ये कहानी उस पूनम की है जिसकी जवानी के आगे सारे लंड पानी मांगते थे। साली दूधिया रंग, सुंदर नाक नक्श, बड़ी बड़ी आंखें, नुकीले मस्त चूंचे और कसी हुई गांड देख कर हर जवान की तमन्ना होती थी कि उसको एक बार चोदने के लिए यह चूत मिल जाए। वो मेरे पड़ोस में ही तो रहती थी। हमारे घर से अच्छा आना जाना था। उस समय वह बारहवीं में पढ रही थी और मेडिकल एक्जाम्स की तैयारी कर रही थी। मैंने पीएमटी क्वालिफाई कर लिया था और एक महीने में एडमिशन हो जाना था मेरा किसी अच्छे कालेज में। पूनम मेरे से काफी इम्प्रेस थी। एक दिन आंटी ने कहा आजाद बेटा, जरा पूनम को थोड़ा पढा दिया करो, वो भी क्वालिफाई कर जाएगी। ये तो अच्छी बात है आंटी मैं पढा दूंगा उसे। मैने उसे अपने घर बुला लिया। मम्मी पापा ड्यूटी पर गये थे। लैपटाप खोल कर मैने कुछ कांटेंट निकाला और डेस्कटाप पर ही कुछ मस्त मस्त फाइल ब्लू फिल्मों की चिपका के रख दी, जिससे कि अगर गलत्ती से भी क्लिक हो जाए तो घचा घच कार्यक्रम शुरु हो जाए।
पूनम ने आते ही लैपटाप पर छेड़ छाड़ करनी शुरु कर दी थी, कि अचानक उसने एक सेक्सी विडियो पर क्लिक तो कर ही दिया। तुरत आंय आंय कांय कांय, फक माय ऐस्स और यही सब चूत लंड का खेल शुरु हो गया। वो हड़बड़ा गयी, और मेरी तरफ देखा। तो मैने कहा आराम से देखो, कहो तो मैं हट जाता हूं, तो वो बोली भैया, सारी, मुझे पता नहीं था कि ये ऐसी फाईल है। मैने कहा कोई बात नहीं, अब तो पता चल ही गया। मैने उसे कहा कि हम मेडिकल के स्टूडेंट इन सब में बहुत फ्रैंक होते हैं, इससे माइंड फ्रेश रहता है, तो वो मुस्कराने लगी, बोली फिर तो मुझे भी देखना चाहिए। मैने कहा आओ तुम्हें सबसे बढिया वाला ब्लू फिल्म दिखाते हैं और मैने नन्स वाली एचडी विडियो खोल दी। साली चुदवाने में माहिर पोर्न स्टार्स की स्पेशल ब्लू फिल्म, और मैं अठारह की लौंडिया के साथ कमरे में अकेला। अच्छा मौका था चूत मारने का। पूनम मस्त देख रही थी, वो मारा पापड़ वाले को, क्या लंड है इसका, वाह और मैने उसके चूंचे दबाने शुरु कर दिये।
चुदने तो वो आई ही थी, क्यों कि उसकी मां चाहती थी, कि मैं उसकी बेटी से शादी कर लूं , फ्री में डाक्टर दामाद मिल जाएगा। मैं शादी तो नहीं कर सकता था, पर चोद जरुर देता उसे। इसलिए मैने उसके चूंचे दबाने जारी रखे। थोड़ी ही देर में उसने अपनी टीशर्ट उतार दी। अब उसके छत्तीस साईज वाले मस्त चूंचे मेरे हाथों में थे। मैने उनको दबाते हुए हल्का हल्का चाटना शुरु कर दिया। वो मस्त होने लगी और मैने उसकी नंगी पीठ अपने हाथों से सहलाना जारी रखा। वो मचल रही थी और मैने अब उसकी निप्पल काटने शुरु कर दिए थे, हल्के हल्के चबाने के अंदाज में उन छोटे छोटे निप्पलों को मैं कस कस के काट रहा था। वो खुश थी और चुदवाने को पूरी तरह से राजी और तैयार थी। ब्लू फिल्म की चुदाई शबाब पे थी। मैने पूनम को सोफे पर बैठा कर उसकी कसी हुई जींस खींच दी, जींस के निकलते ही मस्त टांगे बाहर आईं और सामने काली चड्ढी थी। वो चड्ढी एकदम पारदर्शी और डिजायनर थी और उसकी उभरी चूत से चिपकी हुई थी। गांड की तरफ बड़ी ही पतली थी और वो उसकी गांड में घुसी हुई लग रही थी। अब मैं उसे चोदने के लिए बेचैन था।
