बेडरूम में कुंवारी भतीजी की सील पैक वर्जिन चुत के साथ जबरदस्ती सेक्स Hindi XXX Chudai Story : दोस्तों आज हो मेरी नई हिंदी सेक्स स्टोरी आप पड़ने जा रहे हो मेरी कुंवारी भतीजी और मेरी कामुक भाभी की कुंवारी भतीजी की वर्जिन चुत की सील तोड़ चुदाई की है. दोस्तों मैं मेरी नई हिंदी सेक्स कहानी शुरू करने से पहले मेरा परिचय डे देता हूँ. मेरा नाम अभय कुमार शर्मा है और मेरी उम्र 25 वर्ष है। मैं शुरू से ही बाहर पढ़ा हूं तो घर पर आना कम ही होता था। मेरे घर पर मेरे मम्मी पापा, भैया भाभी और मेरी जवान भतीजी रहती थी जिसका नाम शीतल है।
मेरे भैया और भाभी की खूबसूरत लड़की की उम्र करीब अठारह साल थी और वो दिखने में बहुत सेक्सी थी। मेरे घर की उस जवान सेक्सी माल का फिगर 34-28-30 का था जिसे देखकर हमारे मौहल्ले के सभी आदमी और लड़के पागल रहते थे और वो सब मेरी भतीजी के साथ बलात्कार करने की फ़िराक में रहते थे पर घर में इतने सारे लोगों के रहते उन्हें कभी मौका नहीं मिल पता था। यहाँ भी देखें >> पुत्र बना अपनी देसी रांड माँ का सौदागर हिन्दी संभोग कहानी जैसा कि मैंने बताया कि मैं घर पर कम ही आता था। मगर जब भी आता तो मेरी कुंवारी भतीजी शीतल की वर्जिन चुत को चोदने का बहुत दिल करता था। घर में आने के बाद मेरी गन्दी नजर मेरी कामुक भाभी की कुंवारी लड़की शीतल पर ही जाती रहती थी।
कुंवारी भतीजी की सील पैक वर्जिन चुत के साथ जबरदस्ती सेक्स Hindi XXX Chudai Story
घर की झाड़ू लगाते हुए वो जब झुकती थी तो उसके गोल मटोल मोटे मोटे चुचे मुझे लटकते दिख दे जाते थे। मन करता था की मेरी कामुक भाभी की कुंवारी लड़की को पकड़ कर किसी रंडी की तरह चोद दूं मगर फिर चाचा भतीजी के रिश्ते के ख्याल से रुक जाता था। पर वो कहते हैं ना जो किस्मत में लिखा हो उसे कोई बदल नहीं सकता जी हाँ दोनों मेरी किस्मत में मेरी जवान सेक्सी भतीजी के साथ सेक्स करना लिखा था और फिर वैसा ही हुआ.
