दोस्तों मेरी माँ का एक आशिक है जो हर वक्त उनके साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के लिए तत्पर रहता है. आज की इस आन्तार्वसना हिंदी सेक्स स्टोरी में मैं कुंवारी लड़की आप सभी को बताउंगी की कैसे मैंने मेरी तलाकशुदा माँ को घोड़ी बनकर अपने आशिक से गांड मरवाते देखा था और फिर उन्हें घोड़ी बन डॉगी सेक्स पोजीशन में चुदाई करते देख मैं अपनी कामवासना शांत करने के लिए अपनी चूत में ऊँगली करने लगी. आइए अब पूरी घटना निचे विस्तार से बताती हूँ मुझे पूरी उम्मीद है की आप सभी को मेरी ये कामुकता से भरी गंदी हिंदी सेक्स स्टोरी बहुत ही ज्यादा पसंद आयगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर भी करेंगे…
दोस्तों मेरा नाम किरण जीत कौर है और मैं पंजाब की रहने वाली एक 18 साल की कुंवारी लड़की हूँ. दोस्तों मेरी कामवासना से भरी माँ जिनकी उम्र 35 वर्ष है उनका चाल चलन ठीक नहीं था इस वजह से मेरे पापा ने उन्हें तलाक दे दिया था. मेरी माँ उनके घर की एकलौती बेटी थी तो हम माँ और बेटी मेरी नानी के घर पानीपत ही आ गए . जब मेरे पापा ने मेरी माँ को तलाक दिया था उस वक्त मैं सिर्फ नौ साल की थी इसलिए मुझे उनका रिश्ता टूटने की वजह के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था . मुझे तो बस इतना पता था की मेरी माँ रोज किसी पराये मर्द के साथ कई कई घंटो तक घर से गायब रहती थी और इसी बात के पीछे मेरे पापा और मेरी माँ की आये दिन लड़ाई होती रहती थी.
मैंने मेरी तलाकशुदा माँ को घोड़ी बनकर अपने आशिक से गांड मरवाते देखा हिंदी सेक्स स्टोरी
जब पापा ने मेरी माँ को छोड़ा उसके बाद से ही हम मेरी बुड्ढी नानी के साथ रह रहे थे मगर आज से कुछ समय पहले हमरे घर में एक दुखद घटना घटी थी. दरअसल मेरी नानी का देहांत हो गया और अब घर में बस हम माँ और बेटी दो ही सदस्य बचे थे. मेरी नानी के सामने तो मेरी कामवासना से भरी माँ ने काफी दिनों तक अपने आशिक से बातें नहीं करी थी तो मुझे लगा की उन दोनों प्रेमी और प्रेमिका का ब्रेकअप हो गया है और इस बात की मुझे बहुत ख़ुशी थी मगर मेरी नानी की मौत होते ही उनके फिर से पर निकल आये और अपनी कामवासना शांत करने के लिए वो बदचलन रांड फिर से अपने आशिक के साथ इश्क फरमाने लगी. इन्हें इतनी भी शर्म नहीं थी की अब उनकी बेटी भी जवान हो चुकी थी.
मेरी कामुकता से भरी तलाक शुदा माँ आधी रात को उठकर बाथरूम में चली जाती थी और वो अपना मोबाइल फोन भी साथ लेकर जाती थी तथा दरवाजा बंद कर के अपने आशिक के साथ गंदी गंदी बात करती थी . एक दिन मैंने बाथरूम में कान लगा कर उन दोनों की बातें सुनी तब मुझे पता चला की मेरी कामुकता से भरी तलाक शुदा माँ नंगी होकर अपने आशिक को वीडियो कॉल करती है और उसे अपना नंगा जिस्म दिखाकर खुश करती है. उधर दूसरी तरफ मेरी तलाक शुदा माँ का आशिक मेरी माँ का नंगा जिस्म देखकर मूठ मारता है और अपनी हवस शांत करता है. मुझे मेरी माँ और उनके बॉयफ्रेंड के बारे में सब कुछ पता चल चूका था मगर फिर भी मैं मेरी माँ से कुछ नहीं बोली. मुझे लगा की मेरी तलाक शुदा माँ की भी अपनी ज़िंदगी है जैसे जिए मुझे क्या.
दोस्तों मेरी नानी के मरने के बाद अब मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ उनके आशिक से नजदीकियाँ कुछ ज्यादा ही बढ़ चुकी थी. एक रात मैंने मेरी माँ को अपने आशिक से बातें करते सुना. मेरी माँ अपने आशिक से बोल रही थी की कल रात मैं मेरी बेटी को जल्दी खाना खिलाकर सुला दूंगी और फिर तुम मेरी चुदाई करने मेरे घर आ जाना डरने की कोई बात नहीं है क्योंकि अब घर मैं मेरे और मेरी बेटी के अलावा और दूसरा कोई नहीं रहता है. अगली रात मेरी माँ ने मुझे जल्दी खाना खिलाकर सोने के लिए मेरे बैडरूम में भेज दिया ताकि वो मेरे सोने के बाद अपने आशिक के साथ रंग रलियाँ बना सके पर आज की रात मैं जल्दी कहा सोने वाली आज की रात तो मैं मेरी माँ को अवैध सेक्स संबंध बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ना चाहती थी .
