सुहागरात पर हुई वर्जिन दुल्हन की पहली चूत चुदाई का अनुभव Hindi Sex Story : हैल्लो बहन के लौड़ो में एक बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की हूँ और मेरा नाम लीना है, मेरी उम्र 25 वर्ष है और मेरे फिगर का आकार 36-29-38 है। दोस्तों यह मेरी पहली मस्ती की रात, मतलब मेरी सुहागरात की कहानी है। मैंने अपने पति के साथ ठीक वैसे ही बहुत बार अलग अलग तरह से चुदाई के मज़े लिए और हम दोनों बड़े खुश हुए. दोस्तों में आज मेरी सुहागरात पर हुई वर्जिन चूत की पहली चुदाई का सेक्स अनुभव अपनी इस हिन्दी सेक्स कहानी के माध्यम से आप सभी के साथ शेयर कर रही हूँ में उम्मीद करती हूँ की मेरी सुहागरात की चुदाई की ये हिंदी सेक्स स्टोरी आप सभी को बहुत रोमांचित कर देगी.
मेरी पहली सुहागरात को मेरे साथ कैसे और क्या क्या हुआ, वो सब पूरी तरह विस्तार से बताने आई हूँ और मुझे उम्मीद है कि यह आप लोगो को जरुर पसंद आएगी। दोस्तों मेरी शादी से पहले मेरा बहुत समय तक एक सुंदर अच्छे दिखने वाले लड़के से प्यार चलता रहा और किस्मत की बात देखो उसके बाद मेरी उसी लड़के से शादी भी हो गई, मतलब जिसके साथ मैंने पूरे एक साल तक प्यार का चक्कर चलाया वो अब मेरे पति बन चुके है और मेरे पति का नाम सौरभ मिश्र है।
सुहागरात पर हुई वर्जिन दुल्हन की पहली चूत चुदाई का अनुभव Hindi Sex Story

मेरी तरह वो भी दिखने में और वो व्यहवार के बहुत अच्छे है और वो मुझे बहुत प्यार भी करते है। उनकी तरह में भी बहुत सेक्सी हूँ और में भी उनको बहुत प्यार करती हूँ, उन्हे मेरी गोरी उभरी हुई सुंदर छाती बहुत पसंद है जिसको देखकर वो हमेशा अपने होश खो बैठते थे और अपनी चकित ललचाई नजरों से वो मेरे बूब्स को घूर घूरकर देखा करते थे, जब भी मौका मिलता मेरे बूब्स को पकड़कर दबाने निप्पल को मसलने लगते और अगर उनका बस चलता तो वो मुझे मेरी शादी से पहले ही चोदकर अपने बच्चो की माँ बना देते, लेकिन मेरे आगे उनकी एक भी ना चली और मेरे पति देव ने अपनी मर्जी का काम सुहागरात को किया।
दोस्तों हम दोनों का प्यार करीब एक साल पहले से चल रहा था और उस बीच हम दोनों ने बहुत घूमना फिरना और बड़े ही मज़े मस्ती करके उन दिनों के मज़े लिए। हम दोनों के एक दूसरे के साथ बैठना बातें करना अपना समय बिताना बहुत अच्छा लगता था और बिना मिले हमें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था। फिर एक दिन बहुत हिम्मत करके अपने अपने घर वालों को हमारे मन की सभी सच्ची बातें बताने के बाद उनकी तरफ से कुछ सोचा विचारी करने के बाद हमारी शादी भी हो गयी।
दोस्तों उस एक साल तक जब तक हमारी शादी नहीं हुई थी तब तक हम दोनों ने सिर्फ़ ऊपर से ही मज़े किए थे मतलब एक दूसरे को चूमना, बूब्स को कपड़ो के ऊपर से दबाना मसलना, बहुत देर तक एक दूसरे से हम चिपकर मज़े करते और कभी भी हमने इससे ज्यादा मतलब अंदर से कुछ भी नहीं किया था, बस वो मेरे कपड़ो के ऊपर से मेरे बूब्स की निप्पल को दबाकर सहलाकर मुझे जोश से भर देते, लेकिन फिर एक दिन जब हमारी शादी की बात होने के बाद मेरे होने वाले पति देव ने मुझसे कहा कि अब तो हमारी शादी भी होने वाली है इसलिए हम पहले से ही थोड़ा सा सेक्स का अनुभव ले लेते है और ऐसा करने से तुम्हे सुहागरात पर चुदवाने में ज़्यादा दुःख दर्द नहीं होगा और हम दोनों हमारी उस पहली सुहागरात को पूरी तरह से मस्ती करेंगे, हम दोनों को सेक्स करने का अनुभव हो जाएगा।

