पत्नी की गैरमौजूदगी में स्टूडेंट की जवान पत्नी की दर्दनाक चुदाई XXX Hindi Sex Story : दोस्तों स्टूडेंट की सेक्सी और जवान पत्नी की दर्दनाक चुदाई की मेरी इस हिंदी सेक्स स्टोरी में आप सभी का बहुत स्वागत है. मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी शुरू करने से पहले मै आप लोंगो को मेरे बारे में बता देता हूँ. मैं एक सरकारी स्कूल में अध्यापक हूं दिखने में एक दम मस्त लम्बा चौड़ा किसी साउथ की फिल्म के हीरो जैसा. मुझे नौकरी करते करीब 15 वर्ष हो चुके है और मैंने आज तक कई सैकड़ो स्टूडेंट को पढ़ाया है.
मेरे घर मे मेरी सेक्सी पत्नी और मेरा एक 10 साल का लड़का है और वह अभी स्कूल में पढता है। मेरी शादी को 12 साल हो चुके हैं. मेरे पास स्टूडेंट ट्यूशन पढ़ने आया करते थे. मेरे पास स्टूडेंटो की बहुत भीड़ आने लगी थी। मुझे आज भी याद है जब पहली बार मेरे पास राकेश ट्यूशन पढ़ने के लिए आया था राकेश के उस वक्त 12वीं कक्षा के एग्जाम थे . राकेश पढ़ने में बहुत अच्छा था और वह चाहता था कि उसके अच्छे नंबर आए मैंने भी उसे बड़े अच्छे से पढ़ाया और उसके बाद जब उसका रिजल्ट आया तो उसके बहुत अच्छे नंबर आए वह अच्छे नंबरों से पास हो गया था।
पत्नी की गैरमौजूदगी में स्टूडेंट की जवान पत्नी की दर्दनाक चुदाई XXX Hindi Sex Story
जब राकेश 12वीं कक्षा के एग्जाम में पास हुआ तो वह मेरे घर में मिठाई भी लेकर आया था मेरी पत्नी भी राकेश को बहुत अच्छे से जानती है और राकेश का परिवार भी मुझे अच्छे से जानता है। समय के साथ साथ पता ही नहीं चला कि कब 3 वर्ष बीत गए. फिर काफी समय बाद मुझे जब राकेश मिला तो मैंने राकेश से पूछा तुम क्या कर रहे हो… ? वह कहने लगा सर मैं एक बहुत बड़ी कंपनी में जॉब करता हूँ. राकेश का कॉलेज पूरा हो चुका था और उसकी एक अच्छी कंपनी में नौकरी लग गई थी उसके बाद वह मुंबई में रहने लगा था।
एक दिन राकेश का मुझे फोन आया और वह कहने लगा सर मैं शादी करने वाला हूं मैंने राकेश से कहा लेकिन तुम इतनी जल्दी शादी कर रहे हो अभी तो तुम्हारी उम्र भी कम है वह कहने लगा सर मेरी उम्र 22 वर्ष हो चुकी है और अब मैं अच्छी कंपनी में नौकरी करता हूं, उसने मुझे सारी बात बताई तो वह कहने लगा दरअसल मैं जब मुंबई में आया था तो हमारी कॉलोनी में एक लड़की रहती है उसका नाम गुंजन है गुंजन के साथ मेरा प्रेम प्रसंग शुरू हो गया था जिस वजह से मैंने और गुंजन ने शादी करने की सोची।