फिर करीब रात को 11 बजे मेरी माँ के मोबाइल फोन पर उनके आशिक की कॉल आई तो मेरी माँ ने उससे बोला की डार्लिंग मेरी बेटी सोने के लिए अपने बैडरूम में जा चुकी है अब हम दोनों मस्ती कर सकते हैं जल्दी से आ जाओ मेरी कामवासना शांत करने के लिए . फिर करीब आधे घंटे के बाद मेरी माँ का आशिक दबे पाँव हमारे घर आ गया मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ चुदाई करके अपनी हवस शांत करने के लिए. फिर मेरी माँ अपने आशिक को अपने बैडरूम में ले कर चली गयी. फिर करीब दस मिनट के बाद मेरी कामवासना से भरी माँ के बैडरूम से उनकी सिसकियों की आवाजें मुझे सुनाई देने लगी तो मैं समझ गयी की उनकी चुदाई का खेल प्रारंभ हो चूका है.
मेरी बदचलन माँ को नंगी होकर सेक्स करते हुए देखने के लिए मैं भाग कर उनके बैडरूम के दरवाजे के पास गयी तो मैंने देखा की उनके बैडरूम की एक खिड़की खुली हुई है. मैं हिम्मत करके दबे पाँव थोड़ा और आगे बड़ी तो मैंने खिड़की से अंदर देखा. मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ की ब्रा पैंटी व दुसरे सभी कपड़े निचे फर्श पर पड़े हुए थे और वो दिनों बिलकुल नंगे होकर अपनी कामुकता शांत करने में लगे हुए थे . मेरी माँ पलंग पर नंगी पड़ी थी और मेरी माँ का आशिक नीचे फर्श पर खड़े होकर मेरी नंगी माँ की चूत की चुदाई कर रहा था. मेरी नंगी माँ के दोनों पैर उनके नंगे आशिक ने अपने कंधे पर रख रखे थे और वो मेरी माँ के साथ सेक्स कर रहा था.
आज कई दिनों के बाद मेरी माँ चुद रही थी इस लिए सेक्स करते करते वो साली रांड पागल सी हो रही थी. वो अपनी गांड घुमा घुमा कर अपने आशिक का लंड अंदर तक ले रही थी. करीब एक घंटे तक मेरी नंगी माँ की चूत की चुदाई करने के लिए मेरी माँ के आशिक ने डॉगी सेक्स पोजीशन में गांड मारने के लिए मेरी माँ को घोड़ी बना दिया. फिर मेरी नंगी माँ की गांड के छेद में थूक लगा कर वो मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ गांड में अपना लंबा और मोटा लंड डालने लगे . गांड मरवाने में मेरी माँ को बहुत तेज दर्द होने लगा और वो जोर जोर से चिल्लाने लगी तो मेरी माँ के आशिक ने उनसे पुछा की आज गांड चुदवाने में इतना ज्यादा दर्द क्यों हो रहा है पहले जब मैं तेरी गांड मारता था तब तो बड़े आराम से जाता था मेरा लंड तेरी गांड के अंदर.
तो मेरी माँ बोली बहुत दिन हो गए हैं ना गांड की चुदाई करवाए हुए इस लिए टाइट हो गया है गांड का छेद दो चार बार मेरी गांड में लंड डालोगे तो फिर से आराम से जाएगा और मुझे गांड मरवाने में दर्द नहीं होगा. दोस्तों मेरी चूत गीली हो गयी थी मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ गांड चुदाई देखकर और अब मेरा भी अपनी सील पैक वर्जिन चूत और गांड की चुदाई करवाने का बड़ा मन कर रहा था . अपनी नंगी माँ को सेक्स करते देख अब मैं अपनी कामवासना शांत करने के लिए खुद ही अपने स्तनों को दबाने लगी और अपनी पैंटी में हाथ डालकर अपनी सील पैक वर्जिन चूत में ऊँगली करने लगी .
करीब दस मिनट तक हस्तमैथुन करने के बाद इधर मेरी कुंवारी चूत ने अपना पानी छोड़ा और उधर मेरे माँ के आशिक ने भी मेरी कामवासना से भरी तलाक शुदा माँ गांड में अपना वीर्य छोड़ दिया और फिर वो दोनों नंगे ही एक दुसरे से चिपक कर सो गए. अपनी माँ की चुदाई पूरी देखने के बाद मैं दबे पांव वापस अपने बैडरूम में आकर सो गयी और फिर मुझे गहरी नींद आ गयी. सुबह मेरी नींद खुली जब तक मेरी माँ का आशिक हमारे घर से जा चूका था.