सुसराल के बाथरूम में साले की बीवी की चूत चुदाई करी Hindi Sex Story : हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम बबलू है और मेरी उम्र करीब 24 साल हैं. मैं एक शादी शुदा रंडी बाज मर्द हूँ. आज में आप सभी को जो हिंदी सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ वो मेरे जीवन की एक सच्ची घटना हैं जो मेरे सुसराल के बाथरूम में मेरे साले की पत्नी और मेरे बिच घटित हुई हैं. मेरी इस आपबीती में मैं आप सभी को बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने ससुराल में जाकर अपने साले की हॉट और सेक्सी पत्नी को अपनी तरफ आकर्षित करा और कैसे उसे मेरे लंड से अपनी चूत चुदवाने का ऑफर दिया . दोस्तों मेरी पत्नी की सेक्सी भाभी अर्थात मेरे साले की सेक्सी धर्मपत्नी की चूत चुदाई की यह घटना मेरे छोटे साले की शादी के वक्त घटी थी. उन दिनों में भी शादी में सम्मिलित होने अपने ससुराल गया हुआ था.
मेरे ससुराल में उस समय बहुत सारे महमान थे और घर बहुत छोटा था. घर छोटा होने की वजह से हर एक कमरे में कई महमानों के एक साथ ठहरने की व्यवस्था कर रखी थी. दोस्तों वैसे तो मेरी नजर अपने साले की हॉट और सेक्सी धर्म पत्नी पर बहुत पहले से थी, लेकिन मुझे अब तक कोई भी ऐसा अच्छा मौका नहीं मिला जिसका फायदा उठाकर में मेरे साले की सेक्सी धर्म पत्नी की चूत चुदाई कर सकूँ. साले की सेक्सी धर्म पत्नी और मेरे बीच कभी कभी थोड़ी हंसी मजाक मस्ती जरुर हुआ करती थी, लेकिन हाँ उसका व्यवार मेरे लिए शुरू से ही अच्छा था इसलिए में उसको कभी कभी बातों ही बातों में दो डबल मीनिंग की बातें करके छेड़ दिया करता था और उन बातों का मतलब वो ठीक तरह से समझकर हल्का सा मुस्कुरा देती थी पर पलट कर वो भी मुझे डबल मीनिंग में ही जवाब भी दे दिया करती थी.
सुसराल के बाथरूम में साले की बीवी की चूत चुदाई करी Hindi Sex Story
हम दोनों हम उम्र थे इस लिये हमारे बिच बहुत अच्छी बनती थी मै दिल ही दिल में सोचा करता था की काश मेरी शादी मेरे साले की बहन से ना होकर उसकी सेक्सी लुगाई से हो गई होती तो उसकी चुदाई करते करते बुड्ढा होने में कितना आनंद आता पर शायद मेरी किस्मत में साले की बहन की चुदाई के साथ साथ उसकी हॉट और सेक्सी धर्म पत्नी की चुदाई करना भी लिखा था. आब आप पूछोगे वो कैसे…? ये जानने के लिये आप को आगे की सेक्स स्टोरी पढनी पड़ेगी.. दोस्तों मेरे पहले साले की बीवी का नाम शालिनी था. उसका रंग गेहूंआ, भरा हुआ बदन, बूब्स का आकार 34 26 34 उसकी मस्त अल्ल्हड़ गदराई हुई जवानी और वो दिखने में ग़ज़ब की सुंदर, बड़ी ही चंचल औरत थी.
मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी को देखकर हमेशा मेरी इच्छा करती थी कि में सही मौका पाकर उस सेक्सी औरत का बलात्कार कर डालूं और उसे अपनी रंडी बना डालूं. मेरा बहुत दिल करता था की मैं उसकी जवानी को चबा डालूं. वो सेक्सी औरत जब भी इठलाती हुई मटक मटककर चलती तो मेरा मन करता था कि बस में उसकी गरम कामुक चूत को क्यों ना उसी समय पकड़ लूँ और बहुत देर तक उसको मसलता सहलाता रहूं और उसकी साड़ी खोलकर उसे नंगी कर डालूं और उसके सेक्सी शरीर के साथ मस्ती करूँ. कभी उसकी साड़ी का पल्लू उसके बोबों पर से हट जाता था तो मुझे उसके मोटे मोटे दूध से भरे दो मोटे मोटे बोबों के दर्शन मिल जाया करते थे.
मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी अपनी साड़ी का पल्लू सँभालते हुए अपने मस्त गोरे उभरे हुए एकदम तने हुए बूब्स को बार बार ढक लिया करती, लेकिन उसके वो बड़े आकार के बूब्स उसकी बगल से ब्लाउज के अंदर से फिर भी दिखते रहते थे और वो हमेशा मुझे अपनी झुकी हुई शरारती निगाहों से देखा करती थी और फिर कभी कभी हल्का सा मुस्करा भी देती जिसकी वजह से मेरा लंड तुरंत तनकर खड़ा हो जाता. दोस्तों उस समय शाम के करीब चार बजे थे और वो ठीक मेरे सामने खड़ी होकर कुछ काम कर रही थी उसके साथ कुछ घर की औरतें भी थी और में लगातार उसकी तरफ उसको घूरकर देखे ही जा रहा था कि तभी कुछ देर बाद हँसते हुए उसने मुझसे पूछ लिया कि क्यों जीजाजी आपको क्या चाहिए? आप बहुत देर से मुझे घूरे जा रहे है क्या मुझे खाने का इरादा है?
दोस्तों उसी समय अचानक से मेरे मुहं से निकल पड़ा कि हाँ, मेरे मुहं से वो जवाब सुनकर वो एकदम चकित होकर मुझसे बोली कि क्या कहा अभी आपने.. ? तो उसी समय तुरंत मैंने अपना जवाब उसको बदलकर उससे कहा कि मेरा मतलब था कि मुझे तुम्हारे हाथ की बनी हुई एक कप चाय का मज़ा लेना था, बहुत देर से में तुम्हारे यह बात कहने वाला था, लेकिन तुम हो की मेरी तरफ ध्यान ही नहीं देती. फिर वो मेरी उन सभी बातों का मतलब थोड़ा बहुत समझकर मुस्कुराती हुई बोली कि आपके लिए तो चाय क्या में कुछ भी कर सकती हूँ यह बात कहकर वो मेरे लिए अब चाय बनाने लगी थी और उसने कुछ सेकिंड में ही मुझे चाय लाकर दे दी.
में उस चाय को बड़े प्यार से पीता रहा और उसके बाद मैंने सही मौका देखकर उससे उसकी चाय की तारीफ भी करना उचित समझा और मैंने वैसा ही किया. मैंने उससे कहा कि तुम्हारे हाथों में जादू है तभी तो यह चाय बहुत स्वादिष्ट बनी है शायद तुमने इसमे अपना पूरा प्यार डालकर मुझे दी है. फिर मेरे मुहं से अपनी इतनी तारीफ को सुनकर वो बहुत खुश हो गई और मेरी तरफ हंसती हुई मेरे पास से वापस अपनी जगह पर चली गई. तो में अब मन ही मन सोचने लगा कि हंसी तो फंसी इसलिए में अब अपने मन के विचारो को थोड़ी सी हिम्मत करके पूरा भी कर सकता हूँ उसके लिए अब मुझे ज्यादा मेहनत नहीं करती होगी.
में यह सभी बातें सोचकर मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी की चूत चुदाई के बारे में विचार बनाने लगा क्योंकि अब मुझे कैसे भी करके अपने गांडू साले की सेक्सी बीवी की चूत चुदाई के मज़े लेने थे और मैंने इस बात को अपने मन में ठान लिया था और फिर जैसे तैसे वो शाम भी गुज़र गई और उसके बाद वो रात आ गई जिसका मुझे कब से इंतजार था. फिर एक कमरे में ऊपर पलंग पर मर्दों को सोने के लिए कहा गया और ठीक नीचे ज़मीन पर औरतों के लिए गद्दे लगा दिए गये थे और अब आप सभी मेरी किस्मत को देखिए पलंग के जिस किनारे पर में लेटा हुआ था ठीक उसके नीचे ज़मीन पर सबसे पहले मेरे साले की बीवी का बिस्तर था और उसको अपने पास में लेटा हुआ देखकर मेरे मन में बड़ी गुदगुदी हो रही थी और मेरा लंड था कि बार बार उसके विचार से उठे जा रहा था.
