Mother And Son Hindi Sex Story घोड़ी बनाकर गांड मारी अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की Hindi Sex Story : हेल्लो दोस्तों आज हो हिंदी सेक्स कहानी में आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ वो मेरी और मेरी मम्मी की चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी है. ये घटना मेरी जिन्दगी की एक बहुत ही खुबसूरत और सच्ची घटना है। मैं कई दिनों से रोज रात में अपनी मम्मी को रंडी बन गैर मर्दों से चुदवाते हुए देख रहा था। मैं 21 साल का जवान मर्द हो गया था और मेरी माँ 45 साल की बड़ी खूबसूरत विधवा औरत थी। 45 की उम्र में भी मेरी माँ बिलकुल कच्ची कली लगती थी.
मेरी विधवामाँ दिखने में बहुत सुंदर थी उनकी उम्र भले 45 वर्ष थी पर वो आज भी 26 साल की दिखती थी. मेरी मम्मी का सेक्सी जिस्म भरा हुआ था और फिगर 38 32 38 का था। मेरी माँ को रोज नए नए मर्दों के लंड से चुदवाना बहुत पसंद था वो साली एक नंबर की रांड थी। मेरे पापा की जब कैंसर से मौत हो गयी थी तो घर का खर्च चलने के लिये मज़बूरी में मेरी मम्मी ने अपनी चूत की दुकान खोलनी पड़ी उन्होंने अपने सेक्सी जिस्म को बेचना अपना धंधा बना लिया था। रोज मेरे घर नए नए मर्द आया करते थे और पैसे देकर मेरी माँ को चोदा करते थे. है.
Mother And Son Hindi Sex Story घोड़ी बनाकर गांड मारी अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की Hindi Sex Story
रोज रात में मेरी मम्मी के कमरे से “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” की बहुत ही मादक मादक आवाजे आती थी। मुझे ये चुदाई वाली बाते बहुत देर में मालुम हुई जबतक मेरी माँ ना जाने कितने मर्दों के बिसतर गरम कर चुकी थी। एक शराबी को मेरी माँ से प्रेम हो गया था और वो आये दिन मेरी रंडी माँ को पेलने आया करता था. कई बार मेरी मम्मी का आशिक उसे गाल पर चांटे मार मारकर मम्मी की चुदाई करता था और उनकी गंद मारता था, कभी दीवाल के सहारे खड़ा करके पीछे से मम्मी की चूत में लंड डालकर चोदता था। कभी तो वो रंडी मम्मी को गोद में बिठाकर चोदता था। उस शराबी आशिक ने मेरी मम्मी को घोड़ी बनाकर सैकड़ो बार गांड मारी है.
धीरे धीरे ये बात सारे मोहल्ले में फ़ैल गयी थी की मेरी मम्मी एक रांड है और मेरी बदनामी होने लगी थी। “तेरी मम्मी के तो ऐश है। तेरे बाप के मरते ही वो रांड बन गई और हर रात में चुदती है और रोज रोज पैसे लेकर नये नए लंड खाती है!!” मेरे दोस्त मुझसे कहने लगे थे और मेरा मजाक बनाते थे। अब में बड़ा हो चूका था और मुझे सेक्स चुदाई के बारे में सब कुछ पता था. मुझे मेरी माँ के बारे में सुनकर बहुत शर्म आती थी। मैंने मम्मी से कहा की माँ अब में कोई अछि जॉब तलाश करलूँगा पर आप ऐसा कोई काम मत करो जिससे समाज में बदनामी हो पर मम्मी ने मेरी एक बात नही सुनी उन्हें रोज नया लंड खाने की लत जो लग ई थी। मेरा घर एक रंडी खाना बन गया था.
