शादी शुदा और दो बच्चों की माँ चचेरी बहन की चूत चाटने के बाद चुदाई करके चुदास शांत करी New Hindi XXX Sex Story Free Read Online and Share With Your Friends and Family: मेरा नाम बसंत मिश्र है में पुणे में रहता हूँ. आज जो हिन्दी सेक्स कहानी आप सभी के साथ शेयर कर रहा हूँ वो पिछले साल की ही जब मैंने मेरी शादी शुदा चचेरी बहन शानू प्रिया की चुदाई करके उसकी चुदास शांत करी थी और अपनी खुद की भी हवस मिटाई थी. मेरी चचेरी बहन शानू प्रिया की शादी हुए 10 साल हो गये थे और उसके दो बच्चे भी हैं पर वो किसी भी एंगल से दो बच्चो की माँ नही लगती थी. मेरी चचेरी बहन शानू प्रिया की उम्र 30 साल के करीब होगी पर उसने दो बच्चों की माँ होते हुए भी अपना फिगर बहुत अच्छी तरह मेंटेन कर रखा था. सच कहु तो मै बचपन से ही मेरी चचेरी बहन शानू प्रिया के खुबसूरत चेहरे का बहुत बड़ा दीवाना था.
हम दोनों का परिवार बिलकुल पास पास ही रहता. मै मेरी चचेरी बहन से 2 साल छोटा था तो उसकी शादी से पहले मै उसके इर्द गिर्द मंडराता रहता था. मुझे बचपन से ही चुदाई का शौक था और मेरी गन्दी नज़र मेरी इस खुबसूरत चचेरी बहन शानू प्रिया पर थी. चचेरी बहन की शादी से पहले मैने दो बार गोरी – गोरी गांड और चूत देख ली थी चुपके से. जब वो सो रही होती तब मै धीरे से पास जा कर उसकी फ्रॉक उठा के अंदर झाकता था उफ्फ क्या नज़ारा हुआ करता था अंदर का मेरा तो बचपन में ही लंड तनकर खड़ा हो जाया करता था. कई सालो तक मैंने उस नज़ारे को याद कर के मूठ मारी है.
शादी शुदा चचेरी बहन की चुदाई करके चुदास शांत करी Hindi Sex Story

मेरी चचेरी बहन शानू प्रिया के पति अर्थात मेरे जीजा जी नेवी मे है तो साल के 6 महीने तो क्रू पर ही होते है और मेरी प्यासी चचेरी बहन शानू प्रिया नागपुर मे अपने दो प्यारे बच्चो के साथ अकेले ही रहती है और दोस्तों आप समझ ही सकते हो की जब किसी शादी शुदा महिला को कई दोनों तक लौड़ा नसीब नहीं होगा तो उस महिला की चुदवाने की चुदास कितनी बढ़ जाती है.
हम चचेरे भाई बहन जरुर थे पर उसके साथ साथ बहुत अच्छे दोस्त भी थे तो मै हमेशा उन के अकेले पन की आड़ ले कर उन्हे सिम्पथी दिखता, हमेशा उनको उकसाता, कहता “कैसे मॅनेज करती है तू” बोर नही होता क्या तुझे” कोई दोस्त बना ले” , तो वो मुझे सारी बात खुल कर बोलती थी और हमेशा न्यू न्यू एक्सर्साइज़स के टिप्स लेती थी क्यू की मै रेग्युलर जिम जाता हू तो मैने उसे रेग्युलर स्काउट करने के लिये बताया जिस से उसकी गोरी – गोरी गांड थोड़ी बाहर की तरफ निकल कर और भी शेप मे आ गई.