एक बार की बात है कि मैं कुछ दिन की छुट्टी लेकर मेरे घर आया हुआ था और तभी मुझे पता चला की मेरे घर वाले माउंट आबू घूमने जाने का प्लान बनाकर बैठे थे। टिकट सब लोगों ने पहले ही बुक करवा ली थी उन लोगों के साथ मेरी कुंवारी भतीजी शीतल नहीं जा रही थी क्योंकी उसकी परीक्षा आने वाली थी। मेरा जाने का कुछ तय नहीं था तो मेरी टिकट नहीं थी। पर जब मुझे पता लगा की मेरी कुंवारी भतीजी शीतल घर पर रुक रही है तो मेरे दिल में एक उसके साथ सेक्स करने के लिए गंदे गंदे ख्याल आने लगे तो फिर मैंने भी घर वालों के साथ घुमने जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया और मेरी कुंवारी भतीजी शीतल के साथ घर पर रुकने का तय करा। मेरे घर वाले मुझे बहुत शरीफ समझते थे इसलिए किसी को कुछ अनहोनी का डर नहीं था।
अगले दिन की गाड़ी से सब लोग घुमने चले गए और घर में हम चाचा भतीजी रुक गए। हम चाचा भतीजी का पूरा दिन बहुत आराम से गुजरा। यहाँ भी देखें >> हवस से भरी माँ के बाद मुझे चोदा पापा के तीन दोस्तों ने XXX Story मेरे दिमाग में कोई गन्दा ख्याल नहीं था। रात हुई तो वो दूसरे कमरे में जाकर लेट गई। मैं अपने कमरे में आकर मोबाइल फोन पर इंडियन देसी पोर्न विडियो देखने लगा। इंडियन देसी पोर्न विडियो देखने की वजह से मेरी वर्जिन भतीजी को चोदने का मेरा मूड बनता चला गया। मैं अपना लंड हाथ से सहलाने लगा। लंड सहलाने में मैं इतना मस्त हो गया कि मैंने देखा ही नहीं कि कब कमरे का दरवाजा खुल गया।
रात में सोते वक्त मेरी सेक्सी भतीजी ने मुझे आवाज दी- चाचा … अकेले डर लग रहा है मुझे! मैंने जल्दी से अपने लंड को अंदर किया और बोला- यहां आकर लेट जाओ मेरे पास। तो उसने बोला- नहीं, आप बाहर मेरे पास आकर मेरे रूम में लेट जाओ। मेरे रूम में दीवान था और बाहर वाले रूम में डबल बेड था। मैंने बोला- ठीक है … आता हूं। अब वो अपनी मोटी गांड हिलाते हुए आगे बढ़ी। मेरा लम्बा मोटा लंड तो वैसे भी खड़ा था। मन में आया कि अभी पकड़ कर चोद दूं अपनी प्यारी भतीजी की गांड और चुत को लेकिन मैंने अपनी हवस के ऊपर कंट्रोल कर लिया और जाकर मेरी सेक्सी भतीजी के साथ पलंग पर लेट गया। वैसे शुरुआत में हम दोनों चाचा भतीजी पलंग की एक एक साइड पकड़ कर लेट गये।
पलंग के एक कोने में वो लेटी हुई थी और दूसरे कोने में मैं लेटा हुआ था और हम दोनों ने एक दुसरे की तरफ अपने ढुंगे कर रखे थे। आप सोच सकते हैं कि बगल में कोई कुंवारी लड़की लेटी हो और घर में अकेले हों तो कैसे नींद आ सकती थी। वैसे भी इंडियन देसी पोर्न फिल्में देखकर मेरा मन किसी लड़की की जोरदार चुदाई का बहुत हो रहा था। इसलिए बार बार शीतल की बहुत खतरनाक सेक्स के गंदे गंदे ख्याल ही आ रहे थे। आज की हसीन रात मै हम चाचा भतीजी का रिश्ता भुला चूका था और मेरे गंदे दिमाग में मेरी जवान भतीजी की बहुत जोरदार चुदाई का पूरा काल्पनिक सीन चल रहा था और मेरा लम्बा मोटा लंड मुझे बहुत परेशान कर रहा था।
