कॉलेज की मशहूर रंडी लड़की मेरी भाभी बनी और मैंने उस रंडी लड़की को मेरी भाभी से फिर से रंडी बनाया और उसकी खूब चुदाई करी भाभी देवर सेक्स स्टोरी : मेरा नाम देवर जी है और में कॉलेज के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए बाहर चला गया था मेरे भैया की शादी 6 महीने पहले ही हुई है, में मेरे भैया की शादी में शामिल होने के लिए छुट्टी लेकर घर आया था. जब में मेरे भैया की शादी में आया, तब तक मुझे मेरी होने वाली भाभी के बारे में कुछ भी नहीं पता था कि भैया का रिश्ता किसके साथ तय हुआ है. जब मैं मेरे भाई की शादी में शामिल होने घर आया तब मुझे पता चला कि मेरी होने वाली भाभी का नाम सविता है.
अभी तक मैंने मेरी होने वाली भाभी की कोई फोटो भी नहीं देखी थी पर घर वालों से सुना जरुर था की वो दिखने में बहुत सुन्दर है. शादी के समय जब पहली बार मैंने अपनी भाभी को देखा, तो मेरे तो होश ही उड़ गये, इसलिये नहीं कि वो बहुत सुन्दर थी, बल्कि इसलिये कि में भाभी को बहुत अच्छे से जानता था, क्योंकि वो मेरे साथ कॉलेज में पढ़ती थी और हम दोनों भाभी देवर एक दूसरे को कॉलेज टाइम से ही बड़े अच्छे से जानते थे. में ही नहीं बल्कि वो भी मुझे देखकर घबरा गई थी और बाद में उन्हें पता चला कि में ही उनका इकलौता देवर हूँ.
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कॉलेज की सबसे मशहूर रंडी लड़की मेरी भाभी बनी इंडियन भाभी देवर XXX सेक्स स्टोरी : सेक्सी सविता मेरी क्लासमेट ज़रूर थी, लेकिन हम दोनों फ्रेंड्स नहीं थे, क्योंकि सविता बहुत ही खूबसूरत मस्त फिगर वाली बिंदास लड़की थी और उस साली हरामजादी कुतिया रांड के बहुत सारे बॉयफ्रेंड थे वो एक आवारा किस्म की रंडी लड़की. कॉलेज में वो रंडी लड़की अक्सर कॉलेज बंक करके अपने बॉयफ्रेंड के साथ घूमती रहती थी और कॉलेज में 1-2 बार फेल भी हो चुकी थी. सविता बहुत खुले विचारो वाली लड़की थी और ये बात लगभग पूरे कॉलेज को पता थी कि सविता के बॉयफ्रेंड उसे होटलों में ले जाकर चोदते भी थे और उसके बॉयफ्रेंड लोग ही बाहर आकर सविता की तारीफ करते नहीं थकते थे कि क्या गरम माल है साली रांड.
मेरी सेक्सी सविता भाभी के बोबे का साइज 34-28-36 है और अंदर से एकदम कसे हुए है. मेरी होने वाली सविता भाभी मेरे कॉलेज की सबसे मशहूर रंडी लड़की है और चुत चुदवाने व गांड चुदवाने में उसका जवाब नहीं, उछल-उछल कर ऐसे चुदती है कि गन्दा धंदा करने वाली रांडे भी शरमा जाये और लंड तो ऐसा चूसती है कि लगता है कि सारा रस निचोड़ लेगी और सारे कॉलेज के लड़के मज़ा लेकर सुनते और आहें भरते थे कि काश एक बार उन्हें भी कॉलेज की रंडी लड़की सविता की गांड और चुत चोदने को मिल जाये.
फिर में भी इन सब बातों को बड़े मज़े लेकर सुनता और सुनकर मेरा लंड भी अकड़ जाता और सविता को चोदने की मेरी भी इच्छा होती थी, यूँ कहे तो पूरा कॉलेज आहें भरता था लेकिन सविता को कोई फ़र्क नहीं पड़ता था. उसे जो लड़का पसंद आता, बस उसी को ही अपना बॉयफ्रेंड बना लेती थी और उन्ही से चुदवाती थी. वो भी शौक से यूँ कहे कि चुदाई का बहुत शौक रखती थी सविता, लेकिन कॉलेज तक तो ठीक था. मुझे सविता भाभी से कुछ लेना देना नहीं था, कॉलेज के बाद आगे की पढ़ाई के लिए में बाहर चला गया और अब सीधे शादी में आया और जब सविता को भैया के बगल में उनकी दुल्हन के रूप में देखा, तो आश्चर्य का ठिकाना ही नहीं रहा. अब कुछ हो भी नहीं सकता था.
