अमिताभ बच्चन ने मुझे लिटाया और मेरी चूत को ध्यान से देखा
इंडियन सेक्स स्टोरी इन हिंदी अमिताभ बच्चन ने मुझे लिटाया और मेरी चूत को ध्यान से देखा
हिंदी सेक्स स्टोरी इन हिंदी अमिताभ बच्चन ने मुझे लिटाया और मेरी चूत को ध्यान से देखा : दोस्तों मेरा नाम नेहा है और मैं मुंबई कि रहने वाली हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मेरा रंग गोरा है और जिस्म बहुत ही सेक्सी और आकर्षक है. मेरे माता और पिता के मरने के बाद मैं पिछले 3 साल से अपनी बड़ी बहन, जीजाजी और उनके इकलौते बेटे अमिताभ बच्चन के साथ, मुंबई के एक बड़े शहर में रहती हूँ.
मैं अभी पड़ायी कर रही हूँ. मेरे जीजाजी बैंक में अफसर हैं और दीदी स्कूल टीचर हैं. उनका बेटा अमिताभ बच्चन 22 साल का है और वो भी पड़ायी कर रहा है. यहाँ भी देखे >> Amitabh bachchan fucking अमिताभ बच्चन बॉलीवुड की हीरोइनों की चुदाई करते हुए Nude images अमिताभ बच्चन बॉलीवुड की हीरोइनों की चुदाई करते हुए मुझे मेरा अलग कमरा मिला हुआ है और मेरे कमरे के साथ बाथरूम भी लगा हुआ है. मैं अपने कमरे में जयादातर बिना कच्छी और ब्रा के अर्धनग्न ही रहती हूँ. जीजाजी के जाने के बाद मैं अक्सर एक छोटीसी निकर और एक लो नेक की बनियान ही पहनती हूँ जिससे मेरी लंबी टाँगे और मेरे मम्मों के दर्शन सब को आराम से हो जाते हैं.
अब मैं आप को उस घटना के बारे में बताना चाहूंगी जिस ने मेरे जीवन में बदलाव लाया और मुझे बेशर्म बना दिया. पहले मैं अपने जिस्म कि नुमाइश नहीं होने देती थी और हमेशा सलवार कमीज ही पहने रहती थी. लेकिन उस घटना के बाद मेरे पहनावे में बदलाव आगया और मैं घर में जिस्म की नुमाइश करने लगी.
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जीजाजी के सामने तो मैं अपने जिस्म को ढक के रखती हूँ और ढंग के कपड़े ही पहनती हूँ पर दीदी और अमिताभ बच्चन के सामने नेकर बनियान में ही घूमती रहती हूँ, कभी कभी तो उनके सामने ही टॉपलेस हो कर अपने कपड़े भी बदल लेती हूँ. दीदी बहुत टोकती है पर मैं परवाह ही नहीं करती हूँ.
मेरी वर्जिन चूत मरवाने की यह घटना आज से एक साल पहले हुई थी. उस समय मुझे टाईफाइड हो गया था इसलिए डाक्टर ने मुझे बिस्तर पर ही आराम करने को कहा. यहाँ भी देखे >> ऐश्वारिया राय की चुदाई करते हुए अमिताभ और अभिषेक बच्चन डाक्टर ने मुझे कुछ दिनों के लिए नहाने धोने को भी मना किया और दीदी से मेरे जिस्म को गीले कपड़े से पोंछ करने को कहा. सिर्फ हंगने और मुतने के लिये बाथरूम जाने कि इजाजत दी और वहां भी कोई पकड़ के ले जाए.
ज्यादातर तो दीदी ही मुझे हंगने और मुतने लेकर जाया करती थी लेकिन कभी कभी अमिताभ बच्चन भी मुझे बाथरूम ले जाता था. वह मुझे अंदर छोड़ कर बाहर खड़ा हो जाता था और जब मैं आवाज देती थी तो वह वापिस मुझे बिस्तर तक छोड़ देता था. दो सप्ताह के बाद मेरा बुखार तो उतर गया था लेकिन ज्यादा कमजोरी के कारण डाक्टर ने अगले १५ दिन के लिए भी वैसा ही आराम करने को कह दिया था. दीदी कि जिद पर और जीजाजी कि आज्ञा के कारण मैं बिस्तर पर ही लेटी रहती थी और जब जरूरत पड़ती थी तब दीदी को या अमिताभ बच्चन को आवाज़ लगा देती थी.
