मैं गर्मियों की छुट्टी में मेरे गाँव गया था वहां पर एक सेक्सी माल महिला रहती थी जो अपने शराबी पति से बहुत ही ज्यादा परेशान थी जो शराब के नशे में उसे बहुत मारता पिटता था तो उस सेक्सी माल महिला ने अपने पति से तलाक ले लिया था. मैंने 21 साल की उम्र में उस 32 साल की गाँव की सेक्स की प्यासी तलाकशुदा नशीली औरत के मुँह में मैंने जबरदस्ती मेरा 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड डाल दिया फिर उसके मुँह की खूब मजे से चुदाई करने के बाद मैंने उस शराबी पति से परेशान 32 साल की सेक्सी माल तलाकशुदा औरत की गुलाबी चूत में ऊँगली करने के बाद उस नंगी औरत को खूब चोदा पूरी हिंदी सेक्स कहानी पढ़ें और इस हिंदी सेक्स स्टोरी को पढ़ने के बाद अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें…
दोस्तों यह घटना तबकी है जब मैं करीब 21 साल का था और अपने गाँव र्मियों की छुट्टी मनाने गया हुआ था. मेरा गाँव राजस्थान के नागौर जिले में पड़ता है. हमारा गाँव बहुत छोटा था और वहाँ पर बहुत कम लोग रहा करते थे. मेरे घर के पड़ोस में एक 35 साल की औरत रहा करती थी. उसका नाम शकुन्तला था, गाँव की वो सेक्सी माल औरत शादी-शुदा थी किन्तु उसका तलाक हो चुका था. उसका पति बहुत दारू पीता था और उसे मारा करता था, इसलिए गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने तलाक ले लिया था.
चूत में ऊँगली करने के बाद खूब चोदा गाँव की तलाकशुदा नशीली औरत को 18+ हिंदी XXX सेक्स कहानी

मेरे गाँव की वो सेक्सी माल औरत एक अभी मात्र 35 साल की थी किन्तु एक तलाकशुदा महिला थी. उस तलाकशुदा औरत के मम्मे साइज़ में काफी बड़े थे और उसकी गांड भी बहुत ही ज्यादा मोटी थी. वैसे तो मैं उस तलाकशुदा औरत को मेरे बचपन से लाइन मार रहा था क्योंकि मैं बचपन से ही उस सेक्सी महिला की गांड और चूत का काम लगाने का सपना देखता था. किन्तु इस बार मैं जब गाँव गया, तब मुझ हवस के पुजारी ने पक्का कर लिया था कि मैं इस बार कुछ तो ज़रूर करूँगा इस तलाकशुदा औरत के सेक्सी जिस्म के साथ.
जब मैं जवान लड़का गर्मियों की छुट्टी में मेरे गाँव पहुँचा उसके दूसरे ही दिन मैं उस सेक्सी माल तलाकशुदा औरत से मिलने उसके घर गया. गाँव की वो सेक्सी माल औरत उस वक्त खाना बना रही थी और मुझे देख कर मुस्कुराई और बोली- आप कब आए? मुझ हवस के पुजारी ने बोला- मैं कल आया था. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मुझसे पूछा- और सुनाओ सब कैसा चल रहा है? तो मुझ हवस के पुजारी ने बोला- कुछ भी अच्छा नहीं है. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने पूछा- क्यों? मुझ हवस के पुजारी ने बोला- बस थोड़ी सी तबियत खराब है. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- दवा ले लो बेटा…
मुझ 21 साल के जवान हवस के पुजारी ने बोला- चाची आप ही दे दो. गाँव की वो सेक्सी माल औरत हँस पड़ी और गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मुझे बैठने के लिए बोला साथ ही पूछा- आप चाय लेंगे? मुझ हवस के पुजारी ने बोला- अगर आप पिला रही हो तो हम कैसे ‘ना’ बोल सकते हैं. बाद में गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मेरे लिए चाय बनाई और फिर मैं चाय पीते हुए उनसे बातें करने लगा. बाद में हमने चाय पी और मुझ हवस के पुजारी ने बोला- मैं बाद में आता हूँ. मैं टहलने चला गया.
आप सभी सेक्सी स्टोरी पढ़ने वाले पाठकों को बताना चाहता हूँ कि हमारे गाँव में लाइट की बहुत दिक्कत होती है. गाँव में रात को जल्दी अंधेरा हो जाता है. 8 बजे से ही ऐसा लगता है कि 12 बज गए हों. गाँव में ज़्यादातर लोगों के घर पर पंखा और टीवी नहीं होता है. यहाँ भी देखें:- माँ को कुतिया बनकर ट्यूशन वाले टीचर से गांड मरवाते देखा मेरे गाँव के घर पर भी पंखा और टीवी नहीं था, क्योंकि मेरे बूढ़ी दादी माँ अकेली रहती थी. किन्तु शकुन्तला के घर पर पंखा और टीवी दोनों था. रात को मैं खाना खाकर उसके घर गया तो गाँव की वो सेक्सी माल औरत खाना खा रही थी.
