टट्टी करते हुए देखा प्रगति भाभी को क्या गांड थी मस्त चीकनी With Images प्रगति भाभी को टट्टी करते हुए देखा क्या गांड थी मस्त चीकनी With Images
प्रगति भाभी को टट्टी करते हुए देखा क्या गांड थी मस्त चीकनी : तो जैसे के मैंने बताया की उस घर से मैंने प्रगति भाभी को बाहर आते देखा तो मैं खूशी में उछलने लगा. उस के घर के पिछवाडे मे एक चूल्हा था. उस पे वो पानी गरम करती थी. फिर वो अंदर चली गयी. थोडी देर बाद उसकी सास बाहर आयी और पानी गर्म करनी लगी. उसकी उम्र करीब 50 साल होगी.
फिर वहां से उठी और घर के दीवार केे पास जाके अपनी साडी कमर तक उठाके निचे बैठ गयी और मूतने लगी. उसका मुंह दीवार की तरफ था और गांड मेरी तरफ. क्या गोरी गोरी गोल मटोल मोटी गांड थी उसकी! उसकी गांड के नीचे से बहता मूत मैं देख पा रहा था. फिर उठी और साडी नीचे कर के अंदर चली गयी. फिर मैं अंदाजा लगाने लगा के इस घर मे कितने लोग रहते होंगे. फिर पता चला के घर मे तीन औरते रहती है. प्रगति भाभी, उसकी सास और उसकी ननद. फिर कूछ समय बाद प्रगति भाभी आयी और इधर उधर देखा और दीवार के पास आकर अपनी साडी कमर तक उठायी.
मैने देखा के भाभी ने चड्डी ही नही पहनी थी. उसकी पूरी मोटी गांड मेरे सामने खूली थी. उसकी गांड देखने का मेरा सपना पूरा हो गया था. फिर वो नीचे बैठके मूतने लगी और मूत के चली गयी. अब तक मेरा एक और सपना पूरा होना बाकी था. उसको हगते हूए देखने का. लेकिन फिर उसके घर के पिछे मैने शौचालय देखा तो मै निराश हो गया. अब मै समझ गया की ये सब संडास मे हगती है. मैने सोचा चलो कोइ बात नहीं, हगना नहीं तो कम से कम मूतते हुए तो देख पाउंगा. फिर मै घर चला गया और शाम को वापस वहीं पे आ गया. और भाभी के घर की तरफ झांकने लगा. कोइ खास हलचल नही थी. थोडी देर बाद उसकी ननद बाहर आयी.
वो एक कसे हुए बदन की लड़की थी. गोरा बदन, उंचा कद और कद को जचनेवाली थोडीसी मोटी गांड. मैक्सी पहनी थी उसने. उसने एक bucket मे पानी भरा और वो लेकर झाडीयों मे घुस गयी. मेरे दिल की धडकन बढने लगी. वो झाडीयों के अंदर जाकर गांड फैला के बैठ गयी और हगने लगी. मूझे कूछ ठीक से दीखाइ नही दे रहा था. तो मै दूसरी ओर से उसकी तरफ जाने लगा. जब तक मै वहा पे पहुंचा, वो पूरा हग के, गांड धोके चली गयी थी. वहां पे उसकी संडास पडी थी. Brown colour की, soft soft. उसपे मूठ मार कर मै घर चला गया.