(मेरी रंडी आरती तुझको देखते ही में तेरे बूब्स को चूसना चाहता था और मुझे आज मौका मिला है साली रंडी भोसड़ी की, मदरचोद)
नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम समीर है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने वाला हूँ जिसमे मैंने अपनी गर्भवती साली को चोदा और अब में उस घटना को थोड़ा विस्तार से सुनाता हूँ. दोस्तों में 25 साल का शादीशुदा लड़का हूँ और मेरी शादी तीन महीने पहले हुई थी और मेरी बीवी एक हॉट सेक्सी मस्त गांड वाली लड़की है. हम लोगों की जब से सगाई हुई थी तब से ही हम चुदाई करते आ रहे थे. में गुजरात का रहने वाला हूँ और प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता हूँ, मेरे घर में माँ, पापा और मेरी बीवी और में रहता हूँ. दोस्तों मेरी एक बड़ी शादीशुदा बहन है और वो भी गुजरात में ही रहती है.
मेरे ससुराल में मेरी बीवी की एक बड़ी बहन यानी मेरी साली और सास, ससुर रहते है, उसका नाम आरती है, वो करीब 30 साल की एकदम सेक्सी औरत है और वो कुछ समय पहले गर्भवती होने के दौरान अपने मायके चली आई थी और अब उसका 8 महिना चल रहा है और अगर में उसके बारे में बताऊँ तो वो करीब 5.7 इंच लंबी है और वो दिखने में बहुत सुंदर और उसके बूब्स बड़े बड़े और गांड फूली हुई है और उसके फिगर का साईज करीब 36-30-36 होगा जिसके कारण वो बहुत बड़ी चुदक्कड़ दिखती थी और वैसे मेरी नज़र उस पर शादी से पहले से ही थी और जब भी में अपनी बीवी की चूत मारता था तो में आरती को ही सोचकर उसे चोदता था. दोस्तों उसका नाम लेने से ही वीर्य निकलता था.
एक दिन में अपनी बीवी से मिलने अपने ससुराल गया हुआ था. मेरी साली आरती प्रेग्नेंट थी. मेरी बीवी घर पर नहीं थी, आरती और मेरी सास घर पर अकले थे और जब में वहां पर गया तो आरती पानी और चाय लेकर आई में चाय पानी लेने के बहाने से उनको छूने लगा और उसको शायद पता नहीं होगा मेरे मन में उसकी चुदाई के ख्याल चल रहे थे? आरती ने मुझसे कहा कि कोमल (मेरी बीवी) शाम को आएगी तो में बहुत खुश हो गया कि आज मज़ा आएगा आरती के साथ.
फिर मैंने आरती से कहा कि आपकी तबीयत कैसी है? तो उसने कहा कि समीर वैसे तो सब ठीक है, लेकिन पेट पर बहुत खुजली होती है तो डॉक्टर ने मुझे एक दवाई लगाने को कहा है और तुम्हारे जीजू दो दिन से नहीं आए तो मैंने अपने आप नहीं लगाई तो आज मुझे बहुत खुजली हो रही है. फिर मैंने कहा कि अरे दीदी इतनी सी बात लाओ में लगा देता हूँ, तो आरती ने कहा कि ठीक है और वो दवाई की ट्यूब लेने बेडरूम में चली गई में उठा और उसके पीछे पीछे बेडरूम में चला गया और बोला कि दीदी आप यहीं पर लेट जाओ में ट्यूब लगाकर मसाज कर देता हूँ आपकी सारी खुजली और गर्मी में आज दूर कर दूँगा, मैंने यह सब सेक्सी तरीके से कहा. फिर उसने भी सेक्सी अंदाज़ से मेरी हर एक बात का जवाब दिया, हाँ समीर देखो ना तुम्हारे जीजू को तो मेरी गर्मी और खुजली दोनों को दूर करने का वक़्त ही नहीं मिलता चलो तुम ही करो उनके बदले और वो थोड़ा तिरछा होकर पलंग पर लेट गई और उसने उस समय एक ढीला ढाला पयज़ामा और एक ढीली सी टी-शर्ट पहनी हुई थी और फिर मैंने उससे कहा कि..
में : आरती चलो थोड़ा अपनी टी-शर्ट को उठाओ.
आरती : अरे तुम मुझे ऐसे मेरे पति की तरह क्यों बुला रहे हो क्या तुम्हे पता है कि में तुम्हारी बीवी की दीदी हूँ?
में : दीदी में तो आपके पति की तरह आपकी सेवा कर रहा हूँ ना इसलिए आपको ऐसे बुला रहा था और आप हो ही इतनी सुंदर कि में अपने आपको रोक ही नहीं सका. में तो बहुत नसीब वाला हूँ कि मुझे आप बीवी के रूप में नहीं तो साली के रूप में तो मिली जिनकी सेवा करना मेरा अधिकार है और वैसे भी साली भी तो घर वाली ही होती है ना? मैंने उनके गालों को छूकर सेक्सी अंदाज़ से बोला.
