अलिया भटट की गांड में लंड गुसाया – Sex Story In Hindi
अलिया भटट की गांड में लंड गुसाया – Sex Story In Hindi
अलिया भटट की गांड में लंड गुसाया – Sex Story In Hindi
अलिया भटट की गांड में लंड गुसाया – Sex Story In Hindi : सभी खुले भोसड़ों और बंद बुरों को मेरे खड़े लंड का सलाम! मेरा नाम आनन्द है। बात उन दिनों की है, जब मैं मुम्बई काम की तलाश में गया। वहाँ पर मेरा एक दोस्त था, मैं उसी के रूम पर रहता था। मुम्बई में दिन भर काम की तलाश करता.. लेकिन अब तक मुझे कोई काम नहीं मिला था। आखिर में मैं हार मानकर वापस घर जाने का सोच रहा था लेकिन सोचा आज आखिरी दिन और काम ढूंढ लूँ।
सुबह खाना खाकर काम ढूंढने के लिए निकल पड़ा। शाम तक कोई काम नहीं मिला। फिर थककर वापस रूम पर जा ही रहा था, तभी मैंने देखा कि एक लड़की सामने पड़ी कराह रही है। मैं भागकर वहाँ पहुंचा तो देखा वो कोई और नहीं मशहूर अभिनेत्री अलिया भटट थी। उनकी गाड़ी एक पेड़ से टकरा गई थी, इसलिए वो गाड़ी से बाहर गिर गईं और उनके पैर में मोच आ गई थी।
अलिया भटट ने मुझसे कहा- तुम अपने फ़ोन से एक नंबर पर कॉल करो.. मेरा फ़ोन यहीं कहीं झाड़ियों में गिर गया है।
मैंने कहा- पहले आप खड़ी तो हो जाइए।
मैंने उनको सहारा देकर खड़ा किया और कार में बिठाया।
फिर मैंने कहा- मेरा फ़ोन चार्ज नहीं है, आप कहो तो मैं आपको आपके घर तक पहुँचा सकता हूँ, मुझे ड्राइविंग आती है।
अलिया भटट ने कुछ सोचने के बाद कहा- ठीक है।
अब हम रवाना हो चुके थे। फिर उन्होंने मुझसे मेरा नाम पूछा, तो मैंने कहा- जी मेरा नाम आनन्द है।
‘हम्म..’
मैंने कहा- अलिया भटट जी मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूँ। प्लीज एक ओटोग्राफ तो दे ही देना।
उन्होंने कहा- तुमने मेरी मदद की है, ऑटोग्राफ तो मैं तुम्हें दे ही दूँगी, इसके अलावा भी तुम्हें कोई जरूरत हो तो बता देना।
मैं काम की तलाश में था और मैडम मुझसे कह रही थीं कि कोई जरूरत हो तो बता देना, मैं उनकी तरफ चूतियों की तरह से पलकें झपकाने लगा।
फिर अलिया भटट ने पूछा- क्या काम करते हो?
मैंने कहा- काम की ही तलाश कर रहा हूँ.. लेकिन अब तक नहीं मिला इसलिए कल वापस गांव जा रहा हूँ।
तो अलिया भटट कहा- मेरे घर पर काम करोगे?
मैंने कहा- मैं आपके क्या काम का?
तो अलिया भटट ने कहा- मेरे ड्राईवर का काम कर लोगे.. वैसे भी गाड़ी काफी अच्छी चलाते हो। मेरे घर में एक नीचे वाला कमरा भी खाली है।
मैं बहुत खुश हुआ।
अब तक हम उनके घर पर पहुँच गए। बाहर तैनात कुछ गार्ड्स ने उनको उनके कमरे में पहुँचाया, मैं भी साथ ही था। कुछ देर बाद सभी गार्ड भी चले गए।
अलिया भटट बिस्तर पर लेट गई और उसने मुझसे कहा- चोट ज्यादा नहीं है.. तुम वो सामने जो दवा पड़ी है.. बस वो लगा दो।
मैं वो उठा कर लाया और खड़ा हो गया।
फिर अलिया भटट ने कहा- लगाओ!
