विधवा माँ रोती रही और में चोदता राहा सगी विधवा माँ की चूत में मोटा लंड
विधवा माँ रोती रही और में चोदता राहा सगी विधवा माँ की चूत में मोटा लंड
विधवा माँ रोती रही और में चोदता राहा सगी माँ की चूत में मोटा लंड डाल कर कसकर चोदा : Ma Beta Sex, Real Mother Sex Story in Hindi, Real Mother Son Sex. हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और मेरे पापा जवानी में ही मर गए थे अब मेरी विधवा माँ की जवानी उफान पर थी किन्तु घर में उन्हें चोद कर शांत करने वाला मेरे सिवा और कोई नहीं था । उस समय मेरी विधवा माँ की उम्र 28 साल की थी और मैं 19 का हो चुका था और मेरा लंड भी खड़ा होने लग गया था। मेरी सगी विधवा माँ अभी जवान थी और चुदने लायक माल थी । एक दिन जब सुबह मेरी सेक्सी विधवा माँ बाथरूम में नहा रही थी तो मैं अंदर चला गया।
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विधवा माँ रोती रही और में चोदता राहा सगी माँ की चूत में मोटा लंड डाल कर कसकर चोदा
मेरी सेक्सी विधवा माँ नहा रही थी और पूरी तरह से नंगी थी। मैंने विधवा माँ को नंगी देखा तो मेरा लंड बिलकुल खड़ा हो गया। दोस्तों, दिल में यही आ रहा था की अभी विधवा माँ को पकड़ लूँ और कसकर चोद लूँ। मैं बाथरूम की खिड़की के पास छुप गया और अपनी विधवा माँ की नहाते हुए देखते लगा। मेरा बाप मर कर स्वर्ग सिधार गया और मेरी विधवा माँ को ढंग से चोद भी ना पाया। बाथरूम की खिड़की के पीछे मैं छिपा हुआ था और विधवा माँ को नहाते हुए देख रहा था।
उसका जिस्म आज भी भरा हुआ और सुडौल था। मम्मे ३४” के थे और काफी कसे और गोल गोल मस्त थे। कहीं से भी मेरी विधवा माँ के बदन पर चर्बी नही थी और बड़ा सुडौल बदन था उसका। मेरी सेक्सी विधवा माँ लक्स साबुन को अपने मम्मो पर जल्दी जल्दी मल रही थी, फिर हाथ पैर और चेहरे पर साबुन लगाने लगी, फिर अंत में टांगो पर साबुन मलने लगी। फिर जांघ पर साबुन लगाते हुए विधवा माँ अपनी चूत पर पहुच गयी और साबुन चूत पर मलने लगी। इसी बीच मेरी विधवा माँ का चुदने का दिल करने लगा और मेरी सेक्सी विधवा माँ अपनी चूत में ऊँगली करने लगी। “”आआआआअह्हह्हह..ईईईईईईई.ओह्ह्ह्हह्ह.अई..अई..अई..अई..” करके मेरी चुदासी विधवा माँ आवाज निकाल रही थी। “काश…कोई मुझे चोद डाले…कसके मुझे चोद दे.. सी सी सी सी.. हा हा हा …ऊऊऊ ..” मेरी विधवा माँ बार बार चिल्ला रही थी। आज मैं जान गया की मेरी विधवा माँ मुझसे कोई बात कहती नही है, पर आज भी उनका चुदवाने का और मोटा लौड़ा चूत में खाने का बड़ा दिल करता है। विधवा माँ बड़ी देर तक नहाते नहाते अपनी रसीली चूत में ऊँगली करती रही। चूत पर साबुन मलती रही। फिर उन्होंने बाल्टी भर भर कर जी भरकर नहाया और अपने जिस्म को साफ़ कर लिया। अपनी चूत में विधवा माँ से कई बार पानी जग से भरकर डाला। फिर तौलिया लेकर मेरी विधवा माँ ने अपने सारे बदन को पोछा, अपने सुडौल मम्मे और चूचियों को भी विधवा माँ ने अच्छे से पोछा और फिर अंत में अपनी चूत को तौलिया से अच्छे से पोछा।
