सील पैक वर्जिन चूत चंद पलों में फटी हुई चूत में तबदील हो गई Hindi XXX Sex Story : हेल्लो दोनों मेरा नाम गुंजन गोरा है और अभी में नौकरी के लिये परीक्षा की तैयारी कर रही हूँ. मेरी उम्र करीब 21 वर्ष है और में दिखने में बहुत सुन्दर हूँ. मैं अपनी पढ़ाई में इतनी व्यस्त रहती थी कि मुझे किसी भी चीज से कोई मतलब नहीं रहता था ये रंडी बाजी की तो मुझे कुछ जानकारी ही नहीं थी में ये ही समझा करती थी की सभी शादी के बाद ही सेक्स करते होंगे पर में गलत थी कुछ लड़कियों शादी से पहले भी अपनी सील पैक वर्जिन चूत खुलवा लेतीं है और उनमे से एक में भी हूँ.
में अपनी पढाई में व्यस्त थी पूरा दिन किताबो में लगी रहती थी पर तभी हमारे घर पर मेरी चाची जी की लड़की आई उसका नाम कल्पना था. वह मुझसे उम्र में एक वर्ष छोटी थी और अभी कॉलेज की पढ़ाई कर रही थी. मेरी चाची जी की लड़की का मॉडर्न अंदाज और उसके बात करने का तरीका मुझसे बहुत अलग था । मैं एक भोली भली और बिलकुल सीधी साधी लड़की थी मैं सिर्फ अपने कमरे में ही बैठी रहती थी और अपनी पढाई करती रहती थी लेकिन जब मेरी चाची की लड़की कल्पना मेरे रूम में आई तो वह कहने लगी गुंजन क्या तुम पढ़ाई कर रही हो।
सील पैक वर्जिन चूत चंद पलों में फटी हुई चूत में तबदील हो गई Hindi XXX Sex Story
मैंने मेरी बहन कल्पना से कहा हां मैं पढ़ाई कर रही थी कल्पना कहने लगी चलो मैं बाहर जाती हूं तुम्हें डिस्टर्ब हो जाएगा। मैंने कल्पना से कहा नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है तुम यहां बैठ सकती हो, कल्पना मुझे कहने लगी नहीं मैं यहां बैठ कर क्या करूंगी तुम्हें बेवजह ही मेरी बातों से परेशानी हो जाएगी। मैंने कल्पना को अपने पास बैठा लिया और हम दोनों बातें करने लगे मैंने अपनी किताबों को बंद कर के अपने मेज पर ही रख दिया था। मेरे हाथ में पेन था और मैं उसको अपने हाथों से घुमाये जा रही थी कल्पना और मेरे बीच एक दूसरे के हाल-चाल को लेकर बातें होती लेकिन कल्पना के मॉर्डन ख्यालातो के आगे मेरी पुरानी सोच कहीं भी नहीं दिखती थी।
मुझे लगता कि मैं जैसे जमाने से बहुत पीछे हूं और सब लोग मुझसे काफी आगे निकल चुके हैं परंतु मैं अपने जीवन में खुश थी मैं चाहती थी कि मैं अपने जीवन में एक अच्छे मुकाम को हासिल कर लूं। मैंने अभी तक अपना फेसबुक सोशल मीडिया पर अकाउंट नहीं बनाया था कल्पना मुझे कहने लगी कि तुम कम से कम अपना फेसबुक सोशल मीडिया पर अकाउंट तो बनवा लो। मैंने कहा नहीं कल्पना उसकी वजह से मेरी पढ़ाई में दिक्कत पैदा हो जाएगी इसलिए मैं फेसबुक सोशल मीडिया पर अकाउंट नहीं बनाना चाहती लेकिन कल्पना की जिद के आगे मुझे अपना फेसबुक सोशल मीडिया अकाउंट बनाना पड़ा।
मेरी बहन कल्पना ने अपने जेब से बड़े से स्मार्ट फ़ोन को निकाला और उसने उसी वक्त मेरा फेसबुक सोशल मीडिया अकाउंट बना दिया। वह मुझे कहने लगी लो मैंने तुम्हारा भी फेसबुक सोशल मीडिया पर अकाउंट बना दिया अब तुम भी अपने कुछ दोस्त बना लो और उनसे भी बात किया करो कब तक कमरे के अंदर ही अंदर पढ़ाई करती रहोगी बाहर की दुनिया देखोगी तो तुम्हें भी अच्छा लगेगा। मैंने कल्पना से कहा से कहा मैं तुम्हारी बात से तो सहमत हूं लेकिन मेरा दिमाग इस चीज के लिए तैयार नहीं है। कल्पना कहने लगी अब तुम पढ़ाई कर लो मैं चलती हूं, कल्पना तो जा चुकी थी लेकिन उसने मेरे दिल और दिमाग के बीच में जो संघर्ष करवा दिया था उससे मैं जूझ रही थी।
