होने वाली भाभी की चूत चुदाई करी शहद लगाकर हिन्दी सेक्स कहानी : हेल्लो दोस्तों मेरी इस हिंदी सेक्स कहानी में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है. दोस्तों मेरा नाम आलोक शर्मा है और मै कोटा (राजस्थान) का रहने वाला हूँ. दोस्तों में दिखने में एक बिलकुल सामान्य सा लड़का हूँ पर दिखने में बहुत आकर्षक हूँ. आज जो हिंदी सेक्स कहानी मैं आप लोगो के साथ शेयर कर रहा हूँ ये सेक्स कहानी उस वक्त की है जब मैं मुंबई फिल्म नगरी में रहकर अपनी ग्रेजुएशन कर रहा था. मुंबई फिल्म नगरी में मैं कमरा किराये पर लेकर रह रहा था. उस घर मैं अंकल आंटी जी और उनका इकलौता बेटा था. मेरे मकान मालिक अंकल का प्रॉपर्टी का काम था, जिसमें उनका बेटा भंवर भी उनकी मदद करता था.
वर्जिन भाभी की चूत चुदाई की यह घटना उस समय की है, जब मेरे मकान मालिक के लड़के जिसका नाम भंवर है उसकी शादी में सात दिन रह गए थे. मकान मालिक अंकल अपनी पत्नी और भंवर भैया के ससुराल वालों के साथ शादी के कपड़ों की खरीददारी करने के लिए कोटा के किसी परिचित के शोरूम पर जाना था. वो लोग मुझे और निलेश भैया को घर में छोड़ कर अगले दिन आने की बोल कर गए थे. मेरा कमरा ऊपर है तो मैं अपने रूम पर था. तभी भंवर भैया आए और बोले- यार आलोक … तू मेरी एक छोटी सी हेल्प करेगा? मैंने भैया से बोला की आप मेरे बड़े भाई जैसे हैं बस आदेश कीजिए …
होने वाली भाभी की चूत चुदाई करी शहद लगाकर हिन्दी सेक्स कहानी

भैया ने मुझसे बोला की यार आज मैं और तेरी होने वाली भाभी मिलना चाहते हैं और सुहागरात बनाना चाहते है. हमारे दोनों के मम्मी पापा घर पर नहीं हैं और दोनों के ही मम्मी पापा कल आने की बोल कर कोटा हमारी शादी की शोपिंग करने गए हैं. मैं भैया से बोला की भैया ये सब मुझे मालूम है. आप तो बिंदास बोलिए कि मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ. भैया मुझसे बोले की यार मैं प्रिया (उनकी मंगेतर) को सरप्राईज देना चाहता हूँ. मैं- अरे वाहह… क्या बात है भैया ये तो बहुत अच्छी बात है. भैया- मैं चाहता हूँ कि रूम को फूलों और मोमबत्तियों से सजा कर आज की रात को ऐसी यादगार बना दूँ … जिसे वो कभी ना भूल सके.
मैं अपने बेडरूम में ये सब नहीं कर सकता क्योंकि शादी का टाईम है. अगर कोई रिश्तेदार आ गया तो मेरी माँ चुद जायगी… तो तू जानता है कि क्या हो सकता है. फिर भैया बोले की मैं ये चाहता हूँ कि आज की रात तू नीचे सो जा, मैं डेकोरेशन वाले को बुला कर तेरा रूम सजवा देता हूँ. मैं- ठीक है भैया … और कोई आ भी गए, तो मैं बोल दूंगा कि भैया बाहर गए हैं … वो कल आएंगे. भैया खुश होते हुए बोले- हां ये और सही रहेगा. घर का मेनगेट बंद कर दे और घर की चाभी तू रख ले. फिर सुबह जल्दी, जब मैं फोन करूं, तो घर का मेनगेट खोल देना मैं तेरी होने वाली भाभी प्रिया को उसके घर छोड़ आऊंगा.