मैंने राकेश से कहा लेकिन तुम्हें कुछ समय और देना चाहिए राकेश कहने लगा सर अब हम दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते हैं और मैं चाहता हूं कि मैं गुंजन के साथ अच्छा समय बिताऊ। राकेश अब पूरी तरीके से मुंबई में ही सेटल हो चुका था राकेश को उसके जीवन के लिए मैंने बधाई दी और कहा तुम्हारे जीवन में कभी भी कोई परेशानी हो तो तुम मुझे जरुर याद करना वह कहने लगा सर मैं आपकी सबसे ज्यादा इज्जत करता हूं यदि मैं अपने माता पिता के बाद किसी के बारे में सोचता हूं तो वह आप हैं। राकेश मुझे कहने लगा कि आपको भी शादी में आना है मैंने राकेश से कहा ठीक है मैं जरूर शादी में आऊंगा और मैं अपने साथ अपनी पत्नी और बच्चे को भी ले आऊंगा।
सब कुछ इतनी जल्दी में हो रहा था कि कुछ पता ही नहीं चला कि कब राकेश की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसकी जॉब लग गई और अब वह शादी करने जा रहा था मैं अपनी पत्नी और अपने बच्चों को लेकर कुछ दिनों के लिए मुंबई चला गया, राकेश ने हम लोगों को कोई भी कमी नहीं होने दी राकेश ने एक होटल में ही छोटा सा रिसेप्शन रखा था उसके कुछ मेहमान थे और कुछ मेहमान गुंजन के थे सब कुछ बड़े ही अच्छे से हुआ।
जब राकेश की शादी हो गई तो मैंने उसे बधाइयां दी और कहा तुम्हारा जीवन बहुत अच्छे से चले मैंने गुंजन से भी कहा कि तुम्हे ही अब राकेश का ध्यान रखना है वह मुझे कहने लगी सर राकेश आपकी बहुत तारीफ करते हैं और वह हमेशा कहते हैं कि आपकी वजह से ही आज मैं इस मुकाम तक पहुंच पाया हूं मैंने गुंजन से कहा ऐसा कुछ भी नहीं है राकेश की अपनी मेहनत थी और अपनी ही मेहनत से वह यह सब हासिल कर पाया है, मैं चाहता हूं कि तुम दोनों का जीवन बड़े ही अच्छे से चले और तुम दोनों को कभी कोई परेशानी ना हो।
मैंने उन दोनों को अपना आशीर्वाद दिया और उसके बाद कुछ दिन तक हम लोग मुंबई में ही रुके मैं भी काफी समय से अपने फैमिली के साथ कहीं घूमने नहीं गया था तो सोचा इस बार मुंबई में ही घूम लिया जाए हम लोगों ने मुंबई में एक हफ्ते तक रुकने का प्लान बना लिया मैं अपने परिवार को पूरा समय दे रहा था और कितने समय बाद उनके चेहरे पर खुशी थी वह लोग बहुत ही ज्यादा खुश थे मेरा बच्चा तो बहुत इंजॉय कर रहा था। जब हम लोग मुंबई से वापस आगरा के लिए लौटे तो राकेश हमें छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन आया हम लोग अब आगरा पहुंच चुके थे मैंने आगरा पहुंचते ही राकेश को फोन कर दिया था सब कुछ बहुत ही सामान्य तरीके से चल रहा था।
एक दिन मुझे राकेश का फोन आया और वह कहने लगा सर मैं कुछ दिनों के लिए आगरा आ रहा हूं मैंने राकेश से कहा हां राकेश तुम आगरा आओ तो मुझे जरूर मिलना और कुछ समय बाद राकेश और गुंजन आगरा आ गए जब वह दोनों आगरा आये तो वह लोग हमारे घर पर भी आए थे उन्होंने हमारे घर में रात का भोजन किया मुझे राकेश के साथ बात करके अच्छा लगा मैंने गुंजन से भी उस वक्त पूछा तुम दोनों का जीवन कैसा चल रहा है तो वह कहने लगी सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा है राकेश मेरा बहुत ध्यान रखते हैं और हम दोनों एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं राकेश जब अपने ऑफिस से आ जाते हैं तो हम लोग साथ में बैठकर समय बिताते हैं।