फिर मैंने मेरे होने वाले पति देव से कहा कि नहीं शादी से पहले चुदाई करना बहुत गलत होगा, इसलिए हम शादी के बाद ही सेक्स करेंगे, और वैसे भी में सुहागरात पर ही मेरी पहली चुदाई का सुख प्राप्त करना चाहती हूँ क्यों की सुहागरात होती ही अपने जीवन में पहली बार सेक्स का अनुभव करने के लिये हैं। आप मुझे उस रात को सब कुछ सिखा समझा देना, में आपको तब मना नहीं करूंगी। दोस्तों अब इसके आगे है मेरी सुहागरात की हसींन चुदाई का सफ़र जिसमें मेरे पति ने अपनी मन मर्जी के सभी काम किए और में उनको अपनी तरफ से मना भी ना कर सकी। तो दोस्तों अब आप सभी थोड़ा ध्यान से मन लगाकर पढिये मेरी सुहागरात की वो सच्ची घटना मेरे सच्चे प्यार के साथ जिसमे उसने मुझे वो सब मज़े दिए।
मेरी शादी के बाद सुहागरात का पहला दिन था रात को करीब 11 बज़े थे में अपने बेडरूम में गयी, वो मतलब मेरे पति देव सुहागरात की सेज पर बैठे मेरा बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। उस समय मेरे हाथ में दूध से भरा हुआ एक गिलास था और वो गिलास मैंने जाकर उन्हे दिया। तो वो मुझसे बोले कि इतने से दूध से मेरा क्या होगा जानेमन आज में तो बहुत सारा दूध पीने वाला हूँ? तभी में उनकी उस बात का मतलब तुरंत समझ गयी थी कि उनका इशारा किस तरफ है वो मुझसे क्या चाहते है, उनके इरादे मेरे साथ क्या काम करने के है? इसलिए में भी मुस्कराते हुए उनको बोली कि हाँ ठीक है आज आप जितना भी चाहे पी लो मुझे उससे कोई भी आपत्ती नहीं है और वैसे भी अब तो यह सब कुछ तुम्हारे लिए ही है।
फिर मेरे पति देव ने उस समय झटके से मेरा हाथ पकड़कर मुझे बेड पर बैठा लिया और वो दूध का गिलास अपने हाथ में ले लिया और थोड़ा सा दूध पीकर मेरे पति देव ने वो गिलास मुझे दे दिया और फिर मैंने भी उसको पीकर उस गिलास को एक साइड टेबल पर रख दिया और फिर मेरे पति देव ने मुझसे कहा। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : लीना मेरी सेक्सी दुल्हन आज तुम इस साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही हो, आज तो में पूरी रात तुम्हे सोने नहीं दूँगा, क्योंकि आज तो तुम्हारा एक एक अंग मुझे देखना होगा और में तुम्हे नीचे लेकर ऊपर तक जी भरकर देखना चाहता हूँ। आज तुम मेरी इस इच्छा को जल्दी से पूरी कर दो।

में मेरे पति देव से बोली : में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ.. क्या तुम आज हमारी पहली सुहागरात पर पूरी रात भर मुझे चोदोगे…? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ मेरी सेक्सी दुल्हन में भी तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ और में मरते दम तक तुमसे प्यार करता रहूँगा और आफ पूरी रात तुम्हारी इस वर्जिन वर्जिन चूत को चोदुंगा.. फिर इतना कहकर मेरे पति देव मेरे गले में हाथ डालकर मेरे साथ चुम्मा चाटी करने लगे, मेरे पति देव मेरे गुलाबी – गुलाबी होंठो को अपनी जीभ से चाटते हुए और अपने पैने नुकीले दांतों से धीरे धीरे काटते हुए मेरे अंदर सेक्स करने के लिये जोश भरे जा रहे थे.