मैं समझ गया कि भैया शादी से पहले ही अपनी होने वाली पत्नी अर्थात मेरी होने वाली भाभी जी की चूत चुदाई का कार्यक्रम कर देना चाहते हैं. हालांकि शादी के बाद उनको वैसे भी हर रात सुहागरात की चुदाई का मजा मिलने वाला था. मगर चूत चुदाई की चुल्ल एक ऐसी बात होती है, जो हर किसी को लगने लगती है. मेरी होने वाली वर्जिन भाभी की चूत चुदाई का सब प्रोग्राम तय हो गया. मेरा कमरा सुहागरात की सेज की तरह सजा दिया गया था.भैया की मंगेतर प्रिया ने अपनी मम्मी को फोन करके बोल दिया कि आज वो अपनी फ्रेंड के साथ उसी के घर रहेगी. रात के साढ़े नौ बजे मेरी होने वाली भाभी हमारे घर आईं.
मेरी तरफ स्माइल करके भाभी भैया के साथ अपनी वर्जिन चूत की चुदाई करवाने के लिये ऊपर मेरे कमरे में चली गई थीं जहाँ उनकी सुहागरात की सेज पहले से सजी हुई थी. मैं नीचे रूम में आ गया और मैंने घर का मेनगेट लॉक कर दिया. कुछ देर बाद मेरे नसीब ने अंगड़ाई ली. रात के अभी ग्यारह बजे होंगे, तभी बाहर किसी ने घर की बेल बजायी. मैंने सोचा इतनी रात को कौन हो सकता है. बाहर गेट पर जाकर देखा, तो मेरी सांसें धक्क रह गईं … पैरों के नीचे से धरती सरक गई.
मैं घबराते हुए बोला की- अअआप्प् अंकल जी … आप लोग तो कल आने वाले थे ना? अंकल- गेट तो खोल, सब बाहर ही पूछ लेगा बेटा. मैं- सॉरी अंकल जी. मैंने जल्दी से गेट से ताला खोला. अंकल आंटी अन्दर आते हुए एक साथ बोले- अरे काम जल्दी हो गया था, तो रुक कर क्या करते! मैं कुछ नहीं बोला. मेरी बुद्धि काम ही नहीं कर रही थी कि क्या जबाव दूं.
आंटी पूछने लगीं- बेटा भंवर कहां है? मेरी पहले ही गांड फटी पड़ी थी मेरे समझ में झांट कुछ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या बोलना चाहिए. तभी मेरे मुँह से निकल गया कि आंटी भैया ऊपर हैं मेरे कमरे में हम साथ बैठ कर बाते कर रहे थे. मैं उन्हें अभी नीचे भेज देता हूँ. आंटी- हां बेटा, उसे भेज दे. फिर मैं अन्दर से भी ताला लगा लूंगी. मैं मकान मालकिन से बोला ‘जी आंटी ..’ फिर मैं ऊपर आया और गेट को हल्का सा खटखटा कर बोला- भैया, नीचे अंकल आंटी आ गए हैं. वो आपको नीचे बुला रहे हैं.
ये सुनते ही अन्दर से भैया की आवाज आई- क्कक्या मम्मी पापा आ गए अरे यार आज तो मेरी माँ चुद गयी… वो बहन के लौड़े तो कल आने वाले थे आज कैसे टपक गए! मैंने कहा- हां भैया … पर वो तो आज ही आ गए…. तभी भैया ने दरवाजा खोला और मेरे कमरे से बाहर आए. भैया को देखकर लग नहीं रहा था कि उन्होंने अभी मेरी होने वाली भाभी की वर्जिन चूत के साथ कुछ करा होगा. भैया- सुन … मैं नीचे जा रहा हूँ … फिर तुझे बताता हूँ कि तेरी होने वाली भाभी प्रिया को उसके घर वापस कैसे भेजना है. अभी तू अपनी भाभी के पास रुक. ये बोल कर भैया हडबड़ाहट में चले गए. मैं जब अपने रूम में आया … तो देखता ही रह गया.