फिर मैंने चुप रहना ही ठीक समझा और पछताने लगा कि काश एक बार फोटो ही मांग कर देख लेता, तो मेरे कॉलेज की यह सबसे मशहूर रंडी लड़की मेरी भाभी नहीं बनी होती. शादी अच्छे से निकल गई और सविता मेरी भाभी बनकर मेरे घर आ गई. हम दोनों में कोई बात नहीं होती थी और कोशिश करते थे कि एक दूसरे के सामने कम ही जाये, बस काम की ही बातें होती थी और कॉलेज की बातें दूर की बात थी. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था और ऐसे ही 3 महीने निकल गये. भैया सुबह ऑफिस जाते और शाम को घर आते थे.
एक दिन की बात है, जब में मार्केट में कुछ सामान खरीदने गया हुआ था तो मैंने मेरी सेक्सी सविता भाभी को उनके एक पुराने बॉयफ्रेंड के साथ देखा, उस लड़के का नाम सुशिल था और वो कॉलेज से ही सविता रांड का बहुत पुराना बॉयफ्रेंड था. भाभी उस लड़के सुशिल के साथ हंस हंसकर बातें कर रही थी और उसके बाद वो लड़के के साथ मोटर सायकल पर बैठी और कहीं चली गई और में देखता रह गया और मुझे सारा माजरा समझ में आ गया कि शादी के बाद भी सविता भाभी अभी भी वही पुरानी सविता ही है. मुझे बहुत गुस्सा आया और में घर आ गया और अपने बेडरूम में जाकर लेटे लेटे सोचता रहा और मुझे नींद आ गई. जब में सोकर उठा.
फिर मैंने मेरी लंड की भूखी रंडी भाभी से बात करने की ठान ली, तब तक भाभी वापस आ चुकी थी. में भाभी के पास गया, वो किचन में कुछ काम कर रही थी, फिर में बोला कि मुझे आपसे कुछ बात करनी है, तो वो बोली कि क्या बात है देवर जी? आज मुझसे क्या बात करनी है आपको. में – भाभी ये सब अब नहीं चलेगा. भाभी – क्या नहीं चलेगा? में – यही जो आप कर रही हो. भाभी – तो वो अंजान बनते हुए बोली कि मैंने क्या किया है? तो मैंने सारी मार्केट वाली बातें बताई और हिदायत दी कि अब ऐसा नहीं होना चाहिये नहीं तो भैया को आपके अतीत के बारे में सब कुछ बता दूंगा और गुस्से में वहां से चला गया.
एक दो दिन तो सविता भाभी ने कुछ नहीं किया, लेकिन एक हफ्ते के बाद भाभी मार्केट जा रही थी, तो मुझे शक हुआ और मैंने उनका पीछा किया, तो पाया कि फिर से वही भाभी का बॉयफ्रेंड सुशिल मोटर सायकल लेकर आया और भाभी जैसे ही मोटर सायकल पर बैठी कि उनकी नज़र मुझ पर गई और वो नज़र नीची करके मोटर सायकल से उतर गई और सुशिल से कुछ बोला, तो वो वहां से चला गया और मेरी रंडी भाभी भी घर चली आई और उनके पीछे में भी घर आ गया और उनसे पूछा कि ये सब क्या है? तो वो बोली कि मुझे माफ़ कर दो, तो मैंने 2 थप्पड़ लगा दिये, तो वो रोने लगी और में वहां से चला गया.