जब मेरे पति परमेश्वर मुझे किस कर रहे थे तब उनका एक हाथ मेरे दूध से भरे मोटे मोटे बूब्स पर ही था इसलिए वो अपने साथ से बहुत धीरे धीरे मेरे दूध से भरे मोटे मोटे बोबों को मसल और दबा रहे थे अहह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ मुझे यह सब बहुत अच्छा लग रहा था. दोस्तों मेरे ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों के बड़े आकार के सुंदर आकर्षक बूब्स उनको बहुत लुभाते है। अब मेरे पति देव ने मेरे गहनो को उतारना शुरू किया और जहाँ जहाँ मेरे शरीर का हिस्सा उनको खुला हुआ दिखता वो वहीं पर किस भी करते जा रहे थे।
मेरे पति देव ने मेरी गर्दन पर, कंधो पर, मेरे होंठो पर अपने होंठो से मुझे कई बार चूमा और उसके बाद वो मेरे बूब्स को भी दबा रहे थे और तभी एकदम से मेरे पति देव ने ज़ोर से मेरे बूब्स को दबा दिया, जिसकी वजह से मुझे बड़ा दर्द हुआ मेरे मुहं से अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ की आवाज निकल गई और में उनको कहने लगी कि प्लीज थोड़ा धीरे से करो ना मुझे बहुत दर्द होता है। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : मेरी सेक्सी दुल्हन तुम बस इतने से दर्द से ही घबरा गई, अभी तो तुम्हे और भी ज्यादा दर्द होगा जब में तुम्हारी सील तोड़ूँगा तो तुम्हे वो सब आज सहना पड़ेगा।

में मेरे पति देव से बोली : वर्जिन चूत की सील का क्या मतलब होता आप किस सील को तोड़ने की बात मुझसे कह रहे है? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : मेरी सेक्सी दुल्हन आज जब तुम्हारी वर्जिन चूत में पहली बार मेरा लंड जाएगा, तब उन धक्को से तुम्हारी कुंवारी वर्जिन चूत की सील टूट जाएगी और उसके बाद तुम वर्जिन नहीं रहोगी, अब तुम देखती जाओ मेरी सेक्सी दुल्हन में क्या क्या करता हूँ और शादी के पहले तो तुमने कभी मुझे कुछ करने नहीं दिया, इसलिए आज में तुम्हे एक कुंवारी लड़की से शादीशुदा औरत बनाने वाला हूँ।
में मेरे पति देव से बोली : में अपने पति की वो सभी बातें सुनकर शरमाते हुई बोली तुम बहुत शरारती हो तभी तो देखो तुम मुझसे कितनी गंदी गंदी बातें करते हो? तुम्हे बिल्कुल भी शरम नहीं आती। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : मेरी सेक्सी दुल्हन इसी में तो असली मज़ा आता है देखना तुम्हे भी थोड़ी देर के बाद मेरे साथ बड़ा मज़ा आएगा और अभी तो तुम कुँवारी हो इसलिए तुम्हे इतना डर लग रहा है, लेकिन एक बार मेरे साथ चुदाई के मज़े लेने के बाद तुम भी मुझसे खुद आगे होकर अपनी चुदाई करने के लिए कहोगी और मेरे साथ बहुत मज़े करोगी।

दोस्तों मुझसे इतना कहकर मेरे पति देव ने तुरंत मुझे बेड पर लेटा दिया और वो भी मेरे पास में लेट गये। उसके बाद वो मुझे किस करने लगे और कुछ देर मुझे चूमने के बाद मेरे पति देव ने मेरी साड़ी को मेरे बूब्स के ऊपर से हटा दिया और अब वो मेरे ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे दोनों बूब्स को चूमने लगे, अहहह्ह्ह मुझे उनका मेरे साथ यह सब करना बहुत अच्छा लगा और फिर मेरे पति देव ने मुझसे कहा कि आज में तुम्हे बहुत जमकर चोदने वाला हूँ। उससे में तुम्हारा सारा दर्द मिटा दूँगा और वैसे भी तुमने मुझे इसके लिए बहुत बार सताया है, में आज तुम्हारे बूब्स के निप्पल को काटने भी वाला हूँ।
