HomeAntarvasna Hindi Sex Storiesसलवार खोलकर शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से

सलवार खोलकर शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से

मेरा नाम निशा गुप्ता है और मेरी उम्र 22 वर्ष है. मेरी हाईट 5.5 फीट है और मेरा रंग गोरा है. मेरा फिगर 35-28-34 है और मैं दिखने में बहुत सुन्दर और सेक्सी हूँ. दोस्तों मुझे इंडियन देसी पोर्न विडियो देखकर अपनी कुंवारी चूत में ऊँगली करना बहुत अच्छा लगता है. आज जो हिंदी सेक्स स्टोरी मैं आप सभी को सुनाने जा रही हूँ वो आज से करीब चार साल पुरानी है जब मेरी उम्र 18 वर्ष थी और स्कूल में पढाई कर रही थी. हमारी स्कूल में सभी लड़कियां सलवार और कुर्ता पहनती थी और लड़के पेंट कमीज. दोस्तों जब मैंने पहली बार सलवार खोलकर स्कूल के शौचालय में चुदवाया था अपनी सील पैक चूत को मेरी क्लास के सबसे हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़के से उस वक्त मैं 12वीं क्लास में थी.

दोस्तों मेरी गांड और बूब्स काफी ज्यादा बड़े बड़े थे इस लिए मेरी क्लास के सभी लड़के मेरे बूब्स और गांड को दबाने के लिए हमेशा उत्साहित रहते थे. मगर उन सभी लड़कों से बिलकुल अलग एक हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का था जिससे अपनी गांड और बूब्स दबवाने के लिए मैं तड़पती रहती थी मगर वो मुझे ज्यादा भाव नहीं देता था. मैं उस हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़के को देखकर बहुत ही ज्यादा चुदासी सी जो जाती थी और अपनी कामुकता शांत करने के लिए क्लास में कई बार चोरी छुप्पे उसका लंड देखने की कोशिश करा करती थी. मेरी क्लास की अन्य लड़कियां भी उस हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़के को लाइन दिया करती थीं मगर वो किसी भी लड़की को ज्यादा भाव नहीं देता था और शायद उसकी यही अदा मुझे बहुत पसंद भी थी. 

सलवार और पेंटी खोलकर वर्जिन चूत को स्कूल के शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से

सलवार और पेंटी खोलकर वर्जिन चूत को स्कूल के शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से

दोस्तों मैं हर वक्त क्लास में बैठी बैठी अपने मोबाइल फोन पर पोर्न फ़िल्में देखा करती थी फिर एक दिन हमारी क्लस टीचर को मेरे उप्पर शक हो गया और फिर उसने मेरी सीट बदलवा दी. दोस्तों अब इत्तेफाक से उस लड़के की सीट मेरी सीट के बिलकुल पीछे थी. अब हम दोनों के बिच की जो दुरी थी वो क्लास टीचर ने काफी हद तक कम कर दी थी और अब वो मेरे पीछे था और मैं उसके आगे थी तो इस वजह से हमारी आपस में बातें होना शुरू हो गयी. फिर एक दिन बातों ही बातों में उसने मुझसे पूछा की तू दिखने में इतनी सुन्दर है तेरा कोई ना कोई बॉयफ्रेंड तो जरुर होगा क्यों मैं सही बोल रहा हूँ ना.

मैंने उसे जलाने के लिए ऐसे ही बोल दिया की हैं हैं ना मेरा बॉयफ्रेंड क्यों तुझे क्या करना है. वो बोला की फिर तो तेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील तेरा बॉयफ्रेंड अभी तक तोड़ चूका होगा आज तक कितनी बार चुदवाया है तुमने. मैं बोली की नहीं मैंने आज तक उसके लंड से चुदवाया नहीं है और आज तक मैं वर्जिन ही हूँ और मेरी चूत बिलकुल सील पैक है. उसने हँसते हुए पूछा की फिर तेरे तेरी गांड और बूब्स इतने बड़े बड़े कैसे हो गए बिना सेक्स करे? मैं हंसकर बोली पता नहीं कैसे इतने बड़े बड़े हो गए मेरे बूब्स और गांड मुझे लगता है की मेरी गांड और बूब्स मेरी माँ पर गए हैं क्योंकि उनके भी बूब्स और गांड बहुत ही ज्यादा बड़ी व मोटी है.

