आज की इस कामुकता से भरी नयी अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पढेंगे की कैसे मेरी संस्कारी पत्नी ने होली पर बदचलन बनकर रंडी की तरह ग्रुप में चुदवाया शराबी मर्दों से. मेरे शराबी दोस्तों के साथ हार्डकोर ग्रुप सेक्स करवने के बावजूद वो एकदम रिलेक्स मुड में थी :- दोस्तों मेरी पत्नी के साथ ये ग्रुप में सेक्स करने वाली दुखद घटना अभी पिछली होली के दिन ही घटी है. मै और मेरी संस्कारी पत्नी इस होली को कभी नहीं भूल सकते. मैं आज इस इंडियन हिन्दी सेक्स स्टोरी के माध्यम से आप सभी के साथ होली के दिन मेरी संस्कारी पत्नी को बदचलन रंडी बनकर हार्डकोर ग्रुप सेक्स करने की पूरी घटना विस्तार से बताऊंगा…
दोस्तों मेरा नाम मोहित है और में एक शादी शुदा मर्द हूँ. मेरी पत्नी दिखने में बहुत सुन्दर है. आज से करीब पांच साल पहले मेरी शादी हुई थी और मेरे एक छोटा बछा भी है. मेरी पत्नी बहुत हॉट और सेक्सी दिखती है मेरी पत्नी सविता की उम्र करीब 23 साल थी जब ये घटना हुई. दोस्तों हम दिल्ली में किराये के कमरे में रहते थे. हमारा एक कमरे का मकान था जिसमे किचन बाथरूम अलग थे. मकान मालिक भी अच्छे लोग थे पर ये इलाका थोडा सा बदनाम था गुंडागर्दी और कोठा चलाने वाली बदचलन रंडी ओरतों की वजह से. कुछ शरारती लोग वहां बदमाशी किया करते थे. जिस गली में मैंने कमरा लिया था उसी गली में 8-10 रंगीन किस्म के लोग रहते थे जो हर लड़की और शादी शुदा महिला पर गन्दी नजरें रखा करते थे. दोस्तों उन गुंडों से कोई भी उलझता नहीं था क्योकि वहां के लोकल नेता का हाथ उन पर था.
मेरी संस्कारी पत्नी ने होली पर बदचलन बनकर रंडी की तरह ग्रुप में चुदवाया हिंदी ग्रुप सेक्स स्टोरी
मेरे मकान मालिक ने भी मुझे वहां आते की उन गुंडों से दूर रहने की हिदायत दे डाली थी. वैसे भी मेरा क्या मतलब था उनके साथ रहने का में सुबह ऑफिस जाता और रात को देर से अपने घर आता था. मेरी संस्कारी पत्नी भी मकान मालिक की पत्नी के साथ ही रहती थी बस एक रविवार का ही दिन होता था तो में दिन भर घर पर या तो टी वी पर फिल्म देख कर या फिर मकान मालिक के साथ शराब पीकर निकाल देता था.
शादी के बाद से ही हम दोनों पति पत्नी की ज़िन्दगी बहुत अच्छे से कट रही थी. एक दिन में रात को में अपने ऑफिस से घर आया तो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने बताया की आज दिन में स्कूल से घर आते हुए मेरे बेटे को बहुत चोट लग गयी थी मेरा बेटा बहुत शरारती है सड़क पर दौड़ते हुए किसी बाइक वाले ने उसे टक्कर मार दी थी. मेरी पत्नी ने बताया के हमारी ही गली के कुछ लड़कों ने उसकी मदद की मेरे बेटे को हॉस्पिटल पहुचाने की और वो ही उसे वही घर पर भी लेकर आये. मैंने सोचा हमारी गली में कौन ऐसा भला आदमी आ गया.
मैंने अपनी पत्नी से उसका नाम पूछा तो वो बोली की उसके दोस्त उसे रंडी चोद कौशल भाई कह रहे थे. मैंने कहा उसके दोस्त मतलब. उसने बताया की उसके साथ उसके दो दोस्त और थे. चलो अच्छा है कम से कम कोई तो हमारी गली में है जो भला आदमी है. “तुमने उसे चाय नाश्ता कराया या नहीं ” मैंने अपनी पत्नी से पूछा “मैंने काफी कहा पर वो रुके ही नहीं और चले गए और कह गए है आपके पति के साथ ही किसी दिन बैठेंगे” मुझे बताओ कौन सा घर है में उन्हें जाकर थोडा अपने तरीके से धन्यवाद दे आता हूँ.
