आज की इस अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी में आप पढ़ेंगे की कैसे मेरी चूत चाटने के बाद जालिम जीजाजी ने मुझे माँ बनाने के लिए कुतिया बनाकर पीछे से चुदाई करी और मुझे बहुत बेरहमी से चोदा था। दर्हसल मेरे पति के शुक्राणु निल होने के कारण मैं उनके बच्चे की माँ नहीं बन पा रही थी। हमने कई चिकित्सकीय उपाय किए, लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ। फिर एक दिन, मेरे पति ने मुझे एक सुझाव दिया कि यदि हम पति पत्नी माता-पिता बनना चाहते हैं, तो एकमात्र उपाय यही है कि मैं किसी और मर्द के शुक्राणु से गर्भवती हो जाऊं। मेरे पति ने मुझे बताया कि मेरे जीजाजी इस काम के लिए सबसे उपयुक्त मर्द होंगे। मेरे नामर्द पति द्वारा दिया गया यह प्रस्ताव मेरे लिए थोड़ा चौंकाने वाला था, लेकिन मैं पहले से ही अपने जीजाजी को पसंद करती थी इस लिए इस काम के लिए तैयार हो गयी। पूरी हिंदी सेक्स कहानी निचे विस्तार से पढ़ें …
मेरा नाम ज्योति है और मेरी उम्र 21 वर्ष है. मेरी शादी के आठ साल हो गए पर अभी तक मैं माँ नहीं बन पाई हूँ. और अब आशा करती हूँ जल्द ही मेरी गोद में मेरा बच्चा जो की पति का नहीं होकर मेरे जीजाजी का होगा. ऐसा लाखों में ही एक पति होता होगा जो अपनी बीवी को किसी और से चुदने को बोलता होगा. मैं भी उसमे से एक हूँ. असल में मेरा पति एक ही भाई है. मेरे सास ससुर काफी बूढ़े हैं. घर में कोई बच्चा नहीं होने की वजह से वो दोनों काफी ज्यादा उदास रहते हैं. और अपार धन दौलत है. मेरे सास ससुर इसी चिंता में दिन रात रहते है और ये मेरे पति को अच्छा नहीं लगता है. हम पति पत्नी दोनों ने काफी इलाज करवाया पर कुछ नहीं हुआ क्योंकी कमी मेरे पति में थी और उनकी इस बीमारी का कोई इलाज नहीं था.
माँ बनाने के लिए कुतिया बनाकर पीछे से चुदाई करी जालिम जीजाजी ने अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी
पुरुषों में सामान्य शुक्राणु संख्या प्रति मिलीलीटर वीर्य में 15 मिलियन से लेकर 200 मिलियन से अधिक होती है मगर मेरे पति के वीर्य में ना के बराबर शुक्राणु थे. तो और कोई उपाय नहीं था सिवाए किसी पराये मर्द के वीर्य से मैं माँ बनूँ. एक दिन मेरे पति ने ही मुझे सुझाया की अगर हम दोनों माँ बाप का सुख लेना चाहते हैं तो एक ही आदमी ये सुख दे सकता है. तुम्हारे जीजा की और मेरे साढ़ू जी. मुझे भी लगा ये तो हो सकता है. क्योंकी मैं पहले से ही अपने जीजाजी को चाहती थी. यहाँ तक की शादी के पहले एक दो बार मैं उनसे चुद भी चुकी हूँ. वो भी मुझे बहुत प्यार करते है. ये बात मेरे पति को भी पता है. तो मेरे पति ने ही कहा देख अभी तेरे जीजाजी नोएडा में रहते है और और तुम्हारी बहन एक साल के लिए बंगलोर गयी है ट्रेनिंग के लिए तो वो घर में अकेले है तुम इस मौके का फायदा उठा सकती हो.