उस दिन मेरे भैया का एक दोस्त शाम को विदेश जाने वाला था, तो में मौका देखकर मेरी सविता भाभी के पास गया और सॉरी बोला, तो वो मुझे घूरकर देखने लगी, तो मैंने एक बार फिर से सॉरी बोला और वहां से चला गया. फिर हमने डिनर किया और में अपने कमरे में चला गया और भैया अपने दोस्त से मिलने बाहर चले गये. भैया के दोस्त की फ्लाईट रात के 3 बजे थी, तो लगभग 12 बज चुके थे, भैया और उनके दोस्त गार्डन में बैठे बातें कर रहे थे. इतने में भाभी मेरे बेडरूम में आई और मुझसे बोला कि देवर जी मेरे बेडरूम में आना और चली गई और में भी पीछे से उनके बेडरूम में चला गया.
जब में भाभी के बेडरूम के अंदर गया, तो देखा मेरी सेक्सी और खूबसूरत सविता भाभी अपने सेक्सी शरीर एक पारदर्शी नाईटी पहने खड़ी थी और उस पारदर्शी नाईटी के अंदर उनकी गुलाबी कलर की ब्रा और पेंटी साफ झलक रही थी. काले कलर में उनका शरीर चमक रहा था. मेरे बेडरूम में जाते ही पहले उन्होंने बेडरूम लॉक किया और फिर मेरी तरफ मुड़ी और मेरे हाथों को पकड़कर बोली कि सॉरी देवर जी, लेकिन तुम तो मेरी आदत जानते हो, तुमसे तो कुछ भी नहीं छुपा है. में आज के बाद कभी बाहर चुदने के लिए नहीं जाऊंगी, लेकिन मेरी एक शर्त है. फिर मैंने पूछा कि क्या शर्त है भाभी जी? तो जवाब में वो मेरी और बढ़ी और मेरे सर को पकड़कर मेरे होंठो से होंठ सटाकर चूम लिया और मुझसे लिपट गई.
रंडी भाभी के द्वारा करे गए इस अचानक हमले के लिये मै बिलकुल भी तैयार नहीं था. में भाभी के जिस्म से अलग होकर पीछे हट गया और बोला आप मेरी भाभी हो और भाभी माँ के समान होती है भाभी देवर के इस पवित्र रिश्ते में ये सब ठीक नहीं है, तो भाभी बोली कि मुझे तुम नहीं तो कोई बाहर वाला मर्द प्यार करेगा, फिर मुझसे कुछ मत बोलना. में बोला भैया है ना बाहर क्यों जाती हो. सविता भाभी मुझसे बोली के देवर जी तुम्हारे भैया के अलावा मुझे सभी में दिलचस्पी है. में भाभी से बोला की ऐसा नहीं है भाभी मेरे भैया आपसे बहुत प्यार करते है . भाभी बोली हाँ, लेकिन उनके प्यार से सिर्फ़ वो ही संतुष्ट है, में नहीं.
सेक्सी रंडी भाभी अपने देवर के सामने अपनी पारदर्शी नाईटी खोलते हुए और नंगी होते हुए : फिर भाभी ने मेरे सामने अपने सेक्सी जिस्म पर से अपनी पारदर्शी नाईटी निकाल दी और बोली कि आज के बाद में सेक्स करने के लिए किसी बहार के मर्द से नहीं मिलूंगी वो बोली के देवर जी तुम तो मुझे अच्छे से जानते हो बिना चुत चुदाई के और गांड चुदाई के में नहीं रह सकती और मुझसे लिपटकर जोर से चूमने लगी. अपनी सेक्सी भाभी को नंगी देखकर अब मुझे भी जोश आने लगा, आख़िर में भी मर्द ही था. में भाभी के गरम जिस्म को महसूस करने लगा और मेरे लम्बे मोटे लंड ने मेरी हाफ पेंट में तंबू बना लिया. फिर मैंने सोचा कि अगर मेरे चोदने से रंडी भाभी का बाहर चुदवाना बंद हो सकता है, तो में भाभी को ज़रूर चोदूंगा. आख़िर घर की इज़्ज़त कौन बाहर जाने देगा, बस फिर क्या था.
