Hindi Sex Story भाभी को दर्द से तड़पाकर चोदा – सेक्स स्टोरी हिंदी में

Hindi Intercourse Yarn भाभी को दर्द से तड़पाकर चोदा – सेक्स स्टोरी हिंदी में

प्रेषक : राहुल …

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है और में हैदराबाद का रहने वाला हूँ। में 19 साल का हूँ और मेरी लम्बाई 5.6 इंच है और मेरा लंड सात इंच लंबा है। दोस्तों मुझे बचपन से ही सेक्स करने में बहुत रूचि रही है और अब में कामुकता डॉट कॉम पर आप सभी की सच्ची घटनाओ को पढ़कर भी अपने मन को खुश करता हूँ और वैसे मैंने कई लड़कियों और आंटियों के बूब्स भी कई बार देखे है। दोस्तों इसके अलावा मैंने अपनी छोटी बहन जो मुझसे उम्र में दो साल छोटी है उसकी कमीज़ के अंदर अपने हाथ को डालकर मैंने उसके बूब्स को भी कई बार मसला है और ऐसा में पांच साल से हर रोज़ करता आ रहा हूँ। अब तो वो भी अपने अपने बूब्स को मुझसे मसलवाने के लिए अपने आप ही मेरे पास आ जाती है और में उसके साथ वो सब करके उसका मन खुश कर देता हूँ। दोस्तों आज में जो कहानी आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ वो मेरी एक सच्ची चुदाई की घटना है, जिसमे मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक बहुत ही हॉट सेक्सी भाभी के साथ वो सब किया जो में बहुत दिनों से करना चाहता था और अब में पूरी तरह विस्तार से सुनाना शुरू करता हूँ।

दोस्तों ठीक मेरे घर के सामने वाले घर में एक भैया रहते है, उनका नाम राजेश है वो मेरे बहुत अच्छे पड़ोसी होने की वजह से हमेशा मेरा और उनके घरवालों का हमारे घर में आना जाना लगा ही रहता था। फिर उनकी अभी करीब एक साल पहले ही शादी हुई थी और उनकी किस्मत से जो उन्हें पत्नी मिली है वो बहुत ही ज़्यादा सुंदर होने के साथ साथ गोरी भी है। दोस्तों मेरी उस मस्त भाभी का नाम सोनाली है और पहली बार जब मैंने उनको देखा था तो उसी दिन से मेरे होश उड़ चुके थे, ना जाने क्या ऐसा उनके जिस्म में था जिसकी वजह से में लट्टू की तरह उनकी तरफ खिंचा चला जाता था। दोस्तों जब भी में अपनी भाभी को देखता था, मेरे अंदर कुछ कुछ होने लगता था और मेरा मन करता था कि अभी में अपनी भाभी को जबरदस्ती पकड़कर उनकी चुदाई कर दूँ, क्योंकि अब में उनको प्यार भी करने लगा था मेरा दिल अपनी उस भाभी के ऊपर आ चुका था। अब में पागलों की तरह उनके साथ बातें करने हंसी मजाक से भी बहुत ज्यादा सच बताऊं में अब उनकी चुदाई के सपने देखने लगा था। दोस्तों मेरी वो भाभी मुझसे उम्र में बस चार महीने बड़ी है, उनकी लम्बाई 5.four इंच है और उनका वो गोरा गदराया हुआ बदन बिल्कुल हिरोईन की तरह है।

दोस्तों में सच कहता हूँ। मुझे उनका वो गोरा बदन हमेशा अपनी तरफ आकर्षित किया करता था और में बहुत बार उनको सही मौका देखकर इधर उधर छूने के अलावा उनके गोरे बड़े आकार के बूब्स के थोड़े से दर्शन भी कर चुका था। फिर यह सब करने की वजह से मेरे अंदर की वो तड़प अब पहले से भी ज्यादा बढ़कर मुझे पागल बनाए जा रही थी। दोस्तों यह घटना आज से 22 दिन पहले की है। जब में अपने किसी जरूरी काम की वजह से चंडीगढ़ गया हुआ था और फिर अपना काम खत्म करके उसके अगले ही दिन में सुबह करीब दस बजे अपने घर पहुँच गया। फिर घर आकर मैंने देखा तो उस समय मेरे घर का दरवाजा बंद था और उसके ऊपर ताला लगा हुआ था, जिसको देखकर में कुछ देर चकित होकर मन ही मन सोचने लगा कि अचानक से मेरे सभी घर वाले मुझे कुछ बताए बिना ही आज कहाँ चले गए। अब में अपने पड़ोसी के पास चला गया और तब मुझे अपने राजेश भैया से पता चला कि मेरे घर के सभी लोग आज सुबह ही जलंधर गये है, क्योंकि वहां पर मेरे नानाजी रहते है और वो इस समय बहुत बीमार थे जिसकी वजह से उनको किसी चिकित्सालय में भर्ती किया हुआ है और वो लोग ज्यादा जल्दबाजी में थे और में अपने काम से गया था, इसलिए उन्होंने मुझे फोन करके परेशान उचित नहीं समझा, लेकिन वो मुझे भी जलंधर आने को कहकर गए है।