फिर हम पति पत्नी ने मिलकर एक बहाना बनाया की मैं नॉएडा में रहकर एक साल की कोचिंग लेना चाह रही हूँ. और इसके लिए नॉएडा में रहना होगा. पति ने वहां के एक नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन करवा दिया. और फिर हम दोनों ने जीजाजी के यहाँ जाकर उनको बोले की एक साल का कोर्स है. और मुझे एक फ्लैट किराये पर दिलवाने के लिए. उस दिन शनिवार था तो दीदी आई हुई थी दो दिन के लिए. जैसे ही हमदोनो ने किराये के फ्लैट के लिए बोले तो तुरंत ही वो दोनों बोल दिए फ्लैट की क्या जरुरत है ज्योति को दिक्कत नहीं हो तो यही रह जाये. दीदी बोली की ज्योति तुम यही क्यों नहीं रह जाती हो ऐसे भी मैं अभी बंगलोर में हूँ और तुम्हारे जीजाजी देखरेख नहीं कर पा रही हूँ यदि तुम हमारे घर रह जाओगी तो घर संभाल लोगी और अपने जीजाजी को भी.
मन ही मन हम पति पत्नी दोनों बहुत खुश हो गए क्योंकि हमारा तीर बिलकुल निशाने पर लगा था. तीसरे दिन दीदी और मेरे पति अपने घर को निकल पड़े और रह गए मैं और जीजाजी. ओह्ह्ह्हह मैं दिन भर अपनी बहन के पति से चुदवाने के नशीले ख्वाब में डूबी रही की आज रात चुदाई होगी और मुझे मुझे जीजाजी के लंड से चुदवाने को मिलेगा. जैसे तैसे दिन बीत गया और शाम हो गयी. शाम को जीजाजी बोले की आज हम आपके हाथों से बना भोजन खाना चाहते हैं साली साहिबा. तो फिर मैं उनके लिए स्वादिष्ट भोजन बनाई और हम दोनों मिलकर खाये. खाना खाकर जीजाजी बाथरूम गए और वही पर गिर गए और उनके कमर में मोच हल्का सा आ गया. मैं पकड़ कर लाई और उनको बेड पर लिटाई. मैं अपने कपडे चेंज कर के आई.
मैंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और इसी वजह से मेरे बड़े व भरी स्तन बिलकुल साफ़ साफ़ दिखाई दे रहे थे. मेरे बड़े व भरी स्तनों के नुकीले निप्पल भी ऊपर से ही दिखाई दे रहा था. मैं बाल खोल ली और फिर मूव लगाने के लिए जीजा के पास गयी वो भी अपने कपडे उतार दिए और मूव लगवाने लगे. मेरी नरम नरम हथेली उनके बदन पर पड़ा तो उनका लंड खुद ही खुद बड़ा होने लगा. शायद वो मेरी जिस्म को देखकर कामुक होने लगे थे. मैं भी उनको रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. जैसे ही उनका लंड बड़ा होने लगा वो अपनी लंड को छुपाने लगे. मैं समझ गयी तो मुस्कुरा कर बोली उसका कोई दोष नहीं है उसको क्यों छुपा रहेहो. वो हसने लगे. मैं बोली की जिसको जो चाहिए उसे वो मिलना चाहिए. तो जीजाजी बोले मेरा ये लंड तो तुम्हारी दीदी का है.
मैं बोली फिर आपका ये हवस से भरा लंड मुझे देखकर बार बार खड़ा क्यों हो रहा है. तो जीजाजी हँसते हुए बोले की साली साहिबा बड़े बड़े ऋषि मुनि अपने आप को रोक ही नहीं पाए अप्सराओं को देखकर तो मैं किस खेत की मूली हूँ जो अपने लंड को वश में कर सकूँ. तो मैं बोली जीजाजी आपकी बहुत याद आती थी मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और आपके लंड से अपनी फुद्दी और गांड की चुदाई करवाना चाहती हूँ. फिर उन्होंने मुझे बाहों में भर लिए. मेरी बड़ी बड़ी चूचियां उनके छाती पर लोटने लगी. मेरे गुलाबी होठ तुरंत ही उनके होठ पर पहुंच गए. उनके हाथ तुरंत ही मेरी बालों को चीरने लगे उँगलियाँ बाहों को सहलाने लगे. ओह्ह्ह्हह्ह मैं पागल होने लगी मेरी साँसे तेज चलने लगी.