मेरी पत्नी ने मुझे उनका घर बताया और में उनके घर की तरफ चल दिया उनके घर पहुच कर पता चला वो घर पर नहीं है पूछने पर पता चला के वो पार्क में है में पार्क जो पास ही था वह चला गया वह जाकर मुझे उन्हें तलाश करने में परेशानी नहीं हुई मैंने वह एक से पूछा तो उसने बता दिया जब मैंने उसे देखा तो में थोडा सा परेशान हो गया. वो वही गुंडे लोग थे जिनसे में सब डरते थे पर फिर मैंने सोचा एक बार इनको थोडा दारू पिला देता हूँ फिर कभी बात नहीं करूँगा.
मैंने उन्हें अपना परिचय दिया तो उन्होंने मुझे भी वही बैठा लिया. वो सब दारू पी रहे थे. ज़बरदस्ती मुझे भी पेग बना के पिला दिए. वहां बातों ही बातों में मैंने उन्हें भी एक पार्टी का न्योता दे दिया. वही उसी पार्क में. अगले दिन मैंने वही पार्क में उन्हें दारू की पार्टी दी. बातों से तो वो सब मुझे भले ही लगे हा बस गलियां ज्यादा दे रहे थे हर बात में माँ बहन की पर मैंने कहा मेरा क्या जाता है वैसे भी में रात को घर आता हूँ तो अकेले पीने से अच्छा है इनके साथ पी ली जाये और टाइम पास भी हो जाएगा फिर तो आम तौर पर में वही पार्क में उन तीनो के साथ पिने लगा.
उनमे एक रंडी चोद कौशल था उसे सब भाई कहते थे दूसरा रंडी चोद हिमांशु और तीसरा माँदरचोद विक्रम. तीनो ही काफी लम्बे चौड़े थे. उन्हें देख कर तो कोई वैसे ही डर जाये पर मैंने ये भी देखा की वो बिना बात के किसी को परेशान नहीं करते. अभी कुछ दिनों बाद होली का त्योंहार आने वाला था. मेरे बेटे के प्ले स्कूल की भी छुट्टियाँ पड़ चुकी थी तो मैंने उसे उसके दादा दादी के पास भेज दिया.
होली के दिन में अपने घर पर सुबह सुबह ही बीअर पीना शुरू कर चूका था. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने आज पकोड़े तले थे. मकान मालिक भी मेरे यहाँ आकर थोड़ी सी पी कर चला गया उसका परिवार भी होली पर अपने गाँव गया हुआ था उसने भी मेरे साथ पी और वो भी अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ होली खेलने चला गया अब पुरे मकान पर में और मेरी पत्नी रह गए थे हम दोनों ने भी खूब जम कर होली खेली मेरी पत्नी ने भी आज थोड़ी सी बीअर पी ली थी तो उसे भी सरुर चड़ा हुआ था.
वो भी आज मेरे साथ पूरी मस्ती कर रही थी. उसने साड़ी पहनी हुई थी जिस पर बिना बाँहों का ब्लाउस था वो भी लो नेक का. बहुत ही सेक्सी लग रही थी हम दोनों ऐसे ही मस्ती करते रहे मैंने कुछ ज्यादा ही पी ली थी मेरा सर घूमने लगा था. मिने सोचा थोडा सा नींद पूरी कर लीं. ये सोच कर में सोने के लिए जा ही रहा था तभी दरवाजे पर दस्तक हुई. मैंने सोचा अब कौन आया होगा. मैंने दरवाज़ा खोला तो बाहर कौशल खड़ा था.
उसने आते ही मुझे गले लगा लिया और मुझे रंग लगाने लगा होली का त्योहार था तो भला मैं उसे रंग लगाने से रोक भी नहीं सकता था. मैंने भी उसे जवाब में रंग लगा दिया वो अन्दर आया और वही बैठ गया वो अपने साथ एक दारू की बोतल लाया था. वो खुद ही किचन में गया और वह से दो ग्लास उठा लाया. मेरा वैसे ही सर घूम रहा था ऊपर से और दारू मुझे तो उलटी आने को हो रही थी पर उसने जबरदस्ती मुझे एक पेग पिला ही दिया अब तो मेरा बुरा हाल था. में वही लेट गया. रंडी चोद कौशल ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी से कुछ खाने के कहा. तो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी किचन से पकोड़े ले आई. मैं नशे में तो था पर मेरा ध्यान रंडी चोद कौशल की तरफ ही था.