सारा दिन मेरी मम्मी को पेलने ग्राहक आते रहते थे और रात में 10 बजते पडोस वाला शराबी आदमी जो मेरी माँ का आशिक था मेरे घर आ जाता था। शराब पीने के बाद वो मम्मी को बाहों में भरकर चुम्मा लेने लगा जाता था। फिर उसके होठ पीने लगा जाता था। फिर धीरे धीरे मेरी मम्मी की साड़ी उतार देता था। ब्लाउस और पेटीकोट खोलकर मम्मी के दोनों पैर खोलकर अपना गन्दा सा काला भुसंड लौड़ा मेरी मम्मी की चूत में डाल देता था और फिर चुदाई शुरू कर देता था। वो मेरी मम्मी को नंगा करके २ घंटे नॉन स्टॉप चोदता था फिर सारा का सारा वीर्य मेरी मम्मी की चूत में ही गिरा देता था। फिर मम्मी से घंटो अपना लंड चुसाया करता था। ६ महीने तक यही सिलसिला चला।
मेरी रंडी मम्मी अब मुझसे भी एक आवारा औरत की तरह बर्ताव करने लगी थी। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की शर्म ह्या मर चुकी थी। पड़ोस वाली औरतों को जब मेरी मम्मी के बारे में पता चला की वो एक रंडी है तो उन सभी ने मेरी मम्मी से बोलचाल बंद कर दी थी। में रोज दिन में काम की तलाश पर निकाल जाया करता था और रात में घर लेट आया करता था. एक दिन में अचानक घर पर जल्दी आ गया और मैंने मेरी मम्मी को अपने ग्राहक के साथ सेक्स करते हुए रंगे हाथो पकड़ लिया मुझे मेरी माँ को गैर मर्द से चुदवाते देख बहुत तेज गुस्सा आ गया. मैंने एक डंडे से उस आदमी को मारना शुरू कर दिया और उसका सिर फट गया। वो अपनी जान बचा कर किसी तरह से भागा। पर मुझे अपनी मम्मी को भी सबक सिखाना जरूरी था।
मैंने गुस्से में आकर डंडे से मेरी मम्मी को भी खूब मारा। फिर चांटे मार मारकर अपनी मम्मी के गाल फुला दिए। तभी मारपीट के दौरान मेरी मम्मी का ब्लाउस फट गया और उनके गोरे गोरे मम्मे मुझे दिख गये। मम्मी कभी भी ब्रा नही पहनती थी सिर्फ ब्लाउस पहनती थी ताकि नुके बोबे कुछ ज्यादा ही फुले हुए दिखाई दे। मेरी मम्मी का सेक्सी जिस्म देख अब में गरम हो उठा और अब मेरा अपनी सगी मम्मी को चोदने का बड़ा मन करने लगा। मैंने उनका हाथ पकड़कर उनको मेरे बैडरूम में ले गया। मैं बहुत गुस्सा था। क्यूंकि मेरी मम्मी की वजह से मेरी पुरे मोहल्ले में बहुत बदनामी हुई थी।
बैडरूम में पहुच कर मैंने दरवाजा अंदर से बंद करा ताकि मेरी माँ भाग ना जाए और फिर मैंने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और अपनी माँ के सामने ही नंगा हो गया। फिर मैंने मेरी माँ रांड की साड़ी, ब्लाउस खोला और उप्पर से उन्हें पूरी नंगी कर डाला अब मैंने अपना हाथ मेरी माँ के पेटीकोट की तरफ बढाया और एक झटके के साथ पेटीकोट खीचकर फाड़ दिया और उसे पूरी तरह से निचे से भी नंगी धड़ंग कर दिया। ( Mother And Son Hindi Sex Story घोड़ी बनाकर गांड मारी अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की Hindi Sex Story )
घुस्से से में मेरी माँ रांड से बोला साली छिनाल! तुझे रंडी बनकर रोज नए नए मर्दों के लंड खाना बहुत पसंद है ना। आज मैं तुझे खूब लंड खिलाऊंगा खाना रंडी छिनाल आप अपने बेटे का लंड!!” मैंने अपनी रंडी मम्मी से कहा और उसे ५ ६ चांटे मैंने फिर से उसके गाल पर मार दिए। फिर मैंने ८ १० लाते उसे मार पी। मैं गुस्से से जल और उबल रहा था। मेरी रंडी मम्मी की वजह से लोग आज हमारे पूरे खानदान पर कलंक लगाने लग गये थे। इसलिए मैं बहुत जादा क्रोधित था। अब मम्मी अब मेरे सामने नंगी हो गयी थी उनका हॉट और सेक्सी जिस्म मेरे अंदर के जानवर को जगा रहा था।