मैं सोच रहा था की भाजिती के साथ जबरदस्ती सेक्स करना कैसे शुरू करूं। हसीन रात में इसी उधेड़बुन में यही कोई एक घंटा निकाल गया। तब तक वो पूरी तरह सो चुकी थी। कुछ देर के बाद उसने करवट ली और मेरे करीब सरक आई। अब मैं उसको देख रहा था। उसकी चूचियों के उभार मेरी उंगलियों को टिकने नहीं दे रहे थे। मैं उसके गरम शरीर को छेड़ना चाह रहा था। तो अब मैंने भी सोचा कि होगा जो देखा जाएगा। अगर कुछ बोली तो बोल दूंगा कि नींद में हाथ रखा गया। ये सोचकर मै मेरी जवान और सेक्सी भतीजी की तरफ खिसक गया। अब हम चाचा भतीजी दोनों एक दुसरे के बहुत पास आ गए थे।
मैंने अपनी आंखें बन्द कर लीं और उसके सेक्सी पेट पर हाथ रख दिया। कुछ देर तक ऐसे ही मैं हाथ को रखे रहा। फिर हाथ को ऊपर बढ़ाया और उसके सीने पर हाथ रख दिया। उसका कोई रिएक्शन नहीं आया क्यूंकि वो बहुत गहरी नींद में सो रही थी। मैं काफी देर तक ऐसे ही हाथ रखे लेटा रहा। फिर मैंने हल्के हल्के उसे दबाना शुरू किया। मैं ऊपर से ही उसकी चूचियों को हल्के हल्के दबा रहा था। मेरा हाथ अभी उसके दोनों मोटे मोटे ब्रेस्ट पर रखा हुआ था। मैं बस ये देखना चाह रहा था कि कहीं ये जाग तो नहीं रही। मगर मेरे हाथ के दबाव देने के बाद भी वो सो ही रही थी। धीरे धीरे मेरी भतीजी का बलात्कार करने की हिम्मत बढ़ रही थी और मैंने एक हाथ उसके टॉप के अन्दर डालकर उसके पेट पर रख दिया। कुछ देर तक मैं हाथ को रखे रहा। उसका गोरा गोरा नर्म पेट बहुत ही आनंद दे रहा था।
फिर मैंने धीरे धीरे उसके पेट को सहलाना शुरू किया। शायद लड़कियों और महोलाओं का पेट का हिस्सा बहुत संवेदनशील होता है इसलिए वो हिलने लगी। मेरी फटने लगी … मगर मैंने हिम्मत नहीं छोड़ी आज मैंने सोच लिया था की यदि वो चुदने के लिए राजी नहीं होयगी तो उसका बलात्कार कर डालूँगा। यहाँ भी देखें >> पड़ोसन भाभी की प्यास और मेरे मजे Antarvasna Hindi Chudai Ki Kahani मैं हाथ को रखे ही रहा और फिर उसके सोने के बाद धीरे धीरे से हाथ को उसकी चूचियों के ऊपर ले गया। थोड़ी देर ऐसे ही रुकने के बाद मैंने उसके मोटे मोटे ब्रैस्ट दबाने शुरू किए। शायद वो जाग चुकी थी लेकिन चुप थी। मैंने अब हाथ टॉप से निकाल कर उसकी पैंटी में डाल दिया।
मेरा हाथ उसकी चुत पर और उसे छुते ही मै जैसे पगला गया। मैं अब खुद को रोक नहीं पाया और मैंने उसकी चुत को सहलाना शुरू कर दिया। मेरी भतीजी मुझसे बोली- चाचा, ये क्या कर रहे हो आप मै आप के भाई की लड़की हूँ और आप मेरा ही जबरदस्ती सेक्स करने की कोशिश कर रहे हों..? अब मेरे ऊपर कामदेव सवार हो गए थे और मुझे सेक्स के अलावा कुछ नहीं सूझ रहा था आज मुझे मेरी भतीजी के साथ जबरदस्ती सेक्स करने से कोई नहीं रोक सकता था। मैंने परिणाम की परवाह किए बिना उसके खूबसूरत चेहरे को अपनी तरफ किया और उसके लाल लाल होंठों को चूसने की कोशिश करने लगा।