आरती : हाँ होती तो है, लेकिन सिर्फ़ आधी घर वाली पूरी नहीं, उसने मेरे गालो को प्यार से सहलाते हुए कहा.
में : पहले आज आधी तो मिल जाए, में तो धन्य हो जाऊंगा अगर आज आप मेरी आधी घर वाली बन जाओ.
आरती : चलो समीर अब जल्दी से मसाज शुरू करो नहीं तो मम्मी या कोमल आ जाएँगी.
फिर मैंने आरती की टी-शर्ट को उसके बूब्स तक ऊपर उठाया और मेरा हाथ उसके बूब्स को छूते ही उसने हल्की सी अंगड़ाई ली और मेरे लंड ने एक ज़ोर की करवट और फिर मैंने उसके पेट पर हाथ रखा जो कि प्रेग्नेंट होने के कारण थोड़ा फूला हुआ था और वो जैसे मचल सी गई. फिर मैंने कहा कि क्या हुआ यार मेरी प्यारी आरती को? तो वो बोली कि ऐसा लगा जैसे मुझे करंट का झटका सा लग गया हो और फिर मैंने उसके पेट पर थोड़ी सी दवाई ली और मसलने लगा.
मेरा लंड अब जाग चुका था और अब बाहर आने को बिल्कुल बेताब था और दवाई को मलते हुये में उसके बूब्स के निचले हिस्से तक पहुंच गया और धीरे से बूब्स को छुआ. फिर वो एकदम से सिहर उठी और वो मेरे पेंट में बने तंबू को देखकर मुस्कुराई और बोली कि आपकी पेंट में क्या कुछ फंस गया है? क्यों यह आगे से बहुत फूला हुआ लग रहा है? फिर मैंने उसके पेट पर किस करते हुए कहा कि अंदर मेरा प्यार छुपा हुआ है जो आपके प्यार में समा जाने को बेताब है. फिर आरती ने आँहे भरते हुए कहा कि समीर मुझे ऊपर तक मसाज करो और आज मुझे बहुत प्यार करो.
दोस्तों में समझ गया कि वो अब बिल्कुल गरम हो चुकी है और मुझसे चुदने के लिए एकदम तैयार है. उसकी चूत मेरा लंड लेने के लिए अब मचल रही है और मैंने भी अभी तक कभी भी कोई प्रेग्नेंट रंडी को नहीं चोदा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट के ऊपर से उसके बूब्स को दबाना शुरू किया, पहले धीरे से और फिर एकदम जंगली जानवर बनकर और उसके मोटे मोटे बूब्स मुझे मस्त कर रहे थे और वो भी उछल उछलकर बोल रही थी और सिसकियाँ ले रही थी ओहह्ह्ह्ह समीर दबा डाल हाँ और आईईईई दम लगाकर ज़ोर से उह्ह्ह्ह चूस मेरे बूब्स को मसल डाल, खा जा बहनचोद और उसकी गंदी गंदी गाली सुनकर में भी मस्ती में आ गया और शैतान बनकर उस पर टूट पड़ा और बूब्स को काटने लगा. उसकी गुलाबी कलर की निप्पल बड़ी और कड़क हो चुकी थी और उसके आधे बूब्स मेरे मुहं में थे और फिर वो चिल्लई ओह मेरे राजा तेरा मुहं है कि जन्नत का दरवाज़ा. ले मेरे बहनचोद रंडी बना मुझे और ज़ोर से चूस मेरे बूब्स आईईईइ आज से में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्हह्ह तू मुझे अपनी रखैल बना ले. फिर मैंने कहा कि मेरी रंडी आरती तुझको देखते ही में तेरे बूब्स को चूसना चाहता था और मुझे आज मौका मिला है साली रंडी भोसड़ी की, मदरचोद.
मैंने अपने सारे कपड़े उतार लिए और उसका पाजामा भी खींच लिया और फिर उसकी ब्रा और पेंटी को भी उतार दिया. मैंने देखा कि उसकी जांघे बहुत बड़ी थी और फिर मैंने उसकी चूत में अपना मुहं घुसा दिया और जीभ को चूत में डालकर चूसने और चाटने लगा. फिर वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी हाँ और ज़ोर से चाट मेरी चूत को मेरे कुत्ते अपनी साली की चूत को कच्चा चबा जा मेरे लंड, मेरे स्वामी, मेरी चूत के मालिक, अह्ह्ह्हह कितना मज़ा आ रहा है तेरे जीजू ने कभी नहीं चाटा वो मदारचोद साला नामर्द है, तू ही असली मर्द है और अब आज से तू मेरा असली पति है और में तेरी रंडी हूँ अह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर लगा. फिर उसकी ऐसी बातों से में उत्तेजित होकर और ज़ोर ज़ोर से चूत चाट रहा था और इतने में ही उसने मेरे मुहं में अपना सारा पानी छोड़ दिया और में सारा पानी पी गया.