मेरी होने वाली भाभी लाल साड़ी में बेड पर बैठी थीं और मेरे कमरे का सुहागरात के बेडरूम जैसा माहोल बना हुआ था. यार क्या बताऊं भाभी दुल्हन के लाल जोड़े में कितनी सुन्दर लग रही थीं. कमरे में रंगीन मोमबत्तियां जल रही थीं. फूलों से पूरा कमरा सजा हुआ था. मैं अन्दर आया, तो भाभी बोलीं- अगर घर पर पता लग गया तो क्या होगा. बस वो रोने लग गईं. मैं उनके पास गया और बोला- आप डरो मत … भैया सब सम्भाल लेंगे.
दोस्तो मैं सेक्सी भाभी के पास बैठा, तो उनके शरीर से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी. तभी भाभी के मोबाईल पर कॉल आया. भाभी ने बात की और बोलीं- आपके भैया बोल रहे हैं कि मैं यहीं रूम में सो जाऊं. मम्मी ने मेनगेट और अन्दर के गेट का ताला लगा दिया है. अब सुबह पांच बजे मम्मी पापा घूमने जाएंगे, तब मैं तुम्हें घर छोड़ आऊंगा. मैं- भाभी आप बेड पर सो जाओ. मैं फर्श पर बिस्तर लगा कर सो जाता हूँ. भाभी- नहीं … नीचे ठंड लग जाएगी. आप बेड पर ही सो जाओ. मैं कुछ नहीं बोला और भाभी के साथ पलंग पर लेट गया. मैं बेड पर एक साईड में सोने का नाटक करने लगा. इतनी सुन्दर अप्सरा लाल साड़ी में दुल्हन बन कर मेरे बाजू में सो रही हो, तो मुझे क्या झांट नींद आनी थी.
सेक्सी भाभी जो दुल्हन बनी हुई थी मुझसे बोली देवर जी सो गए क्या …??? मुझे नींद नहीं आ रही आप थोड़ी देर बात करो ना मुझसे..! हम दोनों भाभी देवर एक ही कम्बल में थे. भाभी मेरे पास सरक आईं. उनकी गर्म सांसों को मैं महसूस कर रहा था. आज भाभी दुल्हन बनी हुई थी और भैया के लंड से चुदने जा रही थीं, पर उनकी चुदाई नहीं हो पाई थी. जबकि भाभी का फुल मूड बना हुआ था चुदने का. हम ऐसे ही बातें कर रहे थे, तभी मेरा पैर उनके पैर से छू गया. मैंने सॉरी बोल कर पैर हटा लिया. तभी भाभी बोलीं- कोई बात नहीं मुझे बुरा नहीं लगा. ये बोलकर वो खुद अपना पैर मेरे पैर पर रगड़ने लगीं. मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था. मैं अपने हाथ से अपना पजामा ठीक करने लगा. इससे भाभी को पता लग गया कि मैं लंड के साथ कुछ कर रहा हूँ. तभी उन्होंने मेरा लंड पकड़ लिया.

मेरे शरीर में एकदम से करंट दौड़ गया. उसी पल भाभी ने अपने गुलाबी गुलाबी सुलगते होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और पागलों की तरह चूसने लगीं. मेरी होने वाली वर्जिन भाभी मेरे होंठों पर अपनी जीभ घुमाने लगीं. मैंने भी अपना मुँह खोल दिया और मजा लेने लगा. मेरी वर्जिन भाभी मेरी जीभ को अपने रसीले होंठों में लेकर आईसक्रीम की तरह चूसने लगीं. मेरे लिए ये एक सपने जैसा था. अब मुझसे रहा नहीं गया. मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उनकी सुराहीदार गोरी गर्दन को चूमने लगा. भाभी- आआह हह … बहुत मजा आ रहा है मेरे होने वाले देवर जी.