अब मैंने मन ही मन ठान लिया कि आज कोई भी अच्छा मौका देखकर अपनी तरफ से साले की बीवी को लाइन मारनी हैं और चुदवाने का इशारा करना हैं. फिर मैंने सोचा कि एक बार तो में अपनी तरफ से कोशिश करके देख ही लूँ जो भी होगा देखा जाएगा. फिर मैंने उससे पूछा कि शालिनी जी यह मेरा तकिया एकदम किनारे में क्यों रख दिया, तुम इसको पलंग पर बीच में रखती? वो बोली कि क्यों क्या आप रात को सोते समय करवट बहुत ज़्यादा लेते है? और फिर वो हंसते हुए बड़ी धीरे से बोली कि प्लीज़ आप रात को नींद में मेरे ऊपर मत गिर जाईएगा वरना में दबकर मर ही जाउंगी.
दोस्तों उसका यह बात मुझसे बोलने का अंदाज़ कुछ ऐसा था कि कोई बेवकूफ़ ही उसको ना समझ पाए और में उसका मतलब बहुत अच्छी तरह से समझकर मन ही मन बहुत खुश था आज मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था और फिर क्या था? मैंने अपनी चादर तानी उसके बाद अपने तने हुए लंड को अपने एक हाथ में ले लिया और अब में लेटे हुए विचार करते हुए सबके सोने का इंतज़ार करने लगा, आख़िर फिर वो रात कुछ गुज़री और थके हुए वो सभी लोग जो हमारे आसपास लेटे हुए थे अब एक एक करके गहरी नींद में सो गये, सिवाय मेरे और मेरे साले की बीवी के जो बात में ठीक तरह से जानता था क्योंकि वो थोड़ी थोड़ी देर में करवटे बदल रही थी और उसकी चूड़ियों के साथ साथ उसकी पायल भी मुझे आवाज करके बता रही थी कि वो कितनी बार पलट चुकी है.
थोड़ी देर बाद मैंने अब हिम्मत जुटाकर धीरे से ऊपर पलंग के किनारे से में उतरकर नीचे ज़मीन पर मेरे साले की बीवी के पास में आकर लेट गया और कमरे में पहले से ही बहुत अंधेरा था. उस बात का मैंने उस रात को पूरा पूरा फायदा उठाया और मैंने सबसे पहले उसकी चादर को धीरे से थोड़ी सी अपने ऊपर ले ली और अपने बदन को उसके गोरे गरम बदन से सटा लिया था मानो में उससे कह रहा हूँ कि में अब आ गया, वो अब बिल्कुल चुपचाप रही जिससे मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ गई.
अब मैंने अपना एक हाथ अब धीरे से उसकी कमर पर रख दिया और में उसकी नरम, लेकिन गरम गरम चिकनी कमर पर अब धीरे धीरे सरकाते हुए उसके बूब्स पर रख दिया, लेकिन वो तब भी मुझसे कुछ नहीं बोली और मैंने अब साले की बीवी के मोटे मोटे बूब्स को बहुत ज़ोर जोर से दबाने लगा दोस्तों उस साली सेक्सी औरत के बोबे दबाने में मुझे बहुत आनंद आ रहा था, लेकिन तब वो एकदम शांत रही और में धीरे धीरे मदहोश होने लगा था और मेरा लंड खुशी के मारे फड़फड़ाने लगा था. अब तो मैंने मेरे साले की बीवी की गांड पर अपना लंड सटा कर कपड़ों के उप्पर से ही उसे हल्के हल्के झटके भी देने शुरू कर दिए थे.
मैंने पीछे से पेंट के अंदर से ही मेरे लंड को उसकी गांड से बिल्कुल चिपका दिया और अपने एक हाथ से मेरे साले की बीवी के मोटे मोटे बोबे दबाने और उसको सहलाने लगा. अब मेरी प्यास और बढती जा रही थी तो मैंने अपने हाथों से मेरे साले की नींद में सोई हुई सेक्सी बीवी की मेक्सी को ऊपर उठा दिया और अब मेरा एक हाथ उसके बदन पर था. हाथ को ऊपर लेते हुए और उसके नरम नरम बदन का मज़ा लेने लगा. थोड़ी देर के बाद मैंने उसके नंगे बोबों को छूकर महसूस किया उसके बोबे बहुत सॉफ्ट सॉफ्ट बिलकुल इस्पंज के माफिक थे, वो गोल और एकदम लचीले, लेकिन नरम गरम थे.