आदमी चाहे जितना भी अच्छा हो दुसरे मर्द की संस्कारी पत्नी को देखकर उसके मुह में लार टपकने लगती है और वो दुसरे की पत्नी के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाकर अपनी कामुकता शांत करने के लिये सोचता है. मैंने ध्यान दिया की वो बार बार मेरी संस्कारी पत्नी के बड़े बड़े स्तनों की तरफ ही देख रहा था. जब मेरी धर्म पत्नी उसे पकोड़े देने झुकी तो वो उसके ब्लाउस में दिखती उरोजो की लकीर को देख रहा था. और जब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी किचन की तरफ जाने लगी तब उसकी हिलते हुए कुलहो को घूरे जा रहा था.
मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था पर में कुछ नहीं बोला. तभी उसका मोबाइल फोन बजा उसने बात करते करते कहा की वो भी मोहित के घर आजाये. मुझे फिर गुस्सा आया की वो बिना मुझसे पूछे किसी को ऐसे कैसे मेरे घर बुला सकता है. उसने बताया की हिमांशु और विक्रम भी आ रहे है. मैंने सोचा चलो वो तो जानं पहचान के ही है. थोड़ी देर में वो दोनों भी आ गए मैंने उन दोनों को भी रंग लगाया और होली मुबारक की अब वो तीनो दारू पिने लगे और मुझे भी एक पेग पिला ही दिया अब तो में बिलकुल बेहोश होने लगा था. में बाथरूम में गया और वहा से उलटी करके वापस आ गया. अब थोडा सा राहत मिली. पर सर अब भी घूम रहा था.
मैं थोड़ी देर के लिए लेट गया. अब वो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी से बातें करने लगे. बातें करते करते रंडी चोद हिमांशु बोला यार होली का मज़ा तो सविता भाभी जी के साथ ही आता है जब तक होली पर किसी सविता भाभी जी को रंग नहीं लगाया तो क्या खाक होली खेली. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने कहा आपने गुलाल लगाना है तो कोई बात नहीं पर अगर आपने कोई पक्का रंग लगाया तो अच्छा नहीं होगा. उन्होंने कहा नहीं सविता भाभी जी हम कोई पक्का रंग नहीं लगाएँगे. रंडी चोद कौशल सबसे पहले उठा और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के गलों पर रंग लगाने लगा उसने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का पूरा चेहरा गुलाल से रंग दिया.
अभी वो रंग लगा ही रहा था की हिमांशु भी पीछे से आकर मेरी संस्कारी पत्नी के मुहं पर गुलाल मलने लगा. मेरी पत्नी को इसकी उम्मीद नहीं थी तो वो रंडी चोद हिमांशु से बचने के लिए थोडा झुकी. रंडी चोद हिमांशु ने उसके चेहरे को कस के पकड़ा हुआ था मेरी बेचारी पत्नी ने जब मजबूर होकर अपना सर झुकाया तो रंडी चोद हिमांशु भी थोडा खीच कर आगे को हो गया और उसका अगला भाग मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के कूल्हों के साथ सट गया. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने किसी तरह अपने आप को उन दोनों से छुड़ाया और अलग हुई. मैंने लेते हुए देखा के रंडी चोद हिमांशु की पेंट का अगला हिस्सा उभरा हुआ था मतलब उसका लिंग उत्तेजित हो चूका था.
मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने सोचा होगा अब इनकी होली ख़तम हुई तो अब बस पर तभी माँदरचोद विक्रम भी खड़ा हो गया और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की तरफ बदने लगा उसके हाथ में एक पैकट मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने देखा तो वो चिल्ला पड़ी नहीं ये नहीं… वो पक्का रंग था. माँदरचोद विक्रम बोला सविता भाभी जी कोई बात नहीं एक बार नहाते ही ये सब उतर जाएगा. वो मेरी बेचारी पत्नी की तरफ बदने लगा. मुझे गुस्सा तो आ रहा था पर एक चीज़ मैंने नोट की की ये सब देख कर में भी बहुत उत्तेजित हो रहा था. और मेरा भी लंड बुरी तरह खड़ा हो चूका था.मैंने सोच चलो अब देखते है आगे ये क्या करते है मैं वैसे ही बिस्तर पर आँखें बंद करके पड़ा रहा.