फिर मैंने उसको बेड पर बैठाया और अपना लंड उसके हाथ में दिया और फिर मेरा लंड देखकर वो बोली कि साले समीर मदारचोद तेरा लंड है कि लंड की सेना? ऐसे लंड से में तो क्या मेरी माँ ( मेरी सास ) भी तुझसे चुदने को कभी भी मना नहीं करेगी वाह कितना लंबा, मोटा और कड़क लंड है तेरा मेरे बहनचोद आअहह कितना रसीला है? इसे चाटने चूसने में कितना स्वाद आ रहा है, ह्म्म्म्म हनमम्म आआहह. फिर में उसका सर पकड़कर उसके मुहं को धीरे धीरे से धक्के देकर चोद रहा था और अब मैंने कहा कि साली रंडी चल अब एकदम सीधी लेट जा अब में तुझे चोदूंगा.
आरती : समीर ज़रा आराम से में अभी प्रेग्नेंट हूँ तुम मुझे चोदो लेकिन बहुत प्यार से और वैसे भी में पूरी ज़िंदगी तुम्हारी रखैल बनकर ही रहने वाली हूँ. फिर तू मुझे जब चाहे जी भरकर चोदना और इसलिए अभी थोड़ा आराम से और प्यार से चोदना मेरे चुदक्कड़ जीजाजी.
फिर मैंने अपना लंड उठाया और उसकी चूत के मुहं पर सुपाड़ा लगाया. पहले धीरे से धक्का मारा तो सुपाड़ा अंदर चला गया और फिर वो चिल्लाई, लेकिन मैंने और ज़ोर से धक्का मारा और मेरा 8 इंच का लंड उसकी कामुक चूत में फिसलता हुआ अंदर चला गया और में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और अब उसको बहुत मज़ा आ रहा था.
करीब बीस मिनट चूत की चुदाई के बाद उसका पानी निकल गया और वो बोली कि चूत से लंड बाहर निकाल लो और अब मेरी गांड में डालो, क्योंकि मुझे गांड मरवाने का बहुत शोक है और में हर कभी अपनी गांड में बेलन, गाजर, मूली सब डालती रहती हूँ और तेरे जीजा का 5 इंच का लंड मुझे संतुष्ट नहीं कर पाता, इसलिए तू आज मेरी गांड को चोद दे.
फिर मैंने डॉग स्टाइल में मेरी आरती रंडी को बैठाया और उसकी गांड में लंड डाला, आधा लंड अंदर चला गया और वो दर्द से चिल्ला उठी. फिर मैंने कहा कि साली, मादरचोद, छिनाल एकदम चुप रहकर चुदाई करवा नहीं तो मेरी सास उठ जाएगी और जब वो एक बार मेरा लंड देख लेगी तो उसकी चूत में भी पानी आ जाएगा और वैसे भी उसको एक दिन चोदना ही है, लेकिन आज तेरी बारी है और तू आज जमकर मेरा लंड ले अपनी गांड में और इतना कहते ही मैंने ज़ोर के धक्के से पूरा 8 इंच अंदर डाल दिया और फिर में ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर उसकी गांड मारने लगा. वो भी उछल उछलकर गालियाँ देकर चुदवा रही थी.
तभी मेरी नज़र दरवाज़े की और गयी तो में देखकर हैरान एकदम से हो गया, क्योंकि मैंने दरवाजे पर अपनी सास को खड़ा हुआ देखा और मैंने देखा कि वो हमारी चुदाई को बहुत ध्यान से देखकर अपनी उंगली से अपने आपकी चुदाई कर रही है और मेरी सास ने भी देख लिया कि मैंने उनको दरवाज़े से देख लिया है, लेकिन मैंने अब भी ज़ोर की चुदाई चालू रखी और 15 मिनट के में आरती की मोटी गांड में झड़ गया और हम दोनों लेट गये. फिर मैंने देखा कि मेरी सास भी अब वहां से चली गयी और तब से लेकर आज तक में आरती की हफ्ते में एक दो बार चुदाई जरुर करता हूँ और अब वो एक लड़की की माँ बन चुकी है इसलिए अब चुदाई में और भी मज़ा आता है. में उसकी चूत को बहुत मज़े से बिना किसी के डर के चोदता हूँ, क्योंकि हमारी चुदाई अंदर होती है तो मेरी सास बाहर किसी के आने का ध्यान रखती है और वैसे भी अब उसकी चूत से बच्चा बाहर आ चुका है, जिसकी वजह से में बहुत डर डरकर उसको चोदता था और अब में उसको जोरदार धक्के देकर चोदने लगा हूँ, जिसकी वजह से वो हमेशा मुझसे खुश रहती है.