मुझे तभी याद आया कि मेरे पास शहद की बोतल थी. मैं शहद की बोतल लेने के लिए उठा. तो भाभी बोलीं- मुझे प्यासी छोड़ कर कहां जा रहे हो देवर जी ? मैं भाभी से बोला की आप तोडा सब्र करो मैं बस अभी आया. और मैं जल्दी से उठ कर शहद की बोतल ले आया. अब तक भाभी ने कम्बल अलग कर दिया था और उनकी साड़ी अस्त व्यस्त हो गई थी. मैंने भाभी की तरफ देखा तो भाभी ने मुझे इशारा कर दिया. मैंने हाथ बढ़ा कर भाभी की साड़ी निकाल दी. वर्जिन भाभी को भी शायद अपनी वर्जिन चूत चुदवाने की कुछ ज्यादा जल्दी थी, तो उन्होंने अपना ब्लाऊज और पेटीकोट खुद ही निकाल दिया. अब मेरी होने वाली भाभी ब्रा पैंटी में मेरे सामने थीं.
मेरी होने वाली भाभी का दूध जैसा गोरा शरीर देखकर मैं खुद के नसीब पर खुश हो रहा था कि आज मैं शादी करे बिना अपनी पहली सुहागरात साक्षात काम देवी के साथ बनाने जा रहा हूँ. मैंने बिस्तर पर सेक्सी भाभी के करीब बैठते हुए उन्हें अपनी बांहों में भर लिया और भाभी की पीठ पर हाथ ले जाकर उनकी ब्रा को खोल दिया. भाभी की ब्रा खुली तो उसमें से दो कड़क कबूतर उछल कर बाहर आ गए. भाभी के बूब्स एकदम गोल नहीं थे, जैसे आमतौर पर लड़कियों के होते है. मेरी वर्जिन भाभी के बोबे बिलकुल तोतापरी आम के जैसे थे. आगे की तरफ लम्बे होते हुए, फिर नुकीले. भाभी के चूचों के आगे निप्पल पर गुलाबी रंग का गोल घेरा था.

मेरा कहने का मतलब है की भाभी के मम्मे तो एकदम गोरे थे, बस आगे का निप्पल वाला भाग गुलाबी गोले की तरह था. सेक्सी भाभी के बूब्स की साईज 36 इंच की थी. मैंने एक पल भाभी के मोटे मोटे बूब्स को निहारा फिर मुझसे रहा नहीं गया और मैं भाभी के एक बोबे को अपने मुँह में भरकर आम की तरह जोर जोर से चूसने लगा. भाभी अब मस्ती में आकर बोलने लगी – आआहहह चूसो … आहहहह खा जाओ मेरे बोबे को देवर जी … बहुत मजा आ रहा है मेरे हरामी देवर जी आह.. आह…. मैं मेरी होने वाली भभी से बोला की ये तो अभी शुरूआत है भाभी … अभी देखो आपको कितना मजा आएगा आप के इस हरामी देवर के साथ.
कुछ देर तक अपनी होने वाली भाभी के मोटे मोटे बोबों को चूस कर मजा लेने के बाद मैंने उनके बूब्स पर बहुत सारा शहद डाल दिया. भाभी मेरी इस कारगुजारी को मस्ती से देख रही थीं. प्यासी भाभी खुद अपने बोबों पर शहद टपकते देख और ज्यादा उत्साहित हो गई थीं. फिर मैंने भाभी की आंखों में झांका, मेरी प्यासी वर्जिन भाभी भी वासना से मेरी आंखों में झाँक रही थीं. मैंने उन्हें देखते हुए ही उनकी एक चूची को मुँह में ले लिया और भूखे शेर की तरह जंगली जानवरों की तरह भाभी के आम चूसने लगा.
भाभी चुदासी होते हुए बोलने लगी… आह मेरे हरामी देवर … आह आहह हहह तुमने ये कैसी आग लगा दी मेरी वर्जिन चूत में … आहहह खा जाओ मेरे बोबों को आज. मैंने जब मेरी होने वाली सेक्सी भाभी के मुँह से खुले आम चूत और मम्मों जैसे शब्द सुने तो मैं भी खुल गया. मैंने कहा- आह भाभी … आज आपकी वर्जिन चूत की शानदार चुदाई करके इसका भोसड़ा बना दूंगा शादी के बाद जब भैया आप की चूत देखेंगे तो देखते रह जायंगे…. मैं अपनी जीभ से चूची को चाट चाट कर मजा लेना शुरू कर दिया. शहद में डूबी चूचियों को मैं खींच खींच कर चूसने लगा.