मेरे गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मुझे देखा तो मुझसे बोला- आइए आप भी खा लीजिए. मुझ हवस के पुजारी ने बोला- मैं तो खा कर आया हूँ. उसके जिद करने पर मुझ हवस के पुजारी ने थोड़ा सा खा लिया और फिर हम बातें करने लगे. बाद मैं रात को करीब 8 बजे में अपने घर आ गया. मैं सोचने लगा कि क्या जुगाड़ किया जाए. फिर मुझ हवस के पुजारी ने चोदा चादी करने के इरादे से एक बहुत जी जबरदस्त प्लान बनाया कि मैं आज रात को इस सेक्सी माल महिला के घर पर ही रुक जाऊँ. रात में मैं सोने की तैयारी करने लगा. करीब रात को 9 बजे मुझ हवस के पुजारी ने बूढ़ी दादी माँ से बोला- मुझे नींद नहीं आ रही.
मैंने मेरी बूढ़ी दादी माँ को नींद नहीं आने का कारण भी बताया कि गर्मी इतनी हो रही है और हमारे घर पर एक पंखा भी नहीं है. फिर मेरी बूढ़ी दादी माँ ने बोला- तू शकुन्तला चाची के घर सोने को चला जा बेटा. मैं बहुत खुश हो गया और बोला- अगर आप कहते हो तो ठीक है. मैं बहुत ही खुश हो गया था और 5 मिनट के बाद मैं और मेरी बूढ़ी दादी माँ शकुन्तला के घर पहुँच गए. मेरी बूढ़ी दादी माँ ने चाची से बोला- इसको आज आपके घर में सो जाने दो. तो आँटी मान गई और फिर बूढ़ी दादी माँ दस मिनट के बाद चली गईं. मेरी तो मुराद पूरी हो गई थी. शकुन्तला ने मेरा बिस्तर बिछा दिया, मुझ हवस के पुजारी ने बोला- मुझे इतनी जल्दी सोने की आदत नहीं है.
उन्होंने मुझसे बोला की चलो बेटा फिर टेलीविजन देखते हैं. मुझ हवस के पुजारी ने टेलीविजन देखने की हाँ भर दी और हम टेलीविजन देखने लगे. करीब रात के दस बजे लाइट चली गई और फिर पुरे गाँव में अंधेरा पसर गया और मुझ हवस के पुजारी ने अंधेरे का फ़ायदा उठाते हुए गाँव की उस तलाकशुदा औरत के सेक्सी जिस्म को छू लिया और उस सेक्सी माल महिला का हाथ पकड़ लिया. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मुझे कुछ भी नहीं बोला बल्कि उल्टे मेरा हाथ पकड़ कर दूसरे कमरे में सोने के लिए ले गई.
फिर हम लोग लेट गए, किन्तु मुझे नींद कहाँ आने वाली थी मैंने उस महिला की चूत चोदने और गांड मरने के सपने जो सजा लिए थे. मैं तो सिर्फ़ गाँव की उस तलाकशुदा औरत की मोटी गांड मारने और चूत को चोदने के बारे में सोच रहा था और सोने का नाटक कर रहा था. रात को करीब 12 बजे मैं उठा और गाँव की उस तलाकशुदा औरत को भी उठाया और बोला- मुझे नींद नहीं आ रही है. तो गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- मेरे पास सो जाओ बेटा. उस सेक्सी जिस्म की मालकिन की बात सुनते ही मेरे तो जैसे होश उड़ गए और मैं उस सेक्सी जिस्म की मालकिन के साथ उसके बिस्तर पर सोने लगा, किन्तु मैं अभी भी कहाँ सोने वाला था.
फिर मुझ हवस के पुजारी ने धीमे-धीमे अपने पैर उनके पैरों पर रख दिए किन्तु मुझे गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने कुछ नहीं कहा, मुझे लगा कि गाँव की वो सेक्सी माल औरत सो गई है. मेरी हिम्मत बढ़ गई फिर मुझ हवस के पुजारी ने हाथ उसके मोटे मोटे बूब्स पर रखा और धीमे-धीमे सहलाने लगा. गाँव की वो सेक्सी माल औरत फिर भी नहीं उठी इससे मेरी हिम्मत और बढ़ती जा रही थी. किन्तु थोड़ी देर बाद उसके करवट लेते ही मैं डर गया और जल्दी से अपने हाथ-पैर हटा कर मैं सीधा सोने का नाटक करने लगा. थोड़ी देर शान्त रहने के बाद मुझ हवस के पुजारी ने फिर से उसके मम्मे सहलाना चालू कर दिए.

मुझे लगा कि गाँव की वो सेक्सी माल औरत जाग रही है और सोने का नाटक कर रही है. फिर मुझ हवस के पुजारी ने उस सेक्सी माल महिला के मोटे मोटे रसीले मम्मों को ज़ोर से दबाना चालू कर दिया और अचानक से उसकी आँख खुल गई और मैं डर गया और मुझ हवस के पुजारी ने अपनी आँखें बंद कर लीं. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मुझसे बोला- ये क्या कर रहे हो? मुझ हवस के पुजारी ने कुछ नहीं बोला और आँखें बंद कर करके शान्त पड़ा रहा और फिर गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- क्या तुमको मैं पसंद हूँ?