अलिया भटट ने उस वक्त ब्लैक कलर की शार्ट ड्रेस पहनी हुई थी। उसने अपनी छोटी स्कर्ट को ऊपर उठाया तो अलिया भटट की गोरी-गोरी टांगों और जांघों को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया।
अलिया भटट ने कहा- लगाओ.. देख क्या रहे हो?
मैंने कहा- अलिया भटट जी, आपके पैर काफी अच्छे हैं।
अलिया भटट ने ‘थैंक्स..’ कहते हुए बोला- अब देखते ही रहोगे क्या.. लगाओ भी!
मैंने उसके पैरों को अपनी जाँघों पर रखा और हल्के हाथ से दवा मलते हुए पैरों की मालिश करने लगा।
अय हय.. क्या मुलायम और चिकने पैर थे.. मेरा लंड कड़क तो था ही, साला छूने भर से तड़प उठा।
मैंने अलिया भटट के नाम की कई बार मुठ मारी थी। आज उसे अपने सामने देख कर मेरी हालत ख़राब हो रही थी। मैंने जैसे-तैसे दवाई लगा दी।
अलिया भटट को मेरा खड़ा लंड अपने पैरों पर महसूस होने लगा था, जिससे उनको पता चल गया था।
अलिया भटट ने कुछ मजाक भरे स्वर में कहा- कैसा लग रहा है?
मैंने शर्माते हुए कहा- बहुत मजा आ रहा है।
फिर वो खुल कर बोली- तुम्हारा लंड मुझे चुभ रहा है।
मैं उनकी इस बिंदास बात से एकदम से अवाक रह गया। मैंने कहा- सॉरी मेम..
अलिया भटट बोली- कोई बात नहीं.. चल आज तू आज अपनी ख्वाहिश पूरी कर ले।
वो उठी और उसने आगे बढ़ कर मेरा लंड बाहर निकाल लिया और बोली- वाह.. क्या बड़ा लंड है तुम्हारा..!
उसने नीचे बैठते हुए मेरा खड़ा और रस छोड़ता हुआ लंड अपने मुँह में ले लिया। अलिया भटट के मुँह में लंड क्या गया, मैं तो सातवें आसमान पर उड़ने लगा था।
अलिया भटट के मुँह में मेरा लंड… मुझे यह सोच कर ही उत्तेजना हो रही थी।
उसके चूसने से मैं जल्द ही झड़ गया.. और वो मेरा पूरा रस पी गई।
फिर मैंने अलिया भटट को बिस्तर पर लिटाया और अपने सारे कपड़े उतार डाले। फिर आगे बढ़ कर मैंने अलिया भटट के कपड़े भी उतारे और उसको सिर्फ ब्रा और पेंटी में ला दिया।
अब अलिया भटट के होंठों को मैं चूसने लगा और साथ-साथ उसके तने हुए बोबे भी दबाने लगा।
हय.. क्या मुलायम चूचे थे!
फिर मैंने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके रसीले मम्मों को दबाते हुए पीने लगा.. आह्ह.. क्या बॉडी थी अलिया भटट की, समझो पूरी चाटने के लिए ही बनी थी।
अलिया भटट भी चुदासी हो उठी थी और कामुक सीत्कारें ‘आह आह..’ कर रही थी।
अब मैंने अलिया भटट को उल्टा किया और उसकी गांड को दबाने लगा। मैं अलिया भटट की गांड का बहुत बड़ा फैन हूँ। मैंने अब उसकी छोटी सी पेंटी भी उतार दी।
अलिया भटट की गोरी चिकनी और छोटे-छोटी गांड मेरे सामने नंगी हो गई थी। मैं पागलों की तरह उसकी गांड को चाट और दबा रहा था। मैं अति उत्तेजना में उसकी गांड के छेद पर अपनी जीभ घुमाते हुए गांड चाटने लगा।
अलिया भटट कराह उठी और बोली- और जोर से.. चाट ले पूरी..!