जबरदस्ती सेक्स के दौरान वो मुझे अपने जवान सेक्सी जिस्म से दूर हटाने की नाम मात्र कोशिश कर रही थी जिसे देखकर ऐसा साफ साफ लग रहा था की मेरी कुंवारी भतीजी भी चाहती है की मै उसका बलात्कार करूँ पर मुझसे बचने की नौटंकी कर रही है। दोस्तों बेडरूम का सीन ऐसा हो गया था मनो मै मेरे जवान भतीजी का बलात्कार कर रहा हूँ. मै मेरी जवान भतीजी के साथ जोर जबरजस्ती करने की कोशिश कर रहा था और वो अपना जबरदस्ती सेक्स होने से बचने के लिए जोर जोर से चिल्ला रह थी और मुझसे बचने की कोशिश कर रही थी. मैंने उसके सूराई जैसे गले को कसकर पकड़े रखा और उसके बलबी गुलाबी होंठों को चूमता रहा।
इसके साथ ही मैं नीचे से उसकी सील पैक वर्जिन चुत को सहलाते हुए उसमें मेरी उंगली भी अंदर बहार कर रहा था। उसकी सेक्सी गरम चुत में गीलापन आना शुरू हो गया और धीरे धीरे उसका विरोध भी बंद हो गया। अब उसे मजा आने लगा। उसने अब मेरा हाथ हटाना बंद कर दिया और अपने गरम शरीर को ढीला छोड़ दिया। वो हॉट होने लगी तो मैं उठा और उसका टॉप निकाल दिया। यहाँ भी देखें >> गाँव की देसी लड़की की गरमा गरम अनचुदी फुद्दी Antarvasna Hindi Sex Stories उस हसीन रात वो अपने मोटे मोटे बूब्स पर ब्रा नहीं पहने हुए थी रात में, तो जैसे ही उसके गोल मटोल मोटे मोटे मम्में मेरे सामने आए मैं उन पर टूट पड़ा। दोस्तों मेरे उप्पर कामदेव सवार हो चुके थे जिस करण अब मैं इतने जोश में आ गया कि मैंने मेरे भतीजी का लोअर और पैंटी एक साथ उतार दी। मैंने उसको नीचे से नंगी किया और उसकी चुत को तेजी से रगड़ने लगा।
वो कसमसाने लगी और मैं उसके होंठों को जोर जोर से पीने लगा मै चाहता तो उसका जबरदस्ती सेक्स करना था पर उसने मेरे आगे आत्मसमर्पण कर दिया था। अब मेरी कुंवारी भतीजी भी मेरे होंठों को अपने मुंह में खींचने की कोशिश कर रही थी, वो चुदास से भर चुकी थी और अपने हाथ से अपने मोटे मोटे बूब्स सहला रही थी। मुझसे अब रुका नहीं जा रहा था क्योंकि मेरा तंदरुस्त लौड़ा बहुत देर से खड़ा हुआ था। चूंकि अब चूमा चाटी करते हुए बहुत देर हो चुकी थी तो मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था तो मैंने सीधा उसकी वर्जिन चुत को चोदना ही बढ़िया समझा क्यूंकि वो बोल तो कुछ नहीं रही थी मगर उसकी हरकतों से पता चल रहा था कि वह चुदने के लिए बहुत ज्यादा चुदासी हो चुकी है।
मेरी सेक्सी भतीजी की सील पैक वर्जिन चुत से सफेद सफेद पानी निकल रहा था। मैंने भी अपनी जॉकी की पेंटी निकाली और सीधे उसकी टांगों के बीच में जाकर उसकी सील पैक वर्जिन चुत पर लंड टिकाकर लेट गया। मै मेरी जवान और सेक्सी भतीजी की चुत पर लंड को रगड़ते हुए उसके गुलाबी गुलाबी होंठों को चूसने लगा। मेरी कुंवारी भतीजी भी मेरी पीठ पर हाथ फिराने लगी। मैंने हाथ से पकड़ कर लंड को उसकी गरम चुत के मुंह पर सेट कर दिया और वहीं पर एक जोर का धक्का दे दिया। पहले धक्के में लंड अंदर नहीं घुसा क्यों की मेरी भतीजी की चुत एक दम सील पैक थी।
