मासूम मुनमुन को चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories

मासूम मुनमुन को चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories

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मासूम मुनमुन को चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories : चिकना लंड चुसाया – Hindi Chudai Kahani

मासूम मुनमुन को चिकना लंड चुसाया – hindi sex stories : मैं और मुनमुन एक ही क्लास में थे,Kamasutra Chudai Antarvasna Kamukta Hindi sex Indian Sex मुनमुन एक सुन्दर बंगाली लड़की थी और उसकी जवानी बस अभी अभी उभार पर आई थी चुचे छोटे और मासूम से थे आँखें बड़ी और खूबसूरत और सबसे कमाल थे मुनमुन के बाल जिन्हें देख कर बस उन्ही में खो जाने को जी करता था. हम दोनों अच्छे दोस्त तो थे लेकिन मैं कभी उसे बता नहीं पाया की मैं उसे कितना पसंद करता हूँ और कारण थी उसकी एक दोस्त विनी जिसे पता नहीं मुझसे क्या प्रॉब्लम थी, वो कभी भी मुझे और मुनमुन को अकेला नहीं रहने देती थी.

एक दिन विनी बीमार थी और कॉलेज नहीं आई तो मैं जा कर मुनमुन के पास पैठ गया, लेक्चर ख़त्म होते ही मैंने उस से पूछा “कैंटीन चलोगी” तो वो बोली “नहीं यार फिर केमिस्ट्री का लेक्चर मिस हो जाएगा” तो मैं अपना सा मुंह ले कर चला गया. मैं बाहर गार्डन में बैठा था तभी मुनमुन आई और बोली “चलो अब कैंटीन चलते हैं” मैं खुश हो गया, कैंटीन में हम काफी देर तक बातें करते रहे चाय समोसे के साथ. मुनमुन ने मुझसे कहा “मैं पहले तुम्हे एकदम चोमू लड़का समझती थी लेकिन तुम तो काफी ह्यूमरस हो” मैंने मुस्कुरा कर कहा “वो तो भला हो भगवान् का कि विनी बीमार हो गई नहीं तो तुमसे तो बात करना भी मुश्किल है”. वो हंस पड़ी और ऐसे ही हम लोग काफी देर तक बातें करते रहे उस दिन उसे उसके हॉस्टल तक भी मैं ही छोड़ कर आया.

ये दिन मेरी ज़िन्दगी का सबसे खुशनुमा दिन था पर मुझे क्या पता था कि ऐसे कई खुशनुमा दिन मुझे और मिलने वाले हैं, मुनमुन और मैं अब अक्सर मिलने लगे और एक दिन मुनमुन ने मुझे उस समय किस कर लिया जब हम मूवी देखने गए थे. मैं मुनमुन के पीछे बावला हुआ पड़ा था और मुनमुन मेरे पीछे, वो अक्सर मेरे रूम पर आ जाती थी और हम साथ में लैपटॉप पर मूवीज देखते खाना बनाकर खाते. एकक बार एक लॉन्ग वीकेंड आया तो मुनमुन ने मुझे कहा “मैं हॉस्टल से बहाना बना कर तुम्हारे रूम पर आ जाऊँगी और फिर हम पूरा वीकेंड एन्जॉय करेंगे” मुनमुन की इस बात से मैं बहुत खुश हुआ और रूम पर जा कर मैंने डिटेल में घर की सफाई की आखिर एक लड़की आ रही थी तो घर तो साफ होना चाहिए ना.