उसके बाद मैंने अपनी मम्मी के घने काले बालों को पकड़ लिया और उसके गाल पर किस करने लगा। वो मुझसे डर रही थी। काँप रही थी क्यूंकि मैंने उसे आधे घंटे से पीट रहा था। फिर मैंने मम्मी को बिस्तर पर धकेल दिया। वो लड़खड़ाकर बिस्तर पर गिर पड़ी। मैंने भी उसके पास चला गया था। मैंने उसे २ चांटे और मार दिए। उसके बावजूद भी वो अपनी गलती नही मार रही थी। फिर मैंने अपनी सगी अल्टर और चुदकक्ड के रसीले होठ चूसना शुरू कर दिया। मेरी मम्मी का जिस्म भरा हुआ था। वो चोदने लायक मस्त माल लग रही थी। मम्मी की चूचियां 38” की बहुत ही खूबसूरत थी। क्या सफ़ेद सफ़ेद संगमरमर जैसे मम्मे थे। कोई मुर्दा भी अगर रंडी मम्मी को देख लेता तो उसका लंड खड़ा हो जाता और वो मम्मी को चोद लेता।
दोस्तों मेरी मम्मी इतनी मस्त आइटम थी। आज मैं मम्मी को कसके चोदने वाला था क्यूंकि वो बहुत हरमपन दिखा रही थी। उसे रात में चाहे खाना ना मिले पर लंड जरुर मिल जाए वो इस तरह से छिनाल और रंडी बन गयी थी। ये सब गुस्सा दिलाने वाली बाते मुझे बार बार याद आ रही थी और मेरा खून का पारा बढ़ जाता था। मैं बड़ी देर तक मम्मी के रसीले और गुलाबी होठो को चूसता रहा। फिर मैंने उस रंडी के दूध पीने लगा। 38” के दूध कितने बड़े बड़े होते है आप लोगो को तो पता ही होगा। मैं हाथ से मम्मी के मम्मो को दबा रहा था। वो “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” बोल बोलकर चिल्ला रही थी।
मैंने अपने हाथो से मेरी चुदक्कड़ मम्मी के मोटे रसीले आम जोर जोर से मसल और दबा रहा था। वो कसकसा रही थी और तडप रही थी। फिर मैं मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की काली काली निपल्स को अपने ऊँगली से पकड़कर घुमाने लगा। वो अपनी गांड उठाने लगी। “मेरी रंडी मम्मी आज मैं तेरी चुत और गांड को इतना चोदूंगा की तेरी सारी चुदास आज खत्म हो जायगी तेरी चुत को आज खूनम खान कर डालूँगा । दुबारा तू बाहरी मर्द से लौड़ा नही मांगेगी!!” मैने कहा।
उसके बाद मैं जोर जोर से अपनी सगी चुदक्कड़ मम्मी के दूध को खूब कस कसके दबा रहा था। मैं मम्मी पर लेट गया और उसके रसीले होठ फिर से चूसने लगा। वो मुझसे डरी हुई थी और काँप रही थी। फिर मैं मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की चूचियों को मुंह में लेकर पीने लगा और जोर जोर से दांत उसने गड़ाने लगा। मेरी रंडी माँ “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” बोल बोलकर चीख रही थी।
मैं मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की चूचियों को मुंह से काट रहा था। वो तडप रही थी और सिसकियाँ ले रही थी। फिर २ ३ चांटे मैंने फिर से उसके गाल पर जड़ दिए। और फिर से उसके मैं दूध पीने लगा। फिर मैंने रात में १ घंटे तक मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूचियां को मजे लेकर पिया। कुछ देर में मेरी मम्मी चुदने को तैयार हो गयी थी। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूचियों का आकार अब और जादा बढ़ गया था। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की रसीली चूचियां अब और भी जादा टाईट और कड़क लग रही थी। मैंने अपनी मम्मी की दोनों टाँगे खोल दी और मेरी चुदक्कड़ मम्मी की रसीली चूत चाटने लगा।