एक दिन मुझे मेरे मोबाइल फोने पर मेरी जवान और सेक्सी बहन शानू प्रिया की कॉल आई और वो मुझसे कहती है बसंत भाई मै और डिंपल पुणे आरहे है (डिंपल मेरी भांजी है जो सबसे बड़ी बहन की बड़ी बेटी है) मै बहुत खुश हुआ और पूछा तो पता चला की डिंपल को पुणे के कॉलेज मे अड्मिशन मिल गया है तो उसका होस्टेल मेस और ट्रांसपोर्ट का सेटल करने के लिए चचेरी बहन शानू प्रिया उसके साथ आने वाली थी, किसी भी बहाने से ही सही. मै चचेरी बहन शानू प्रिया से मिलने के लिए बहुत बेकरार था. चचेरी बहन शानू प्रिया बहुत सुंदर थी उसके सामने तो 17 साल की डिंपल भी चाय कम पानी थी मेरी सेक्सी बहन शानू प्रिया उस साली बहन की लौड़ी के तीखे नयन नक्श फेयर और सेक्सी फिगर की मालकिन उसे देख के तो किसी का भी लंड खड़ा हो जाए.
छोटे बच्चों के स्कूल होने की वजह से सिर्फ़ दो दिन ही रहेगी उसने बताया, फ्राइडे रात के 8.30 की स्लीपर कोच बुक हुई , सॅटर्डे सनडे मेरी छुट्टी होने के वजह से उनकी मेहमान नवाज़ी मे कोई खलल नही आएगा ऐसा प्लान किया. अब मै सॅटर्डे सुबह 9 बजे का उनका अराइविंग टाइम का इंतज़ार करने लगा, रात भर चचेरी बहन शानू प्रिया से मिलने की खुशी मे सो नही पाया, सुबह 7 बजते ही कॉल किया की कन्फर्म कर लू कहा तक पहुंचे. न्यूज़ मिली की बस बीच रास्ते मे पंचर हुई 1घंटा वाहा लेट हुआ, उसके बाद दो बारी बस बंद पड़ गयी तो अभी और लेट होगा आने मे.
यह बात सुनकर मेरे दिमाग की माँ चुद गयी बहनचोदों… दोपहर के 12 बाज गये थे और अब भी वो औरंगाबाद भी नही पहुंचे थे, मै फ़्लैट् पर वापस आ गया और अपनी किस्मत को कोसने लगा, अभी और 5 घंटे थे उनको आने मे, जैसे तैसे वो बस रात को 9 बजे पुणे पहुची, मै उन्हे लेने बाइक पर पहुचा तो हम ट्रिपल सीट फ़्लैट् तक आए. खराब और 20 घंटे लंबा थका देने वाला सफ़र होने की वजह से दोनो बुरी तरह से थक गये थे, मैने उन्हे फ्रेश होने को कहा और मैने ऑनलाइन खाना ऑर्डर कर दिया, दोनो भी बुरी तरह थके हुए थे तो ठीक से बात भी नही कर पा रही थी.
पर मै बहुत खुश था क्योंकि अपनी चचेरी बहन शानू प्रिया के सेक्सी जिस्म को पूरे एक साल बाद जो देख रहा था, बिल्कुल भी चेंज नही लग रहा था उसमे, वैसा ही सेक्सी फिगर और चेहरे पर वही 20 साल की जवान लड़की वाला चार्म. दोनो भी फ़्लैट् पर आते ही बेड पर गिर पड़ी मैने उन्हे फ्रेश होने क लिए फोर्स किया, कहा “ दीदी प्लीज़ जाओ जाके शावर ले लो. मेरे बहुत रिक्वेस्ट करने पर वो मान गयी और फ्रेश होने बाथरूम चली गयी, मै बाहर ही इंतज़ार कर रहा था पर डिंपल सोफे पर ही सो गई उसे तो कोई होश ही नही था. 10 बज चुके थे ऑर्डर किया हुआ खाना आ गया था , मैने डिंपल को खाना खाने के लिए उठाया तो उसने तबीयत का बहाना कर फिर सो गयी.
अब मै बाहर से बाथरूम के दरवाजे पर नज़रे गढ़ाए बैठा था की चचेरी बहन शानू प्रिया एक टी-शर्ट और नीचे टावल बँधे बाहर आई, उफ़फ्फ़,, क्या लग रही थी वो क्या बताऊँ दोस्तो मै तो देखते ही रह गया उसके गीले बाल और चमकते बदन को, टावल भी घुटनो से उप्पर तक पह्न रखा था तो मेरा तो हाल बेहाल था उसकी गोरी टाँगे देख कर. मैने जैसे तैसे डिन्नर लगाया और हम दोनो ने खाना शुरू किया, बैचलर होने क वजह से फ़्लैट् मे फर्निचर लिमिटेड ही है तो हम बेड पर ही खाना खाने लगे, मेरी प्यारी सुंदर सेक्सी चचेरी बहन शानू प्रिया के साथ इतनी रात को एक बेड पर मेरे लिए सपने से कम नही था.
