चुदाई कैसे करते है – लड़की को कैसे चोदे मैथुन कैसे करे
चुदाई कैसे करते है – लड़की को कैसे चोदे मैथुन कैसे करे
चुदाई कैसे करते है – लड़की को कैसे चोदे मैथुन कैसे करे : चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) जीव विज्ञान में आनुवांशिक लक्षणों के संयोजन और मिश्रण की एक प्रक्रिया है जो किसी जीव के नर या मादा (जीव का लिंग) होना निर्धारित करती है। चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) में विशेष कोशिकाओं (गैमीट) के मिलने से जिस नये जीव का निर्माण होता है, उसमें माता-पिता दोनों के लक्षण होते हैं। गैमीट रूप व आकार में बराबर हो सकते हैं परन्तु मनुष्यों में नर गैमीट (शुक्राणु) छोटा होता है जबकि मादा गैमीट (अण्डाणु) बड़ा होता है।
जीव का लिंग इस पर निर्भर करता है कि वह कौन सा गैमीट उत्पन्न करता है। नर गैमीट पैदा करने वाला नर तथा मादा गैमीट पैदा करने वाला मादा कहलाता है। कई जीव एक साथ दोनों पैदा करते हैं जैसे कुछ मछलियाँ।
चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) के कारण
कामशास्त्र के अनुसार यद्यपि चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) का मुख्य उद्देश्य पुनरुत्पति है, तथापि मनुष्यों तथा वानरों में यह बहुधा यौन सुख प्राप्त करने तथा प्रेम जताने हेतु भी किया जाता है। चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) मनुष्य की मूल आवश्यकता है। साधारण भाषा में चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) एक से अधिक काम-क्रियाओं को सम्बोधित करने के लिये भी प्रयोग किया जाता है। योनि चुदाई, हस्तचुदाई, मुख चुदाई, गुदा चुदाई आदि अन्य काम-कलाएँ इसके अन्तर्गत आती हैं। अंग्रेज़ वैज्ञानिकों का मानना है कि पुनरुत्पति के लिये दो लिंगों के बीच चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) का विकास जीवधारियों में बहुत पहले से ही जीवाणुओं के दुष्प्रभाव से बचने के लिये हुआ था।
मनुष्यों मे चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) – लड़की को कैसे चोदे मैथुन कैसे करे
चुदाई कैसे करते है : प्रेम जताने की क्रिया अक्सर चुदाई अर्थात सेक्स (मैथुन) से पहले लड़के और लडकिया एक दुसरे के योन अंगो अर्थात चुतगांड, बूब्स और लंड को चूसते है सहलाते है। इसके पश्चात् पुरुष के लिंग में उठाव व कठोरता उत्पन्न होती है और स्त्री की योनि में सहज चिकनाहट। चुदाई अर्थात सेक्स करने के लिए पुरुष अपने तने हुए लिंग को स्त्री की योनि में प्रविष्ट करता है। इसके पश्चात् दोनो साझेदार अपने कूल्हों को आगे-पीछे कर लिंग को योनि में घर्षण प्रदान करते हैं इस क्रिया से लंड चुत के अंदर और बाहर होता रहता है जिस कारण लडको और लडकियों दोनों को परम सुख की अनुभूति होती है। इस क्रिया में लिंग किसी भी समय योनि से पूर्णरूप से बाहर नहीं आता। इस क्रिया में दोनों ही साझेदारों को यौनिक आनन्द प्राप्त होता है। यह क्रिया तब तक जारी रहती है जब तक पुरुष और स्त्री दोनों ही एक अत्यधिक आनन्द की स्थिति कामोन्माद नहीं प्राप्त कर लेते। कामोन्माद की स्थिति में पुरुष और स्त्री दोनों ही स्खलन महसूस करते हैं। पुरुष शुक्राणुओं का स्खलन अपने लिंग से वीर्य के रूप में करता है अर्थात इस अवस्था में लड़के के लंड से सफ़ेद रंग का मुठ लड़की की चुत में भर जाता है, जबकि स्त्री की योनि से तरल पदार्थों का रज के रूप में स्खलन होता हैं। चुदाई के बाद लड़के और लडकी कई मिनट तक नंगे ही एक दुसरे से लिपटे हुए पड़े रहते है