अब उनकी चूत बड़ी सुंदर, साफ़ और गुलाबी लग रही थी। जब विधवा माँ बाथरूम के बाहर आने लगी तो मैं वहां से हट गया। अपनी नंगी जवान विधवा माँ को मैं देख ही चूका था और उनकी बुर चोदने का बड़ा मन था मेरा। मैंने कई बार विधवा माँ के रूप रंग को देख देखकर मुठ मारी। एक रात मुझे नींद नही आ रही थी। विधवा माँ को चोदने का बड़ा दिल था मेरा। मैं उनके कमरे में चला गया। विधवा माँ सो रही थी। रात के ११ बजे हुए थे। मैं विधवा माँ के बगल लेट गया और उनके गाल पर किस करने लगा। मेरी सेक्सी विधवा माँ नही जान पायी। विधवा माँ ने साड़ी ब्लाउस पहन रखा था, उसके ब्लाउस से उनके सुडौल और बहुत ही आकर्षक दूध मुझे दिख रहे थे। मैं खुद को रोक ना सका और मैंने अपनी विधवा माँ के दूध पर हाथ रख दिया और कस कसकर दबाने लगा। कुछ ही देर में विधवा माँ की आँखे खुल गयी। मेरे हाथ उसके दूध पर थे।
“राहुल…ये क्या कर रहा है??? तू सोया नही?..और तू मेरे कमरे में क्या कर रहा है??” विधवा माँ हडबडा कर उठ गयी और बैठ गयी और मुझसे पूछने लगी
“विधवा माँ..मैं आपको चोदना चाहता हूँ!!” मैं बोला
“क्या बेटा तू अपनी सगी विधवा माँ को चोदना चाहता है.????? तेरा दिमाग तो ख़राब नही हो गया है???” विधवा माँ ने विस्मित होकर कहा। मेरी सेक्सी विधवा माँ चौंक गयी थी मेरी बात सुनकर
“हाँ विधवा माँ…मैं आपको कसकर चोदना चाहता हूँ…आपकी रसीली बुर में अपना मोटा लंड डालना चाहता हूँ!!” मैंने बोला
तुरंत मेरे गाल पर १ कसकर तमाचा पड़ा। मेरा दिमाग झनझना गया।
“बेशर्म..बेहया.नालायक..यही संस्कार दिए है मैंने तुझे…यही सिखाया है मैंने तुझे???यही सब स्कूल में पढ़ने जाता है????” विधवा माँ बोली और उलटा सीधा बकने लगी। काफी देर तक मेरी सेक्सी विधवा माँ बडबडाती रही। करीब २० मिनट बाद मेरी सेक्सी विधवा माँ शांत हुई। मैं उनके पास ही बैठा रहा।
विधवा माँ अब शांत होकर बोली “तुझे ये चुत चुदाई वाली बात कैसे पता चल गयी?? राहुल क्या तू किसी लड़की गांड या चुत को चोद चुका है?? क्या तेरी कोई गर्लफ्रेंड है???”
मैंने पूरी बात बताई की किस तरह मैंने कुछ दिन पहले उनको बाथरूम में अपनी चूत में ऊँगली करते देख लिया था। विधवा माँ बार बार कह रही थी की काश कोई उनको कसकर चोद डाले। मैंने पूरी बात बताई तो मेरी सेक्सी विधवा माँ शांत हो गयी। मैंने जल्दी से अपनी पेंट खोल दी और नीचे सरका दी। मैं नही चाहता था की विधवा माँ मुझसे शर्म करे या अपना विचार बदले। मैं तो बस यही चाहता था की विधवा माँ बस आज रात मुझे अपनी बुर चोदने खाने के लिए दे दे।
अपनी पेंट नीचे सरकाने के बाद मैंने जल्दी से अपना अंडरविअर भी नीचे सरका दिया और मेरा ८”” का मोटा लंड साफ साफ विधवा माँ को दिखने लगा। उनका ध्यान अब बट गया और पूरी तरह से अब मेरी सेक्सी विधवा माँ सिर्फ और सिर्फ चुदाई के बारे में सोचने लगी। ये कहना गलत नही होगा की बार बार विधवा माँ किसी न किसी बहाने ने मेरे लंड को देख लेती थी।