फिर मैंने उनकी बातें सुनकर शरमाते हुए उनसे पूछा कि आप आज हमारी सुहागरात पर मेरे साथ और क्या क्या करोगे? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : में सबसे पहले तू तुहारे सारे कपडे खोलकर तुहे पूरी नंगी करूँगा और उसके बाद में तुम्हारे दूध से भरे मोटे मोटे बोबे चूसूंगा और इनका रस पीऊँगा और ऊपर से लेकर नीचे तक तुम्हे किस करूँगा, तुम्हारे हर एक अंग को में किस करूँगा। फिर मुझसे इतना कहकर मेरे पति देव ने मेरे ब्लाउज के बटन खोल दिए और फिर ब्रा के ऊपर से वो मेरे बूब्स को दबाने लगे और उनको सहलाने लगे।
फिर कुछ देर बाद मेरे पति देव ने मेरे ब्लाउज को पूरा उतार दिया, जिसकी वजह से अब में ब्रा थी और उसी समय मेरे पति देव ने मेरी कमर के पीछे अपने एक हाथ को ले जाकर मेरी ब्रा के हुक को भी खोल दिया, जिसकी वजह से अब मेरे दोनों एकदम गोरे मुलायम बूब्स उनके सामने आ चुके थे और वो बहुत ही सेक्सी उनकी निप्पल जोश में आकर तनकर खड़ी थी। फिर अपने आप को वो रोक ना सके और तुरंत मेरे निप्पल को अपने मुहं में लेकर वो चूसने लगे और साथ में दूसरे बूब्स को वो अपने एक हाथ से दबाते भी रहे और अब में आहें भरने लगी उफफफ्फ़ अहहह सौरभ मेरी जन आहहहह स्सीईईई।

तभी सुनील ने अपने मुहं से मेरे बोबे के निप्पल को बाहर निकालकर मुझसे पूछा क्यों कैसा लगा मेरी जानेमन.. ? मैंने कहा कि बहुत अच्छा और अब मैंने उनको कसकर पकड़ लिया और फिर वो मुझे धीरे धीरे किस करते हुए मेरे गोरे मुलायम पेट पर किस करने लगे और अब उनका एक हाथ मेरे पेटिकोट के अंदर जा रहा था और वो मेरी गोरी गोरी और मोटी जांघो पर घूम रहा था। दोस्तों में अपने मन की सच्ची बता कहूँ तो में अब उनके यह सब काम करने की वजह से बहुत गरम हो चुकी थी.
तब मेरे पति देव ने अपनी शर्ट को उतार दिया और लूँगी के अंदर हाथ डालकर अपनी अंडरवियर भी मेरे पति देव ने उतारकर दूर फेंक दिया, क्योंकि वो भी अब तक बहुत जोश में आ गये थे और तभी मेरे पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और उसको उतारकर नीचे डाल दिया, जिसकी वजह से अब में सुनील के सामने सिर्फ़ पेंटी में लेटी हुई थी और फिर मेरे पति देव ने मुझसे कहा।
मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ ऐसे तुम कुछ ज़्यादा ही अच्छी लग रही हो देखो तुम्हारा यह फिगर तो मुझ पर क्या मस्त कयामत ढा रहा है मेरी सेक्सी दुल्हन और तुम्हारे बूब्स तो बहुत ही अच्छे आकर्षक है और उस पर यह हल्के काले रंग के निप्पल, वाह मज़ा आ गया आज पहली बार तुम्हे मैंने पूरी नंगी देखा है वाह तुम्हारी क्या मस्त जवानी है? में आज चूम चूमकर तुम्हारे इस गोरे जिस्म को एकदम लाल कर दूँगा पहले कभी मैंने तुम्हे ऐसे देखा होता तो तुम अभी तक वर्जिन नहीं होती, मैंने तुम्हे कब का चोद दिया होता।

अब वो एक बार फिर से मेरे निप्पल को अपने मुहं में लेकर चूसने लगे और साथ ही साथ वो मेरी वर्जिन चूत पर हाथ भी फिरने लगे और बीच बीच में वो मेरी वर्जिन चूत को भी रगड़ते हुए कहने लगे, वाह मेरी सेक्सी जानेमन तुम्हारी वर्जिन चूत तो बहुत उभरी हुई आकर्षक है और शायद इस पर बाल भी नहीं है वाह क्या मस्त है, आज तो में इसको अपने लंड से बहुत मज़ा देने वाला हूँ जिसको तुम पूरी जिंदगी याद करोगी।