फिर मैंने जल्दी से क्रीम उठाई और मेरे लम्बे मोटे लंड के टोपे पर लगा दी और थोड़ी क्रीम उसकी वर्जिन चुत पर भी लगाई और फिर दोबारा से लंड के टोपे को उसकी गरम चुत के मुंह पर सेट कर दिया। मेरी खूबसूरत भतीजी की सील पैक वर्जिन चुत पर एक बार फिर लंड लगाकर मैंने एक बहुत जोर का धक्का लगाया तो मेरा थोड़ा सा लंड उसकी चुत की सील तोड़ते हुए अंदर घुसा लेकिन दर्द के मारे उस कुंवारी लड़की की चीख इतनी तेज निकली कि मैं डर गया। सील टूटने के करण उसकी चिकनी योनि से खून निकलने लगा और दर्द के मारे जोर जोर से रोने बिलखने लगी- आईई मम्मी … ईई … ऊऊऊ … ओह्ह … निकालो चाचाजी! बहुत दर्द हो रहा है।
मैं उसके मोटे मोटे मम्में जोर जोर से दबाने लगा ताकि फटी हुई चुत का दर्द कम हो जाए और कुछ देर तक ऐसे ही रुका रहा। कुछ देर के बाद जब उसकी गरम चुत का दर्द कम हुआ तो एक और झटके में मैंने पूरा लंड अंदर घुसा दिया। उसकी चीख निकलने ही वाली थी कि मैंने अपने होंठों से उसके होंठ बन्द कर दिए लेकिन उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे। मैं थोड़ी देर उसे ऐसे ही किस करता रहा और रुका रहा। यहाँ भी देखें >> मेरे मर्द अभिषेक बच्चन ने मुझे घोडी बना कर चोदा ऐश्वर्या की जुबानी फिर धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करना शुरू किया। अब उसे थोड़ा अच्छा लगने लगा था। तो मैंने अब चोदने की स्पीड बढ़ा दी। मैंने उससे अपने ऊपर आने को बोला तो उसने मना कर दिया। मैं उसको चोदता जा रहा था और अब मेरी कुंवारी भतीजी भी मदहोश होती जी रही थी।
मैंने उसकी टांगों को उठा लिया और अपने कंधे पर रखकर चोदने लगा। अब उसकी सेक्सी गरम चुत में मेरा तंदरुस्त लौड़ा अच्छे से समा रहा था। चोदते हुए मैं देख रहा था कि मेरे लंड पर उसकी गरम चुत का खून लग गया था। उसकी चुत की झिल्ली टूट गई थी। मुझे उसकी फटी हुई चुत मारने में बहुत मजा आ रहा था। मेरी कुंवारी भतीजी भी मस्त होकर मेरे लंड से चुद रही थी। हालांकि उसको चुदवाते चुदवाते अपनी फटी हुई चुत में बहुत तेज दर्द का अहसास भी हो रहा था लेकिन पहली चुदाई में मजा भी उतना ही आ रहा था।
फिर मैंने उसकी नंगी टांगों को छोड़ा और फिर से उसके ऊपर लेट गया। मै मेरी जवान और सेक्सी भतीजी की मोटी मोटी चूचियों के भूरे भूरे निप्पल को अपने मुह में लेकर पीते हुए उसकी खून से संदी हुई सेक्सी गरम चुत में नीचे से जोर जोर से धक्के लगाता रहा। मेरी कुंवारी भतीजी पीठ को जकड़े हुए थी। मेरे हर जोरदार धक्के के साथ उसके मुंह से ऊंह … आह्ह … जैसी मादक आवाजें निकल रही थीं। चोदते हुए मुझे दस मिनट के लगभग हो गये थे। मेरा पानी अब छूटने वाला था। मेरी स्पीड अब हर पल बढ़ती जा रही थी। कुंवारी भतीजी को चोदते चोदते मेरा वीर्य स्खलन का समय अब बहुत करीब आ गया था कुछ ही पलों में मैं झड़ने वाला था।