ना जाने कितने मर्दों ने मेरी मम्मी को चोदा था। कितने मोटे मोटे लंड मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूत से खाए थे। आज मैं उसी चूत को जीभ लगाकर चाट रहा था। मैं किसी चूत के प्यासे कुत्ते की तरह अपनी रंडी मम्मी की गुलाबी चूत को पी रहा था। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की बुर बहुत गुलाबी और लाल लाल थी। मैं १५ मिनट तक अपनी मम्मी की चूत की पीया और भरपूर मजा लिया। उसके बाद मैंने अपना मोटा था १०” का लौड़ा हाथ में ले लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगा। दोस्तों कुछ देर में मेरा लम्बा मोटा लौड़ा खूब टाईट हो गया।
फिर मैं अपने लौड़े से मम्मी के चेहरे को मारने लगा। मैं कस कसके उसे गाल पर लंड से मार रहा था जैसे स्कूल में छोटे बच्चों की पिटाई डंडे से की जाती है। ऐसा ही लग रहा था। मैं काफी देर तक अपने १०” के लौड़े से मम्मी के चेहरे को पीटा और मारा। फिर मैंने उसके मुंह में लंड खोस दिया। “ले राड़ आज जी भरकर चूस ले!!” मैंने कहा और जबरन अपना लौड़ा मम्मी के मुंह में डाल दिया। आज वो अल्टर बहुत सीधी बन रही थी।
पर धीरे धीरे वो मेरा लम्बा मोटा लौड़ा चूसने लगी। आज मैं अपनी चुदासी रंडी मम्मी को चोदने जा रहा था। जिससे वो कभी भविष्य में किसी आस पास के मर्द से ना चुदवाए और जब उसे लौड़े की तलब लगे तो सिर्फ मुझसे ही चुदवाए। मैंने मम्मी के बाल वहशी अंदाज में पकड़ लिए और अपने लंड से जल्दी जल्दी उनका मुंह चोदने लगा। मेरा लंड बहुत लम्बा और मोटा था जिस वजह से वो मेरी माँ के गले तह जा रहा था जिस वजह से लंड चूसते वक्त उन्हें बार बार खांसी भी आ रही थी.
मेरा लम्बा मोटा लौड़ा 9 इंच मोटा था। जैसे ही मैं इसे मम्मी के मुंह में घुसेड़ता था मम्मी को साँस आना बंद हो जाती थी। वो तड़पने लग जाती थी। मुझे अच्छा लग रहा था। जी तो कर रहा था की उसका गला दबाकर उसे जान से मार दूँ वरना वो जिन्दा रहेगी तो फिर से पड़ोस के मर्दों को बुलाकर चुदवा लेगी। पर मैं अपनी हसीन रंडी मम्मी को कसके चोदना भी चाहता था। इसलिए मैंने उसे नही मारा। और बड़ी बदतमीजी से उसके बाल पकड़कर मैं जल्दी जल्दी उसका मुंह अपने लौड़े से चोदने लगा। मेरी मम्मी बड़ी चालू आइटम थी।
बार बार कह रही थी की वो दुबारा ऐसा काण्ड नही करेगी पर कुछ ही दिन में वो फिर से किसी न किसी मर्द को बुलवाकर चुदवा लेती थी। मैंने अपनी सेक्सी चुदक्कड़ मम्मी के सिर को पकड़ लिया और बहुत जल्दी जल्दी अपने लौड़े पर धकेलने लगा। अपने आप उसका मुंह जल्दी जल्दी चुदने लगा। “बेटा!! मुझे छोड़ दो, मैं दुबारा ऐसा काम नही करूंगी। अब मैं किसी मर्द को रात में घर पर नही बुलाऊंगी और ना ही चुदवाउंगी!!” वो बार बार कह रही थी। पर ये सब उसका एक नाटक था। हर बार वो कुछ ही दिन में बदल जाती थी और किसी न किसी मर्द को घर में बुला लेती थी और अपनी चूत चुदवा लेती थी।