में मेरे पति देव से बोली : मुझे बहुत शरम आ रही है। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ अभी तुम्हारी सब शरम चली जाएगी और जब थोड़ी देर बाद जब में तुम्हारी इस गुलाबी वर्जिन चूत में मेरा 6 का लंड डालकर तुम्हारी चुदाई करूंगा तो तुम्हे शरम छोड़कर मज़े आने लगेंगे। दोस्तों तब में यह सभी बातें सुनकर और उनके हाथों के स्पर्श से में अब बहुत गरम हो चुकी थी और में मन ही मन सोच रही थी कि कब मेरी वो चुदाई होगी? और बस अब तो मुझे पूरा मज़ा लेने को दिल कर रहा था और उसी समय मेरे पति देव ने मेरी पेंटी को भी उतार दिया और मेरे पति देव ने नीचे झुककर मेरी वर्जिन चूत के ऊपर एक किस कर दिया उफफफफ्फ़ वाह मुझे कितना मस्त मज़ा आया बस आप पूछा मत में उस समय क्या महसूस कर रही थी? फिर मैंने उनसे कहा कि तुमने तो अब तक मेरा सब कुछ देख लिया है, लेकिन अभी तक मुझे अपना कुछ भी नहीं दिखाया।
फिर वो बोले कि हाँ ठीक है देख लो और फिर मेरे पति देव ने मेरा हाथ पकड़कर उनके लंड पर रख दिया और मैंने लूँगी के ऊपर से उनका लंड पकड़ा तो में उसको अपने हाथ से महसूस करके मन ही मन डर गयी और मैंने चकित होकर कहा। में मेरे पति देव से बोली : ऊउईईई माँ यह आपका कितना बड़ा है? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ जानेमन अभी जब यह तुम्हारे अंदर जाएगा तब और भी बड़ा हो जाएगा। में मेरे पति देव से बोली : हाँ, लेकिन क्या यह इतना बड़ा मेरे अंदर चला जाएगा? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ शुरू में हम दोनों को थोड़ी सी मुश्किल जरुर होगी, लेकिन उसके बाद में पूरा का पूरा लंड बहुत आराम से चला जाएगा और उसके बाद तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा।

में मेरे पति देव से बोली : नहीं मुझे तो सुनकर ही बड़ा डर लग रहा है इस लंड को अपनी छोटी सी चूत के अंदर लेना तो बहुत दूर की बात है। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : हाँ इसलिए तो मैंने तुम से शादी के पहले ही कहा था कि हम शादी के पहले ही थोड़ा सा मज़ा मस्ती करके देख लेते है, लेकिन तुम अब बिल्कुल भी मत डरो, तुम्हे कुछ नहीं होगा, क्योंकि में बहुत आराम से करूंगा और तुम पहले इसको लूँगी के अंदर से पकड़कर देखो और थोड़ा इसको प्यार भी करो तभी वो तुम्हारी वर्जिन चूत को अच्छी तरह से प्यार करेगा। अब मैंने लूँगी के अंदर से लंड को पकड़ा तब महसूस किया कि वो बहुत गरम था और उसके बाद मेरे पति देव ने अपनी लूँगी को निकाल दिया और अब हम दोनों पूरे नंगे थे।
अब मेरे पति परमेश्वर मेरे ऊपर आ गये और मुझे किस करने लगे और सभी जगह मेरे पति देव ने मुझे पागलों की तरह चूमना शुरू किया और कुछ देर बाद मेरे पति देव ने धीरे से मेरे दोनों पैरों को ऊपर उठाकर पूरा फैला दिया और उसके बाद वो मेरे दोनों पैरों के एकदम बीच में आकर बैठ गये उसके बाद मेरे पति देव ने अपने लंड को मेरी वर्जिन चूत के मुहं के ऊपर रखकर एक ज़ोर के धक्के से अपने लंड के टोपे को अंदर डाल दिया.