मैंने उसके बोबों के निप्पल को दबा दिया और उसके बाद में कस कसकर उसके मोटे मोटे बोबों को दबा रहा था होठों से में उसकी गर्दन को चूमने लगा, लेकिन वो अपने मुहं से बिना किसी आवाज के चुपचाप लेटी रही और मेरी इन गन्दी हरकतों का आनंद लेती रही, क्योंकि हमारे पास में सो रहे लोगों के उठ जाने का उसको भी डर था और मुझे भी उसकी चिंता थी. अब मेरा लंड उसको चोदने के लिए बिल्कुल बेताब हुआ जा रहा था आख़िर कब तक में सहता हम दोनों कोई आवाज़ भी नहीं कर सकते थे. फिर एक हाथ मैंने उसकी गर्दन के नीचे से डालकर उसके तने हुए बूब्स पर रख दिया और दूसरे हाथ को मैंने नीचे सरकाते हुए उसकी चूत पर रख दिया, तब मुझे छूकर पता चला कि उसकी चूत पर घने बाल थे.
लेकिन फिर भी वो जोश की वजह से एकदम गीली थी जिसका मतलब साफ था कि वो अब मुझसे अपनी चूत चुदाई करवाने के लिए तैयार है और मेरा लंड तो उसकी चूत में घुसने के लिए पहले से ही बहुत उतावला था. अब मैंने अपनी उंगली को उसकी चूत की दरार को छूते हुए अंदर डाल दिया. मेरी ऊँगली उसकी चूत के छेद के अंदर जाते ही मेरे साले की बीवी ने एक हलकी सी आह्ह्ह… भरी. अब वो भी मेरे लौड़े से अपनी चूत चुदवाने को एकदम तैयार थी. फिर मैं मेरे साले की सेक्सी बीवी के कान के पास अपने मुहं को ले जाकर उससे फुसफुसाकर कहा कि में अब बाथरूम में जा रहा हूँ जानेमन यदि तुम्हे मेरे लंड का स्वाद अपनी चूत को चखाना हैं तो तुम भी थोड़ी देर बाद धीरे से उठ कर बाथरूम में आ जाओ हम दोनों बाथरूम में चुदाई करेंगे.
अब धीरे से में उठकर दबे दबे पैरों से बाथरूम के अंदर जाकर घुस गया और में दरवाज़ा हल्का सा खुला रखकर मेरे साले की बीवी के आने का इंतज़ार करने लगा. करीब पाँच मिनट बाद मेरे साले की बीवी मेरे लंड से अपनी प्यासी चूत की चुदाई करवाने बाथरूम में आ गई और जैसे ही वो अंदर घुसी तो मैंने तुरंत बाथरूम के दरवाजे को अंदर करके अंदर से चिटकनी लगा दि. बाथरूम के दरवाजे को अंदर से लॉक करते ही मेरी सहनशीलता का बाँध टूट गया और मैंने अपने साले की बीवी को तुरंत अपनी बाहों में भर लिया और फिर मैंने अपने होंठो को उसके धधकते हुए गुलाबी गुलाबी होठों पर रख दिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. मेरे साले की बीवी के वाह क्या मस्त रसभरे होंठ थे जैसे वो कोई गुलाब की पंखुडियां हो, उसका ऐसा स्वाद था कि बस मुझे उसका नशा सा छा गया.
अब अपने एक हाथ से मैंने उसके बाल पकड़ रखे थे और में उसको चूमते हुए अपने दूसरे हाथ से उसके मोटे मोटे और नुकीले नुकीले बोबों को मेक्सी के ऊपर से ही मसल रहा था और यह सब करने की वजह से मेरा लंड अब कपड़ो के अंदर एकदम तनकर खड़ा हुआ बहुत देर से परेशान हो रहा था. दोस्तों जोश में आने के बाद शरीर पर एक भी कपड़ा बहुत बुरा लगता है. उस समय तो बस पूरा नंगा बदन ही अच्छा लगता है. फिर मैंने तुरंत अपने पाजामे का नाड़ा खोलकर उसे उतार दिया और उसके बाद तुरंत ही अपनी अंडरवियर को भी मैंने निकाल फेंका और अब अपनी टी-शर्ट को उतारकर में उसके सामने पूरा नंगा हो गया.
