चूत में मुट्ठी करके छोटी बहन की चुदाई की – छोटी बहन की चुदाई
छोटी बहन की चूत में मुट्ठी करके चुदाई की – छोटी बहन की चुदाई
छोटी बहन की चूत में मुट्ठी करके चुदाई की – छोटी बहन की चुदाई : हेल्लो दोस्तों आज पहली बार आपको अपनी जिन्दगी की निजी कहानी सूना रहा हूँ। मुझे पूरा यकीन है की आपको मेरी स्टोरी पसंद आएगी। मेरा नाम कुनाल है। देहरादून का रहने वाला हूँ। मेरे घर में कुल 4 लोग है। पापा, मम्मी, मेरी बहन रेनू और मैं। मेरे पापा और मम्मी दोनों जॉब करते है। वो दोनों रात में घर लौटते है। मेरा अफेयर मेरी 19 साल की बहन से 2 साल से चल रहा है। रेनू बहुत सुंदर सेक्सी लडकी है। वो अभी BA में कॉलेज में पढ़ रही है। जैसे ही वो जवान हुई कॉलेज के मनचले लड़के उसके पीछे पड़ गये। सब उसको पटाकर चोदना चाहते थे पर इससे पहले कोई और मेरी बहन की लाल लाल चुद्दी को चोद लेता, मैं उसे सेट कर लिया और कसके चुदाई कर दी। ( छोटी बहन की चूत में मुट्ठी करके चुदाई की – छोटी बहन की चुदाई )
अब रेनू मुझसे पट गयी है। किसी और लड़के की तरह देखती भी नही है। मैं उसे अक्सर चोद लेता हूँ। सेक्स कम भाई बहन के लिए नार्मल बात हो गयी है। रेनू बहुत सुंदर और सेक्सी लड़की है। चेहरा बड़ा भोला है उसका पर जब वो मेरा लंड चूस चूसकर चुद्वाती है तो आप जान जाएंगे की कितनी सेक्स वासना भरी है उसके अंदर। जब भी पापा मम्मी घर पर नही होते है मैं उसे उसके कमरे में ही चोद लेता हूँ। रेनू का फिगर 34 26 30 का है। वो जादातर सलवार कुरता पहनना पसंद करती है। उसे जब भी बिना दुप्पटे के देख लेता हूँ माँ कसम लंड सलामी देने लग जाता है। मेरी जवान बहन रेनू के मम्मे गोल गोल गेंद की तरह है जो उसके कुर्ते से ही दिख जाते है। वो जब भी घर से बाहर निकलती है अपने मम्मो पर दुप्पटा डालकर चलती है। रेनू नही चाहती की उसकी भरी जवानी देखकर कोई लड़का उसको फिजूल में तंग करे। उस दिन सोमवार था। हमारे पापा और मम्मी सुबह सुबह ऑफिस चले गये।
“कुनाल बेटा!! अपनी बहन का ख्याल रखना” मेरी मम्मी ने कहा
“जी मम्मी जी” मैंने कहा
वो पापा के साथ कार में बैठकर अपने ऑफिस चली गयी। मैंने दरवाजा अंदर से लॉक कर लिया।
“बहन!! तुझे पता है की अब एक नये तरह की चुदाई शुरू हो गयी है। बोल करवाएगी??” मैंने अपनी सेक्सी बहन रेनू से कहा
“किस तरह की चुदाई भैया???” रेनू पूछने लगी
“चूत में मुट्ठी वाली चूदाई। अब सब आशिक अपनी अपनी माल को इसी तरह चोदते है” मैंने जवान दिया
“धत्त!! मुझे नही करवानी चूत में मुट्ठी” रेनू बोली
“बहन! एक बार तू करवाके देख। मजा ना आए तो पैसे वापिस” मैंने कहा
रेनू मान नही रही थी। वो सोफे पर मुंह फुलाकर बैठ गयी। मैं उसको पटाने लगा। मैं उसके बगल सोफे पर बैठ गया और उसे किस करने लगा।