जवान लौंडिया की चूत मारी पीएमटी की तैयारी कराने के बहाने
उसने मेरी पैंट के अंदर हाथ लगा के टटोलना शुरु कर दिया। लंड पाने के बाद उसे बाहर खींच कर अपने हाथों से सुपाड़े को द्बोच कर मसलना शुरु कर दिया। आह्ह! मेरी रानी जरा रुको तो सही और मैने उसकी पैंटी खींच डाली, फटने के बाद उसकी चूत और गांड दोनो ही नंगे हो गये। मैं उसके सामने बैठ गया और वो खड़ी रही। उसकी चूत को उसके पैरों के बीच में बैठ कर चाटते हुए मुझे असीम आननद मिल रहा था। मैने उसकी झांटों वाली गोरी गुलाबी चूत चूसने के बाद उसकी गांड का भी रस पिया और पीने के बाद लगभग उसकी पेंदी चिकनी और गीली कर दी। अब बारी उसकी थी चूसने की। मैने उसे बेड पर लिटा दिया, उसकी मुंडी को बेड के किनारे खींच कर नीचे की तरफ लटका दिया और पूरा मुह खोलवा कर अपना लंड एकदम सीधा उसके गले में कोंच दिया। वो पागल होने लगी, मस्त होकर मैं उसका मुखचोदन कर रहा था, वो अचकचा गयी थी। अब मैने बल भर मुखचोदन करने के बाद उसे पलट दिया और उसकी गांड और चूत में एक साथ उंगली करनी शुरु कर दी। ओह रुको ना प्लीज क्या कर रहे हो। वो मादक सिसकारियां ले रही थी। मैं उसे खोदे जा रहा था। अब वो गीली हो चुकी थी और चूत में पानी भर चुका था। गरम गरम चूत में खौलता कामरस, मैने मुह लगाके पीना शुरु कर दिया। मस्त हो गयी थी वो फिर से।
अब बारी थी उसे लंड घुसाने की। पूनम कोरी कंवारी थी, मस्त थी और चुदेली थी। मैने उसकी गांड के नीचे तकिया लगा कर उसके पैर हवा में उठा दिये, चूत का छेद एकदम से सीधा खड़ा था और मैने अपना लंड उपर से नीचे बोरिंग मशीन की तरह डाल दिया। वो चिल्लाने लगी, उईई मां, मर गयी, प्लीज बाहर निकालो हम उपर उपर ही मजा लेंगे। मैने धांस दिया एक ही झटके में लंड को,हल्की खून की धारा उसकी चूत से बह के गांड में जाने लगी। अब मैं उसकी टांगे पकड़ के उसे उपर से नीचे चोद रहा था। वो मस्ता रही थी, आधे घंटे तक इस पोजिशन में चोदने के बाद मैने अपना खून से सना लंड उसके मुह में डाल कर साफ करने को दिया। उसने बड़े ही चाव से लंड को चाटा उसे मजा आने लगा था। अब मैने उसे कुतिया बना कर पीछे से चढते हुए उसकी गांड मारने का प्लान बनाया। पूनम का ही थूक लेकर मैने उसकी गांड पर मला और फिर अपना सुपाड़ा अंदर धंसाना शुरु किया।
वो मस्त्ताने लगी और गांड हिलाने लगी, मैने कमर पकड़ के दो जोरदार झटके मारे आह्ह आह्ह! और लंड जड़ तक अंदर गांड में घुस गया। गांड मारते हुए मैं उसके बाल खींचता रहा, इससे वो कुतिया बनी रही, बैठ नहीं पाई। पंद्रह मिनट गांड मारने के बाद मैने उसे फिर लंड चूसने को दिया और उसकी चूत चूसता रहा 69 की पोजिशन में। फिर इसके बाद उसकी चूत दोबारा मारकर उसका कामरस पी गया। अंत में अपना माल मैंने उसकी गांड चूत और मुह तीनों ही छेदों में थोड़ा थोड़ा छोड़ दिया।