मैंने अपनी बाहें भाभी पर कस ली और कॉलेज के गुज़रे दिन याद करने लगा. जब मेरी सविता भाभी को कॉलेज के हर लंड की चाहत थी. लंड की रानी चुदक्कड़ सविता इतना सोचते ही में बेकाबू हो गया और में भी सविता भाभी को बाहों में जकड़कर चूमने लगा. फिर उनके होंठो को मुँह में भरकर जबरदस्त लिप लॉक करते हुए किसिंग की और उनके होंठो को बहुत देर तक चूसता रहा. मेरा लंड पेंट में अकड़ने लगा था. फिर मैंने गालो पर किस किया, कान पर और कान के नीचे के हिस्से को चूसा. फिर गर्दन पर चूमने लगा, तो भाभी अपना चेहरा कभी दाएँ तो कभी बायं कर रही थी और एक हाथ उन्होंने मेरे तगड़े लौड़े पर रख दिया और सहलाने लगी और मुस्कुराकर बोली कि में बहुत खुश हूँ कि मुझे तुम जैसा देवर मिला.
सविता भाभी मेरे तगड़े लौड़े को ऊपर से नीचे तक उसकी लंबाई और मोटाई माप रही थी और खुश हो रही थी. शुरू में मुझे थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर अच्छा लगने लगा. मुझे पसीना आने लगा और दिल की धड़कन तेज हो गई. कॉलेज के बाद यह मेरा पहली बार था कि में अपनी भाभी को गन्दी नज़र से देखने लगा था. भाभी ने बोला कि तुम्हारी पेंट में पहाड़ क्यों बना है? साली रंडी भाभी ललचाई नजरों से मुझे देखे जा रही थी और मेरे सीने पर हाथ फेर रही थी. मैंने मेरी कामुकता से भाभी भाभी से पूछा कि भाभी आप और भैया क्या रोज़ चोदा चादी करते हो, तो वो बोली कि में इतनी ख़ुशनसीब नहीं हूँ. तुम्हारे भैया के लिए उनका काम ही ज़्यादा ज़रूरी है, वो थककर आते है और मुझे चोदे बिना ही सो जाते है.
फिर में बोला कि भाभी क्या में आपको एक बार फिर से किस कर सकता हूँ? भाभी मुस्कुरा दी और मेरी तरफ देखा और कुछ रिप्लाई नहीं किया, वो सीधे अपने होठों को मेरे होठों के करीब लेकर आई और मेरे लिप्स को चूसने लगी. में हक्का बक्का रह गया था, क्योंकि मैंने कभी सोचा नहीं था कि शुरुवाती पहल भाभी की तरफ से होगी. में संभला और में भी भाभी का साथ देने लगा और भाभी के होठों को काटने और चूसने लगा. अब हम भाभी और देवर दोनों ही उत्तेजित हो गये थे और एक दूसरे को जोर जोर से चूम रहे थे.
लगभग 5 मिनट की किसिंग के बाद मैंने भाभी को अपने से चिपका लिया और उनकी पीठ सहलाने लगा. जब ब्रा की स्ट्रीप मेरे हाथ लगी, तो मैंने मेरी चुदास से भरी रांड भाभी की ब्रा की हुक खोल दी और बस भाभी के मोटे मोटे बोबे चूमता चाटता हुआ उनके मोटे मोटे बोबे जोर जोर से दबाने और सहलाने लगा. फिर उनकी निप्पल को दो उंगलियो के बीच लेकर मसलने लगा और उनके एक बोबे को मुँह में लेकर चूसने लगा, बोबे बहुत सॉफ्ट लग रहा था और उस पर किशमिश के दाने की तरह का ब्राउन निप्पल और उसके चारो और एक इंच के दायरे में पिंक ब्राउन धारी गोरे-गोरे बोबे पर कितना आश्चर्य लग रहा था.
में बोबे को तेज़ी से चूसने और मसलने लगा, तो भाभी मस्त होकर, आहह आँह ऊओह करने लगी और वो भी मुझे चूमने लगी और मेरे सर को सहलाने और अपने बोबे पर दबाने लगी. फिर मैंने बारी बारी से दोनों चूचियों को खूब चूसा और सविता डार्लिंग आह आह की आवाजें लगातार निकालती रही. अब उनकी चूचियों के निप्पल लाल होकर एकदम खड़े हो गये थे. अब में चूमते हुए नीचे आया और उनकी नाभि को चूमकर थोड़ी देर जीभ नाभि में घुमाई और हाथों से भाभी के फुद्दीड़ सहलाने और दबाने लगा.