अब में यह सभी बात सुनकर उदास होकर वापस जाने लगा। अब भैया ने मुझसे शाम तक उनके घर ही रुकने के लिए कहा, क्योंकि उनको कुछ काम से शाम तक के लिए बाहर जाना था और वो मुझसे कहने लगे कि तुम अभी इतने लंबे सफर से आए हो इसलिए तुम थक गए होंगे इसलिए तुम यहीं पर रुककर थोड़ा सा आराम कर लो और रात को जलंधर के लिए निकल जाना। फिर में उनके कहने से वहीं पर रुक गया और दस मिनट के बाद भैया मुझसे घर का ध्यान रखने के लिए कहकर चले गये। अब घर में सिर्फ़ में और मेरी भाभी ही थी, उस दिन भाभी ने गुलाबी रंग का एक प्लेन सूट पहना हुआ था और उस सूट में मुझे अपनी भाभी बहुत सेक्सी लग रही थी। फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों ने साथ में बैठकर नाश्ता किया। उसी समय वो मुझसे कहने लगी कि तुम्हे इतनी चिंता करने की जरूरत नहीं है वहां पर तुम्हारे सभी घर वाले है। फिर कुछ देर के बाद भाभी कपड़े धोने लगी और में पास ही रखी एक कुर्सी पर बैठ गया। फिर थोड़ी देर के बाद भाभी खड़ी होकर बाल्टी से कपड़े निकालने लगी। अब मैंने अपनी नजर को उठाकर देखा कि जब भाभी कपड़े निकालने के लिए नीचे झुकी तब उसी समय उसके गोरे गोरे बड़े आकार के बूब्स उस बड़े आकार के गले वाले सूट से मुझे साफ दिखाई दे रहे थे।

दोस्तों उसके बाद तो मेरे होश ही उड़ गए, क्योंकि मुझे ध्यान से लगातार देखने से पता चला कि उस सूट के अंदर ब्रा ना पहनने की वजह से मुझे अब बूब्स के निप्पल भी साफ नजर आ रहे थे, जो दिखने में हल्के भूरे रंग के होने के साथ ही उठे हुए भी थे। फिर मैंने शरारत करते हुए चुपके से अपनी जेब से एक कागज निकाला और उसको मैंने भाभी की कमीज़ में डाल दिया और उनको कहा कि कोई कीड़ा आपके कपड़ो के अंदर घुस गया है, मैंने अपनी अपनी आँखों से उसको अंदर जाते देखा है। अब भाभी डरते हुए निकालो निकालो चिल्लाने लगी और वो तुरंत ही मेरे पास आकर खड़ी हो गई और उस समय डरने की वजह से उनकी दोनों ऑंखें भी बंद थी। फिर मैंने भी मौके का फायदा उठाकर झट से उनकी कमीज़ के अंदर हाथ डालकर उस कागज को निकालकर छुपा लिया और अब मैंने उनसे कहा कि मुझे अंदर से कुछ भी नहीं मिला। दोस्तों इस काम को करते हुए मैंने अपनी भाभी के बूब्स और निप्पल को पहली बार अपने हाथ से छूने के साथ ही दबाया भी था। अब वो मुझसे पूछने लगी कि तुमने अच्छी तरह से देख तो लिया है ना वरना वो अंदर होगा तो मुझे दोबारा परेशान करेगा।