तब मुझ हवस के पुजारी ने फट से मेरी मोटी मोटी आँखें खोल कर बोला- बहुत. तो गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- तुम्हें पता है कि मैं तुमसे उम्र में कितनी बड़ी हूँ? मुझ हवस के पुजारी ने बोला- हाँ.. मुझे पता है किन्तु प्यार में उम्र नहीं देखी जाती. गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- मैं तुम्हारी चाची लगती हूँ. तो मुझ हवस के पुजारी ने बोला- इसमें क्या है? सेक्स में सब कुछ चलता है. मुझ हवस के पुजारी ने गाँव की उस तलाकशुदा औरत को कस कर पकड़ लिया और चुम्बन करने लगा और उसके मम्मे दबाने लगा.
मैं अब कामातुर होकर गाँव की उस तलाकशुदा औरत के गरम जिस्म को किसी जंगली कुत्ते की तरह चाटने लगा और उसे भी मज़ा आ रहा था और गाँव की वो सेक्सी माल औरत भी मुझे चुबंन कर रही थी. करीब दस मिनट तक चूमा-चाटी करने के बाद मुझ हवस के पुजारी ने उसके सारे कपड़े उतार कर गाँव की उस तलाकशुदा औरत को पूरी तरह से जोश मे ला दिया था. गाँव की वो सेक्सी माल औरत भी मेरे कपड़े उतार रही थी. मेरा 7 इन्च का लंड उसकी जवानी को सलामी दे रहा था.

गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने मेरा लौड़ा देखते ही बोला- ओह्ह.. आपका कितना लम्बा और मोटा लौड़ा है. फिर मुझ हवस के पुजारी ने उस चुदवाने की भूखी महिला से बोला- मेरे इस लम्बे मोटे लौड़े को चूसने के लिए अपने मुँह में ले लो. किन्तु उस बहन की लौड़ी ने मेरा लंड अपने मुहँ में लेकर चूसने से मना कर दिया. उसके मेरा लंड चूसने से मना करने पर मुझ हवस के पुजारी ने जबरदस्ती उसके मुँह में मेरा 7 इंच लम्बा लंड डाल दिया और थोड़ी देर बाद गाँव की वो सेक्सी माल औरत उसे आईसक्रीम की तरह चूस रही थी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
दस मिनट के बाद मुझ हवस के पुजारी ने अपना 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड उस सेक्सी माल महिला के मुँह में से निकाला और उसकी गुलाबी चूत में ऊँगली अंदर बाहर करने लगा और फिर बड़े प्यार से उसे अपनी जीभ से चाटने भी लगा. उस सेक्स करने की प्यासी तलाकशुदा औरत की मेरे साथ चोदा चादी करने की उत्तेजना अब बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही थी, गाँव की वो सेक्सी माल औरत कामुकता से मादक मादक सिसकियाँ ले रही थी- ओह्ह.. सागर और ज़ोर से चाटो.’ उसकी कामातुर सिसकारी से मेरी रफ्तार बढ़ गई.
दस मिनट तक मैं उसकी चूत चाटता रहा, फिर मुझ हवस के पुजारी ने देर ना करते हुए अपना सात इंच का लंड उसकी चूत में पेल दिया और गाँव की वो सेक्सी माल औरत सीसकारियां लेने लगी. मैं धीमे-धीमे लंड डालता रहा और गाँव की वो सेक्सी माल औरत चुदते चुदते ‘आह उई माँ.. आह.. ..आह.. आहह..’ की बहुत जी ज्यादा मादक और सेक्सी आवाजें निकालती रही. गाँव की वो सेक्सी माल औरत लगातार बोल रही थी- और ज़ोर से.. मेरे राजा.. बहुत मज़ा आ रहा है.. आह्ह्ह…’ मुझ हवस के पुजारी ने करीब 15 मिनट तक उसे चोदा फिर मुझ हवस के पुजारी ने उससे बोला- मेरा माल निकलने वाला है.
तो गाँव की उस 35 साल की नशीली औरत ने बोला- अन्दर ही निकाल दो. कुछ जोरदार धक्के मारते हुए मैं गाँव की उस सेक्सी माल औरत की गुलाबी चूत में ही झड़ गया और गाँव की वो सेक्सी माल औरत भी झड़ गई थी. इस तरह गाँव की उस सेक्स की प्यासी तलाकशुदा औरत को मुझ हवस के पुजारी ने उस हसीन रात में 4 बार खूब मजे से चोदा. मैं बता नहीं सकता कि कितना मज़ा आया था और उसके बाद मैं कभी भी गाँव जाता हूँ तो गाँव की उस तलाकशुदा औरत को ज़रूर चोद कर आता हूँ .