कामवासना के चलते मेरे जीजाजी का सारा दर्द ही गायब हो चूका था. और हम दोनों एक दूसरे के जिस्म को सहलाने लगाई. उन्हों मेरी नाईट ड्रेस को ऊपर से खोल दिया. मेरी बड़ी बड़ी टाइट गोल गोल चूचियों को देखकर उन्होंने वाओ ओह्ह्ह्हह बोला और फिर मेरी चूचियों को दबाएच्ने लगे और मेरी निप्पल को तुरंत ही मुँह में लेकर चूसने लगे. मैं अपनी बहन के पति से चुदते चुदते पागल सी होने लगी और अपनी सुधबुद खो बैठी. चुदने के दौरान मेरे मुँह से कामुक सिसकारियां निकलने लगी थी. मैं मेरी बहन के पति के लंबे मोटे लंड को पकड़ कर हिलाते हुए उससे खेलने लगी और फिर मैंने ब्लोजॉब करने के लिए उनके खड़े लंड को अपने मुंह में ले लीया और फिर किसी रंडी की तरह उनके लंड को चूसने व चाटने लगी. वो आआ आह आआह आआह करने लगे.
ब्लोजॉब करवाने के बाद उन्होंने मेरी चुदाई करने के लिए मुझे निचे लिटा दिया. जीजाजी ने पहले मेरे होठ चूमना शुरू किये फिर मेरी गर्दन फिर मेरी दोनों चूचियों को पिने लगे. मेरे बड़े भारी स्तनों को चूसने के बाद वो मेरी नाभि में अपनी जीभ घुमाने लगे. पीर निचे पहुंच मेरी फुद्दी को निहारने लगे मेरी पैरों को अलग अलग किया और बिच में बैठकर अपनी ऊँगली मेरी फुद्दी में घुसा दि फिर बाहर निकाली तो उनकी ऊँगली गीली हो गयी थी मेरी फुद्दी के नमकीन पानी से. उन्होंने अपने मुँह में ऊँगली डाली और चाटने लगे फिर बार बार वो मेरी फुद्दी में ऊँगली डालते और बाहर निकाल कर चाट लेते. फिर उनसे रहा नहीं गया और अपनी जीभ से मेरी फुद्दी को चाटने लगे जैसे मानो किसी भूखी बिल्ली को दूध मिल गया हो. अपनी चूत चटवाते चटवाते मेरी साँसे बहुत तेज गति से चलने लगी थी.
अपनी चूत चटवाते चटवाते अब फुद्दी से पानी निकलने लगा होठ सुख रहे थे बार बार मैं जीभ फिरा पर होठ को गीला करती. उसके बाद जीजा ने अपना मोटा लंड मेरी फुद्दी पर लगाया और फिर जोर से पेल दिया पूरा लंड मेरी फुद्दी में समा गया. अब वो मेरी दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर जोर जोर से धक्के देने लगे. जोर जोर से लंड को फुद्दी में घुसाने लगे. मेरे बड़े व भरी स्तनों को मसलते हुए जोर जोर से पुरे जोश के साथ चोदने लगे. मैं गांड उठा उठा पर मेरी बहन के नंगे पति के लंबे मोटे लंड को अपनी टाइट फुद्दी में लेने लगी. चुदाई करवाते करवाते कभी गांड गोल गोल घुमाती तो कभी निचे से हौले हौले से धक्के देती. हम दोनों ही पागल हो गए कामुक हो गए. जोर जोर से चुदाई होने लगी. कमरे में सिर्फ उई माँ… आह… आआह.. आह की कामुक आवाजें आने लगी.