जैसे ही मेरे पति देव ने उसको अंदर डाला में दर्द से चिल्ला उठी ऊऊइईईई माँ अहहहह उह्ह्हह्ह उम्म्म्ममम नहीं बस अब रहने दो, प्लीज़ स्सीईईईइ आह्ह्ह्ह रहने दो मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज अब इसको बाहर निकालो, मुझे बहुत ज़ोर से जल रहा है, लेकिन मेरे पति देव ने मेरे इतने चीखने चिल्लाने पर भी अपने लंड को मेरी चूत के छेद से बाहर नहीं निकाला और वो एकदम चुपचाप मेरे ऊपर लेट गए और मुझे किस करने लगे और मेरे पूरे जिस्म को सहलाने लगे।

फिर तभी थोड़ी देर के बाद में शांत होने लगी और किस करते करते मेरे पति देव ने धीरे धीरे दबाव बनाते हुए अपना पूरा का पूरा लंड मेरी वर्जिन चूत में डाल दिया और में अहहहहह उह्ह्ह्ह कर रही थी और अब वो धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगे थे। मैंने देखकर महसूस किया कि वो भी उस समय बहुत जोश में थे और में ज़ोर से आवाज़े निकाल रही थी आहह्ह्ह्ह सौरभ मेरी जन अहहहह ऊउईईईईई माँ में मर गई, सौरभ मेरी जन अब मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे कोई गरम लोहा मेरी वर्जिन चूत में अंदर बाहर हो रहा है। फिर कुछ देर धक्के खाने के बाद एकदम अचानक से मैंने कुछ गरम पानी जैसा मेरी वर्जिन चूत में गिरता हुआ महसूस किया और उसके कुछ ही देर बाद वो मेरे ऊपर चित होकर लेट गये और फिर मेरे पति देव ने मुझसे कहा कि लो मेरा काम हो गया।
फिर मैंने उनसे कहा कि तुम बहुत बेकार हो और मेरे इतनी बार मान करने पर भी तुम नहीं रुके तुमने अपने मन का काम किया और एक बार तो तुम मेरा कहा मानते, लेकिन तुम्हे तो इसके आगे कुछ भी दिखाई नहीं देता और तुम मुझे दर्द देने में लगे रहे। फिर मेरे पति देव ने मुझसे कहा कि मेरी सेक्सी दुल्हन पहली बार हर लड़की के साथ ऐसे हीअपवित्रीकरण करना पड़ता है उसके बाद उसको चुदाई के बारे में सब कुछ समझ में आ जाता है और वैसे भी तुम्हारी वर्जिन चूत अभी आकार में बहुत छोटी है और यह टाईट भी कुछ ज्यादा है इसलिए मुझे अपनी तरफ से थोड़ा सा ज़ोर ज्यादा लगाना पड़ा, लेकिन हाँ अब तुम्हे अगली बार मेरे से अपनी चूत चुदवाने में बहुत मज़ा आएगा, क्योंकि आज हमारी सुहागरात मर हुई इस चूत चुदाई से तुम्हारी वर्जिन चूत की सील टूट चुकी है इसलिए तुह्मे अपनी चूत चुदवाने में दर्द कम होगा और मजा ज्यादा आएगा और फिर वो मुझसे यह बात कहकर अपने मुरझाए हुए लंड को मेरी वर्जिन चूत से बाहर निकालकर सुहागरात की सेज पर मेरी बगल में लेट गये।

अब में पास ही में रखे हुए टावल से अपनी खून और वीर्य से संदी फटी हुई चूत को साफ करने लगी और वो टावल उनके लंड से निकले वीर्य से खराब हो चुका था। मेरी फटी हुई चूत से मेरे पति का वीर्य बहुत ज्यादा मात्रा में बाहर निकलकर बह रहा था और में उसको साफ करती रही। फिर कुछ देर बाद मेरे पति देव ने भी अब टावल पहन लिया और मैंने भी उसी बेडशीट को अपने नंगे जिस्म पर डाल लिया और अब में उनकी छाती पर अपना सर रखकर लेट गयी।
उनके दोनों हाथ मेरी गोरी नंगी कमर पर थे वो मुझे सहलाने लगे, जिसकी वजह से मुझे कुछ देर के बाद में थोड़ा सा अच्छा भी लगा और इसलिए मैंने मेरे पति के छोटे छोटे निप्पल पर किस किया, तो मेरे पति देव ने मुझे ज़ोर से कसकर अपनी बाहों में भर लिया और में पूरी उनके ऊपर आ गयी। हम दोनों अब एक दूसरे को किस करने लगे।
अब वो मुझसे बोले कि पहली बार चुदाई के समय सभी के साथ ऐसा ही होता है, हम थोड़ी देर के बाद एक बार फिर से करेंगे और तब तुम्हे मेरे साथ और भी ज्यादा मज़ा आएगा और आज में तुम्हारा सारा दुःख दर्द मिटा दूँगा, लेकिन हाँ तुम बहुत ज़ोर ज़ोर से आवाज़ करती हो। अभी तो सिर्फ़ यह पहली बार था और अभी तो बहुत बार हमारा बहुत कुछ करना बाकी है मेरी जानेमन और अभी तो तुम्हे बहुत कुछ सीखना भी है, तब जाकर तुम्हे सेक्स का अनुभव और पूरा मज़ा आएगा। में मेरे पति देव से बोली : क्यों अभी सेक्स के बारे में और क्या क्या सीखना बाकी है? मेरे पति देव ने मुझसे बोला : मेरी धर्म पत्नी रांड अभी तो तुम्हे मुखमैथुन भी सिखाना है और उसके बाद गुदामैथुन भी बाकी है।

हमे 69 पोजीशन के भी मज़े लेने है और जब तुम्हारे पीरियड्स होंगे तब भी तो मुझे मेरे लंड को चुसाना होगा ना, तब में तुम्हारे साथ गुदामैथुन करूँगा। तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, क्योंकि में तुम्हे वो सब कुछ सिखा दूँगा, जिसके बाद तुम एकदम अनुभवी हो जाओगी और अब में सबसे पहले तुम्हे सेक्स फिल्म दिखाता हूँ, क्योंकि मेरे पास मेरे कंप्यूटर में बहुत सारी गन्दी गन्दी पोर्न फिल्मे है, क्या तुम वो देखना चाहोगी?
