके घर चला गया. वे अपने कमरे में मेरा इंतजार कर रही थीं. भाभी अभी भी केवल ब्लाउज और पेटीकोट में थीं.
उनको इस हालत में देखकर मेरा तंदरुस्त लौड़ा सख्त हो गया और अन्दर ही अन्दर लंड चूत चोदने के लिए जोर जोर के झटके मारने लगा फिर मैं भाभी के चेहरे पर रंग लगाने लगा और पीछे से पकड़ कर भी रंग लगाने लगा. मेरा खड़ा लंड गरम भाभी की गुलाबी चूतड़ में चुभने लगा, भाभी को भी मेरे लंड चुभन का मजा आ रहा था. सविता भाभी मादक आवाज में बोलने लगीं- देवर जी, मुझे और कलर लगाओ ना. मैं आगे हाथ करके उनके दूध से भरे मोटे मोटे मम्मों पर कलर लगाने लगा.
इससे गरम भाभी की एकदम सिसकारी निकल गयी और वो ‘अअअअ … अअ … अअअ … अह सीई . . ’ की आवाज करने लगीं. गरम भाभी की विरोध ना करने वाली प्रतिक्रिया देखकर मेरा साहस बढ़ गया और अन्तर्वासना जाग गई. तभी मुझ चोदू किस्म के लड़के ने सविता भाभी के ब्लाउज में हाथ डाल दिया और उनके दूधों पर रंग लगाते हुए दूध मसलने लगा, भाभी जी ने अपने बूब्स पर सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा पहनी थी. यह देखकर मेरा सख्त लंड बावला सा हो गया और झटके मारने लगा.
मेरा उत्तेजित लंड अब बहुत तेज दर्द करने लगा था. मुझसे रहा नहीं गया और मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भाभी के ब्लाउज के बटन खोल दिए. उनकी सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा में से मम्मों को बाहर निकाल लिया. सविता भाभी के रसीले ब्रैस्टस बड़े सख्त और एकदम दूध जैसे गोरे थे. उनके रसीले ब्रैस्टस के नुकीले निप्पल भी गुलाबी थे. यह देख कर मैं बहुत उत्तेजित हो गया और भाभी के दूध से भरे मोटे मोटे मम्मों को पागलों की तरह चूसने लगा. भाभी भी भांग के नशे में चूर होकर एकदम अन्तर्वासना के मद में मस्तानी हुई जा रही थीं उन्हें कुछ होश ही नहीं था.
उनके दोनों मोटे मोटे बूब्स को बारी बारी से मुँह में रख कर मैं कुछ देर तक चूसता रहा. भाभी भी अपना हाथ मेरे सर पर रख कर मुझसे चूची चुसवाने का मजा लेने लगीं. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भाभी के मम्मों को चूसते हुए ही उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल कर गिरा दिया, जिससे भाभी अब सिर्फ सेक्सी बेबीडोल ट्रांसपेरेंट ब्रा और सेक्सी पैंटी में आ गई थीं.
मैं नीचे बैठ गया और गरम भाभी की गदराई हुई गोरी और मोटी जांघों को देखकर एकदम से हॉटा गया. गरम भाभी की मोटी गोरी जांघों को देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैं उनकी जांघों को बहुत बुरी तरीके से चाटने लगा. उसी समय मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया. मैं लंड से पानी निकलने के बाद भी काफी उत्तेजित था. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने गरम भाभी की गुलाबी सेक्सी पैंटी को निकाल दिया. गरम भाभी की रसीली चूत पर एक भी बाल नहीं था.
यह देखकर सविता गरम भाभी की गीली और गुलाबी चूत ने मुझे और भी पागल कर दिया. जैसे ही मुझ चोदू किस्म के लड़के ने उनकी चूत पर हाथ फेरा, भाभी मचल उठीं. गरम भाभी की रसीली चूत बिल्कुल गरमा गरम भट्टी की तरह तप रही थी. उनकी गुलाबी चूत बहुत चिपचिपा तरल पदार्थ और मादक महक छोड़ रही थी. भाभी मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुझे अपनी चूत की तरफ खींचने लगीं. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भाभी को पलंग पर पटका और उनकी दोनों टांगें चौड़ी कर कर उनकी गुलाबी और गीली रसीली चूत में अपनी जीभ घुसा दी.
वो ‘अ अह हां हां उई माँ … मर गई देवर जी … आह . . ’ की मादक सिसकियाँ लेने लगीं. तभी भाभी ने अपने दोनों हाथों से मेरे मुँह को अपनी प्यासी चूत में जोरों से दबा दिया. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने भी गरम भाभी की रसीली चूत में ऐसे ही मुँह लगाए कुछ देर तक चूत चूसता रहा. थोड़ी देर में गरम भाभी की रसीली चूत में से बहुत सारा तरल पदार्थ निकल गया. उनकी रसीली चूत में मेरा मुँह तो लगा ही था, तो मैं उनका सारा का सारा तरल पदार्थ पी गया. गजब का खट्टापन सा स्वाद था उस तरल पदार्थ में.
थोड़ी देर बाद मैं उनकी रसीली चूत में अपनी उंगली को घुसा कर जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा. भाभी फिर से उत्तेजित होने लगीं. मादक सिसकारियां लेती हुईं भाभी अपने दूध से भरे बूब्स के निप्पलों को अपनी उंगलियों से मसलने लगीं. अब सविता भाभी चुदने के लिए पागल हुई जा रही थीं. तभी भाभी ने मेरा सख्त लौड़ा पकड़ लिया और मुझसे कहने लगीं- देवर जी, आज मुझे खूब चोदो … आज मुझे बुरी तरह से चोद चादकर पूरी रंडी छिनाल बना डालो अब मुझसे चुदे बिना रहा नहीं जा रहा है … मुझ पर रहम करो देवर जी… मैं चुदाई करवाने की बहुत प्यासी हूं.