“नही बेटा राहुल..ये सब गलत होगा…मैं तुम्हारी विधवा माँ हूँ..तुम कैसे मुझको चोद सकते हो??” विधवा माँ परेशान होकर बोली
“विधवा माँ…तुम जवान हो और विधवा माँ जवान हूँ। बाकी चीजो से क्या फर्क पड़ता है। वैसे ही हम अपने घर में चुदाई करेंगे.कौन किसी को पता लगने वाला है!!” मैं बोला और विधवा माँ के बगल ही उसके बिस्तर पर मैं बैठ गया। मेरी सेक्सी विधवा माँ “नही बेटा..नही बेटा.” करती रही और मैंने उनका हाथ लेकर चूम लिया। विधवा माँ अभी भी चुदने को राजी नही हो रही थी, पर मैं भी इमरान हाशमी थी।
औरतों को किस तरह से पटाया जाता है, मैंने ये बात उनकी ही फिल्मे देखकर सीखी थी। धीरे धीरे मैंने विधवा माँ को बाहों में पकड़ लिया और गाल पर किस करने लगा, धीरे धीरे सब कुछ ठीक हो गया। हम दोनों बिस्तर पर बैठे थे और एक दूसरे को बाहों में ले चुके थे। मैं विधवा माँ के होठ पीने लगा। ओह्ह्ह्ह..आज भी उनके होठ काफी अच्छे और रसीले थे।
मैंने विधवा माँ को बिस्तर पर लिटा दिया और उनके उपर लेट गया। उसके बाद तो हम दोनों लिपलॉक होकर किस करने लगे। हम दोनों सारी विधवा माँ और बेटे वाली शर्म हया भूल गए और धीरे धीरे हम दोनों गर्म होने लगे। मेरा एक हाथ उनके सीधे दूध पर चला गया और मैं जोर जोर से अपनी सगी विधवा माँ के मम्मे दबाने लगा। हम अभी भी बहुत जोश में थे और एक दूसरे के होठ पी रहे थे। विधवा माँ की जीभ मेरे मुंह में, तो मेरी जीभ उनके मुंह में घुस गयी थी।
गर्मागर्म चुम्बन के बाद मेरी विधवा माँ चुदवाने को तैयार हो गयी थी। मैं तेज तेज उनकी बड़ी बड़ी गेंद दबाने लगा। मेरी सेक्सी विधवा माँ “सी सी.. हा हा हा …ऊऊऊ ..ऊँ..ऊँ.ऊँ..” करने लगी। मेरी विधवा माँ के के चुचे इतने बड़े थे की मुस्किल से मेरे हाथों में आ पा रहे थे। उफ्फ्फ्फ़.क्या बताऊं दोस्तों की कितना मजा आ रहा था। लग रहा था की जैसे किसी स्पंज के गोले है। फिर मैं दूसरा चुच्चा कसकर दबाने लगा और मजा लेने लगा। १५ मिनट बाद हम दोनों पूरी तरह से नंगे हो गये थे। मेरी सगी विधवा माँ अपनी चूत को दोनों हाथों से छिपाए हुई थी।
कितनी अजीब बात थी की मेरी सेक्सी विधवा माँ मुझसे चुदवाना भी चाहती थी और चूत को छिपाए हुए भी थी। मैं तुरंत विधवा माँ के नग्न दूध को मुंह में भर लिया और पीने लगा। उफ्फ्फ्फ़. कितना मजा मिला मुझे। मैं पूरी तरह से अपनी विधवा माँ पर आसक्त हो गया था और उनको कसकर चोदना चाहता था। “उ उ उ उ ऊऊऊ ..ऊँ..ऊँ.ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी.. हा हा हा.. ओ हो हो..” विधवा माँ तेज तेज गर्म गर्म आवाजे मुंह से निकाल रही थी।
मैं साफ़ साफ़ देख सकता था की उनको बहुत मजा, सुख और आनंद की प्राप्ति हो गयी थी। मेरे बाप को मजे १० साल से जादा हो चुके थे। १० सालों से मेरी जवान महकते बदन वाली विधवा माँ नही चूदी थी, पर आज मेरी सेक्सी विधवा माँ १० साल का सूखा खत्म होने वाला था।