फिर क्लास टीचर ने हमें बातें करते हुए देख लिया और हम दोनों को बहुत डाटा तो फिर उसके बाद मैंने उस हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़के से बात नहीं की और जो टीचर पढ़ा रही थी उस पर ध्यान देने लगी. फिर वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का भी जो टीचर पढ़ा रही थी उस पर ध्यान देने लगा. फिर हमारी स्कूल में लंच हो गया और सभी बच्चे लंच करने लग गए. लंच के बाद हमारा गेम्स पीरियड था लेकिन मुझे लंच के बाद पेट में हल्का दर्द होने लगा था. मैंने टीचर को मेरे पेट में दर्द होने की बात बताई तो उन्होंने ने मुझे पेट दर्द बंद होने की दावा दे दी और गेम्स पीरियड में प्लेग्राऊंड में खेलने जाने की बजाये क्लास में आराम करने के लिए बोला. जब गेम्स पीरियड शुरू हुआ तो क्लास के सारे स्टूडेंट नीचे चले गये और मैं कमरे में अकेली अपने पेट को पकड़ कर बैठी रही.

क्लास खाली देखकर मैं बेंच पर लेट गयी क्योंकि मुझे पेट दर्द की वजह से बैठने में दिक्कत हो रही थी. मैं आंखें बंद करके लेटी हुई थी कि अचानक से किसी ने मेरे बहुत बड़े बड़े बूब्स को बड़े प्यार से सहलाया. मैं सकपका गयी और एकदम से उठी तो मेरे सामने मेरी क्लास का वही हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का खड़ा था जिसके लंड से चुदवाने के लिए मैं बड़ी बेताब थी. वो मेरा चेहरा देखकर हंसने लगा. गुस्सा होते हुए मैंने कहा- पागल है क्या तू, क्या कर रहा था मेरे बूब्स के साथ ये? उस पर जैसे मेरे गुस्से का फर्क ही नहीं पड़ा. वैसे तो मैं भी उसको पसंद करती थी लेकिन भाव खाने के लिए नाराज होने का नाटक कर रही थी.

वो बोला की यार तूने मेरी बात का जवाब नहीं दिया था तब क्लास में अब तो बता दे. मैंने उससे पूछा की तुझे कौन सी बात का जवाब चाहिये तुझे ? वो बोला की यही बात कि तेरी गांड और बूब्स इतने बड़े कैसे हो गये? मैं उससे बोली की साले पहले तो तू ये बता कि तू क्लास में कैसे आ गया? उसने बोला की मेरे भी पेट में बहुत जोरों का दर्द है इस लिए मैं हम दोनों के पेट का दर्द ठीक करने के लिए ही क्लास में आया हूं. मैं समझ गयी कि ये उसने मेरी और टीचर की बातों को सुन लिया है और वो नाटक कर रहा है. फिर वो मेरे पास आ गया और बोला की यार, एक बार तेरे बड़े बड़े बूब्स को दबाने का बहुत मन कर रहा है एक बार दबा लेने दे तेरे बूब्स और गांड को.

 मैं उसे मना करने लगी मगर वो मेरी कहां मानने वाला था. मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे बहुत पास आ बैठा. मैं भी उसको पसंद करती थी. उसने आकर मेरी चूचियों को छूना और धीरे से सहलाना शुरू कर दिया. मैंने भी उसका मन रखा और उसको कुछ नहीं कहा. उस टाइम सर्दियां थीं तो मैंने स्वेटर पहना हुआ था. स्वेटर के नीचे से उसका हाथ आया और मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे बूब्स को दबाने लगा. मुझे शर्म आने लगी तो मैंने उसका हाथ हटा दिया. मैं वहां से उठकर दूसरे बेंच पर जा बैठी. मुझे खुद पर गुस्सा भी आ रहा था क्योंकि मैं उसके चक्कर में अपने पहले वाले बॉयफ्रेंड को भी धोखा दे रही थी.

मगर मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे गांडू बॉयफ्रेंड से देखने में कहीं ज्यादा अच्छा था और मैं उसको रोक नहीं पा रही थी. वो फिर से मेरे पास आ गया और बोला- छू तो लिये मैंने, एक बार अब दिखा भी दे तेरे बूब्स? मैंने बोला की नहीं. कोई बच्चा या टीचर आ जायेगा तो देख लेगा. वो बोला की कोई नहीं आयेगा. फिर उसने समीज समेत मेरे कुर्ते को उप्पर उठा दिया और अब मेरे बड़े बड़े स्तन बिलकुल नंगे हो गए. उसने मेरे बड़े बड़े बूब्स को अपने हाथों में भरा और जोर से दबाने लगा. मैं एकदम से उठ गयी और उसने अपने हाथ मेरे बूब्स पर से हटा दिए. इतने में गेप्स पीरियड ख़त्म हो गया और सभी बच्चे क्लास में वापस आ गये.