माँदरचोद विक्रम ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को आखिर दबोच ही लिया और उसके चहरे पर रंग लगाने लगा. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने बहुत कोशिश की अपने आप को बचाने की पर माँदरचोद विक्रम के आगे उसकी एक न चली. उसने बुरी तरह उसका चेहरा रंग दिया. ये देख कर रंडी चोद हिमांशु और रंडी चोद कौशल भी माँदरचोद विक्रम से रंग ले कर आ गए और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को रंग लगाने के लिए उसको घेरने लगे. अब तो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने वहा से भागने में ही भलाई समझी. वो किचन की तरफ भागने लगी. पर रंडी चोद हिमांशु ने उसका रास्ता रोक लिया और उसके हाथों पर रंग लगाने लगा इस धक्का मुक्की में कई बार उस का हाथ मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के स्तनों को छू जाता. अब रंडी चोद कौशल और माँदरचोद विक्रम भी मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को रंग लगाने को उसके पास आ गए.
अब उन तीनो ने उसको घेर लिया था. तीनो की आँखों में मेरी पत्नी को ग्रुप में चोदने की वासना साफ़ देखी जा सकती थी. और उनका क्या हाल था ये उनकी फूली हुई पेंट बता रही थी. मेरा भी लंड उन के ग्रुप सेक्स के बारे में सोच कर उत्तेजित हो गया और पजामा फाड़ कर बाहर आने को तड़पने लगा. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने उन के बीच में से निकलने की कोशिश की तो माँदरचोद विक्रम ने उसको पकड़ने की कोशिश की तो जल्दबाजी में उसने मेरी बेचारी पत्नी की कमर में हाथ डाल दिया और दोनों हाथों से घेरा बना कर उसे पीछे से कस कर पकड़ लिया. ओह ये क्या…. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के पीछे माँदरचोद विक्रम बिलकुल उससे चिपक कर खड़ा हो गया और उसको अच्छी तरह से जकड लिया उसका फुला हुआ लंड मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की टट्टी से भरी मोटी गांड की दरारों के बिलकुल बीच में था..
मेरी बेचारी पत्नी जितना अपने आप को माँदरचोद विक्रम से छुड़ाने की कोशिश करती उतना ही वो माँदरचोद विक्रम से रगड़ खाती और उतना ही माँदरचोद विक्रम को मज़ा आता. वो भी जान बुझ कर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को दबाये जा रहा था. और अपने नीचे के हिस्से को मेरी संस्कारी पत्नी की मोटी गांड से रगड़े जा रहा था. इधर रंडी चोद हिमांशु और रंडी चोद कौशल ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के जिस्म का ऊपर का जो भी हिस्सा साफ़ देखा वहां वो कस कस के रंग लगाये जा रहे थे. उसकी गरदन उसकी पीठ हाथों जहाँ भी नंगा हिस्सा था वहां उनका हाथ चलता जा रहा था.
मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के साथ इस धक्कामुक्की में मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया. अब तो उन तीनो के मुह में पानी आ गया. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ब्लाउस में झांकती उसके दोनों मोटे मोटे स्तनों की लकीर उन तीनो के सामने थी. मैंने सोचा अब ये साले ठरकी क्या करेंगे कही कुछ ज्यादा ही न हो जाये. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी भी अब थोडा तेज़ चिल्लाने लगी थी मगर अब तक तो उन सभी की अन्तर्वासना भड़क उठी थी. रंडी चोद कौशल ने एक रंग की थैली खोली और मेरी कामुक पत्नी के ब्लाउस की दरार को एक उंगली से हल्का सा उठाया और रंग की पूरी की पूरी थैली उसके दोनों बड़े बड़े स्तनों की दरार के अन्दर उड़ेल दि. पूरा रंग मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ब्लाउस में चला गया और उसके मोटे मोटे स्तन रंगीले हो उठे.
साला हरामी हिमांशु भाग कर बाथरूम से एक मग्गा पानी ले आया और उसने भी ब्लाउस को थोडा सा उठा कर पूरा पानी मेरी कामुक पत्नी के मोटे मोटे स्तनों पर डाल दिया. अब मेरी संस्कारी पत्नी का पूरा ब्लाउस गिला और रंग से सरोबार हो गया था. ब्लाउस गीला होने से अब उसके अन्दर की ब्रा भी बिलकुल साफ साफ दिखाई देने लगी थी. मेरी कामुक पत्नी की ब्रा देखकर अब तीनो की हवस और बढ गयी. माँदरचोद विक्रम का हाथ अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की कमर से ऊपर आ कर उसके मोटे मोटे रंग बिरंगे स्तनों तक आ चूका था.