अब मैंने मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी की मेक्सी के बटन को सामने से खोलना शुरू किया और जल्दी से उसके बदन से मेक्सी को निकालकर उसे आधी नंगी कर डाला अब वो हुस्न की देवी मेरे सामने अपनी ब्रा और पेंटी मै थी. मैं हवस की आग में अंधा हो चूका था. मैं हवस का पुजारी अपने साले की बीवी का पूरा नंगा शरीर देखना चाहता था और जल्दी से उस बहन की लौड़ी की चूत चुदाई करना चाहता था तो मैंने बिना बक्त बर्बाद करे जल्दी से उसकी ब्रा के हुक को खोल दिया और फिर उसको हर एक हिस्से से चूमते हुए, दबाते हुए कस कसकर एक दूसरे को मसलते हुए पहले बेसब्री से उसके पूरे नंगे आज़ाद बूब्स को मैंने अपने हाथ में ले लिया. मैंने देखा कि मेरे साले की बीवी के बोबों के निप्पल के चारो तरफ हल्के भूरे रंग का गोल घेरा था.
वो अब भी पूरी तरह से नंगी नहीं थी क्योंकि उसने अपनी नाइलॉन की टाइट पेंटी में उसकी चूत को छुपा रखा था. फिर जब मैंने उसकी पेंटी को हटाया तो मेरे साले की बीवी बहुत शरमा गयी और उसने अपना मुहं मेरी छाती में छुपा लिया. मेरा लंबा और फड़फड़ाता हुआ लौड़ा उसकी चूत के आसपास के हिस्से को छू रहा था. मैंने उसके चेहरे को अपने हाथों से ऊपर अपनी आँखों की तरफ उठाया तो उसने शरम से अपनी दोनों आखों को बंद कर लिया. फिर मैंने अब उसकी पलकों के ऊपर से चूमा और दीवार के सहारे अपने लौड़े को उसकी चूत के ठीक ऊपर रखकर हल्का सा दबाया उसके होठों को चूसा और चूसता ही रहा. उसके नंगे गोल गोल मुलायम गरम सख़्त सेक्सी बूब्स को मैंने बहुत मज़े लेकर दबाया और उनको मसला आख़िर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसके एक बोबे को निप्पल सहित पूरा अपने मुहं में भर लिया.
में अब उसके एक बोबे को मसलते हुए उसके दूसरे बोबे को मुह में लेकर उसका दूध चूस रहा था. मुझसे और ज्यादा देर रहा नहीं गया इसलिए मैंने उससे आगे का मज़ा लेने के लिए पूछा कि मेरी कामसूत्र की रानी तुम इतने दिनों से कहाँ छुपी हुई थी? क्या में अब तुम्हारी प्यासी चूत को मेरे लंड का स्वाद चखा दूँ…??? वो भी अब बुरी तरह चुदासी हो चुकी थी तो वो बोली कि हाँ जीजाजी आपको अब जो कुछ भी करना है प्लीज थोड़ा जल्दी से कीजिए बाथरूम में हम दोनों को किसी ने देख लिया तो बहुत बदमानी हो जायगी.
फिर मैंने उससे पूछा कि में क्या करूँ? बोलो ना मेरी जान तुम तो एकदम मलाई हो मलाई, तभी उसी समय उसने झट से जवाब देकर कहा कि आप आज मुझे खा जाईए ना इसमे इतनी देर क्या सोचना? अब मैंने उससे पूछा कि में क्या क्या खाऊँ मेरी रानी, तुम बड़ी मस्त चीज़ हो यार मुझे बिल्कुल भी समझ नहीं आता कि में कहाँ से शुरू करूं? अब उसने मेरे साथ उन शरारती बातों का मज़ा लेते हुए मुझसे कहा कि जीजाजी जल्दी से आप इसको मेरे अंदर डाल दीजिए ना.