आखिरकार मैंने अपने दिमाग को एक तरफ रखा और अपने दिल की बात सुनी और जब मैंने अपने फेसबुक सोशल मीडिया अकाउंट को खोला तो मैंने उसमें देखा मेरे कई पुराने दोस्त फेसबुक सोशल मीडिया पर थे मैंने उन सब को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दिया और अपनी पढ़ाई पर लग गई। मैं सिर्फ आधा एक घंटा ही फेसबुक सोशल मीडिया पर अपने पुराने दोस्तों से चैटिंग के माध्यम से बात किया करती थी लेकिन धीरे-धीरे दोस्तों की संख्या बढ़ने लगी और फेसबुक सोशल मीडिया अकाउंट पर मैंने अपने कुछ पुरानी तस्वीरें अपलोड कर दी उन पुरानी तस्वीरों को अपलोड करते ही जैसे मेरे फेसबुक सोशल मीडिया अकाउंट पर कमेंटों की बौछार हो चुकी थी।
मेरे कुछ पुराने दोस्त मेरे साथ जुड़े हुए थे लेकिन कुछ अनजान लोग भी मेरे साथ जुड़ने लगे थे और मेरे फेसबुक सोशल मीडिया फ्रेंड लिस्ट में ना जाने कितने फ्रेंड हो चुके थे परंतु मैं अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दे रही थी और कुछ ही समय बाद मेरी प्रशासनिक परीक्षा का एग्जाम नजदीक आने वाला था। एक बार पापा जी मुझे समझाने लगे वह कहने लगे बेटा तुम जल्दी से कोई एक्जाम निकाल दो ताकि तुम्हारा जीवन सफल हो जाए और हम तुम्हे शादी कर के तुम्हे अपने ससुराल विदा कर दें। मुझे भी यही लगता था लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि यह सब इतना आसान नहीं है लेकिन उस एग्जाम के दौरान मुझे एहसास हुआ कि शायद मेरा एंट्रेंस एग्जाम क्लियर हो जाएगा।
मैंने फेसबुक सोशल मीडिया के माध्यम से अपने नए दोस्त बना लिए थे उनसे मेरी चैटिंग के माध्यम से बात होती रहती थी लेकिन जब मेरे फेसबुक सोशल मीडिया के फ्रेंड अक्षय के साथ मेरी बातें होने लगी तो मुझे अक्षय में अपनापन सा लगने लगा। अक्षय से बातें कर के मुझे ऐसा लगता कि जैसे कोई तो ऐसा है जिसे मैं समझ सकती हूं या वह मुझे समझ सकता है अक्षय और मेरे बीच में काफी बातें होती थी। मैं जब भी अक्षय शर्मा से फेसबुक सोशल मीडिया चेटिंग के माध्यम से बात करती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और हम दोनों अब काफी बातें करने लगे थे। एक दिन मेरे फेसबुक सोशल मीडिया फ्रेंड अक्षय ने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर मांगा तो मैंने उसे अपना मोबाइल नंबर दे दिया।
अक्षय शर्मा से जब मेरी पहली बार बात हुई तो मुझे उससे बात कर के बहुत खुशी हुई। कुछ ही दिनों बाद जब कल्पना हमारे घर पर आई हुई थी तो मैंने कल्पना को सारी बात बताई और कहां की मुझे अक्षय बहुत पसंद है। कल्पना कहने लगी तुम पहले उससे एक बार मिल तो लो तभी तो तुम्हें पता चलेगा कि वह कैसा है मैं कल्पना की बात से पूरी सहमत थी और मैं अपनी प्रथम डेट पर जाने के लिए तैयार हो गई। हालांकि मैं बहुत घबराई हुई थी लेकिन कल्पना ने मुझे कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगी कल्पना अपनी एक सहेली के साथ मेरे साथ आ गई और वह लोग रेस्टोरेंट की दूसरी टेबल में बैठे हुए थे।