मैं और जोर से जीभ को नुकीली करता हुआ उसकी गांड में अन्दर-बाहर करने लगा।
फिर मैंने उसे सीधी करके देखा तो अलिया भटट की चिकनी गुलाबी और पाव की तरह उठी हुई चूत मेरे सामने थी, मैं पागल हो रहा था। मैंने उसकी चूत पर एक चूमा किया और टांगों को फैला दिया।
अब मैं अपना पूरा मुँह चूत के ऊपर लगा कर चूत को चाटने लगा।
वाह.. क्या स्वाद था उसकी रसीली चूत का!
अब तक अलिया भटट तड़प उठी थी, वो बोली- प्लीज़ अब और इंतज़ार मत करवाओ।
लेकिन मैं तो चूत ही चाटता रहा.. वो ‘आह आह.. आ आ.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… उई माँ मर गई..’ जैसी कामुक आवाजें निकालने लगी।
फिर अलिया भटट बोली- अब देर मत करो.. तुम फाड़ ही दो मेरी चूत को!
मैं फिर से उसकी चुची को मसलने लगा और मैंने ऊपर को होते हुए अपने लंड को अलिया भटट के मुँह में डाल दिया, वो आइसक्रीम की तरह लंड को चाटने और चूसने लगी।
अब मैंने कहा- अलिया भटट मैं आपकी गांड मारना चाहता हूँ।
वो चुदासी सी बोली- सब कुछ मार डाल मेरे राजा.. सब तो खुला पड़ा है।
यह सुनते ही मैंने अलिया भटट को उल्टा किया और कुतिया की पोजीशन में होने को कहा, वो लपक कर कुतिया बन गई।
अब अलिया भटट की मोटी रसीली चिकनी गांड मेरे सामने थी.. मैंने दोबारा गांड पूरा चाटा और गांड के छेद पर थूक लगाकर उंगली अन्दर डाल कर लंड के लिए जगह बनाई।
अलिया भटट ने कामुक सिसकारी भरते हुए कहा- जल्दी से फाड़ दे मेरी गांड..
मुझ में जोश आ गया, अब लंड का सुपारा उसकी गांड के छेद पर टिकाया और एक ही झटके में पूरा लंड गांड में पेला तो वो सरसराता हुआ अन्दर घुसता चला गया।
अलिया भटट जोर से चिल्लाई- आअईई.. धीरे चोद..
मैंने उसकी चीख को अनसुना किया और धक्के देना शुरू कर दिया।
अह.. क्या मस्त मजा आ रहा था.. ऐसा लग रहा था कि मेरा लंड को किसी गर्म भट्टी में घुसा हो।
अब अलिया भटट भी उछल-उछल कर गांड मरवा रही थी.. मैं चुदाई के साथ-साथ उसकी गोरी गांड पर जोर-जोर से थप्पड़ भी मार रहा था। गांड पर चमाट की आवाज मुझे और जोश दिला रही थी।
मैं कुछ मिनट तक अलिया भटट की गांड मारता रहा.. फिर मैंने सारा माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया।
अब अलिया भटट ने लंड को रूमाल से पोंछ कर उसे चूसा और फिर से खड़ा कर दिया।
फिर मैंने अलिया भटट की चूत को भी बहुत देर तक चोदा और अलिया भटट को चुदाई के लिए ‘थैंक्यू..’ बोला।
अलिया भटट ने कहा- आज चुदाई का असली मजा आया, मेरे पति तो बाहर ही रहते हैं और उनका लंड भी छोटा सा है। आज से तुम ही मेरी मेरी प्यास बुझाओगे।
मैंने कहा- ठीक है मेम!
अगले दिन से मैं अलिया भटट की कार में उसकी गांड मारता और घर पर चूत चोदता।