में मेरे पति देव से बोली : में आप की वर्जिन दुल्हन हूँ…. हाँ मेरे पति परमेश्वर आज जो भी चाहोगे में वो सब कुछ करूँगी क्योंकि तुम अब मेरे पति हो तुम्हे मेरे साथ जो भी करना है करो आज से में तुम्हारी पत्नी कम रंडी ज्यादा हूँ. में उनसे बोली की आप तो शादी से पहले भी मेरे बूब्स को बहुत बार दबाते थे, लेकिन आज मुझे तुम्हारे साथ यह सब करके बहुत अच्छा लगा, वैसे भी मुझे पता है कि तुम्हे मेरे बूब्स बहुत पसंद है। फिर मेरे पति देव ने मेरे कहने पर अपने कंप्यूटर शुरू कर दिया और हम दोनों सेक्सी फिल्म देखने लगे, थोड़ी देर तक हम दोनों एक दूसरे से चिपककर लेटे रहे और वो फिल्म देखते रहे उसके मज़े लेते रहे और में लेटे हुए ही अपने एक हाथ से उनका लंड दबा रही थी और वो मेरे बूब्स के निप्पल को दबाकर मुझे गरम कर रहे थे।
फिर कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि एक बार फिर से उनका लंड टाइट हो गया। तो वो मुझसे कहने लगे कि अब तुम इसको थोड़ा सा प्यार भी तो करो, इसको किस करो जैसा फिल्म में हो रहा है। तो मैंने कहा कि नहीं में यह सब नहीं कर सकती, वो काम करना मेरे लिए बड़ा मुश्किल है और वो बहुत गंदा है, मुझे ऐसा करने में बहुत घिन आएगी, में नहीं कर सकती। मेरे पति देव ने मुझसे बोला : क्यों गंदा कहाँ है? में भी तो तुम्हे हर जगह पर किस करता हूँ क्यों यह भी मेरे शरीर का एक हिस्सा ही है और हर आदमी को जब उसकी पत्नी उसके लंड को चूसती है तब बहुत ज़्यादा मज़ा आता है और तभी तो वो जोश में आकर बड़ा होगा और उसके बाद तुम्हे और भी ज्यादा मज़ा देगा।

अब में उनके लंड को थोड़ी देर तक सिर्फ़ अपने हाथ से हिलाती और मसलती रही उसके बाद मैंने उनके पेट पर किस करते हुए में उनके लंड तक पहुंच गयी और तब मैंने लंड पर पहली बार किस किया। तो वो मुझसे कहने लगे कि अरे तुम अब इसका थोड़ा सा टोपा भी अपने मुहं में लेकर देखो वो भी तुम्हारे गुलाबी होंठो की तरह है और तुम इसको आईसक्रीम की तरह चूसकर देखो। फिर मैंने उनके कहने पर वो सब करना शुरू किया जो वो मुझसे करवाना चाहते थे, लेकिन मुझे वो सब करना इतना अच्छा नहीं लगा और फिर इसलिए मैंने कुछ देर बाद उनको यह सब करने के लिए साफ मना कर दिया और मैंने उनको बहाना बनाकर कहा कि में फिर कभी बाद में करूँगी, वैसे भी अब तक उनका लंड बहुत कड़क हो चुका था और आकार में भी बहुत ही ज्यादा बड़ा भी. अब मेरे पति का तगड़ा लौड़ा मेरे मुहं में भी नहीं आ रहा था।
मुझे उसके लिए अपना पूरा मुहं जबरदस्ती खोलकर रखना पड़ा और उसमे भी मुझे दर्द होने लगा था। अब मेरे पति देव ने मुझसे कहा कि चलो आज के लिए इतना काफी है अब तो हमें वैसे भी रोज रात को ये सब करना हैं. उनका तना हुआ लंड मेरी गर्दन को छू रहा था और मुझे उसका स्पर्श बड़ा गरम लगा। फिर अचानक से मेरे पति देव ने मुझे नीचे कर दिया और वो खुद मेरे ऊपर आ गये, वो मेरे होंठो को बहुत ज़ोर ज़ोर से काटने लगे और मैंने भी जोश में आकर उन्हे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और कुछ देर बाद वो थोड़ा नीचे आकर मेरे बोबों के निप्पल को चूसने लगे और में सिसकियाँ लेने लगी उफफ्फ़ अहहह…