फिर नीचे आकर पेंटी के ऊपर से ही फुद्दी पर किस ली, तो भाभी ने आहहह ऊससस्स की आवाज की. फिर हल्के हल्के सहलाते हुए पेंटी नीचे खींच दी और भाभी की क्लीन शेव चिकनी फुद्दी को देखने लगा, इसी दौरान भाभी ने पैरो से अपनी पेंटी निकाल दी. में भाभी के फुद्दीड़ को दबाते हुए फुद्दी पर क़िस करने लगा. भाभी की गरम फुद्दी एकदम गोरी थी और नीचे की और थोड़ी सावंली थी और उस पर एक गुलाबी लाईन नीचे की और गई थी. फिर मैंने भाभी की फुद्दी को ताबड़तोड़ चूमते हुए उनके मोटे मोटे बोबे सहलाने लगा और फुद्दी को जितना अंदर हो चूसा और चूमने की कोशिश करने लगा, तो भाभी ने मेरा सर सहलाते हुये पैरो को थोड़ा चौड़ा किया, लेकिन उन्हें खड़े होने में दिक्कत हुई, तो मैंने उन्हें बेड पर बिठा दिया और वापस उनकी टांगों को अलग करके फुद्दी को चूमा और चाटने लगा.
मैंने नीचे से लेकर ऊपर तक मेरी चुदासी भाभी की पूरी फुद्दी की लाईन पर अपनी जीभ चलाई और भाभी की जाँघो को हाथों से सहलाने लगा, तो भाभी ओन्नह आअहह, जैसी आवाजें निकालने लगी और मेरे सर को सहलाते हुए बोलने लगी, आहह देवर जी बहुत अच्छा लग रहा है, सस्सह आअहह और करो, खा जाओ मेरी फुद्दी को आहह सस्स्सह. अब मैंने भाभी की फुद्दी की फांको को अलग किया तो अंदर का नज़ारा सब कुछ गुलाबी था, फुद्दी का छेद और उसके ऊपर का मटर के दाने जैसा था. अब में मेरी रंडी भाभी की गरम फुद्दी के दाने पर जीभ फेरने लगा और जीभ से उसे कुरेदने लगा. भाभी तो जैसे कराहने लगी, ह्ह्ह्हह ऊन्ह अहह श्श्शश्स, जैसी आवाजें निकालते हुए कमर नोचने लगी.
उनकी फुद्दी गीली हो चुकी थी, तो मैंने अपनी एक उंगली फुद्दी के अंदर डाल दी और आगे पीछे करके उंगली अंदर बाहर करने लगा. यह सब ब्लू फिल्म देखकर सीख गया था. भाभी एकदम मस्त होकर झूम रही थी और अपने हाथों से मेरे सर को फुद्दी पर दबा रही थी और आँखे बंद किये हुए बड़बड़ा रही थी, आअहह देवर जी ऊओह मेरे राजा खा जा मेरी फुद्दी को, तू तो एक्सपर्ट है मेरी जान हह और जोर से हहउऊउउहह और जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो भाभी ने मुझे हटा दिया और मेरा हाफ पेंट और टी-शर्ट निकाल दिया. हाफ पेंट निकलते ही मेरा लंड उछलकर बाहर आ गया और सविता भाभी ने उसे पकड़कर देखा. फिर सहलाते हुए नीचे बैठकर लंड की स्किन को पीछे किया और सुपाड़े को मुँह में लेकर चूसने लगी और में उसके सर को सहलाने लगा.
मुझे बहुत मज़ा आने लगा, में दोनों हाथों से भाभी के सर को पकड़कर कमर हिलाने लगा. भाभी एक हाथ से अपनी फुद्दी को सहला रही थी और दूसरे हाथ से लंड के बचे हुए हिस्से को आगे पीछे करके सहला रही थी. अब में आअहह शस्स्स्स की आवाज़ करके भाभी के मुँह में ही हल्के हल्के धक्के लगाने लगा, अचानक भाभी उठी और बोली कि अब सहन नहीं हो रहा है. फिर बिस्तर पर लेटकर टांगे चौड़ी करके फुद्दी की और इशारा करके बोली कि देखो कितना पानी छोड़ रही है, अब आ जाओ और अपना लंड मेरी प्यासी चुत में डालकर इसकी खुजली शांत कर दो देवर जी.