पर मैंने मेरी चुदक्कड़ मम्मी की कोई बात नही सुनी और बार बार मैंने उसके मुंह में अपना सांप जैसा लंड डाल देता था और अपनी सगी अल्टर मम्मी से चुसवा रहा था। बड़ी देर तक ये चलता रहा। फिर मैंने जल्दी से उसके गोरे गोरे पैर खोल दिए और अपना लंड मैंने मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूत के छेद पर लगा दिया और अंदर डाल दिया और जल्दी जल्दी उसे चोदने लगा। आज मैं अपनी मम्मी की चूत को बेदर्दी से पेल रहा था।
आज में अपनी सगी माँ की बुर को अपने तगड़े मोटे लंड से फाड़ रहा था। मेरी मम्मी एक रंडी थी इतनी जल्दी उसकी हवस कहाँ शांत होने वाली थी उस चुदक्कड़ रांड को सेक्स का नशा एक बार फिर से चढ़ गया था। वो जल्दी जल्दी मुझसे चुदवाने लगी और “आह… आह…आई…..आई….आई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…” की आवाजे वो निकाल रही थी। मैं जल्दी जल्दी उसे बजाने लगा।
मेरी माँ रांड आज अपने सगे बेटे से ही चुद रही थी आज तो इस रंडी के भाग्य ही खुल गए थे। आज उसे जरुर मजा आ रहा होगा। मैं हचक हचक के गहरे धक्के मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूत में मार रहा था। मेरी छिनाल अल्टर मम्मी मजे लेकर चुद रही थी। मैंने उसके होठ को फिर से चूसने लगा। फिर मैं मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की चूचियों को दबाने लगा और जल्दी जल्दी अपनी आवारा सगी मम्मी की चूत में अपने लौड़े से साईकिल चलाने लगा। लगा की मैं किसी खेत को जोत रहा था। कुछ देर बाद मेरी मम्मी जल्दी जल्दी अपनी सेक्सी पतली कमर उछाल रही थी। ( Mother And Son Hindi Sex Story घोड़ी बनाकर गांड मारी अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की Hindi Sex Story )
मेरी रंडी माँ का खुबसूरत चेहरा बता रहा था की उसे अपने सगे बेटे से चुदवाने में बहुत मजा मिल रहा है। वो बार बार अपने मुंह से गर्म हवा निकाल रही थी। मेरी कमर गोल गोल नाच रही थी और मम्मी की चूत मार रही थी। मैं अब भी मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूची की निपल्स को अंगूठे से घुमा रहा था। मम्मी “……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्……. उहह्ह्ह्ह….. ओह्ह्ह्हह्ह….” की सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। “ले आज मेरा लम्बा मोटा लौड़ा जी भरकर खा ले!!” मैंने अपनी लंड की प्यासी मम्मी से कहा और उसे जल्दी जल्दी लेने लगा। कुछ देर में मेरी रंडी मम्मी बिलकुल मस्त हो गयी थी। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की गर्म गर्म आवाजे, सिस्कारियां मुझे और जादा उतेज्जित कर रही थी। मेरी मम्मी चुदवाते हुए बहुत ही सुंदर सेक्सी माल लग रही थी। उसका जिस्म तो अब और जादा गोरा और सफ़ेद लग रहा था।
मैं जल्दी जल्दी मम्मी की चूत में अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था। मेरी नंगी रंडी माँ का सेक्सी जिस्म मेरे लौड़े के झटकों पर हिल रहा था और झूम रहा था। मैं बिना रुके नॉन स्टॉप अपनी अल्टर मम्मी को चोद रहा था। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की चूत से जैसे पॉपकॉर्न चट चट की आवाज के साथ फूट रहे थे। मेरी चुदक्कड़ मम्मी की दोनों ३८” की विशालकाय चूचियां भी जल्दी जल्दी हिल रही थी। दोस्तों मेरे लंड के निचे झूलती दो दो गोलियां तो सेक्स की उतेज्जना में बहुत बड़ी बड़ी हो गयी थी। मैं मम्मी की चूत को गहराई तक लेकर चोद रहा था। उसे किसी बाजारू रंडी की तरह जल्दी जल्दी मैं पेल रहा था। मेरी मम्मी “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” की आवाज निकाल रही थी।