पहले तो उनकी इस बात से चौंका कि ये अपने आप को रंडी छिनाल बनाने की बात क्यों कह रही हैं. तब भी मुझ चोदू किस्म के लड़के ने सर झटका और उनकी बहुत शानदार चुदाई की सोचने लगा. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने अपने लंड का सुपारा गरम भाभी की गुलाबी और रसीली चूत के मुहाने पर रख दिया और रगड़ने लगा. इससे भाभी और भी ज्यादा मचल उठीं और मुझसे कहने लगीं- अब तो राजा मुझे चोद ही दो. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने जैसे ही गरम माल भाभी की रसीली चूत में जोरदार झटका लगाया तो मेरा तंदरुस्त लौड़ा 3 इंच तक उनकी रसीली चूत के अन्दर चला गया.
चूत में लंड घुसते ही तेज दर्द के मारे गरम भाभी की जोर से चीख निकल गई- आह उई माँ मैं तो दर्द के मारे मर गई … उंह आह अम्मा रे मर गई. मैं रुक गया और गरम भाभी की चूची को सहलाने लगा. भाभी ने दर्द से कराहते हुए मुझसे कहा- सेक्स करते करते रुक क्यों गए … धीरे धीरे करते रहो … मेरी इस टाइट चूत को फाड़ दो आज. मैंने उस शादी शुदा रांड की बात सुनी और जोर से दूसरा झटका उसकी रसीली चूत के अंदर लगा दिया. इस बार मेरा पूरा लंड नंगी भाभी की रसीली चूत में समा गया. उनकी आवाज दर्द के कारण वहीं की वहीं दबी रह गई और चुदते चुदते नंगी भाभी दर्द के कारण छटपटाने लगी और जोर जोर से रोने लगी शायद उनकी चूत बहुत ज्यादा टाइट थी इस वजह से उन्हें बहुत तेज दर्द हो रहा था मेरे साथ सेक्स करने में.
अपनी रसीली चूत की चुदाई करवाते वक्त उस सेक्स की भूखी रंडी छिनाल की भूरी भूरी आंखों में से आंसू आने लगे. मैं गरम भाभी की कमर को पकड़ कर रसीली चूत में जोरदार धक्कों के साथ उनको पेलने लगा. मैं जब उनकी चूत में जोरदार धक्कों के साथ लंड को अन्दर बाहर करता, तो धक्कों की पट पट की आवाज पूरे कमरे में गूंजने लगी थी. एक मिनट की चुदाई के बाद अब भाभी को भी चुदने में मजा आने लगा था.
भाभी कहने लगी थीं- आह.. आह… देवर जी अपनी इस सेक्स की प्यासी भाभी को और जोर से चोदो … आह मेरी चूत फाड़ दो … तुम्हारा लंड बहुत मस्त है … मैं इसकी दीवानी हो गई हूँ. मुझ कुंवारे लड़के ने अपनी सेक्स करने की स्पीड को बढ़ा दिया और भाभी के दूध से भरे मोटे मोटे मम्मों को मसलते हुए जोर जोर से उनको पेलने लगा. नंगी भाभी भी भांग के नशे में झूमते हुए अपनी पतली कमर उठा उठा कर सेक्स करने में मेरा पूरा पूरा साथ देने लगीं. पूरे बीस मिनट की बहुत शानदार चुदाई के बाद मैंने अपना स्पर्म भाभी के मुँह में डाल दिया और वो उसे निगल गईं.
कामुकता से भरी नंगी सविता भाभी मेरे फौलादी लौड़े को देर तक चूसती रहीं और चूस चूस कर मेरे लंड को गुलाबी कर दिया. उस लंड चुसाई के दौरान मेरा फिर से चुदास से भरी भाभी के मुह में ही गरम गरम स्पर्म निकल गया था. चुदास से भरी सेक्सी सविता भाभी ने मेरे सारे गरम गरम स्पर्म को गटक लिया था. मुझ चोदू किस्म के लड़के ने अब भाभी से उनकी औरत बना देने वाली बात पूछी. सेक्सी भाभी ने बताया- मेरे पति नपुंसक हैं चुदा चादी करने के लिए उनका लंड खड़ा ही नहीं होता है.
शुरू शुरू में एक दो बार की बहुत शानदार चूत सेक्स के बाद उन्होंने मुझे कभी चोदा ही नहीं है. मैंने चुदास से भरी सेक्सी भाभी से बोला- अब आपका ये देवर आपकी पूरी सेवा करेगा. भाभी ने मुझे सीने से लगा लिया और हम भाभी देवर की फिर से चूमा चाटी शुरू हो गई. उस दिन हम भाभी देवर दोनों ही भांग वाली ठंडाई के नशे में चूर थे और नशे नशे में हम दोनों ने करीब पांच बार हार्डकोर सेक्स करा.
उसके बाद मुझ चोदू किस्म के लड़के ने कामुक पड़ोसन भाभी की गरम गांड और रसीली चूत को कई दिन तक चोदा. आज भी जब कभी भाभी की सेक्सी गांड और रसीली चूत के साथ चोदा चादी करने का मौका मिलता है, तो कई घंटों तक हम सेक्स करते हैं. भाभी मुझसे चुदवाने के लिए खुद ही फोन करके मुझे बुला लेती हैं और फिर हम अवैध शारीरिक संबंध बनाते हैं.