मैं जब अक्षय से मिली तो मुझे थोड़ा अजीब सा महसूस हो रहा था और मैं काफी ज्यादा घबरा रही थी पर जब अक्षय से मेरी बात हुई तो मेरे अंदर की घबराहट जैसे दूर हो गई थी और हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे। मुझे अक्षय को समझने का मौका मिल गया था और अक्षय भी इस बात से सहमत थे कि हम दोनों एक दूसरे को समझ पाए। अक्षय और मैंने एक घंटा साथ में गुजारा तो मुझे बहुत अच्छा लगा, जब अक्षय चले गए तो कल्पना ने मुझे कहा तुम बहुत घबरा रही थी। मैंने कल्पना से कहा मैं पहली बार ही किसी मर्द से इतना खुलकर बात कर रही हूं तुम्हें तो मालूम है ना कि मेरी दुनिया कितनी सीमित है और मैं कुछ चुनिंदा लोगों से ही तो मिलती हूं।
हम लोग उसके बाद घर आ गए उस दिन मुझे बहुत खुशी हुई और रात को जब अक्षय और मैंने बातें की तो हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे। अक्षय के साथ में बहुत ही ज्यादा घुलने मिलने लगी थी हम दोनों एक दूसरे से काफी बात किया करते थे। अब मेरे अंदर भी अक्षय को लेकर बहुत ही ज्यादा प्यार था अक्षय को मुझमे कोई कमी नहीं दिखी और आखिरकार मैं अपना जवान और सेक्सी जिस्म अक्षय को सौपना चाहती थी उसके लौड़े से अपनी वर्जिन चूत की सील तुड़वाकर अपनी वर्जिनिटी खोना चाहती थी में उसके लंड से अपनी गांड मरवाना चाहती थी । मैं उसे जब भी मिलती तो ऐसा लगता जैसे समय थम जाना चाहिए मुझे अक्षय से मिलना बहुत अच्छा लगता और हम दोनों एक दूसरे को अच्छी तरीके से समझने लगे थे। एक दिन मेरे लाल गुलाबी होठों को जब अक्षय ने अपने होठों में लेकर चूसना शुरू किया तो मुझे जिंदगी का सबसे अच्छा एहसास हुआ।
उस दिन जब मैं घर आई तो मैं बहुत ज्यादा खुश थी क्यों की आज पहली बार मैंने किसी मर्द के साथ किस किया था मैं चाहती थी कि मै अपने कदमों को आगे बढाऊ क्योंकि कल्पना मुझसे हमेशा अपने बॉयफ्रेंड और अपने बीच की बातें शेयर किया करती थी तो मेरे दिल में भी अब आग लग चुकी थी। अक्षय ने एक दिन मुझे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो मैं भी अपने आपको ना रोक सकी और मैं अक्षय से मिलने के लिए चली गई। दो जवान दिल जब मिले तो एक दूसरे के बदन की गर्मी हम दोनों महसूस कर रहे थे अक्षय कहने लगा तुमने बहुत अच्छा किया जो मुझसे मिलने के लिए आ गई यह कहते ही उसने मेरे लाल गुलाबी होठों को चूमना शुरू किया तो मुझे भी बहुत अच्छा महसूस होने लगा।
अक्षय शर्मा को भी बहुत अच्छा लग रहा था जब अक्षय ने मेरे मोटे मोटे मम्मों को चूसना शुरु किया तो मैं भी अपने आपको नहीं रोक पाई और मेरे अंदर से भी गर्मी बाहर निकलने लगी। अक्षय मेरे मोटे मोटे मम्मों को बड़े ही अच्छे अपने मुंह में लेकर चूसता वह मेरे मोटे मोटे मम्मों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान करता तो मेरी योनि से पानी बाहर निकालता। जब अक्षय ने अपनी जीभ को मेरी सील पैक वर्जिन चूत पर लगाया तो मैं रह ना सकी और उससे कहने लगी और कितना वक्त लगाओगे मेरी वर्जिन चूत की सील खोलने में.