फिर मैंने अब और भी मज़ा लेते हुए अपने साले की बीवी के कान के पास धीरे से फुसफुसाकर उससे पूछा कि में क्या डालूं तुम मुझे वो तो बताओ? और फिर उसने शरमाकर कहा कि धत आप भी बहुत ही बदमाश है में अब बाहर जा रही हूँ, मैंने पहले से ही उसको कसकर पकड़ तो रखा था इसलिए मेरी उस मजबूत पकड़ से उसका छूट पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी था, इसलिए वो अपनी तरफ से कुछ कोशिश करके अब बिल्कुल शांत हो गई और इन्ही बातों में हम एक दूसरे के बदन से लिपट लिपटकर पता नहीं क्या क्या कर रहे थे, उस समय बस हमारे बीच कुछ ना कुछ पकड़ा पकड़ी, मसला मसली और चूसा चूसी चल रही थी जिसका हम दोनों को ही बड़ा मज़ा आ रहा था.
कुछ देर बाद आख़िर मैंने उससे कहा कि मेरी रानी एक बार तुम्हे अपने मुहं से कहना पड़ेगा सिर्फ़ एक बार प्लीज़ और अब वो मुझसे पूछने लगी कि आप ही बताए कि में क्या कहूँ जीजू? अब मैंने मज़ा लेते हुए उससे कहा कि तुम कह दो कि मेरी चूत में आप अपना यह लंड डालकर प्लीज मुझे चोद दीजिए ना. अब उसने मेरे मुहं से यह शब्द सुनकर शरमाने के अंदाज़ में मुझसे कहा कि हाँ आप प्लीज जल्दी से मुझे अब अपने इस लंड को मेरी चूत में डालकर चोद दीजिए ना जीजू, आप मुझे और मत तड़पाइए में कब से आपके साथ वो सब करने के बारे में सोच रही हूँ आज तो आप मुझे चोदकर शांत कर दीजिए प्लीज, उसके बाद कभी आपसे जिद नहीं करूंगी.
मैंने भी देखा कि अब ज़्यादा देर करने से हम दोनों को रिस्क है इसलिए मैंने अपना लंड उसकी चूत की दरार पर रगड़ते हुए एक हल्का सा धक्का लगा दिया, उस वजह से मेरा लंड उसकी चूत के अंदर घुस तो गया, लेकिन मुझे वो मज़ा नहीं आया, क्योंकि दोस्तों चुदाई का असली मज़ा तभी है जब औरत को नीचे लेटाकर उसकी चुदाई के मज़े लिए जाए. अब यह बात सोचकर उसी समय अपने लौड़े को उसकी चूत से बाहर खींचकर मैंने बाथरूम के फर्श पर मेरे साले की बीवी को तुरंत नीचे लेटा दिया और अब में उसके ऊपर चढ़ गया और मैंने उसके दोनों पैरों को पूरा फैलाकर अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर पर रखा और एक जोरदार धक्का देकर उसको अंदर डाल दिया.
उस धक्के से हुए दर्द से उसके मुहं से हल्की सी आईईई स्सीईईइ आह्ह्ह की आवाज बाहर निकली उससे ज्यादा उसने कुछ नहीं कहा और अब उसने भी अपनी तरफ से मेरी थोड़ी सी मदद करना शुरू किया और अपनी दोनों जांघो को सटाकर अपनी चूत से मेरे लंड को पूरा अंदर समेट लिया और उसके होंठो को चूसते हुए बूब्स को दबाते हुए मैंने उसको धक्के देकर चोदना शुरू किया और अब वो भी नीचे से अपनी गांड को उठा उठाकर मुझसे अपनी चूत को चुदवाने लगी. दोस्तों उस ऊपर वाले ने भी यह चुदाई वाह क्या मस्त मजेदार चीज़ बनाई है जिसको करने में सभी को चाहे वो इंसान हो या जानवर बहुत मस्त मज़ा आता है और जिन लोगो ने पहले भी चुदाई की है उन सभी को मेरी इस कहानी को पढ़कर जरुर महसूस हो रहा होगा कि हम दोनों उस समय उस चुदाई का कितना स्वाद ले रहे होंगे.