डिंपल अब उस सोफे पर ऐसे सो गयी थी की उठने का कोई चान्स ही नही था, चचेरी बहन शानू प्रिया ने सोने की जल्दिबाजी मे डिन्नर निपटा लिया, जब तक मै सब समेटता तब तक मेरी शादी शुदा चचेरी बहन ने मेरे ही सामने पर्पल कलर की लॅगिंग पह्न ली और पेट के बल बेड पर जा गिरी, मै कहा शांत बैठने वाला था मैने पुछ तच्छ जारी रखी तो चचेरी बहन शानू प्रिया ने बोला की “मेरा बदन बहुत दर्द कर रा है तो कोई पेन किल्लर है तो दे दो.
मैने कहा “दीदी पेन किल्लर तो नही है” और उसकी साइड जा कर उसके करीब बैठ गया, बिना किसी पर्मिशन के उसकी सेक्सी पीठ पर हाथ से मसाज देना शुरू किया , बहुत ही सेक्सी लग रही थी उस वक़्त वो तो, मैने पीठ से धीरे धीरे हाथ कमर पर ले गया पर वो चुप ही रही, शायद मसाज से उसे तोड़ा आराम महसूस हुआ हो. उसकी शांति का फ़ायदा उठाते हुए मैने दोनो हाथो से मसाज शुरू कर दी, मेरा लौड़ा अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, मुझे और आगे बढ़ना था तो मै दी के कानो मे धीरे से बोला दी कमर पर तेल से मालिश कर दू ? तुझे और भी आराम मिलेगा.
उसने कहा “थॅंक यू सो मच बसंत भाई तू बहुत अच्छा है’तेरे हाथो मे जादू है” प्लीज़ ज़रा तेल लगा दे, तो मै झट से उठा सबसे पहले लाइट बंद कर के ज़ीरो लॅंप जला दी और मै जीन्स उतार कर बॉक्सर पे आ गया दी वैसे ही पड़ी हुई थी आखे बंद कर रखी थी. मैने हिम्मत की और मेरी चचेरी बहन की गोल गोल गोरी – गोरी गांड पर लंड सेट कर के बैठ गया और टी-शर्ट को थोडा उप्पर कर मेरी चचेरी बहन की गोरी चिकनी स्लिम्म कमर पर तेल से मालिश करने लगा, दी के मुह से निकला ” वाहह मेरे शेर क्या बात है” मुझे तो समझ नही आया की उसकी ये तारीफ मेरी मसाज स्किल के लिए थी या उसकी गांड पर मेरे 8 इंच बड़े लंड के टच करने के लिए थी.

मै धीरे धीरे मसाज के बहाने उस बहन की लौड़ी की टी-शर्ट और ब्रा उतार दी और उसकी नंगी पीठ से कमर तक के अपने गरम हाथो से मसाज देने लगा. अब मेरी शादी शुदा चचेरी बहन की चुदास बढ़ती जा रही थी अब उन पर भी मस्ती छा गयी थी. मैने तेल मसाज जारी रखते हुए मेरी चचेरी बहन की लॅगिंग नीचे कर दी तो मेरी चुदासी चचेरी बहन ने भी सपोर्ट मे अपनी गोरी – गोरी गांड उप्पर उठा कर चुदाई के लिए अपनी सहमति दिखा दी, मै तो ज़ीरो लॅंप मे अपने सपनो की रानी चचेरी बहन शानू प्रिया की गोरी – गोरी गांड देख रहा था, लाल कलर की पेंटी पहन रखी थी जिस पर फ्लवर्स डिज़ाइन थे.