मकान मालिक भी लॉन्ग वीकेंड मानाने फैमिली के साथ अपने गाँव जा रहे थे तो वैसे भी प्रॉब्लम कुछ होनी नहीं थी, फ्राइडे सुबह मेरे पास मुनमुन का मेसेज आया “मैं डायरेक्टली तुम्हारे घर आ जाऊँगी तुम लोड मत लेना”. मुनमुन मेरे घर पर रहेगी ये सोच कर ही मैं ख़ुशी के मारे खरगोश हुआ जा रहा था पर जैसे ही वो आई मैं बड़ा फॉर्मल हो गया, उसका बैग उठाकर घर में लाया और उसे बैठने को कहा तो वो सीधे मेरी गोद में आ कर बैठ गई और बोली बस आज फॉर्मल मत होना. मैंने थोडा घबरा गया था और इसीलिए मैंने उसे कहा “मुनमुन कुछ ग़लत हो जाएगा” तो उसने जवाब दिया “कुछ ग़लत नहीं होगा, क्यूंकि हम दोनों एक दुसरे से सच्चा प्यार करते हैं”.

प्यार सुनते ही मुझे अच्छा लगने लगा और मैंने मुनमुन को गले लगा लिया, हम दोनों ने एक दुसरे को इतना टाइट पकड़ रखा था लेकिन अच्छा लग रहा था क्यूंकि मुझे मुनमुन की खुशबु आ रही थी और वो कमाल की खुशबु थी. मुनमुन ने मेरे चेहरे को थामा और मेरे होठों पर अपने नर्म नर्म होंठ रख दिए, मैंने उसके होठों को चूमना शुरू किया तो उसने और भी ज़ोरदार तरीके से मेरे होठों को चूमा और चूसा. मुनमुन के किस करने के स्टाइल से मैं इतना प्रभावित था की मैंने भी उसे वैसे ही किस करने लगा. मुनमुन के चुचे टाइट हो कर मेरे सीने में पोक कर रहे थे, मैंने उसके चुचों को पकड़ लिया तो बोली “धीरे करो ना ये तुम्हारे ही हैं”.

मैंने मुनमुन के नन्हे नन्हे चुचों को सहलाना शुरू किया और उसकी निप्प्ल्स पर उंगलियाँ फिराने लगा तो वो और सख्त हो गईं, मुनमुन “उम्म्म्म आअह्ह्ह्ह आई लव यू” कहने लगी तो मैं उसकी आवाजें सुन कर उत्तेजित हो गया, मुनमुन मेरी गोद में बैठी हुई थी तो उसे मेरा सख्त लौड़ा महसूस होने लगा था वो मुझे चूमती हुई मुस्कुराई और बोली “ये तो चुभ रहा है”. मैंने कहा नहीं चुभेगा इसे प्यार करोगी तो, मुनमुन ने मेरे लोअर में अपना हाथ डाला और घबरा कर बाहर निकाल लिया तो मैंने पूछा “क्या हुआ, ज्यादा बड़ा है क्या” तो बोली “बड़ा तो तब पता चलेगा ना जब इतना सारा बालों का जंगल हटेगा”.

मैं हँसा और बोला “ज़रुरत ही नहीं पड़ती तो साफ़ नहीं करता” इस पर मुनमुन को बहुत गुस्सा आया और वो बोली “आज ज़रुरत पड़ी है तो सफाई में टाइम वेस्ट होगा ना अब”. मैंने कहा “मैंने कभी इन्हें साफ करने के बारे में सोचा ही नहीं तो उसे और भी ताज्जुब हुआ उसने अपने पर्स से एक रेजर निकाला और बोला “पहले तो इन्हें ट्रिम करेंगे और फिर क्लीन करेंगे ओके”, मैंने किसी नोने बच्चे की तरह हाँ में सर हिला तो दिया था लेकिन मेरी फटी पड़ी थी क्यूंकि पहली बार झांटों की सफाई और उस पर ये काम एक लड़की करेगी. डर लग रहा था कहीं कट ना लगा दे, लेकिन इस डर के साथ मज़ा भी आरहा था क्यूंकि मेरा लंड अब मुनमुन के हाथ में था.