फिर अक्षय ने मुझे कहा मेरी प्यासी रानी अब इंतजार की घड़ियाँ ख़त्म अब मैं अपने काले मोटे लौड़े को तुम्हारी वर्जिन के अंदर डाल रहा हूं और आज अब चंद पलों में तुम्हारी ये सील पैक वर्जिन चूत फटी हुई चूत में तबदील हो जायगी। अक्षय ने जब मेरी सील पैक वर्जिन चूत के अंदर अपने काले मोटे लौड़े को प्रवेश करवाया तो मैं रह ना सकी और जैसे ही अक्षय अपने काले मोटे लौड़े को अंदर बाहर करते तो मेरे मुंह से चीख निकलती। वह जिस प्रकार से मुझे धक्के दे रहे थे उससे मुझे बहुत ही ज्यादा गर्मी होने लगी थी मेरे शरीर की गरमाहट में बढ़ोतरी होने लगी थी।
अक्षय शर्मा मेरे लाल गुलाबी होठों को लगातार अपने होठों से चूम रहे थे। चंद पलों में मेरी वर्जिन चूत फटी हुई चूत में तबदील हो गई थी. मेरी वर्जिन चूत की सील तोड़ने के बाद जब अक्षय ने अपने काले मोटे लौड़े को मेरी फटी हुई चूत से बाहर निकाला तो मैंने मेरी फटी हुई चूत की तरफ देखा. दोस्तों मेरी वर्जिन चूत की सील टूट चुकी थी अब में वर्जिन नहीं रही थी. मेरी फटी हुई चूत से बहुत सारा खून बह रहा था. दोस्तों मुझे पता था की इसमें डरने की कोई बात नहीं है चूत तो बनी ही फटने के लिये है. फिर अक्षय ने मुझे चुदवाने के लिये अपने ऊपर आने को कहा था।
मैं अक्षय के काले मोटे लंड को अपनी चूत में लेकर उसके लंड की सवारी करने लग गई. अक्षय मेरी फटी हुई चूत में अपने लंड से बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था और मैं भी उछल उछल कर उसके लंड को अपनी चूत की गहराई तक लेने की पूरी कोशिश कर रही थी। पहला अनुभव मेरा बहुत अच्छा था मैं चुदवाते चुदवाते पूरी तरह से उत्तेजित होने लगी थी अक्षय भी पूरी उत्तेजना में था। वह मेरी खून से संदी फटी हुई चूत में बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था अक्षय ने मेरे मोटे मोटे मम्मों को चूसना शुरू किया तो मैंने उससे कहा मुझसे अब और नहीं हो पाएगा।
अक्षय से मैंने कहा मैं झड़ चुकी हूं और कितना चोदोगे मेरी फटी हुई चूत को. बोला की बस अब मेरा भी निकलने वाला है फिर उसने मुझे अपने नीचे लेटाया और पांच मिनट तक और चोदा और कुछ देर तक चोदने के बाद अक्षय ने अपने काले मोटे लौड़े को मेरी फटी हुई चूत से बाहर निकालकर मेरे मोटे मोटे मम्मों पर वीर्य को गिरा दिया। दोस्तों ये मेरे जीवन का पहला सेक्स था आज पहली बार मेरी वर्जिन चूत को किसी लंड ने चोद कर फाड़ा था. आज का दिन मेरे जीवन का सबसे यादगार दिन था क्यों की आज मेरी वर्जिन चूत की सील खुली थी.