“प्लीस!! बहन करने दे चूत में मुट्ठी। बस एक बार” मैंने उसे मनाते हुए कहा और होठो पर किस करने लगा। फिर उसके बूब्स को कुर्ते के उपर से सहलाने और दबाने लगा। कुछ देर में रेनू मान गयी। आज हम भाई घर की लॉबी में ही चुदाई करने जा रहे थे। वैसे तो मैं उसे अपने बेडरूम में जाकर चोद लेता हूँ। रेनू सोफे पर लेट गयी। अपने सिर के नीचे उसके एक pillow लगा ली। मैंने उसकी सलवार का सारा खोल दिया और उतारकर किनारे रख दी। रेनू ने नीली रंग की जालीदार पेंटी पहनी थी। वो भी मैंने निकाल दी। वो बहुत गोरी चिकनी लड़की थी। मैं उसकी चिकनी चमेली चूत के दर्शन करने लगा। कितनी चिकनी मुनिया रानी थी उसकी। रेनू ने चूत को कल रात में अच्छी तरह से शेव कर लिया था। इसलिए कोई बाल नही था चुद्दी पर। मैं पागल हो गया और चूत को सहलाने लगा। रेनू “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…” करने लगी। – छोटी बहन की चूत में मुट्ठी करके चुदाई की – छोटी बहन की चुदाई
मैं उसकी चूत के दर्शन कर रहा था। मैं लेट गया और जल्दी जल्दी रेनू की चिकनी चूत को चाटने लगा। वो सिसक रही थी। 10 मिनट बाद वो पूरी तरह से गर्म हो गयी थी। मुझे आज कैसी भी उसके भोसड़े में अपनी मुट्ठी डालनी थी। मैं जल्दी जल्दी जीभ लगाकर अपनी बहन का भोसड़ा पी रहा था। उफ्फ्फ!! कितना बड़ा भोसड़ा था वो। जब शुरू शुरू में मैंने रेनू को चोदना शुरू किया था उसकी चुद्दी बिलकुल छोटी सी हुआ करती थी। पर मैंने इसे 2 सालो में इतनी बार चोदा की उसकी चूत का अब चौराहा बन गया था। मेरी बहन की चुद्दी का पूरी तरह से फट गयी थी और उसमे 3 3 लौड़े एक बार में अब जा सकते थे। जब भी मैं रेनू की चूत देख लेता था मेरा 10” का लौड़ा सलामी देने लग जाता था। मैंने 20 मिनट तक रेनू को सोफे पर लिटाकर उसकी चूत का रसपान किया। अब वो पूरी तरह से गर्म हो गयी थी। बार बार अपनी गांड उपर को उठा रही थी।
“प्लीस!! भाई मुझे अब मत तड़पाओ। मेरी चूत में अपनी मुट्ठी तुम डाल दो ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… रेनू कहने लगी
मैं ब्लू फिल्म में इसे कई बार देखा था। मैं खड़ा हो गया और अलमारी से बादाम तेल की शीशी निकाली। मैंने अपने सीधे हाथ में ढेर सारा तेल उपर नीचे हर तरफ लगा लिया। कलाई तक लगा लिया। रेनू की चूत पर कुछ तेल लगा दिया। उसने किसी रंडी की तरह अपने पैर खोल दिए। मैंने अपनी चारो उँगलियों को आपस में जोड़ लिया और चूत में डालने लगा। तेल खूब लगाया था। कोई कंजूसी नही की थी। इसलिए करिश्मा होने लगा। मेरी पांचो उँगलियाँ रेनू के भोसड़े में जाने लगी। ओह्ह गॉड!! मैं आप लोगो को बता नही सकता हूँ की कितने दिनों से मैं इसे करना चाहता था। मेरा बड़े दिनों का सपना था अपनी बहन के गुलाबी भोसड़े में मुट्ठी करने का। पहले 2 उंगलियाँ अंदर गयी, फिर 3 चूत के अंदर गयी फिर अंत में मेरी पूरी मुट्ठी रेनू के भोसड़े में चली गयी।
