मूतते हुए लड़की को पेल दिया बड़ा गधे जैसा लंड गुसा डाला hindi सेक्स स्टोरीज मूतते हुए लड़की को पेल दिया बड़ा गधे जैसा लंड गुसा डाला
मूतते हुए लड़की को पेल दिया : गर्मियो की छुट्टी में मैं अपने गॉव गया हुआ था | मैं दोपहर को शहर की तरफ गया हुआ था अपने मामा की बाइक लेके और आते वक्त रात के करीब आठ बज रहे थे | मेरे घर जाने के रस्ते में एक नहर पद्धति ही छोटी सी हे वो | मैं वहा से आ ही रहा था की मेने नहर के बगल में किसी को देखा, मेने बाइक की लाईट को उस तरफ मोड़ा तो दिखा की एक लड़की वहा पे बैठ के हग या मूत रही थी और उसकी चुत मेरी तरफ ही थी बोले तो वो मेरे तरफ मुह कर के ही कर रही थी | मुझे उस वक्त बीएस यही ख्याल आया की में घर जाऊ या न जाऊ पर इसे आज पेलना हे सो पेलना हे | मेने बाइक चालू राखी और उतर के उसके पास गया, वो मुझे देख के खड़ी हो गयी |
मेने उससे पूछा ये कोई वक्त हे यहाँ करने का और वेसे भी ये कोई जगह हे ये सब करने का और तुम्हे पता हे मुझे तुम्हारी चुत दिख गयी | वो शर्मा गयी और अपने हाथो से मुह छुपाने लग गयी, मेने उसे कस के पकड़ा और अपने से चिपका के उसके हाथो को हटा दिया और उसे चूमने लग गया | वो कोई विरोध नही की और मुझे अपने होठ दे दी और मैं उसके होठो को चूसता रह गया | दो तिन मिनट के बाद मेने उसे बैक पे बिठा लिया ये कह की घर छोड़ दूँगा | उसके घर की तरफ बदते हुए मुझे एक जगह बहुत सुन सान सी दिखी और झाडिय भी हल्की फुलकी तो मेने उस तरफ गाड़ी मोड ली और बैक बंद करदी और उसे उस झड़ी की तरफ ले गया |
वहा पहुचने के बाद मेने उसे फिरसे किस किया और उसके होठो को चूसना शुरू कर दिया | वो अब मेरा साथ दे रही थी और उसके होठो को चूसते हुए मेने अपनी पनेट की जीप खोल दी और लंड बाहर निकाल दिया और उसके शारीर से टकराने लगा | मेने उसका एक हाथ अपने लंड की तरफ किया तो उसने खुद ही मेरे लंड को पकड़ लिया और मसलने लग गयी | मेने उसकी चोली खोल दी और उसके चुचो को मुह में भरके चूसने लगा | वो सुन सां जगह पे कस कस के सिसकिय भरने लग गयी और फिर मैं भी जोश में आके उसके चुचो को कस कस के मसलने लग गया | उसके चुचे काफी बड़े बड़े थे और एक दम कसी हुई भी थी, निप्पल तो एक दम लोहे की तरह कडक हो चुके थे
मेने फिर उसके घगरा को उपर उठा दिया और उसे पकड़ने को कहा और फिर उसकी चुत पे जीभ फेरने लग गया, वो घगरा उठा के जोर जोर से कराह रही थी, मैं उठ के जल्दी से बाइक ले आया और उसको फिर उसपे गांड टेकने को कहा और फिर वो टेक दी और मैं उसकी चुत कस कस के चाटने लग गया | मेने अपनी एक ऊँगली ली और उसकी चुत के छेद में डाल दी, वो कस के चीख उठी पर मेने ऊँगली नही निकाली चुत से और अंदर बाहर करने लग गया | बहुत देर के बाद उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया और फिर मेने उसको अपना लंड चूसने को कहा तो वो कस कस के चूसने लग गयी और मई उसके मुह में करीब चार मिनट के बाद ही झड गया | उसने सारा मुठ थूक दिया, और उसके बाद उसे मेने निचे लेटा दिया और फिर उसकी टांगो को खोल के चुत चाटने लग गया |
दो तिन मिनट तक चाटने के बाद मेने उसके छेद पे लंड सटा दिया और एक धक्के में अंदर बच्चे दानी तक पंहुचा दिया | वो जो चिल्लाई बाप रे, वो में बता नही सकता | मैं उसके दर्द को अनदेखा कर दिया और लंड को अंदर बाहर करने लग गया और कुछ ही देर में उसका दर्द उसे मस्त मजा दे रहा था जिसके बदले में वो अपनी गांड उठा उठा के कराह रही थी अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और करो जी जोर जोर से धक्के दो, बहुत मजा आ रहा हे इस रात में ओऊ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माँ और करो अह्ह्ह्ह्ह ईईई उ ऊ उ उ उ उ अह्ह्ह्ह्ह करो जोर जोर से करो | मई करीब चालीस मिनट तक उसको उसी ढंग से पेलता रहा और फिर वो जोर से अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर के झड गयी और मैं उसके चुत में करीं तिन मिनट के बाद झड गया |
मैं उसी के उपर लेटा रह गया और फिर दस मिनट बाद हम उठे और फिर से किस किये पर मेरा दिल नह भरा था तो मेने उसय फिरसे लेट के उसके चुत छठा और फिरसे उसे पेला और इस बार मुठ चुत के जगह उसके मुह में दिया | फिर उठे और ठीक ठाक होके में उसे उसके घर तक छोड़ दिया और उसके बाद जाते हुए वो बोली कल रात फिर मैं वही आउंगी तुम भी आना | मैं हाँ में सर हिला के चला गया |