मेरी संस्कारी पत्नी ने थोडा घुस्से में चिल्ला कर बोला तो विक्रम ने उसके कामुक और नशीले जिस्म को छोड़ दिया. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी बाथरूम की तरफ भागने लगी. तभी रंडी चोद हिमांशु ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का जो पल्लू जमीन की तरफ था उस पर पाँव रख दिया. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी जब भागी तो पल्लू बड़ा होने के कारण उसकी साड़ी खुल गयी मेरी संस्कारी पत्नी ने अपनी साड़ी उठाना जरुरी नहीं समझा होगा उसे लगा होगा अब तो ये मुझे रंग लगा ही चुके है अब सीधा बाथरूम जाकर नहा लेती हूँ तो वो अपनी खुलती हुई साड़ी को और उतर कर बाथरूम की तरफ भागी.
भागते हुए मेरी संस्कारी पत्नी के जिस्म से चिपका हुआ उसका पेटीकोट उसकी मोटी गांड की शेप बता रहा था अब ये सीन देख कर तो तीनों मचल उठे थे. ३६ की मोटी गांड को देखते ही रंडी चोद कौशल मेरी संस्कारी पत्नी के पीछे भागा और मेरी पत्नी के बाथरूम का दरवाज़ा बंद करने से पहले ही बाथरूम का दरवाजा पकड़ कर खड़ा हो गया. उसके पीछे दोनों शराबी मर्द भी मेरी कामुक पत्नी को धकेलते हुए अन्दर की तरफ आ गए. अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी फिर से बाथरूम में उनसे घिर गयी.
अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने उनको डाटना शुरू किया तो रंडी चोद हिमांशु ने कहा देखो सविता भाभी जी आज होली है. और आज तो हम आप को तस्सली से रंग लगा कर ही रहेंगे अब चाहे अपनी मर्ज़ी से लगाने दो या फिर ज़बरदस्ती… बोलो क्या करना है. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी ने भी अब सोचा के अब ये मानने वाले नहीं है. और वैसे भी इस रगडा रगड़ी में उसे भी जरुर मज़ा आया होगा. उसने भी कहा. देखो रंग लगा लो पर में चुपचाप नहीं लगवाने दूंगी. तुम अपनी कोशिश करों रंग डालने की में अपनी कोशिश करुँगी अपने को बचाने की.. ठीक है…. ठीक है सविता भाभी जी अब आएगा न मज़ा. तीनो ने कहा..
अब होली थोड़ी और गरम होने वाली थी क्योंकि मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को भी अब मज़ा आने लगा था. उसे तो लगा था के शायद ये तीनो उसके पति के दोस्त है और सच में वो सिर्फ होली खेलने आये है पर में जानता था क्या चल रहा है. अब मेरी संस्कारी पत्नी किसी बदचलन रंडी की तरह उन तीन मर्दों के सामने सिर्फ पेटीकोट और ब्लाउस में होली खेलने को बिलकुल तैयार हो चुकी थी. माँदरचोद विक्रम ने तुरंत एक जग पानी उठाया और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के वक्षस्थल की तरफ फ़ेंक दिया एक बार फिर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का उपरी हिस्सा गीला हो गया और उसकी ब्रा, ब्लाउस से झाकने लगी.फिर तो माँदरचोद विक्रम ने लगातार ३ ४ बार मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ऊपर जग से पानी डाल दिया जिससे मेरी सेक्सी धर्म पत्नी बिलकुल तरबतर हो गयी..
मेरी संस्कारी से बदचलन हुई पत्नी का पेटीकोट भी उसकी जिस्म से बुरी तरह चिपक गया और उसके पुरे जिस्म की शेप साफ़ साफ़ दिखने लगी. अब तो रंडी चोद कौशल, रंडी चोद हिमांशु और माँदरचोद विक्रम भी थोडा और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को हाथ लगाने लगे रंडी चोद हिमांशु ने जानबूझ कर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के कमर में हाथ डाल कर उसे उठा लिया और कहने लगा की अब तो आप को शावर के नीचे ही गीला करेंगे. हिमांशु ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को आगे की तरफ से उठा लिया जिससे मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के चुचे रंडी चोद हिमांशु के चहरे के सामने आ गए और उसके दोनों हाथ मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के पीछे उसकी मोटी मोटी गांड के नीचे पहुच गए.