मुनमुन ने मेरे झांटों को कैंची से ट्रिम किया और फिर ढेर सारा शेविंग फोम लगा कर अपने हाथों से मेरी झांटें साफ़ करने लगी उसका हाथ इतना सधा हुआ चल रहा था की मुझे यकीन हो गया की इसकी चूत तो निश्चित रूप से गंजी होगी. मैं बस उसकी चूत के बारे में सोच ही रहा था की मुनमुन ने मेरा ध्यान तोडा और कहा “अब देख कितनी सुन्दर शक्ल निकल कर आई है”. मैं भी हैरान था की मेरा लंड कितना साफ और सुन्दर दिख रहा था, गोटे भी साफ़ हो गए थे और लंड की लम्बाई सचमुच बढ़ी हुई लग रही थी बल्कि मुझे तो लग रहा था की मुनमुन के हाथ में लेते ही लंड ख़ुशी के मरे फूल कर मोटा भी हो गया था.

मुनमुन ने सारा फोम पौंछा सारे बाल हटाए और फिर नैपकिन से पौंछ कर फाइनल क्लीनिंग करने के बाद, उस ने अपने पर्स से एक मोश्चराइज़र निकाला और मेरे लंड पर मल मल कर उसने मेरे गोटों और लंड को चमका दिया. मुनमुन मेरे लंड को देख देख कर ऐसे खुश हो रही थी की मुझे हैरानी हुई और मैंने पूछ ही लिया “क्या हुआ पहली बार देख रही हो क्या” मुनमुन मुस्कुरा कर बोली “बुरा मत मानना लेकिन मैं एक बार सेक्स कर चुकी हूँ, लेकिन मुझे लगता है मुझे तुम्हारे साथ ज़्यादा मज़ा आएगा क्यूंकि एक तो मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और दूसरा तुम्हारा लंड कितना बड़ा और सुंदर है”.

मैं अपनी तारीफ सुनकर जितना खुश हुआ उतना ही हैरान भी क्यूंकि मुनमुन पहले सेक्स कर चुकी थी तो मैंने पूछा “किसके साथ किया था पहले” वो बोली “मैं जानती थी अगला सवाल यही होगा, तो सुनो मैं एक दफे अपने गाँव गई थी और मेरे कजिन के दोस्त ने मुझे बहला फुसला कर मेरे साथ खेत में किया था पर वो इतना जल्दी हुआ की समझ ही नहीं आया क्या हुआ. उस पागल को भी ज्यादा पता नहीं था सो वो बस दो मिनट में झड़ गया और फिर वापस मुझसे कभी नहीं मिला”.

मैं हँसा और बोला “बेचारा घबराया हुआ होगा और फिर ऐसा शर्म आई होगी की नज़र मिलाने से डरता होगा”. वो बोली “अब ये सब जान कर कहीं तुम मुझे छोड़ तो नहीं दोगे” तो मैंने कहा “नहीं मैं तुम्हे नहीं छोडूंगा बल्कि तुम्हे इतना प्यार करूँगा कि तुम्हे किसी और की याद तक नहीं आएगी”. मुनमुन बहुत खुश हुई और उसने ख़ुशी ख़ुशी मेरे लंड को चूम लिया, मुनमुन के चूमने से मेरा लंड ख़ुशी से नाच उठा और ज्यादा सख्त हो गया. फिर मुनमुन ने मेरे लंड को पकड़कर कर ऊपर नीचे हाथ चलाना शुरू किया और मुझे कसम से बड़ा ज़ोरदार मज़ा आने लगा. अब मुनमुन ने मेरे लंड पर अपना मुंह लगा लिया और उसे पूरी लम्बाई तक चूमने लगी, लंड बार बार इधर उधर हो रहा था तो मुनमुन ने उसे पकड़ लिया और पेशनेटली मेरे लंड और गोटों को चूमने लगी.