मैने जल्दबाज़ी ना दिखाते हुए मेरी चचेरी बहन की सॉफ्ट चिकनी गोरी – गोरी गांड पर चड्डी पर से मालिश जारी रखी, दी को भी मज़ा आरहा था, वो भी मौन करना सुरू कर दिया, डिंपल पास ही सोफे पर सो रही थी तो दी मज़े लेते हुए ” वॉववव” आहह ” आवेसोंम्म” खुस्फुसा कर रही थी. मैने हिम्मत कर के शादी शुदा चचेरी बहन की पेंटी भी नीचे सरका डाली अब क्या बताऊँ दोस्तो मेरी चचेरी बहन की गोरी – गोरी गांड बहुत कमाल की दिख रही थी. मुझे उस शादी शुदा रांड की चूत के भी दर्शन हो गये क्यू की उसने अपनी गोरी – गोरी गांड उठा ली थी.

अब मेरा कंट्रोल छूट गया और मैने मेरी चचेरी बहन की गोरी – गोरी गांड को दोनो हाथो से फैला कर अपना मुह घुसा दिया और कुत्ते की तरह बहन की गांड का छेद चाटने लगा, गोरी – गोरी गांड को गीली कर उसमे उंगली डाल कर अपनी उंगलिया चाटने लगा, क्या नशीली बदबू थी बहन के गांड के छेद की. मैं मेरी नंगी बहन की गांड के साथ कांड करने के बाद मैंने उस साली बहन की लौड़ी को सीधा किया और 69 सेक्स की पोज़िशन में उसकी चिकनी चूत किसी कुत्ते की तरह चाटने लगा और अपनी जीभ से उसकी चूत की चुदाई करने लगा.
बट में उस वक्त सर्प्राइज़ हो उठा जब मेरी शादी शुदा चचेरी बहन मेरा लौड़ा अपने मुह मे लेकर किसी रंडी की तरह चुदासी होकर चूसने लगी, अपनी चचेरी बहन से ब्लोजॉब पाकर मेरी तो खुशी का ठिकाना ही नही रहा. मेरी चचेरी बहन की टेस्टी जुयसी चूत, टेस्टी गोरी – गोरी गांड, रसीले गुलाबी गुलाबी होंठ मुझे तो मानो जैसे आज जन्नत मिल गयी थी. हम भाई बहन का ये गन्दा खेल करीब दो घंटा चला, शुक्र है मै जल्दी झड़ा नहीं. मेरी बहन की चूत चुदवाने की चुदास अब बहुत बढती जा रही थी और अब मुझसे भी सब्र नहीं हो रहा था. अब मैंने बिना समय ख़राब करे बहनी की चुदाई करना ही उचित समझा.

मैंने जैसे ही मेरी चचेरी बहन की गीली चूत मे मेरा 8 इंच लम्बा और चार इंच मोटा लंड डाला वो दर्द के मारे चिल्ला उठी और मुझसे बुरी तरह लिपट गई, मै जब मेरी चचेरी बहन की चूत में शॉट दे रहा था तब वो कह रही थी की भाई काश तेरे जीजू का लौड़ा भी इतना बड़ा होता तो वो मेरी चुदास कब की शांत कर चूका होता. मैने हस्ते हुए पूछा “क्या? और उसकी नशीली आँखो मे आँखे डाल के उसके मुह से सुनना चाहता था की वो चुदासी होते हुए बोल पड़ी “बसंत मेरे भाई आई माँ आह…… आह… आह… क्या मस्त लंड है तेरा आज तो मेरी चूत को मजा ही आ गया तेरे इस तगड़े लंड से चुदवाकर मेरे प्यारे भाई”.
करीब दो घंटे की शानदार चुदाई के बाद में मेरी चचेरी बहन की छुट में ही झड गया और मैंने सारा पानी उसकी चूत के अंदर ही छोड़ दिया और फिर हम काफी देर तक ऐसे ही नंगे एक दुसरे से चिपक कर लेते रहे और फिर एक साथ बाथरूम में नहा धो कर सो गए. दोस्तों अब तो हम दोनों की चुदास शांत होने का नाम नहीं ले रही है अब हमें जब भी मौका मिलता है कामसूत्र का पिटारा खोल कर बैठ जाते है. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी और मेरी बहन की हिंदी सेक्स कहानी “शादी शुदा और दो बच्चों की माँ चचेरी बहन की चूत चाटने के बाद चुदाई करके चुदास शांत करी Hindi Sex Story” बहुत पसंद आई होगी.