फिर हिमांशु ने मेरी संस्कारी से बदचलन हुई पत्नी को कस कर पकड़ा और उसे उठा कर शोवर के नीचे ले आया ये देख कर माँदरचोद विक्रम ने शावर चालू कर दिया. अब मेरी जवान और सेक्सी पत्नी और हिमांशु दोनों पानी में भीगने लगे. हिमांशु ने जिस तरह से मेरी कामुक पत्नी को उठाया था उससे मेरी संस्कारी पत्नी का पेटीकोट थोडा सा ऊपर को हो गया था. जिस से उसकी दूध जैसी गोरी गोरी टांगों का पिछला हिस्सा नंगा हो गया था. मतलब उसके टांगों का पिछला हिस्सा घुटनों तक बिलकुल साफ साफ दिखाई दे रहा था. कौशल से रहा नहीं गया और उसने थोडा सा रंग लेकर उसकी टांगों में मसलना शुरू कर दिया..
जब रंडी चोद हिमांशु भी अच्छी तरह गीला हो गया तब उसने मेरी पत्नी को नीचे उतारा मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का एक एक अंग साफ़ दिख रहा था. वो तीनो भी गीले हो चुके थे और तीनो के लंड उनकी पेंट में तम्बू बना रहे थे. रंडी चोद कौशल अब कुछ ज्यादा ही वहशी हो चूका था क्योकि उसने अपने हाथ में रंग लेकर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ब्लाउस के ऊपर लगा दिया. मेरी सेक्सी माल पत्नी ने उस बहन के लंड को मन किया पर अब वो उसकी कहाँ मानने वाला था उसने फिर से उसके एक साइड के स्तन पर रंग लगा दिया. अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को गुस्सा आ गया उसने मन किया की वो अब होली नहीं खेलेगी पर रंडी चोद कौशल नही माना वो फिर भी उसके मोटे मोटे स्तनों पर रंग लगाता रहा…
मेरी सेक्सी धर्म पत्नी बाहर जाने को हुई तो माँदरचोद विक्रम ने उसको पीछे से दोनों हाथों से पकड़ लिया मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के दोनों हाथ अब पीछे की तरफ थे और उसके चुचे सामने की तरफ को तने हुए रंडी चोद कौशल और रंडी चोद हिमांशु बिलकुल उसके सामने खड़े हो गए उनका इरादा कुछ नेक नहीं था. रंडी चोद हिमांशु ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ब्लाउस में हाथ डाल दिया और उसके चूचो में रंग लगाने लगा मेरी सेक्सी धर्म पत्नी चिल्लाई…. पर उन्हें कोई फरक नहीं पड़ा. रंडी चोद हिमांशु उसके दोनों चूचो को भिचने लगा उधर माँदरचोद विक्रम भी मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के पीछे उसकी टट्टी से भरी मोटी गांड से सट कर खड़ा हो गया और उसकी गांड पे अपने लंड से घिस्से लगाने लगा.
बहन के लंड कौशल ने भी मौके का फायदा उठाया और उसने मेरी कामुक पत्नी का पेटीकोट उसकी जांघों तक उठा दिया. कसम से तीनो ने इस तरह से मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को घेरा था की वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी.. रंडी चोद कौशल उसकी जांघों पर रंग रगड़ने लगा. मेरी सेक्सी धर्म पत्नी उन तीनो के बीच में तड़पने लगी और बुरी तरह अपने आप को छुड़ाने की कोशिश करने लगी. पर जितना वो हिलती उतना ही तीनो को मज़ा आता. रंडी चोद कौशल अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की गोरी गोरी टांगों पर रंग लगा कर उठ चूका था और अब उसने रंडी चोद हिमांशु का काम संभल लिया… मतलब अब वो मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के चुचिओं पर पिल पड़ा. रंडी चोद कौशल ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के ब्लाउस के हुक खोलने शुरू किये.