मैं मस्त हुआ जा रहा था और इसी बीच मैंने कहा “इसे अपने मुंह में ले कर चूसो ना” तो मुनमुन ने कहा “चूसती हूँ, मुझे ओरल करना आता है लेकिन पहले इस से खेलने तो दो” ये कह कर अब उस ने मेरे लंड और गोटों को चाटना शुरू किया. सबसे पहले उसने मेरे गोटों पर अपनी जीभ लगाई और नीचे से ऊपर की ओर चाटते हुए मेरे लंड को पूरा टोपे तक चाटा फिर उसने मेरे लंड के टोपे को अपने होंठों के बीच फँसा कर धीरे धीरे मेरा लंड सात इंच लम्बा और तीन इंच मोटा लंड पूरा का पूरा अपने मुंह में ले लिया जो शायद उसके गले तक गया होगा और इसी लिए उसने तुरंत मुंह हटाकर खांसना शुरू किया जिस से उसकी आँखों में आँसू आ गए

मैंने कहा “तुम्हे लंड मुह में लेन में तकलीफ हो रही हो तो मत करो” तो उसने कहा “आई ऍम एन्जोयिंग” तो मैंने पूछा “तो आँसू क्यूँ आ गए” तो उसने जवाब दिया “ये तो तुम्हे प्यार करने की ख़ुशी है, अब चिंता मत करो और आराम से मज़ा लो ओरल सेक्स का”. मैं पीछे खिसक कर पलंग पर बैठ गया और मुनमुन मेरी टांगों के बीच बैठ कर मेरे लंड को चूसने लगी, एक तो मुनमुन इतनी मासूम ऊपर से उसका ओरल अर्थात लंड की चुसाई करने का अंदाज़ इतना सेक्सी कि मैं “ऊओह्ह्ह आह्ह्ह, आई लव यू मुनमुन यू आर द बेस्ट” कहने लगा और वो मज़े मज़े में मेरा लंड चूस रही थी. जैसे ही मैं अपने चरम पर पहुँचा मैंने तुरंत अपना लंड मुनमुन के मुंह से निकाला और बाथरूम की तरफ भगा जहाँ मैंने वश बेसिन में अपना सारा माल निकाल दिया और पानी से अपने लंड को धो दिया.

वापस रूम में आया तो मुनमुन मुंह लटकाए बैठी थी, मैंने पूछा “क्या हुआ” तो बोली “तुमने ऐसा क्यूँ किया” मैंने कहा वो तो वीर्य था” मुनमुन बोली “हाँ वही तो, इतनी कीमती चीज़ तुमने वेस्ट कर दी, मैंने नेट पर विडियो में देखा था वो लड़की वेस्ट नहीं करती पूरा पी जाती है”. मुझे उसकी बात सुनकर आश्चर्य हुआ तो मैंने कहा “मुझे लगा तुम्हे बुरा लगेगा अगर मैं तुम्हारे .मुंह में छोड़ दूंगा तो” उसने कहा “ऐसा कुछ नहीं है, हालाँकि मैंने कभी पिया नहीं पर पी के देख लेती अगर अच्छा लगता तो बता देती”. मैं मन ही मन खुश हो रहा था की पहली बार किसी ने लंड चूसा और वो मेरा वीर्य भी पीना चाहती थी, मैंने उस से सॉरी कहा और फिर से उसे चूमने लगा.

मैंने मुनमुन के सारे कपडे तो पहले ही उतार दिए थे और उसकी चूत पर मेरी नज़र अटक गई थी क्यूंकि वो एक दम सुन्दर थी बिलकुल बिना बाल वाली, मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाल कर उसे हलके हाथ से सहलाया और फिर ऊँगली थोडा गहरे में घुसा दी. मुनमुन के मुंह से हलकी सी आह्ह निकल गई तो मुझे लगा की उसे मज़ा आरहा है और इसलिए मैंने उसकी चूत में और एक ऊँगली डाल कर उसे एक्स्प्लोर किया, अब मैंने अपना मुंह उसकी चूत पर लगाया तो मुझे भीनी भीनी खुशबु आई जब मैंने मुनमुन की तरफ देखा तो उसने कहा “आज ही शेव की है और ये वेजाइना वाश की खुशबु है”. मैं उसकी चूत की खुशबु का मज़ा लेता हुआ उसे चाटने लगा, मुनमुन भी फुल मज़े में ओह्ह्ह ऊऊह्ह्ह आह्ह्हह्ह यू आर ओसम चिल्ला रही थी.