फिर मैंने हंसकर कहा कि मैंने उसको बहुत खोजा, लेकिन वो मुझे कहीं नहीं मिला शायद वो चला गया और अब आपको वैसे भी डरने की ज्यादा जरूरत नहीं है, क्योंकि में पूरा दिन आपके साथ ही हूँ और अगर वो आपको दोबारा परेशान करे तो आप मुझे बता देना। फिर थोड़ी ही देर के बाद वो मेरी बातें सुनकर पूरी तरह संतुष्ट होकर, अपने बचे हुए कपड़े धोकर नहाने चली गई और जब वो नहाकर बाथरूम से बाहर आई तब मैंने देखा कि उसने एक काले रंग का सूट पहने हुए थी। दोस्तों वो काले रंग का सूट मेरी भाभी की सुंदरता को कुछ ज्यादा ही बढ़ा रहा था और में लगाकर उनके उभरे हुए बूब्स को घूरकर देख रहा था और मेरी गंदी नजर उस समय कहाँ थी, मेरी भाभी को अच्छी तरह पता था, लेकिन वो मुझसे फिर भी कुछ नहीं बोली। अब हम दोने सोफे पर बैठकर बातें कर रहे थे और फिर हिम्मत करके उस मौके के फायदा उठाना उचित समझा, क्योंकि मुझे उसका मुड देखकर अंदाजा पहले ही लग चुका था कि उसके मन में भी कुछ चल रहा है और इसलिए बातों ही बातों में मैंने भाभी से कहा।

में : भाभी आपके यह बूब्स बहुत ही सुंदर और सेक्सी है।

भाभी : चुप पागल, तू मुझसे यह कैसी बातें करता है?

में : भाभी प्लीज मुझे आप एक बार अपने बूब्स पर हाथ लगाने दो ना।

भाभी : नहीं यह सब गलत है।

में : प्लीज़ भाभी सिर्फ़ पांच मिनट के लिए आप अपनी इस कमीज़ को ऊपर ही उठा दो।

भाभी : नहीं, तुम ऊपर से ही हाथ लगा लो।

फिर में यह बात सुनकर तुरंत ही आगे बढ़कर भाभी के बूब्स को कपड़ो के ऊपर से ही पकड़कर मसलने और सहलाने लगा था। दोस्तों में अपने दोनों हाथों को दोनों बूब्स के ऊपर गोल गोल घुमाने लगा था और मेरे यह सब करने की वजह से कुछ ही देर बाद जोश मस्ती में आकर भाभी की साँसे तेज़ होने लगी थी। फिर मैंने उस मौके का फायदा उठाकर उसी समय भाभी के होंठो को चूमना शुरू कर दिया। दोस्तों उस समय मैंने महसूस किया कि भाभी ना तो मेरा साथ दे रही थी और ना ही वो विरोध कर रही थी, वो अपनी दोनों आँखों को बंद करके एकदम चुप बैठी हुई थी। अब मैंने उस मौके को देखकर तुरंत ही चूमते हुए उनकी कमीज़ को उतार दिया और फिर मैंने उनकी ब्रा को भी उतार दिया, जिसकी वजह से मेरे सामने अपनी सेक्सी भाभी के हॉट बूब्स मेरी आँखों के सामने पूरे नंगे होकर झूलने लटकने लगे थे। अब में बूब्स का सही आकार देखकर बिल्कुल पागल होकर दोनों बूब्स को दबाने निप्पल से रस को निचोड़ने लगा था। फिर जब इतना सब हो जाने पर भी उसने मुझसे कुछ नहीं कहा और तब मैंने उनके निप्पल को अपने मुहं में भरकर चूसना शुरू कर दिया, लेकिन ऐसा करने पर वो मुझे हल्का सा धक्का मारकर जाने लगी। फिर उसी समय मैंने तुरंत ही उनका एक हाथ पकड़ लिया और अब वो मुझसे कहने लगी।

भाभी : छोड़ो मुझे बदतमीज़, क्या तुझे मेरे साथ ऐसी हरकत करते हुए शरम नहीं आती?

में : भाभी आप भैया के साथ भी तो सेक्स करती हो ना, में तो सिर्फ़ आपको नंगा करके आपको प्यार करना चाहता हूँ और आपको मुझसे डरने कि बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, क्योंकि में आपसे सेक्स नहीं करूंगा।