मेरी विधवा माँ का बेटा अब जवान हो चुका था और आज उनको कसकर चोदना चाहता था। मैं अपनी नंगी विधवा माँ को पूरी तरह से अपनी बाहों में लिए हुए था और उनके दूध मुंह में भरकर पी रहा था। उफ्फ्फ्फ़.कितनी नशीली और खूबसूरत थी मेरी विधवा माँ की छातियाँ। कितनी गोल, कितनी रसीली, जूसी और बड़ी बड़ी कमनीय किसी गेंद की तरह।
मैंने आधे घंटे तक अपनी सगी विधवा माँ की दोनों चुचियों को मुंह में लेकर खूब जी भर के चूसा और दिल लगाकर पिया। उनके मखमली और गोरे पेट को चूमते हुए मैं मैं उसकी नाभि पर आ गया और उसमे जीभ डालने लगा। विधवा माँ तडप गयी।
“..उंह उंह उंह हूँ.. हूँ. हूँ. हमममम अहह्ह्ह्हह.. अई.अई..अई..बेटा..!!” विधवा माँ सिसक रही थी और अपनी कमर उठा रही थी। कुछ देर बाद मैंने उनकी दोनों जांघे खोल दी, और मुझे उनका चूत प्रदेश साफ़ साफ़ दिख रहा था। मैं ललचा गया। आज भी मेरी विधवा माँ की चूत कसी, तनी और जवान थी। कहीं से भी चूत ढीली नही थी।
मेरा बाप मेरी विधवा माँ की गांड और चुत को जादा चोद नही पाया था और गांडू मर गया था। कुछ देर तक विधवा माँ के भोसड़े का मैं दीदार करता रहा, फिर मुंह लगाकर मैं अपनी सगी विधवा माँ की चूत का रस पीने लगा। “”..उंह उंह उंह हूँ.. हूँ. हूँ….. बेटा राहुल अच्छे से चूत पी अपनी रंडी विधवा माँ की!!” विधवा माँ ने हुक्म दिया। मैं किसी कुत्ते की तरह आवाज कर करके अपनी विधवा माँ की चूत पीने लगा। बहुत मजा आ रहा था दोस्तों।
बड़ी देर तक बुर पीने के बाद मैं विधवा माँ की चूत में ऊँगली करने लगा और जल्दी जल्दी अंदर बाहर करने लगा। विधवा माँ अपने चुतड़ उठाने लगी। “..अई.अई..अई..अई,…इसस्स्स्स्स्स्स्स्…उहह्ह्ह्ह…ओह्ह्ह्हह्ह…चोदोदोदो…मुझे और कसकर चोदोदो दो दो दो बेटा राहुल!!” विधवा माँ बोली तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं तेज तेज अपनी विधवा माँ को अपनी ऊँगली से चोदने लगा। फिर कुछ देर में मैंने अपना ८” मोटा लंड विधवा माँ के भोसड़े में डाल दिया और उनको चोदने लगा। नर्म मोटे गद्देदार आरामदायक बिस्तर में अपनी को चोद रहा था। इतना मजा मिल रहा था की मैं आपको क्या बताऊँ दोस्तों। विधवा माँ बहुत जादा गर्म हो चुकी थी और “उ उ उ उ उ..अअअअअ आआआआ. सी सी सी सी.. ऊँ..ऊँ.ऊँ.करके मेरी सेक्सी विधवा माँ चीख रही थी और मजे से चुदवा रही थी। ये एक बहुत मस्त और कमाल का अनुभव था। मैं अपने मोटे लौड़े से विधवा माँ की चूत को चोद चोदकर उसका भरता बना रहा था।
मेरे हाथ अब भी उनके नंगे दूध पर थे और तेज तेज उसकी रसीली चूत में लंड की सपलाई कर रहा था। मेरी सेक्सी विधवा माँ बार बार उ उ.आ आ .की आवाज निकाल रही थी। विधवा माँ को चोदते चोदते मेरा मोटा लंड और भी फूल गया और और भी जादा मोटा हो गया।
“अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ..अअअअअ..आहा ..हा हा हा.तुम मस्त चुदाई कर रहे हो बेटा..करते रहो.रुकना मत.. अहहह्ह्ह्हह..” विधवा माँ बोली। ये जानकर बड़ी खुसी हुई की विधवा माँ मेरी ठुकाई से पूरी तरह से संतुस्ट थी और मजे से मेरा मोटा ८” लम्बा लौड़ा खा रही थी। विधवा माँ के काले घने बाल खुले हुए थे और मेरी सेक्सी विधवा माँ इतनी मस्त माल लग रही थी की मैं आपको क्या बताऊँ। उनके काले बाल उनके सफ़ेद, चिकने और गोरे कंधे पर बिखरे हुए थे और जैसे पानी में आग लगा रहे थे। अगर इस समय कोई चुदासा आदमी मेरी विधवा माँ को देख लेता तो पक्का उनको चोदकर मानता। जाने नही देता। इसी बीच विधवा माँ की चूत में चुदते चुदते खलबली होने लगी और मेरी सेक्सी विधवा माँ अपना पेट हवा में उपर उठाने लगी। मेरी सेक्सी विधवा माँ बड़ी बेचैन दिख रही थी, क्यूंकि मेरा मोटा लंड उनको एक पल का आराम नही करने दे रहा था।
मैं विराट कोहली की तरह अपनी सगी विधवा माँ की चूत रूपी पिच पर अपने लंड रूपी बैट से शानदार चौके छक्के लगा रहा था। विधवा माँ तो बिलकुल पगलाई जा रही थी।”..आआआआअह्हह्हह. अई.अई…ईईईईईईई मर गयी..मर गयी.. मर गयी..मैं तो आजजजजज!!..तेरा लौड़ा बहुत मोटा और लम्बा है बेटा.. उ उ उ उ उ..अअअअअ आआआआ.” विधवा माँ बार बार चिल्लाने लगी और हाफ्ने लगी। अपनी तारीफ़ सुनकर मैं बहुत खुश हुआ और तेज तेज फिर से विधवा माँ की चूत पर चौके छक्के मारने लगा। विधवा माँ के जिस्म में बुरी तरह से आग लग चुकी थी। पर मैं अभी रुकने वालो में से नही था और गच गच अपनी सगी विधवा माँ को चोद रहा था।
उनकी कराहने और चीखने की आवाजे मुझे पागल कर रही थी। उफ़…अपनी विधवा माँ को चोदना कितना सुखद और मजेदार होता है। आधे घंटे तक विधवा माँ को नॉन स्टॉप ठोकने के बाद मैं अपना माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया।
फिर हम दोनों एक दूसरे के बगल लेट गये। विधवा माँ की मैंने बड़ी मस्त ठुकाई की थी। मेरी सेक्सी विधवा माँ अभी भी “आआआआअह्हह्हह..ईईईईईईई.ओह्ह्ह्हह्ह.अई..अई..अई..अई..मम्मी…” करके हांफ रही थी। उन्होंने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मैं फिर से उनका दूध पीने लगा। मेरी विधवा माँ बार बार मेरे मत्थे पर चूम रही थी। “बेटा.आज तूने मुझे चोदकर बड़ा मजा दिया..” विधवा माँ बोली और मेरा अहसान जताने लगी। लेटे लेटे हम दोनों सो गये।
सुबह ४ बजे मेरी आँख खुली। मेरी विधवा माँ नंगी थी और ऑंखें बंद करके सो रही थी। मुझे एक बार फिर से उसकी चूत मारने की तलब लग चुकी थी। मैंने विधवा माँ के उपर से चादर खीच दी। उनके पैर खोल दिए और चूत पर मुंह लगाकर मैं उनकी बुर पीने लगा। कुछ देर में विधवा माँ की आँख खुल गयी।
“राहुल बेटे जग गया तू!!” विधवा माँ बोली
“विधवा माँ …तुम और बार और चोदने का बड़ा दिल है!!” मैंने कहा
“चोद ले..चोद ले…सुबह तो सेक्स करने में मजा मिलता ही है!!” विधवा माँ बोली
उसके बाद मेरी सेक्सी विधवा माँ जग गयी और मैं १५ मिनट तक उनकी बुर किसी कुत्ते की तरह चाटता रहा। उसके बाद मैंने विधवा माँ से अपना लंड बड़ी देर तक चुस्वाया। रसीला मोटा लौड़ा मेरी सेक्सी विधवा माँ मजे से चूसती रही। फिर मैंने विधवा माँ को कुतिया बनाकर पीछे से उनकी चूत मारी।