फिर उठकर मैं अपनी सीट पर आ गयी और वो भी अपनी सीट पर जाकर बैठ गया. उसने चुपके से मेरे कान में पूछा की कल स्कूल आयेगी क्या? मैं बोली की हां आऊंगी तुझे उससे क्या. उसने बोला की ठीक है, तो फिर कल तुम काली ब्रा और काली ही पैंटी पहन कर आना. फिर वो वहां से हटकर अपनी सीट पर चला गया. अगले दिन जब मैं स्कूल पहुंची तो वो पहले से ही क्लास में बैठा हुआ था. मैं अपनी सीट पर जाती उससे पहले वो वहां बैठ गया. फिर मैं शर्मा कर बोली- क्या? ये क्या है, मुझे बैठने दे. वो बोला की आज का क्या प्लान है? अगर तू चुदवाने के लिए हां करे तो आज तेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील तोड़ देता हूँ आज? फिर वो खड़ा हुआ और धीमे से मेरे कान में बोला की डार्लिंग आज लायब्रेरी का पीरियड है अगर आज अपनी वर्जिन चूत की चुदाई करवाकर अपनी सील तुड़वाने का मूड हो तो बताना.

फिर अचानक से उसने मेरे गाल पर किस कर दी और अपने हाथ से मेरी गान्ड पर हाथ फेर कर चला गया जिस वजह से अब मैं भी चुदने के लिए काफी ज्यादा चुदासी सी हो उठी. मैं वहां 2 मिनट तक शॉक में ही खड़ी थी. तभी क्लास में बाकी बच्चे भी आना शुरू हो गये. उसके बाद क्लास शुरू हो गयी. सब अपनी अपनी सीट पर बैठे थे. मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे पीछे ही था. वो बार बार अपना हाथ मेरी गांड पर लगा रहा था. मेरी गांड को सहलाने की कोशिश कर रहा था. उस दिन मैं शॉल लेकर आई थी. उसने इसी का फायदा उठाया और नीचे ही नीचे मेरी शॉल में हाथ देकर मेरी चूचियों तक पहुंच गया. उसने एक दो बार मेरी चूची दबा दी और मैं असहज हो गयी क्योंकि क्लास में बाकी स्टूडेंट्स भी थे.

पहले एक दो पीरियड वो ऐसे ही करता रहा. फिर म्यूजिक का पीरियड आया तो ज्यादार बच्चे वहां चले गये. मैं और वो वहीं क्लास में रह गये. हमारे साथ ही 4-5 छात्र और भी थे क्लास में. वो सब अपना अपना समूह बनाकर गपशप में लग गये. अब वो मेरी सीट पर मेरे साथ ही आ बैठा क्योंकि मेरे साथ बैठी लड़की भी म्यूजिक क्लास में चली गयी थी. उसने मेरी जांघ पर हाथ रखा. मैंने शॉल ओढ़ा था तो कुछ दिख नहीं रहा था. उसका हाथ धीरे धीरे मेरे सूट के नीचे मेरी नाभि तक पहुंच गया. मुझे सिरहन हो रही थी. फिर उसने मेरी सलवार में हाथ दे दिया और मेरी चड्डी के अंदर हाथ देते हुए मेरी चूत को छू लिया. चूत पर हाथ लगते ही मुझे करंट सा लगा. मैं एकदम से सिहर गयी. मगर उसने उसी वक्त मेरी चूत को जोर से रगड़ते हुए सहला दिया.

मैं कामवासना से भरने लगी और वो साला हरामी मेरी टाइट बुर में अपनी उंगली जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगा. अब मेरी जांघें अपने आप ही खुलकर उसके हाथ को अच्छी तरह से रास्ता देने लगीं ताकि उसकी उंगलियां  मेरी टाइट बुर में और अंदर तक जा सकें. उसने पूरी उंगली घुसा दी और मुझे बहुत मजा आने लगा. मेरी सांसें तेजी से चलने लगीं और मैंने उसकी जांघ को कस कर पकड़ लिया. वो अब और तेजी से उंगली चलाने लगा और फिर मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई. मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया. अच्छा हुआ कि मैंने अपने बैग में एक अतिरिक्त कपड़ा रखा हुआ था. मैंने कपड़ा निकाला और धीरे से शॉल के नीचे ही अपनी सलवार में कपड़ा डालकर अपनी टाइट बुर का पानी पौंछ दिया.