आज मेरे कॉलेज की मशहूर रंडी लड़की जो अब मेरी भाभी बन चुकी थी मुझसे रिक्वेस्ट करने लगी कि मुझे चोदो देवर जी प्लीज़, मुझे चोदो और भाभी ने मुझे बताया की तुमरे भैया ने अलमारी में कंडोम रखे हुए है तो मैंने भाभी के कहने पर उनकी अलमारी से एक वनिला फ्लेवर वाला कंडोम निकाला. फिर भाभी ने कंडोम मेरे सख्त लंड पर चढ़ाया और चोदने के लिए इशारा किया, में मुस्कुराते हुए भाभी के पैरो के बीच में बैठ गया और भाभी के ऊपर आकर उनके होंठो को चूमने लगा और भाभी की चूचियों को दबाने और मसलने लगा और लंड को बिना हाथ लगाये ही फुद्दी पर रखा और एक झटका दिया, तो लंड सही सेट ना होने की वजह से भाभी की चुत के अंदर जाने की जगह बहार फिसल गया.
फिर एक बार और ऐसे ही किया, तो फिर स्लिप हुआ, तो मेरा लंड बार बार स्लिप होता देखकर भाभी ने अपने हाथों से लंड को फुद्दी के दरवाजे पर सेट करते हुए अंदर किया और फिर मेरी पीठ को सहलाया और हल्के से नीचे से ऊपर की और फुद्दी को लंड पर दबाया. फिर मैंने पूरे जोश में दम लगाकर धक्का मारा और पूरा लंड फुद्दी में घुसेड़ दिया. भाभी की फुद्दी गीली होने की वजह से पूरा लंड एक ही झटके में घुस गया, तो भाभी के मुँह से जोर से ऊऔच आअहह की आवाज़ निकली और आवाज़ इतनी तेज थी कि नीचे पार्क में बैठे भैया और भैया के दोस्त को सुनाई दी, तो भैया ने भाभी को आवाज़ दी कि क्या हुआ सविता? तो भाभी बोली कुछ नहीं छिपकली थी और फिर बगल में पड़े रिमोट से टी.वी. चालू कर दिया और गाने का चैनल लगा दिया.
फिर चुदास से भरी सविता भाभी ने मुस्कुराकर मेरी और देखा और मुझे चूम लिया, भाभी की फुद्दी अभी भी इतनी टाईट थी कि लंड को कसकर जकड़े हुए थी. अब में भी भाभी को चूमते हुए उनके बोबे मसलने लगा और हल्के हल्के धक्के के साथ चुदाई शुरू कर दी. भाभी लगातार मेरी पीठ पर हाथ फेरते हुए कुछ ना कुछ बोले जा रही थी और ज़ोर से आहह और ज़ोर से मेरे राजा. मैंने स्पीड बड़ाई तो भाभी भी नीचे से साथ देने लगी, भाभी तो अनुभवी थी और उचक उचककर चुदवा रही थी और गपागप पूरा का पूरा लंड निगल रही थी और में भी पूरा लंड बाहर निकालता, सिर्फ़ सुपाड़ा फुद्दी में ही रहता और फिर ज़ोर के धक्के के साथ अंदर ठोक देता था.
मेरे भैया भाभी के पूरे बेडरूम में ठप-ठप की आवाज़ और फुद्दी के पानी की वजह से पच-पच जैसी बहुत ही मादक आवाजें आ रही थी. ठप-ठप और पच-पच जैसी चुदाई संगीत से पूरा कमरा गूँज रहा था और ऊपर से चुदासी सविता भाभी की आहह ऊईईइ हहऊंम आसस्शह जैसी आवाजें मुझे सुनाई दे रही थी और उस पर टी.वी. की आवाज़ आ रही थी. भाभी अब थोड़ा अकड़ने जैसे करने लगी और मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और अपनी टांगों को मेरी कमर पर लपेट लिया और मुँह से और तेज और आअहह आआईईई माँ मर गईईईईईई रे… आहहा हा आहा फक मी और तेज चोदो चोदो और फिर उनका शरीर काँपते हुए मुझे इतना कसकर जकड़ लिया कि में बहुत मुश्किल से हल्के हल्के ही धक्के लगा पाया.