मैंने बहुत देर तक अपनी रंडी मम्मी की चूत का बाजा बजाया और फिर मेरी चुदक्कड़ मम्मी की बुर में ही मैंने अपने लंड से निकला सफ़ेद सफ़ेद वीर्य छोड़ दिया। मेरी मम्मी अब बहुत जोर जोर से हांफ रही थी। वो कुछ देर आराम करना चाहती थी। पर आज मैं बहुत गुस्सा था। आज मैंने उसे एक सबक देना चाहता था की बाहर के मर्दों को वो घर में ना बुलाए। इसलिए तुरंत मैंने अपनी मम्मी को घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरी चुदक्कड़ मम्मी की गांड चाटने लगा। वो डर रही थी क्यों की उन्हें घोड़ी बनने का मतलब पता था की अब कुछ ही देर में उनकी गांड की लंका लगने वाली है। कुछ देर में मैंने मेरी चुदक्कड़ मम्मी की गांड में अपनी २ ऊँगली घुसा दी और जल्दी जल्दी ऊँगली घुमाने लगा। मेरी चुदक्कड़ मम्मी को बहुत दर्द हो रहा था।
पर मैं नही रुका और जल्दी जल्दी अपनी अय्याश विधवा मम्मी की गांड में ऊँगली अंदर बाहर करने लगा और अपनी ऊँगली से ही उनकी गांड मारने लगा। मेरी नंगी माँ ऐसे ही घोड़ी बनी रही फिर मैंने मेरी मम्मी की गांड के छेद में अपना 9 इंच लम्बा और चार इंच मोटा लौड़ा डालकर उनकी गांड मारने लगा. मैंने करीब दो घंटे तक मेरी माँ को घोड़ी बनाकर पीछे से उनकी की गांड मारी।
मेरा लौड़ा बहुत लम्बा और मोटा था और मेरी विधवा मम्मी की गांड का छेद बहुत छोटा था जिस कारण गांड मरवाते वक्त मेरी रंडी मम्मी की गांड में बहुत तेज दर्द हो रहा था मेरी मम्मी अपनी गांड चुदवाते वक्त दर्द के मारे जोर जोर से रोने लगी पर मैंने अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी पर बिलकुल भी तरस नहीं खाया और उन्हें अपनी रांड समझकर उनकी गांड में धका धक् लौड़ा अंदर बहार करता रहा और उनकी गांड मरता रहा।
मैं मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की गांड में लंड डालकर करीब दो घंटे तक उनकी गांड मारता रहा। उसके बाद मैंने अपना ताजा गरमा गरम माल अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की गांड में गिरा दिया। दोस्तों अब मेरी रांड मम्मी पहले के मुकाबले बहुत सुधर गयी है जब भी मेरी माँ को चुदवाने या फिर गांड मरवाने की तलब लगती है मुझे बुला लेती है और में उनका आज्ञाकारी बेटा उन्हें चोद चादकर उनकी तलब मिटा देता हूँ.
मुझे मेरी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी को घोड़ी बनाकर पेलना बहुत अच्छा लगता है. दोस्तों अब मै मेरी माँ को अपनी चूत की दुकान चलाने से नहीं रोकता बल्कि अब तो में भी मेरी माँ का ग्राहक बन गया हूँ. दोसोत आप सभी को हम माँ बेटे की चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी ” Mother And Son Hindi Sex Story घोड़ी बनाकर गांड मारी अपनी अय्याश चुदक्कड़ मम्मी की Hindi Sex Story “ कैसी लगी निचे लाइक बटन पर क्लिक करके जरुर बताना.