मेरी चुदासी भाभी भी अपने बोबे पकड़ कर मुझे चुसवाती जा रही थीं. कुछ ही पलों बाद भाभी की पोजीशन बहुत गर्म हो गई थी. वो शायद इस मजे को सहन नहीं कर पा रही थीं और अब मेरे लंड को अपनी वर्जिन चूत की गहराई में लेना चाहती थी. इसलिए मेरी प्यासी वर्जिन भाभी चुदासी होते हुए लेटे लेटे ही अपनी गांड उछाल रही थीं और जोर जोर से कामुक सिसकारियां ले रही थीं. मैं बोला भाभी ज्यादा आवाज मत करो, किसी ने सुन लिया तो ये मजा यहीं खत्म हो जाएगा. भाभी गिड़गिड़ाते हुए बोलीं- नहीं, मुझे अपनी वर्जिन चूत की पहली चुदाई देवर जी आप ही के लंड से करवानी है.

भाभी चुदासी होते हुए बोली की देवर जी आज मेरी वर्जिन चूत को चोदकर फाड़ डालो आज इस छोटी सी चूत का भोसड़ा बना डालों मैं मेरी माँ की कसम खाकर बोलती हूँ की शादी के बाद तुम्हारी रंडी बनकर रहूँगी. तुम जो बोलोगे … मैं वही करूंगी. मैं- अरे ये आप क्या बोल रही हैं. आप जैसी सुन्दर अप्सरा का कौमार्य भंग करके तो मैं धन्य ही हो जाऊंगा भाभी जी. मैं सारी जिंदगी आपका ये एहसान कभी नहीं भूलूंगा. प्रिया भाभी अपनी गांड उठाते हुए मुझे उनके बोबे चूसने का इशारा कर रही थीं और कह रही थीं- आह चूसो न … इसमें अहसान जैसा कुछ भी नहीं है.
सेक्सी भाभी मुझसे बोलने लगी की देवर जी तुम्हारे साथ जिस भी लड़की की शादी होगी वो किस्मत वाली होगी. जिस तरह तुम मेरे हर अंग की प्यास बुझा रहे हो, शायद ऐसा तो मेरे होने वाली पति भंवर के साथ सुहागरात मना कर भी मुझे नहीं मिलता. भाभी ने ये बोल कर मुझे टाईट हग कर लिया. अब मैंने फिर से उनके मोटे मोटे बोबों पर शहद डाल कर चाटने लगा. भाभी दबी हुई आवाज में गर्म सिसकारियां ले रही थीं. चूचियों के बाद मैंने भाभी की गहरी नाभि में शहद डाला और जीभ घुसा कर चूसने लगा.
चुदासी भाभी बोलीं- देवर जी आज से तुम ही मेरे पति हो और में तुम्हारी धर्म पत्नी … आआआह आइ लव यू जान. दोस्तों अब में भी दुल्हन बनी भाभी की चुदाई करने के लिए बहुत गरम हो उठा था. फिर मैं भाभी की सेक्सी पैंटी को निकाले बिना ही पैंटी के ऊपर से भाभी की वर्जिन चूत चूसने लगा. उनकी पैंटी चूत के पानी से पूरी भीगी हुई थी. भाभी- आहहहह खा जाओ मेरी चूत को पूरी चूस लो … आहहह. मैं बिना बोले उनको मजा दिए जा रहा था. इसके बाद मैंने उनकी मांसल जांघों से पैंटी निकाल दी और अपना मुँह उनकी चिकनी चूत पर रख दिया. भाभी जोर से आहहह… उई… उई… माँ आह… आह… आई… करने लगी ही थीं कि मैंने हाथ से उनका मुँह दबा दिया.