फिर में भाभी को बहुत प्यार से समझाने मनाने लगा और मैंने उनको कहा कि वैसे भी इस समय आप मेरे साथ ऊपर से बिना कपड़ो के हो और में आपके बूब्स को छूकर अपने मन को शांत कर रहा हूँ इसमें किस बात की बुराई है? प्लीज कुछ देर तुम मेरे पास और बैठ जाओ ना। अब भाभी मेरी वो सभी बातें सुनकर मान गई, लेकिन उन्होंने सेक्स करने के लिए साफ मना कर दिया और फिर मैंने उनकी सलवार और पेंटी को भी उतार दिया, जिसकी वजह से भाभी अब मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी। फिर में अपनी भाभी को बाँहो में लेकर चूमने प्यार करने लगा था, जिसकी वजह से अब भाभी मस्त हो चुकी थी और मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार लिए, उसके बाद मैंने भाभी को कसकर अपनी बाहों में ले लिया। अब मेरा लंड पूरी तरह से जोश में आकर तनकर खड़ा होने की वजह से भाभी की चूत में जाने की कोशिश करने लगा था और भाभी को भी मेरे साथ यह सब करने से मज़ा आने लगा था। अब मैंने अपने लंड को भाभी के पूरे बदन पर फेरना शुरू किया और दस मिनट तक उनकी चूत पर मैंने अपने लंड को रगड़ा। दोस्तों मेरे यह काम करने की वजह से भाभी गरम होकर तेज़ साँसे लेते हुए मुझसे कह रही थी ऊफ्फ्फ आह्ह्ह्ह तुम यह क्या कर रहे हो आईईईई।

अब में उसका वो पागलपन देखकर उसको ज्यादा उत्तेजित करने के लिए अब अपने टोपे से चूत के होंठो को खोलकर चूत के दाने को सहलाने लगा था। अब वो जोश में आकर अपने होश खोकर मुझसे कहने लगी कि आह्ह्ह अब तूने मेरे साथ इतना कुछ कर लिया है, तो तू अब मेरे साथ सेक्स भी कर ले आह्ह्ह डाल दे तू अपने लंड को मेरी चूत के अंदर मुझे बहुत मज़ा आ रहा है तू अब चोद दे मुझे ऊह्ह्ह क्यों तू मुझे अब इतना सता रहा है? जल्दी से डाल दे तू इसको मेरी चूत के अंदर। दोस्तों यह मेरे लिए एक अच्छा संकेत था, जिसका मुझे बहुत दिनों से इंतजार था। आज वो दिन और अपनी भाभी की चुदाई का मेरा सपना पूरा होने जा रहा था। अब मैंने खुश होकर अपने लंड को भाभी की चूत के होंठो पर रगड़ना चूत को सहलाने का काम जारी रखा और फिर भाभी ने अपना आसन बदलकर तुरंत ही नीचे आकर मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर चूसना शुरू कर दिया। फिर करीब बीस मिनट तक भाभी मेरे लंड को पागलों की तरह चूसती ही रही। फिर मैंने उनके मुहं से लंड को बाहर निकाला और उनकी खुली हुई कामुक चूत के मुहं पर रखा और एक ज़ोर का झटका मार दिया, जिसकी वजह से मेरा आधा लंड भाभी की चूत में चला गया।

दोस्तों इस धक्के की वजह से भाभी दर्द से तड़प उठी और वो मुझसे कहने लगी ऊफ्फ्फ अरे साहिल प्लीज धीरे से डाल ऊह्ह्ह्ह मुझे दर्द हो रहा है, क्योंकि तुम्हारा लंड तो राजेश के लंड से भी ज्यादा लंबा और मोटा है। फिर में रुककर भाभी के जिस्म से खेलने लगा था और थोड़ी देर के बाद मैंने एक जोरदार झटका लगा दिया। अब मेरे उस धक्के की वजह से मेरा पूरा लंड भाभी की चूत के अंदर चला गया और वो दर्द की वजह से तड़पते हुए चिल्लाने लगी थी, लेकिन में अब नहीं रुका और में लगातार झटके मारता ही रहा थोड़ी देर के बाद मेरा वीर्य निकलने लगा। अब मैंने तुरंत ही अपने लंड को भाभी की चूत से बाहर निकालकर उनके मुहं में हिलाते हुए वीर्य को मुहं में निकाल दिया और भाभी करीब दस मिनट तक मेरे लंड को लोलीपोप की तरह चूसती रही। फिर कुछ देर आराम करने के बाद भाभी ने मेरे लंड को चूस चूसकर तैयार कर दिया और फिर मैंने भाभी की दोबारा चुदाई करना शुरू किया। फिर करीब बीस मिनट तक जमकर उनकी चुदाई के मज़े लेने के बाद इस बार भी मैंने अपने वीर्य को चूत से बाहर ही निकाला। फिर उसके बाद भाभी नहाकर हम दोने के लिए दोपहर के खाने की तैयारी करने लगी थी और मैंने भी अब तक अपने कपड़े पहन लिए थे। फिर खाना खाने के बाद हम दोनों एक बार फिर से नंगे हो गये और अब मैंने भाभी के बूब्स को चूसना शुरू कर दिया, थोड़ी देर बाद हमने कपड़े पहन लिए, क्योंकि अब भैया के आने का समय हो गया था ।।

धन्यवाद …




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