वो “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….”करके चिल्लाई। उसे दर्द हो रहा था। मेरी आँखे फटी जा रही थी की कैसे उसकी चूत किसी रबर की तरह फ़ैल गयी थी। 2 मिनट मैं रुका रहा। फिर मुठ्टी बाहर निकाल ली। रेनू लम्बी लम्बी सांसे भरने लगी। उसकी आँखों से अंशु निकल रहे थे। उसकी चूचियां अब और चमक रही थी। मैं लेटकर उसकी चूतको फिरसे चाटने लगा। अब उसके भोसड़े का छेद 3” मोटा हो गया था। कुछ देर बाद मैं फिर मस्ती में आ गया और पांचो ऊँगली को जोड़कर चूत में डालने लगा। धीरे धीरे फिर से मैंने 2 उँगलियाँ अंदर गयी, फिर 4 और फाई पूरी मुट्ठी उसकी चूत में कलाई तक घुस गयी। मैं आप लोगो को बता नही सकता की कितना आनंद आया मुझे। धीरे धीरे मेरा काम बन गया। मैं मुट्ठी डालता फिर निकालता। फिर डालता, फिर निकालता। इसी तरह से खूब मजा लिया। मेरी बहन रेनू “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….”की कामुक आवाजे निकाल रही थी।
तडप रही थी। मैंने 25 बार उसकी चूत में मुट्ठी डाली और निकाली। ऐसा करने से उसका भोसड़ा 6” चौड़ा हो गया। अंदर की सुरंग मुझे दिख रही थी। मैंने अपनी जींस खोल दी और उतार दी। कच्छा उतारकर मैं लंड फेटने लगा। धीरे धीरे मेरा लंड खड़ा हो गया। मैं हाथ में लौड़ा लेकर बहन रेनू की चूत को पीटने लगा। वो चिहुक गयी थी। उसकी चूत कितनी सुंदर लग रही थी। चुदी चुदाई माल थी रेनू। मैंने 5 मिनट तक उसकी पाव ब्रेड जैसी फूली चूत को अपने मोटे लंड से पीटता रहा। फिर उसकी चूत में डाल दिया। अपनी बहन को चोदना मैंने शुरू कर दिया। आज उसका छेद काफी चौड़ा हो गया था। इसलिए मेरा लंड आराम से अन्दर घुस गया। मैंने रेनू पर लेट गया और उसके लबो को फिरसे किस करने लगा। उसका गेम बजाना मैंने शुरू कर दिया। रेनू मेरी नजरों में ही देख रही थी। उसकी आँखें बहुत सुंदर थी।
मैं उसकी आँखों पर चुम्मी ले लेकर उसे ठोंक रहा था। रेनू “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..”की सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। उसको भी चुदाई में भरपूर मजा मिल रहा था। मैं उसे जन्नत की सैर करवा रहा था। इस तरह से हम भाई बहन गरमा गर्म सेक्स करने लगे। मैं गांड मटका मटका कर सम्भोग कर रहा था। अब रेनू की चुद्दी से सफ़ेद रंग की क्रीम निकल रही थी। वो मजे लूट रही थी। ये देखकर मैं रफ्तार बढ़ा दी और धकाधक चुदाई करने लगा। रेनू ने अपनी दोनों टाँगे किसी छिनाल की तरह उपर उठा दी। मैं फिर से उसके लबो को चूसने लगा। खूब मस्ती हुई उस दिन। रेनू दोनों टांग खोलकर ठुकवा रही थी। वो लम्बी लम्बी साँसे ले रही थी।
मैं जल्दी जल्दी उसकी रसीली चूत में लंड की सप्लाई कर रहा था। उसकी चुद्दी बार बार अपना रस छोड़ रही थी जिससे मेरे लौड़े को अब और चिकनाहट मिल रही थी। इस तरह से हम भाई बहन गरमा गर्म सम्भोग करने लगे। बड़ा मीठा मीठा मुझे लग रहा था। रेनू की चूत की रगड़ बहुत नशीली थी। मैं आपको शब्दों में बता नही सकता हूँ। 30 मिनट मैं अपनी बहन को सोफे पर लिटाकर चोदा। फिर चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया। हम दोनों हांफ गये। जब लंड मैंने बाहर निकाला रेनू की चुददी मेरे माल से उपर तक भरी हुई थी।