यह सब बात जब मुझे गुंजन ने कहीं तो मुझे लगा वह दोनों बहुत खुश हैं और उसके बाद वह लोग अपने घर चले गए राकेश और गुंजन कुछ दिन आगरा में रुकने वाले थे और जब वह लोग मुंबई चले गए तो मेरा भी ट्रांसफर लखनऊ में हो चुका था मैंने यह बात राकेश को भी बता दी थी कि मैं अब लखनऊ में रहने लगा हूं और मेरा ट्रांसफर लखनऊ हो चुका है राकेश ने मुझे कहा सर मैं जब भी आऊंगा तो आपसे जरूर मिलूंगा। हम दोनों की बात अक्सर होती रहती थी लखनऊ में भी अब लोग मुझे जानने लगे थे लेकिन मैं बच्चों को ट्यूशन नहीं पढ़ाता था क्योंकि ट्यूशन की वजह से मैं अपने परिवार को समय नहीं दे पाता था इसलिए मैंने ट्यूशन पढ़ाना ही छोड़ दिया था मैं चाहता था कि मैं अपने परिवार को समय दूँ इसलिए मैं जब स्कूल से आता था तो मैं अपने परिवार के साथ ही ज्यादा समय बिताया करता था।
लखनऊ में मेरी पत्नी का मायका भी है इसलिए वह कभी कभार अपने मायके भी चले जाया करती थी और मुझे भी अब ज्यादा दिक्कत नहीं थी क्योंकि जब भी मेरी पत्नी मायके जाती तो घर का काम मैं संभाल लिया करता था और वह भी खुश थी क्योंकि उसे भी अपने माता पिता से मिलने का मौका मिल जाता था। मेरी पत्नी के परिवार में 4 लोग ही हैं मेरी पत्नी की बड़ी बहन की भी शादी को 15 वर्ष हो चुके हैं और वह लंदन में रहती है इसलिए उसके माता-पिता अब घर में अकेले ही रहते हैं। राकेश और गुंजन लखनऊ मुझसे मिलने के लिए आ गए उस वक्त मेरी पत्नी अपने मायके गई हुई थी क्योंकि उसके पिताजी की तबीयत ठीक नहीं थी।
मेरे स्टूडेंट की भोली भली पत्नी गुंजन घर का सारा काम संभाल रही थी मैंने अपनी पत्नी को फोन कर दिया था और उसे कह दिया था कि राकेश और गुंजन आए हुए हैं। वह मुझसे कहने लगी मैं घर आ जाती हूं लेकिन गुंजन ने मना कर दिया और कहा मैं घर का सारा काम संभाल लूंगी। मैं अपने स्कूल जाया करता और शाम को घर लौटता। राकेश भी कुछ काम के सिलसिले में आया हुआ था एक दिन मैं जल्दी घर लौट आया मैने गुंजन से कहा राकेश अभी आया नहीं तो वह कहने लगी नहीं अभी वह नहीं आए, मैं गुंजन से बात करने लगा हम दोनों आपस में बात कर रहे थे।
मेरे स्टूडेंट की हॉट पत्नी गुंजन ने मुझे कहा मैं आपके लिए चाय बनाकर लाती हूं फिर करीब पांच मिनट बाद वह मेरे लिए चाय लाई तो उसका पैर फिसल गया और वह मेरे ऊपर आ गिरी चाय भी मेरे ऊपर गिर चुकी थी। जब उसके दूध से भरे मोटे मोटे स्तन मुझसे टकराए तो मैं अपने आपको रोक ना सका उस दिन मेरा मन पूरी तरह से गुंजन के ऊपर आ चुका था और अब मेरा लंड उसकी चुत में गुसने को तड़पने लगा और मेरे अंदर का जानवर जाग उठा और मै मेरे से उम्र में बहुत छोटी भोली भाली लड़की के जिस्म पर टूट पड़ा.