मै मेरी जवान और सेक्सी भतीजी की सेक्सी गरम चुत में माल नहीं गिराना चाह रहा था मगर मजा इतना आ रहा था कि लंड को बाहर निकालना बहुत मुश्किल लग रहा था। तो मै मेरी जवान और सेक्सी भतीजी की फटी हुई सेक्सी गरम चुत में झड़ना चाह रहा था। फिर भी किसी तरह मैंने खुद को समझाते हुए उसकी चिकनी योनि से लंड को एकदम से बाहर खींचा और लंड बाहर आते ही मेरे तंदरुस्त लौड़े से वीर्य की पिचकारी उसकी गरम चुत के ऊपर ही छूट गयी। उसकी लाल होकर फूल चुकी चुत पर मेरे तंदरुस्त लौड़े से सफेद गाढ़ा वीर्य गिरने लगा। कई पिचकारियों ने उसकी खून से संधि फटी हुई चुत को और सेक्सी जांघों के आसपास से नहला दिया।
मेरा सारा सफेद सफेद वीर्य निकलने के बाद मैंने एक साफ कपड़ा लिया और जबरजस्ती चोदा चादी के दौरान मेरी भतीजी की चुत से निकले खून और वीर्य से संदी हुई चुत को साफ कर दिया। फिर मैं थक कर एक तरफ लेट गया। उसके बाद मुझे कब नींद आई पता नहीं चला। मेरी कुंवारी भतीजी भी शायद थक कर सो गयी थी। सुबह उठकर देखा तो बेडशीट पर खून के धब्बे लग गये थे। जब शीतल उठकर चलने लगी तो उससे चला नहीं गया। मैं उसे उठाकर वाशरूम तक ले गया और उसकी मदद की। डबलबेड पर बिची बेडशीट हम दोनों के वीर्य में बहुत बुरी तरह संद चुकी थी और उसपर मेरी भतीजी की चुत से निकले खून के लाल लाल धब्बे भी बिलकुल साफ साफ दिखाई दे रहे थे तो मैंने बेडशीट धुलने के लिए वाशिंग मशीन में डाल दी।
फिर मैंने हम दोनों चाचा भतीजी के लिए दो कप चाय बनाई और फिर हमने नंगी की एक साथ बैठकर चाय पी। अब हम चाचा भतीजी काफी खुल चुके थे. अब हमारे बीच बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड की तरह गन्दी गन्दी और सेक्सी सेक्सी बातें हो रही थीं जो पहले चाचा भतीजी के रिश्तों में नहीं होती थीं। यहाँ भी देखें >> गर्म स्पर्म से सपना चौधरी की फुद्दी को धो डाला हिन्दी संभोग कहानी घर वाले पांच दिन बाद आए। तब तक हमने खूब चुदाई की। अभी भी कई बार जब मौका मिलता है तो मैं और शीतल जोरदार चुदाई का मजा लेते हैं। मेरी कुंवारी भतीजी भी मेरे लंड की आदी हो गयी है। मुझे अकेला पाकर खुद ही मेरे लंड को छेड़ने लगती है और फिर मजाक मजाक में मैं मेरी भतीजी के मुंह में लंड दे देता हूं।
जब घर में कोई नहीं होता और हम चाचा भतीजी अकेले होते हैं तब तो हम बहुत सेक्स करते हैं मुझे मेरी भतीजी के साथ जबरदस्ती सेक्स करने और उसकी सील तोड़ने का मौका मिलेगा ऐसा मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था वो कहते है ना जब खुदा महरबान तो गधा पहलवान वस वही कहावत सही सिद्ध हुई। इस तरह से मैंने अपनी कामुक भाभी की भतीजी की कुंवारी चुत की झिल्ली तोड़कर मजा लिया। अब मेरी कुंवारी भतीजी की चूचियां और भी अधिक रसीली हो गई हैं और उसकी गांड भी पहले से अधिक बाहर निकल आई है। मेरी खुबसूरत 18 साल की कुंवारी भतीजी की सील पैक वर्जिन चुत अब खुल कर भोसड़े का रूप ले चुकी है.
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