मुनमुन ने मेरे बाल खींच कर मुझे अपनी चूत से हटाया और कहा “प्लीज़ अपना लंड इस में घुसाओ ना आई वांट इट इनसाइड राईट नाउ” मैंने मुस्कुरा कर अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और उसे देखते हुए उसकी चूत में लंड घुसा दिया एक ही बार में. मुनमुन जोर से चिल्लाई, मैंने उसके चिल्लाने से डर कर लंड बहार निकला तो बोली “नो नो वापस डालो ये कमाल है, और इस बार धक्का और जोर से देना”. मैं मुनमुन की जोर से चुदने की इच्छा से खुश और हैरान दोनों था क्यूंकि उसने एक ही बार तो चुदवाया था पहले. मुनमुन रो भी रही थी चिल्ला भी रही थी और जोश में आ कर मुझे नोच और काट भी रही थी.

मैं झटके दे ही रहा था कि मुनमुन ने जोर से चिल्लाकर कहा “आई ऍम कमिंग” लेकिन मेरा नहीं हुआ था तो मैंने झटके देना जारी रखा, आश्चर्य की बात ये थी की मुझे मुनमुन की चूत में फंसाकर धक्के देते हुए काफी देर हो चुकी थी और म्मुन्मुं खुद भी एक दफे झड़ चुकी थी पर मेरा लंड वहीँ का वहीँ था. मुनमुन अब थोडा कम चिल्ला रही थी उसने अब रोना भी बंद कर दिया था बबास वो “और जोर से और फ़ास्ट” चिल्लाने लगी, मैंने उसके कहे अनुसार और जोर से धक्के लगाये और धक्के लगाना फ़ास्ट भी कर दिया. मुनमुन एक दफे और जोर से बोली “डूड आई ऍम कमिंग अगेन”, मैं अब और आश्चर्य में था क्यूंकि ना तो मेरा लंड थक रहा था और ना ही मुनमुन.

इस बार मुनमुन जैसे ही झड़ी मैंने लंड बाहर निकाल लिया लेकिन मुनमुन घोड़ी बन गई थी और बोली “रोको मत मुझे आज जैम के मज़ा दो” मैं मुनमुन के पीछे से चढ़ गया और धक्का पेली शुरू कर दी आखिरकार पांच सात मिनट की धक्का पेली और मुनमुन की ज़ोरदार चीख के साथ मेरा भी टाइम आ ही गया. मैंने अपना लंड उसकी चूत में से बाहर निकला उसको सीधा लिटाया और ममेरा सारा का सारा माल एक लम्बी पिचकारी के रूप में मुनमुन के चेहरे चुचों और बाकि के शरीर पर गिरा दिया जिसे मुन्मुन्न अपनी ऊँगली और जीभ से चाट रही थी. मुनमुन ने मुझे कहा “काफी साल्टी है तुम्हारा वीर्य, ऐसा ही होता है क्या” तो मैंने हँसकर कहा “मैंने आज तक नहीं चखा” तो वो भी हंस पड़ी.

हम बाथरूम में गए और एक दुसरे को अच्छे से नहलाया, नहाते हुए भी मुनमुन ने मेरा लंड चूसा लेकिन इस बार ज्यादा वीर्य नहीं निकला पर वो जितना भी निकला उसे पी गई. दो दिन तक मैंने और मुनमुन ने जमकर चुदाई मचाई, फिर तो आए दिन ही मुनमुन और मैं मेरे रूम पर चुदाई करते और एक दिन जब मेरा मुनमुन से ब्रेक अप हो गया तो भी हमने चुदाई जारी रखी क्यूंकि ये हमारे प्यार से ज्यादा अब हमारे जिस्म की भूख बन चुकी थी और हम दोनों ही एक दुसरे तो तृप्त कर सकते थे.

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