मेरी कामुकता से भरी धर्म पत्नी अब जोर जोर से चिल्लाने लगी ये देख रंडी चोद हिमांशु ने उसका मुह बंद कर दिया. रंडी चोद कौशल ने कुछ देर में उसके हुक पुरे खोल दिए पर ब्लाउस को उतारा नहीं.. पर उसके बड़े बड़े स्तनोंको जोर जोर से दबाता जरुर रहा. पीछे विक्रम अपना घोड़े जैसा लंड लगातार मेरी कामुकता से भरी पत्नी की मोटी गांड से रगड़े जा रहा था. माँदरचोद विक्रम ने अब मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के हाथ छोड़े और उसके दोनों चुचे पीछे से पकड़ लिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा रंडी चोद हिमांशु मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का मुह बंद करके खड़ा था पर दुसरे हाथ से वो उसकी टट्टी से भरी मोटी गांड को भी दबा रहा था…
रंडी चोद कौशल ने तभी मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के पेटीकोट के नाड़े को खोलने की कोशिश की पर वो शायद अटक गया था इसलिए उस से वो खुला नहीं. रंडी चोद कौशल घुटनों के बल नीचे बैठ गया और वही से नाड़े को खोलने लगा पर नाड़ा फंस चूका था. झल्ला कर रंडी चोद कौशल ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का पेटीकोट ऊपर उठा दिया और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की चिकनी चूत पर अपना हाथ रख दिया और उसे भी रगड़ने लगा… अब तो ये तय था की अब वो मेरी पत्नी का कांड करने ही वाले है. माँदरचोद विक्रम ने पीछे अपना घोड़े जैसा लंड निकल लिया था और मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की टट्टी से भरी मोटी गांड की दरार पर धक्के पर धक्का लगाये जा रहा था.
रंडी चोद हिमांशु भी मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का मुह छोड़ कर उसके चूचो में मस्त था और रंडी चोद कौशल नीचे बैठा हुआ मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की चिकनी चूत में उंगली डाले जा रहा था.. मैंने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी को देखा तो चिकनी चूत में उंगली डालने पर उसकी आँखें बंद हो चुकी थी और वो भी रंडी चोद कौशल के बाल पकड़ कर उसे अपनी चिकनी चूत की तरफ खिंच रही थी. थोड़ी देर में रंडी चोद कौशल ने मेरी पत्नी की दोनों टांगों को चौड़ा किया और अपनी जीभ उसकी चिकनी चूत पर लगा दी.
एकदम से मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के मुह से आह निकली और उसने कस कर रंडी चोद कौशल के बाल भीच लिए..१ इस से मेरी सेक्सी धर्म पत्नी का पेटीकोट नीचे कौशल के सर के ऊपर आ गया अब वो चूत चाटते हुए बिलकुल भी दिखाई नहीं दे रहा था मगर मेरी पत्नी के खुबसूरत चेहरे के हाव भाव बता रहे थे की पेटीकोट के अंदर कौशल की जीभ मेरी रंग में भीगी पत्नी की चिकनी चूत को बड़े मजे से चोद रही है.
मेरी पत्नी के हार्डकोर ग्रुप सेक्स का बहुत ही ज्यादा गर्म द्रश्य था. रंडी चोद हिमांशु ने मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की ब्रा को ऊपर किया और उसके मोटे मोटे बूब्स के निप्पलों को किसी छोटे बच्चे की तरह से अपने मुंह में लेकर चूसने लगा. एकदम कड़क निप्पल हो चुके थे मेरी पत्नी के स्तनों के. माँदरचोद विक्रम पीछे अपना घोड़े जैसा लंड निकाल कर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की टट्टी से भरी मोटी गांड पर रगड़ रहा था. काफी देर से रगड़ने की वज़ह से शायद वो झडने वाला था. हा सच में उसने पीछे मेरी सेक्सी धर्म पत्नी की टट्टी से भरी मोटी गांड के ऊपर अपना सारा गर्म गर्म वीर्य निकाल दिया था और अपने लंड को ख़ाली करने के लिए वो उसे आगे पीछे किये जा रहा था.