कुतिया बनाकर पीछे से चुदाई करी बहन के पति ने : मेरे बेरहम जीजाजी ने मुझे कुतिया बनाकर पीछे से चुदाई करनी शुरू करी और बड़ी बेरहमी से मुझे चोदने लगे. वो चुदाई करने के दौरान पीछे से जोर जोर से धक्के देने लगे मेरी चूचियां आगे पीछे होने लगी. ओह्ह्ह्ह फिर मैं उनके ऊपर चढ़ गयी और फिर लंड को फुद्दी में ले लि और फिर जोर जोर से उछल उछल कर चुदवाने लगी. फिर मैं तुरंत ही लेट गयी क्योंकी मुझे पता था जीजाजी अब झड़ने वाले थे और मुझे उनका वीर्य अपनी टाइट फुद्दी के अंदर लेना जरुरी था तभी मैं उनके बच्चे की माँ बन पाती. जीजाजी ने चुदाई करने के दौरान जोर जोर से धक्के देते हुए अपना पूरा माल मेरी फुद्दी के अंदर डाल दिया. जैसे ही जीजाजी का वीर्य मेरी बुर के अंदर गया मुझे एक अलग ही प्रकार के सुख की प्राप्ति हुई.
फिर अवैध शारीरिक संबंध बनाने के बाद हम जीजा साली नंगे ही चिपक कर सो गए. उस रात मेरी बहन के पति ने मुझे दो बार बहुत बेरहमी से चोदा था मुझे भी उनके साथ सेक्स करके बहुत ही ज्यादा आनंद आया था. पहले उन्होंने मेरी फुद्दी मारी थी और फिर फुद्दी मारने के बाद मेरी गांड भी मारी थी कुतिया बनाकर. फिर कुछ दिनों बाद मेरे पीरियड्स मिस हो गए. पीरियड्स मिस होना मेरे लिए एक खुश खबरी थी की मैं माँ बनने वाली हूँ जीजाजी के बच्चे की. मैं जीजाजी से बोलकर प्रेग्नेंसी टेस्ट किट मंगाया और उस प्रेग्नेंसी टेस्ट किट पर अपना पेशाब डालकर प्रेग्नेंसी टेस्ट करी और परिणाम पोजिटिव आया. ये खुश खबरी मैंने जल्दी से मेरे जीजाजी को दी जिसे सुनकर वो बहुत खुश हुए और इतनी बड़ी ख़ुशी को उन्होंने मेरी गांड मारकर सेलिब्रेट करा.
अब मैं गर्भवती हूं और यह सब मेरे जीजाजी की वजह से संभव हो पाया है. मैंने यह खबर अपने पति को भी दी और वे भी यह खबर सुनकर बहुत खुश हुए. अब मैं अपनी बहन के पति के बच्चे की मां बनने वाली हूं और यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी है. दोस्तों अब बहुत जल्द मैं मेरी बहन के पति की वजह से उनके बच्चे की माँ बनने वाली हूँ यदि जीजाजी नहीं होते तो शायद मुझ बेचारी को संतान का सुख कभी नहीं प्राप्त हो पाता. यह हिंदी सेक्स कहानी “माँ बनाने के लिए कुतिया बनाकर पीछे से चुदाई करी जीजाजी ने” हमारे जीवन की एक अनोखी यात्रा है, जहां हमने एक कठिनाई का सामना करते हुए एक नई शुरुआत की. यह अनुभव हमारे लिए बेहद खास है और मैं अपने जीजाजी और पति दोनों का शुक्रिया अदा करती हूं, जिन्होंने मुझे इस नई शुरुआत की अनुमति दी. अब मैं गर्व से कह सकती हूं कि मैं भी और महिलाओं की तरह एक बच्चे की मां बनने वाली हूं…