तभी भाभी का मोबाइल फोन बजा. भाभी बोली की देवर जी आप के भैया का फोन आ रहा है मैं नहीं उठा रही. मुझे बस आज तुमसे अपनी वर्जिन चूत की चुदाई करवानी ही है और इस चूत का भोसड़ा बनवाना है, चाहे मेरी शादी ही क्यों ना टूट जाए. मैं- भाभी उठा कर तो देखो, ऐसा कुछ नहीं होगा. भाभी- ठीक है देखती हूँ. ‘हैलो ..’ भंवर- मेरी दुल्हन सो गई थीं क्या … फोन नहीं उठाया! प्रिया भाभी बोली- हां सो गई थी मेरे दुल्हे राजा … क्या हुआ!
भैया भाभी से बोले वो- यार मेरा लंड खड़ा है. बोलो तो मम्मी के कमरे से चाभी चुरा कर आ जाऊं तुम्हारी चूत चुदाई करने … जल्दी से तुम्हारी वर्जिन चूत की चुदाई करके चला जाऊंगा. भाभी भंवर भैया से बोली – नहीं फर्श पर पास ही आलोक सो रहा है. भैया- तुम उसकी चिंता ना करो, वो मेरे कमरे में आकर सो जाएगा. भाभी- नहीं मुझे सेक्स नहीं करना, अब शादी के बाद ही होगा सब. मैं सो रही हूँ बाय.

मैं भाभी का चेहरा देख रहा था. एकदम गुस्से से लाल था. भाभी ने आज मेरे लंड से अपनी वर्जिन चूत चुदवाने के लिए अपने मंगेतर को मना कर दिया था. वो बोलीं- साला बहन का लौड़ा … जल्दी चोदकर जाने की बोल रहा था. उसे नहीं पता कि हर लड़की अपना पहला सेक्स हमेशा याद रखना चाहती है. पहले तो मुझे गोली खिला कर गर्म कर गया और अब मादरचोद जल्दी चोदने की बात कर रहा है भोसड़ी का. भाभी मुझे गले लगाकर बोलीं- मैं तुम्हारा ये एहसान कभी नहीं भूलूंगी. अगर आज मैंने भंवर के साथ पहली चुदाई की होती … तो मुझे पता ही नहीं चलता कि इस चूत चुदाई के खेल में इतना मजा भी आ सकता है.
मैं बोला भाभी आपकी अनुमति हो, तो आप की चुदाई करने की आगे की कार्यवाही शुरू की जाए! सेक्सी भाभी हंसते हुए बोलीं- जी जहांपनाह … दासी आपके खड़े लंड की सेवा में अपनी खुली चूत लेकर हाजिर है आप इसकी वर्जिन चूत स्वीकार करें.. मैं भी भाभी की इस अदा का कायल हो गया. मैंने भाभी की वर्जिन चूत पर बहुत सारा शहद टपका दिया और सपड़ सपड़ करके भाभी की वर्जिन चूत अपनी जीभ से चाटने लगा. भाभी ने अपने दोनों पैरों से मेरी गर्दन को जकड़ लिया और चूत पर मेरा मुँह दबाने लगीं. मैं अपनी जीभ से कभी चूत के दाने को चाटता, कभी कभी होंठों में लेकर चूस लेता.
चुदासी भाभी बोली आहहह जान जल्दी से चोद दो मुझे … अब नहीं सहन हो रहा. मेरी चूत की आग बुझा दो मेरे शेर! मैंने भी देर करना ठीक नहीं समझा. अपना लम्बा मोटा लंड चूत पर रगड़ने लगा. मेरे पास कंडोम नहीं था, तो भाभी बोलीं- तुम ऐसे ही चोद दो … मैं दवा ले लूंगी. मैंने अपने लंड पर शहद लगाकर भाभी की चूत में घुसाया. तो उन्हें दर्द हुआ. वो कराहने लगीं. मैं रुक गया, तो भाभी बोलीं- तुम तो डाल दो पूरा अन्दर … मेरी तरफ मत देखना … मुझे कितना भी दर्द हो. मैंने ओके कहा और भाभी ने अपनी ब्रा मुँह में डाल कर मुझे इशारा कर दिया कि चोद दो.