रंडी चोद हिमांशु ने अपना घोड़े जैसा लंड अपनी पेंट से नक़ल कर मेरी सेक्सी धर्म पत्नी के हाथ में दे दिए मेरी सेक्सी धर्म पत्नी उसके तने हुए लंड की मुठ मरने लगी और रंडी चोद हिमांशु उसके चूचो को चूसता रहा.. रंडी चोद हिमांशु का जल्द ही लंड झड गया और उसने भी अपना सारा गर्म गर्म वीर्य निकल दिया. अब साला बहन का लंड विक्रम और हिमांशु बाहर आगये और वही सोफे पर बैठ गए. तभी रंडी चोद कौशल उठा और उसने झट से बाथरूम का दरवाजा बंद कर दिया और अन्दर से कुण्डी लगा दी. कुछ देर बाद अन्दर से शोवर चलने की आवाज़ आने लगी.. वो दोनों बाहर हसने लगे.
तभी बाहर घंटी बजी शायद कोई आ गया था. बाथरूम के अन्दर रंडी चोद कौशल ने भी बेल की आवाज़ सुन ली तो वो भी जल्दी से बाहर आ गया उस वक़्त उसकी पेंट नीचे उतरी हुई थी पर उसका अंडर वियर ऊपर ही था शायद वो बस अब कांड करने ही वाला था. पर बेल की आवाज़ सुन कर बाहर आ गया था उसने अपनी पेंट ऊपर की और मुझे उठाया.. मैंने भी नशे में होने का नाटक किया और ऐसे उठा जैसे कुछ हुआ ही न हो. मैंने देखा मेरी सेक्सी धर्म पत्नी अंदर बाथरूम का दरवाज़ा बंद कर चुकी थी. उसकी साड़ी नीचे फर्श पर पड़ी थी. रंडी चोद कौशल भी सोफे पर उनके साथ बैठ गया और तीनो आपस में खुसर पुसर करने लगे.
मैंने दरवाजे पर देखा तो मेरे ऑफिस के दोस्त थे. मैंने उन्हें अंदर बुलाया और उनके साथ भी होली खेली उन्होंने पूछा सविता भाभी जी कहा है तो मैंने कहा शायद नहाने गयी है. मैंने मेरी जवान और सेक्सी पत्नी को आवाज़ लगाई तो उसने अंदर से कहा की अभी वो नहा कर बाहर आ रही है. कुछ देर हम यु ही बातें करते रहे. थोड़ी देर में मेरी पत्नी बाहर आयी तो उसने मेक्सी पहनी हुई थी. मेरी रंडी पत्नी की साड़ी तो ये रंडी चोद मर्द पहले ही उतर चुके थे पर उसके अन्दर के कपडे तो मेरी पत्नी के जिस्म पर ही थे और मेक्सी तो हमेशा ही बाथरूम में रहती है. उसने बाहर आते ही सब हो होली मुबारक कहा और वही बैठ गयी.
मेरी पत्नी का खूबसूरत चेहरा देख कर लगा नहीं की उस साली बदचलन रंडी ने आज होली के उपलक्ष में ग्रुप सेक्स करा है. मेरे शराबी दोस्तों के साथ हार्डकोर ग्रुप सेक्स करवने के बावजूद वो एकदम रिलेक्स मुड में थी. कुछ देर बातें करने और एक दो पेग पिने के बाद वो सब चले गए तो मैंने कौशल से कहा सोरी यार कुछ ज्यादा ही चढ़ गयी थी इसलिए थोडा सो गया था. उसने बोला की कोई बात नहीं भाई तुम सोये तो क्या हुआ सविता भाभी जी ने तो हमारा पूरा साथ दिया होली खेलने में. वो मेरी पत्नी की तरफ देख कर मुसकुराया तो मेरी पत्नी भी थोडा सा शरमा कर हंस दी.
दोस्तों उसके चेहरे की मुस्कान साफ साफ बता रही थी की उस संस्कारी महिला को भी आज होली के दिन बदचलन बनकर मेरे दोस्तों के साथ ग्रुप सेक्स करने में बड़ा आनंद आया है. दोस्तों उस दिन के बाद से मेरी पत्नी की मेरे दोस्तों से नजदीकियां काफी ज्यादा बढ़ गयी और वो आये दिन घर से गायब रहने लगी. मुझे पूरा यकीन हैं की आज भी मेरे दोस्त मेरी पत्नी के साथ होटल में ग्रुप सेक्स करते होंगे. दोस्तों आप सभी को मेरी इंडियन हिन्दी हार्डकोर ग्रुप सेक्स स्टोरी “मेरी संस्कारी पत्नी ने होली पर बदचलन बनकर रंडी की तरह ग्रुप में चुदवाया शराबी मर्दों से” कैसी लगी मुझे ईमेल करके जरुर बताना…