वो अब उठकर अपने दोस्त के पास चला गया और हाथ धुलवाने लगा. मेरी चूत के रस में उसका हाथ भी गीला हो गया था. हाथ धुलते हुए वो मेरी तरफ देख रहा था और मुझे बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी. उसके बाद लंच हुआ और फिर लाइब्रेरी का पीरियड आ गया. सब बच्चे जाने लगे. मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे पास आया और बोला- चलेगी क्या? मैंने बोला की कहां चलना है? वो बोला की तू चल तो सही … मैं बताता हूं. हम दोनों लाइब्रेरी न जाकर दूसरी तरफ चले गये. मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मुझ कुंवारी लड़की को चोदने के लिए छुपते छुपाते स्कूल के शौचालय में ले गया. शौचालय में जाते ही हम दोनों एक वॉशरूम में घुस गये और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया.

अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए सलवार और पेंटी खोलकर अपनी सील पैक वर्जिन चूत को स्कूल के शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से हिंदी सेक्स स्टोरी :- मुझे बहुत डर लग रहा था इस लिए मैंने उससे बोला की कोई आ गया और हमें स्कूल के शौचालय में एक साथ पकड़ लिया तो बहुत बदनामी हो जायगी और घर वालों तक शिकायत पहुँच जायगी? वो बोला की कोई नहीं आयेगा इस बक्त शौचालय में. फिर उसने अपनी जेब से मैनफोर्स कॉन्डम का पूरा का पूरा डिब्बा निकाला जिसमें दस कॉन्डोम आते हैं. मैं मैनफोर्स कॉन्डम का डिब्बा देखकर चौंक गयी. वो बोला की ऐसे क्या देख रही है, मेरी नजर तुझपर पहले दिन से ही थी. अब जाकर तू हाथ आयी है आज तुझे स्कूल के इस शौचालय में चोदकर कच्ची कली से फूल बना दूंगा आज तेरा भी पहला सेक्स है इस लिए तुझे थोडा दर्द होगा मगर जब एक बार तेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील टूट जायगी उसके बाद तुझे चुदवाने में बड़ा आनंद आयगा.

उसके बाद उसने मेरा हाथ अपने लंड पर रखवा दिया. उसका लंड पहले से ही तनाव में था. मैंने उसका लंड पकड़ लिया और वो मैनफोर्स कॉन्डम का रैपर फाड़ने लगा. फिर उसने अपनी पैंट खोली और नीचे से सरका कर नंगा हो गया. मगर पैंट उसकी टांगों में ही फंसी रही. उसने मुझे सलवार खोलने को कहा. मैंने शॉल उतार कर एक तरफ रखा और फिर अपनी सलवार खोल दी. उसने मेरी पैंटी नीचे कर दी. अपना लंड मेरी चूत पर लगाकर वो मुझसे लिपट गया. मुझे किस करने लगा और नीचे ही नीचे मेरी चूत पर लंड को रगड़ने लगा. अब मैं एकदम से गर्म होने लगी. उसके होंठ मेरे होंठों पर और उसका लंड मेरी चूत पर कहर ढहा रहे थे. उसने मेरा कुर्ता ऊपर किया और काली ब्रा निकाल कर मेरी बड़े बड़े स्तनों को किसी छोटे बच्चे की तरह से अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.

मैं उसे अपने बोबे चुसवाते हुए पागल सी हुई जा रही थी और अब मेरे कामुकता से भरे जिस्म में एक अजीब सी बैचेनी थी. उसकी जीभ मेरे निप्पलों पर जादू कर रही थी. मेरे निप्पल तन गये और अब मैंने उसके सिर को चूचियों पर दबाना शुरू कर दिया. फिर वो नीचे बैठ कर मेरी चूत को चाटने लगा. मैं बदहवास सी होने लगी.  मेरी टाइट बुर में बहुत मजा आ रहा था. पहली बार मैं किसी लड़के से चूत चटवाने का मजा ले रही थी और वो भी स्कूल के शौचालय के अंदर. अब कुछ देर तक मेरी सील पैक वर्जिन चूत को चाटने के बाद वो उठा और मुझे लंड मुँह में लेकर चूसने के लिए कहने लगा. मैंने उसका लंड अपने मुँह में लेकर चूसने से बिलकुल साफ साफ मना कर दिया क्योंकि उस वक्त मुझे लंड बहुत गंदा लगता था क्योंकि उसमें से पेशाब निकलता है.