मैंने मेरे स्टूडेंट की भोली भाली पत्नी को वही नीचे लेटा दिया और उसके सेक्सी जिस्म का दीदार करने लगा वो मुझसे अपने आप को छुडवाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. उसे यह सब अच्छा नहीं लग रहा था और वो डरते डरते बोलने लगी आप से सब क्या कर रहे हो मै आप की बेटी की उम्र की हूँ और आप की बहु के समान हूँ भगवन के लिये मुझे छोड दीजिये।
मैंने मेरे स्टूडेंट की भोली भाली जवान और सेक्स पत्नी गुंजन से कहा देखो मै तुमसे उम्र में बहुत बड़ा जरुर हूँ पर प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती है में थोडा बुड्ढा जरुर हो गया हूँ पर मेरा लंड बहुत तगड़ा है और ये तुम्हे देख कर बेताब हो जाता है आज मै तुम्हारे साथ सेक्स करना कहता हु और यदि तुम भी मेरे साथ मस्ती करना चाहती हो तो मैं यह बात किसी को नहीं बताऊंगा लेकिन गुंजन को यह पसंद नहीं था पर मैंने जब उसके होठों को चूमना शुरू किया तो वो भी मेरे साथ सेक्स करने के लिये गर्म होने लगी उसे भी शायद अब ये सब अच्छा लगने लगा।
जब मै उसके मोटे मोटे संतरे जैसे स्तनों को दबाता तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो जाती। जब मैंने अपने 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लंड को अपनी पेंट से बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर उसे अपने मुंह में लेने लगी उसे बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने जैसे ही मेरे स्टूडेंट की सेक्सी और जवान पत्नी गुंजन की चूत मै अपने तगड़े लंड को घुसाया तो उसे बहुत दर्द महसूस हुआ और वह दर्द के मारे से चिल्ला पड़ी।
उस भोली भली जवान लड़की की अभी नयी नयी शादी हुई थी जिस कारन उसकी चुत बहुत टाइट थी वह मेरे तगड़े लंड को बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और अपनी दर्दनाक चुदाई के चलते अपने अपने मुंह से तेज आवाज में सिसकिया ले रही थी। मैंने मेरे स्टूडेंट की जवान पत्नी के दोनों पैर चौडे कर लिए अब वह भी पूरे तरीके से जोश मे थी.
मैं भी जोश मै आकर उसे जोर जोर से धक्के देने लगा था और वो आह… आह…. उमह उमह…. आई …. की बहुत मादक सिसकियाँ लेने लगी थी। मैं जब अपने स्टूडेंट की जवान पत्नी को धक्के मारता तो उसके मुंह से दर्दनाक चीख निकल जाती और वह मुझे कहती आप का लंड तो आप के स्टूडेंट के लैंड से बहुत तगड़ा है आपने तो मेरी चुत में बहुत तेज दर्द कर दिया है।
करीब एक घंटे की हार्डकोर दर्दनाक चुदाई के बाद हम दोनों को चुदाई का चरम सुख प्राप्त हो गया और मैंने अपने स्टूडेंट की जवान पत्नी की चुत में मेरा वीर्य गिर गया. मैंने आज पहली बार की गैर मर्द की पत्नी को चोदा था और मेरे स्टूडेंट की जवान पत्नी ने भी आज पहली बार किसी गैर मर्द से अपनी चुत की इतनी दर्दनाक चुदाई करवाई थी मेरे स्टूडेंट की सेक्स पत्नी गुंजन भी मेरे से चुदवा कर पूरी तरह से संतुष्ट हो चुकी थी.
अब हम दनो को एक दुसरे के साथ चोरी छिप्पे सेक्स करने में बहुत आनंद आने लगा था इस लिये हम दोनों ने यह बात किसी को नहीं पता चलने दी और एक दुसरे के साथ मौका पाकर आये दिन सेक्स करने लगे। मेरे स्टूडेंट की सेक्स पत्नी गुंजन ने ना तो राकेश को इस बारे में बताया और ना ही कभी मैंने अपनी पत्नी को इस बारे में कोई जानकारी होने दी। हम दोनों जब भी मिलते तो चोरी छुपे एक दूसरे के साथ अवैध शारीरिक संबंध बनाते.
हम अक्सर बहाना बनाकर घर से निकला करते और होटल में जाकर सेक्स करा करते थे और हमारे अवैध शारीरिक संबंध का ये सिलसिला आज तक ऐसे ही चल रहा था पर अब मेरे स्टूडेंट की सेक्सी पत्नी मेरे बच्चे की माँ बनने वाली है तो हम सेक्स नहीं कर रहे है एक बार उसकी चुत से बच्चा बाहर निकल जाये तो हम दोनों फिर चुदाई के मजे लेने लगेंगे. दोस्तों आप सभी को मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी “पत्नी की गैरमौजूदगी में स्टूडेंट की जवान पत्नी की दर्दनाक चुदाई XXX Hindi Sex Story” पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें और निचे लाइक बटन पर भी क्लिक करें.