मैंने भी अपने लंड पर बहुत सारा शहद लगाकर जोर का धक्का दे मारा. मेरा आधा लंड चूत में घुस गया. भाभी की आंखों से आंसू और चूत से खून निकल रहा था. मैं उनको कम दर्द देकर प्यार से चोदना चाहता था. लेकिन भाभी ने बोला- तुम मेरे दर्द को मत देखो … बस चोदते रहो. मैंने 10-15 जोर से धक्के मारे और रुक गया. मैं पूरा लंड चूत के अन्दर ही रख कर भाभी को किस करने लगा. थोड़ी देर में भाभी ने बोला- अब दर्द कम है … अब जंगली बनकर चोदो. मैं लंड को पूरा अंदर जड़ तक घुसा कर भाभी की चूत चुदाई करने लगा.

भाभी चुदते चुदते बोलने लगी आह देवर जी बहुत मजा आ रहा है वर्जिन चूत में शहद लगाकर चुदवाने में… और जोर से करो आह… फ़क मी आह… आह…. भाभी जी के बोलने पर मैंने भाभी की चूत चुदाई करने की स्पीड और तेज कर दी. सच में भाभी की वर्जिन चूत बहुत टाईट थी मुझे चुदाई करने में मजा आ रहा था. कुछ देर तक चुदवाने के बाद भाभी बोलीं- देवर जी और तेज करो आज मेरी चूत का भोसड़ा बना डालो फाड़ डालो आज मेरी इस प्यासी फुद्दी को … आह आह.. देवर जी मुझे कुछ हो रहा है…. मैंने और जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए. करीब एक घंटे की चुदाई के बाद मेरी होने वाली भाभी आह… आह…. अहहहहह करते हुए झड़ गईं.
मेरा वीर्य अभी निकला नहीं था तो मैं भाभी की चूत में जोर जोर से धक्के लगाता रहा. फिर 15 मिनट बाद मेरा माल निकलने वाला था, तो मैंने लंड को भाभी की फटी हुई चूत से बाहर निकाल कर हाथ से अपना वीर्य नीचे फर्श पर गिरा दिया. भाभी ने मुझे सिर पर चूमा और बोलीं- जिस तरह का सेक्स मैं चाहती थी, उससे कहीं ज्यादा मजा तुमने दिया. उसके बाद हम भाभी देवर ने एक बार और चुदाई करी.
सुबह पांच बचे भंवर का फोन आया कि जल्दी नीचे आ जाओ, मम्मी पापा घूमने निकल गए हैं. भाभी ने जाते हुए मुझे हग किया और बोलीं- मुझे भूल ना जाना एक बार मेरी तुम्हारे भैया से शादी हो जाये और में इस घर में बहु बन कर आ जाऊ उसके बाद तुम्हारी रंडी बनकर रहा करुंगी जब भी मौका मिला करेगा तुम्हे अपनी चूत चोदने के लिये दिया करुंगी. अब मैं तुमसे चुदे बिना रह नहीं पाऊंगी.
सात दिन बाद भैया भाभी की शादी हो गई और भाभी दुल्हन बन हमारे घर आ गई. शादी के बाद जब भी हमें मौका मिलता है हम सेक्स करते है. भाभी की शादी भले भैया से हुई हो पर वो मुझे ही अपना पति मानती है ऐसा मेरी भाभी मुझसे बोलती है. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी हिंदी सेक्स कहानी “होने वाली भाभी की चूत चुदाई करी शहद लगाकर हिन्दी सेक्स कहानी” बहुत पसंद आई होगी और आप इस हिंदी सेक्स कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके मुझे प्रोत्साहित करेंगे ताकि में ऐसी ही और नई नई हिंदी सेक्स कहानियाँ आप सभी के लिये लेकर आऊ…