फिर उसने अपने लंड पर मैनफोर्स कॉन्डम पहन लिया. उसके बाद उसने लंड को मेरी चूत पर रख दिया और जोर से मेरे बूब्स दबाने लगा. फिर उसने मेरी टांग हल्की सी उठाई और एक धक्का लगा दिया. उसके लंड का सुपारा मेरी सील पैक वर्जिन चूत की सील तोड़ते हुए अंदर घुस गया. वर्जिन चूत की सील टूटने के दर्द की वजह से मेरी आह्ह … निकल गयी और मैं उससे लिपट गयी. वो मेरी पीठ को सहलाने लगा और फिर मेरी गर्दन और गालों को चूमने लगा. फिर उसने दूसरा धक्का दे दिया और इससे पहले कि मैं दर्द के मारे जोर से चिल्लाती उसने मेरे मुंह को अपने होंठों से बंद कर दिया जिस वजह से मेरी चीख अंदर ही दबकर रह गयी. फिर उसने धीरे धीरे पूरा लंड मेरी खून में संदी बुर में घुसा दिया. उसका लंबा मोटा लंड घुसते ही मेरी आंखों से आंसू गिरने लगे.

मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मुझ कुंवारी लड़की को बहुत बुरी तरह से चोदने लगा. आज पहली बार कोई मेरी चुदाई कर रहा था इस वजह से मुझे चुदवाने में बहुत तेज दर्द होता रहा लेकिन वो रुका नहीं लगातार मुझे चोदता रहा. फिर कुछ देर बाद मुझे चुदने का मजा आने लगा और धीरे धीरे दर्द कम हो गया. अब मैं भी मजा लेकर चुदने लगी. मैंने उसको कस कर जकड़ लिया और अपनी टाइट बुर के धक्के भी बदले में लगाने लगी. अब मैं खुद उसके होंठों को चूस रही थी. वो भी मशीन की तरह मेरी चूत को पेलने में लगा हुआ था. उसने 20 मिनट तक मेरी चूत की वहीं स्कूल के शौचालय में चुदाई करी मैं झड़ चुकी थी. फिर वो अचानक से रुक गया.

फिर उसने अपने मुरझाये हुए लंड को मेरी खून से संदी बुर से बाहर निकाला और मैनफोर्स कॉन्डम उतार दिया. उस वीर्य से भरे कॉन्डोम को उसने नीचे टॉयलेट सीट में डालकर फ्लश कर दिया. फिर उसने मेरे हाथ में लंड दे दिया और हिलाने को कहा. मैं उसका लंड हिलाने लगी और दो मिनट बाद उसके लंड से सफेद वीर्य निकला. उसकी कई पिचकारी छूटी और फिर वो शांत होता चला गया. मेरा हाथ उसके लंड से निकले वीर्य से गंदा हो गया. उसके बाद उसने अपने लंड को धोया और मैंने अपना हाथ धो लिया. फिर मैंने भी अपने कपड़े सही किये. अब उसने धीरे से स्कूल के शौचालय के बाहर झांका तो उधर कोई नहीं था. उसने मुझे शौचालय से बाहर निकलने का इशारा किया.

मैं स्कूल के शौचालय में से निकली और चुपके से अपनी क्लास में चली गयी. कुछ देर के बाद वो भी मेरे पीछे पीछे क्लास में आ गया. अपनी सील पैक वर्जिन चूत की पहली चुदाई करवाने की वजह से मैं काफी थकी हुई महसूस कर रही थी. मैं वहीं बेंच पर लेट गयी. उस दिन के बाद अक्सर हम क्लास में मस्ती करने लगे. जब क्लास में कोई न होता तो मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मुझ कुंवारी लड़की को चूसने लगता और मेरे बूब्स दबा देता था. मैं उसके लंड की मुठ मार देती थी. हमने कई बार मौका पाकर स्कूल के शौचालय में अवैध सेक्स संबंध बनाये.

एक बार हमें स्कूल के शौचालय में सेक्स करते हुए एक सफाई कर्मचारी ने पकड़ लिया था मगर हमने उसे पैसे दे दिए थे अपना मुँह बंद रखने के लिए. फिर हमारी स्कूल पूरी हो गयी और हम कॉलेज में आ गए मगर हमारे बिच अवैध सेक्स संबंध का ये गंदा खेल हमेशा ऐसे ही चलता रहा कभी मैं उसके घर चुदवाने के लिए चली जाती तो कभी मौका देखकर मेरी क्लास का वो हैंडसम और अट्रैक्टिव लड़का मेरे घर मेरी चुदाई करने के लिए आ जाता था. दोस्तों उम्मीद करती हूँ की आप सभी को मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी “सलवार और पेंटी खोलकर वर्जिन चूत को स्कूल के शौचालय में चुदवाया क्लास के सबसे हैंडसम लड़के से” बहुत पसंद आयी होगी और आप इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर भी करेंगे…

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