अब में बीच बीच में धक्के देकर उसको चोदते हुए उसके बोबों को भी चूस और दबा रहा था और उस चुदाई को लंबी मजेदार करने के लिए मैंने अपने धक्को की स्पीड को थोड़ा सा कम ही रखा और उसके निप्पल को अपने मुहं में लेकर चूसते हुए तो मेरे धक्के और भी कम हो गए और फिर आख़िर में जब मेरे लंड ने मुझे इशारा दिया कि अब में झड़ने वाला हूँ तब मैंने उसको कस कसकर धक्के देकर चुदाई करना शुरू किया. में उसको चोदता रहा चोदता रहा और धक्के पे धक्के लगता रहा और वो उछल उछलकर मुझसे अपनी चूत को चुदवाए जा रही थी.
अब मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी पूरी तरह से खुलकर बहुत जोश में आकर मुझसे कह रही थी, हाँ थोड़ा सा और अंदर जाने दो आप का लंड मेरी चूत में अभी अंदर और जगह हैं… उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्ह आज आप मुझे वो मज़े दे दीजिए जो मुझे मेरे पति से नहीं मिले हैं क्योंकि मेरे पति को तो मेरे लिए समय ही नहीं है और उनका लंड तो आप के लंड के मुकाबले कुछ भी नहीं है, आप ही आज मेरी इस प्यासी चूत को अपने लंड से चोदकर शांत कर सकते है इसलिए मैंने अपनी चूत चुदवाने के लिये इतने लोगों में से बस आपको चुना और आज आप मुझे जमकर ताबड़तोड़ चुदाई के मज़े दीजिए.
दोस्तों उस समय में और मेरे साले की सेक्सी धर्म पत्नी दोनों बहुत जोश में थे इसलिए हमे ऐसा आनंद आ रहा था कि पता ही नहीं लगा कि सेक्स करते करते कब हम दोनों एक साथ झड़ गये. फिर उसके बाद मेरा लंड छोटा मुरझाकर उसकी चूत से बाहर आने लगा और मैंने उसको बाहर निकाल लिया. अब हम दोनों ने जल्दी से अपने अपने कपड़े पहने और फिर हम बाहर झांककर एक एक करके बाहर निकलने लगे. उससे पहले मैंने मेरे साले की बीवी को कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और उसको चूमते हुए उससे कहा कि आप आज मुझसे वादा करो कि जब भी आपको ऐसा कोई अच्छा मौका मिलेगा तो आप मुझसे जरुर अपनी चुदाई करवाएगी?
फिर मेरे गांडू साले की सेक्सी बीवी बोली जीजाजी आप बहुत बड़े पागल हो …. यह बात कहकर वो ही…ही…ही… हंसती हुई दबे पैर बाथरूम से बाहर चली गयी और उसके चले जाने के कुछ देर बाद में भी बाथरूम से बाहर निकलकर अपनी जगह पर वापस जाकर में लेट गया. मैंने देखा कि अब वो भी दूसरी तरफ अपना मुहं करके अपनी जगह पर लेट गई. फिर में कुछ देर अपनी दोनों आखें बंद करके अपने साले की गांड चुदाई के बारे में ख्वाब बुनने लगा और उसके बाद मुझे पता ही नहीं चला कि कब मुझे नींद आ गई और मै सो गया.
जब हम सुबह उठे तो एक दुसरे से नजरें चुरा रहे थे पर दोनों ही बहुत खुश थे. हमें एक दुसरे से बात करने में बहुत शर्म आ रही थी पर अब ये शर्म प्यार में बदल चुकी थी एक ऐसा प्यार जिसमे सिर्फ और सिर्फ वासना ही वासना थी वो भी अवैध शारीरिक संबंध बनाने की . दोस्तों इस घटना के बाद हमें एक बार फिर चुदाई करने का मौका मिला था खैर वो वाली आगे की कहानी अगले भाग में बताऊंगा. मेरे प्यारे मित्रो आप सभी को मेरी और मेरे साले की पत्नी की ये अवैध शारीरिक संबंध बनाने की हिंदी सेक्स स्टोरी “सुसराल के बाथरूम में साले की बीवी की चूत चुदाई करी Hindi Sex Story” कैसी लगी निचे लाइक बटन पर क्लिक करके जरुर बताना.