मेरे पति का वो गरम मोटा मोटा लंड कभी इधर तो कभी उधर जा रहा था, क्योंकि उसको मेरी खून से संदी फटी हुई चूत में जाने का सही रास्ता नहीं मिल रहा था और तभी मैंने अपने एक हाथ से उनके लंड को पकड़कर उसको अपनी खून से संदी फटी हुई चूत के दरवाजे पर रख दिया और उनका लंड मेरी खून से संदी फटी हुई चूत के दाने को छूकर मेरे गरम जिस्म को और भी ज्यादा जोश में ला रहा था और अब सुनील ने सही मौका देखकर तुरंत एक जोरदार झटका मार दिया, जिसकी वजह से उनका पूरा का पूरा लंड फिसलता हुआ मेरी गीली गरम खून से संदी फटी हुई चूत में समा गया और मेरे मुहं से वो आवाज़ निकल गई अहह्ह्ह्ह आईईईईइ…
फिर मैंने उनको ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और मेरे नाख़ून उनकी नंगी जांघो में चुभ गए और मेरे दर्द को देखकर वो अब बिना हिले कुछ रुके रहे और मेरे निप्पल को पकड़कर सहलाने लगे और फिर जब में शांत होने लगी तो सुनील ने अपनी तरफ से मुझे तेज़ तेज़ धक्के देकर चोदना शुरू किया और मेरे मुहं से अब अहहहहह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आईईईई और बहुत तेज आवाज़ें निकलने लगी और में कहने लगी कि प्लीज सौरभ मेरी जन धीरे धीरे करो उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह सौरभ मेरी जन थोड़ा आराम से करो में क्या कहीं भागी जा रही हूँ? फिर कुछ देर धक्के खाने के बाद अब मुझे भी अपनी फटी हुई छुट चुदवाने में बड़ा मज़ा आने लगा था .

मेरे पति सुनील धक्के देने के साथ साथ बीच बीच में रुककर कभी मेरे होंठो को काटने और कभी मेरे निप्पल को चूसने लगे थे। फिर करीब दस मिनट तक यह सब करने के बाद एक बार फिर से उनके लंड का गरमा गरम वीर्य निकल गया जो मुझे मेरी खून से संदी फटी हुई चूत में महसूस होने लगा था और अब में भी उनके साथ साथ शांत होती चली गयी और फिर वो मेरे ऊपर लेटकर मुझसे एकदम चिपककर पड़े रहे। दोस्तों इस तरह मेरे पति देव ने मुझे उस पहली रात को रुक रुककर करीब चार बार चोदा, जिसमें तीन बार मेरे पति देव ने मेरी खून से संदी फटी हुई चूत में अपने लंड को डालकर बड़े मस्त धक्के देकर मुझे चोदा और एक बार मेरे पति देव ने मेरी गांड में जबरदस्ती अपना लंड डाल दिया और मेरी गांड भी मारी।
में सुहागरात की पहली चुदाई पर हुए उस दर्द को किसी भी शब्द में लिखकर नहीं बता सकती. मुझे खून से संदी फटी हुई चूत की चुदाई करवाने से ज्यादा आनंद अपनी गांड मरवाने में आया और उस दर्द की वजह से मेरी चाल बिल्कुल बदल सी गई। मेरे गांड फटने का दर्द मेरे लिए बहुत दुखदायी साबित हुआ मेरे ससुराल वाले सभी मेरी बिगड़ी चाल देख कर समझ गए थे की सुहागरात वाली रात मेरी बहुत सलंग चुदाई हुई हैं. तो दोस्तों आप सभी के मेरी ये हिन्दी सेक्स कहानी “सुहागरात पर हुई वर्जिन दुल्हन की पहली चूत चुदाई का अनुभव Hindi Sex Story” पसंद आई हो तो निचे लाइक बटन पर जरुर क्लिक कर देना नहीं तो तुम सभी को मेरी बद्दुआ लगेगी और तुम्हारी सुहागरात पर तुम्हारा लंड खड़ा नहीं होगा…