मेरी रंडी भाभी अब चुदवाते चुदवाते झड़ने लगी और उनकी फुद्दी बहुत गीली हो गई और वो मेरे कान को अपने दातों तले दबाकर काटने लगी और पीठ पर इतनी ज़ोर से पकड़ बनाई कि उनके नाखुनों के चुभने का मुझे महसूस हो रहा था. अब में रुक गया और भाभी ज़ोर ज़ोर से हाफ़ते हुए अपनी सांसे कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी. फिर मैंने फिर से उनकी चूचियों को चूसना और दबाना चालू किया और भाभी मेरी पीठ को सहलाती रही, लगभग 2 मिनट के बाद भाभी फिर से गर्म हो गई.
फिर मैंने चूमते हुए उनके होंठो पर किस किया और 2-4 जोरदार धक्के लगाये और फिर उठकर खड़ा हो गया और भाभी को कुतिया बनाकर चोदने के लिए डॉगी सेक्स पोज़िशन में आने को बोला, तो वो मुस्कुराकर बोली कि अरे वाह देवर जी आप तो एक्सपर्ट हो गये हो और बिस्तर पर ही पोज़िशन ले लिया. मैंने पीछे जाकर पीछे से एक बार मेरी नंगी भाभी की गरम फुद्दी को चूमा और सहलाया और फुद्दी पर लंड सेट करके ज़ोर के धक्के के साथ पूरा लंड अंदर कर दिया, लंड घुसते ही भाभी की चीख निकल गई, टी.वी. चालू थी तो इसलिये आवाज़ दब गई.
अब में लगातार तेज तेज धक्के लगा रहा था और झुककर नंगी भाभी के मोटे मोटे बोबे बहुत ज्यादा जोर जोर से मसल भी रहा था और भाभी आहह आहह हा हा हा करते हुए सेक्सी आवाजें निकाले जा रही थी और गांड पीछे करके चुदवा रही थी. इसी तरह चुदाई करते हुए ताबड़तोड़ धक्के और फिर वो वक़्त आ गया, जब हम अपने आखरी समय पर पहुँच गये और हम दोनों एक साथ झड़ गये और में भाभी के ऊपर लेट गया, तो भाभी मेरा वजन नहीं संभाल पाई और बिस्तर पर लेट गई. हम दोनों लिपटे हुए अपनी सांसे कंट्रोल कर रहे थे और में मेरी खूबसूरत सविता भाभी की पीठ पर लेटा हुआ, उन्हें चूम रहा था.
फिर में मेरी नंगी भाभी के ऊपर से हट गया और बगल में लेट गया. फिर भाभी उठी और मुझे किस किया और अपनी सेक्सी पेंटी उठाकर मेरे तगड़े लौड़े का कंडोम निकाला और पेंटी से मेरे तगड़े लौड़े को साफ किया. फिर वो मुस्कुराते हुये बाथरूम में घुस गयी. फिर मैंने भी झट से कपड़े पहने और नीचे आ गया, वो रात हम भाभी और देवर की सबसे सुहानी रात थी और हमारी पहली सुहागरात भी, जिसे में कभी नहीं भूल पाऊँगा.
फिर मेरी रंडी भाभी टाईम निकालकर मुझसे चुदती रही और अब अच्छी खबर यह थी कि मेरी रंडी भाभी का बाहर चुदवाना बिल्कुल बंद हो गया था जो खूबसूरत और सेक्सी लड़की मेरे कॉलेज की मशहूर रंडी थी अब वो घर की रंडी बनकर खुश थी शायद उसकी गांड और चुत को वो सुख मेरे लंड से मिल चूका था जिस सुख की तलाश वो करती फिर रही थी. तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ की हम भाभी और देवर की यह हिंदी सेक्स कहानी “कॉलेज की मशहूर रंडी लड़की मेरी भाभी बनी और मैंने उस रंडी लड़की को फिर से रंडी बनाया” आप सभी को बहुत पसंद आई होगी यदि आप हमें सुपोर्ट करना चाहते है तो इस हिंदी सेक्स स्टोरी को कम से कम अपने दो दोस्तों के साथ जरुर शेयर करना.