इस तरह अभी सात दिन ही बीते थे कि खबर आई कि गांव में जीजाजी का बाप मर गया है और इसलिए जीजाजी और दीदी को तुरंत वहां जाना पड़ा. जाने से पहले दीदी ने रेखा (कामवाली बाई) को घर के बाकी काम के साथ साथ मेरा कपडे से पोंछने और खाना बनाने को भी कह दिया था, इसलिए वह दिन में हमारे घर पर ही रहती थी और शाम का खाना बना कर अपने घर चली जाती थी. देर शाम और रात में तो मुझे अमिताभ बच्चन पर ही निर्भर रहना पड़ता था.
दीदी के जाने के अगले दिन सुबह जब रेखा ने मेरे कपड़े उतार कर मेरे बदन को स्पंज कर रही थी तब मैंने देखा कि अमिताभ बच्चन खिड़की से झांक कर मुझे देख रहा था. मुझे बहुत गुस्सा आया पर उस समये मैं चुप रही. जैसे ही रेखा वहां से चली गई तब मैंने अमिताभ बच्चन को बुला कर उसकी उस हरकत पर बहुत डांटा.
मेरी डांट सुन कर तो वह खिलखिला कर हंस पड़ा. जब मैंने उससे हँसने का कारण पुछा तो वह कहने लगा कि यह नज़ारा तो वह रोज देखता रहता था, जब उसकी मम्मी भी मेरा स्पंज करती थी तब भी वह इसी तरह झाँक कर यह सब देखता रहता था.
मेरे पूछने पर कि उसे यह सब देखने से क्या मिलता है, तो उसने कहा कि उसे मेरे गोरे रंग का जिस्म, मेरे मम्में और उनके उपर लगी काली काली निप्प्लें तथा नीचे वर्जिन चूत के उपर के भूरे रंगे के बाल देखने बहुत अच्छे लगते हैं और वह उन्हें छूने कि इच्छा भी रखता है. यह सुन कर मैं दंग रह गई और उसे एक बार फिर से डांट कर वहां से भगा दिया.
अगले दिन सुबहे मुझे बहुत पसीना आने कि वजह से जिस्म में खुजली हो रही थी और उधर से रेखा का सन्देश आया था कि वह देर से आयेगी. जब मुझसे खुजली बर्दास्त नहीं हुई, तब मैंने सोचा कि क्यों न अमिताभ बच्चन का सहारा लिया जाए और उसे ही कपडे से पोंछने को कह दूं. उसने तो मुझे नग्न देखा हुआ ही था तो मुझे उससे किसी बात कि शर्म नहीं आनी चाहिए.
यह सोच कर मैंने अमिताभ बच्चन को आवाज दी और उसे रेखा के देर से आने के बारे में बताया तथा उसे आग्रह किया कि वह मेरा स्पंज कर दे. यह सुन कर वह पहले तो हिचकचाया फिर पूछने लगा कि क्या मैं उसे जिस्म की सब जगहें कपडे से पोंछने दूंगीं. जब मैंने उसे हाँ कही तब वह खुशी खुशी भाग कर बाथरूम में गया और सारा सामान ले आया. फिर उसने आगे बढ़ कर मेरे कपड़े उतारने शुरू किये. पहली मेरी कमीज उतारी, फिर मेरी ब्रा उतारी, फिर मेरी सलवार और कच्छी भी उतार दी. यहाँ भी देखे >> करीना कपूर की चुदाई kareena kapoor showing big boobs ass nipple pussy chut gand sex scene collection xxx naked pics big boobs sucking photo अब मैं उसके सामने बिलकुल नग्न थी. यही वह क्षण था जब से मेरे जीवन में बदलाव आया था और मैं शर्मसार से बेशर्म बन गई थी तथा घर भर में कम कपड़ों में ही घूमना शुरू कर दिया था तथा दीदी और अमिताभ बच्चन के सामने अर्धनग्न भी हो जाती थी.
अमिताभ बच्चन ने बड़े ध्यान से मेरी नग्नता को निहारा, मेरे मम्मों, निप्पलों तथा वर्जिन चूत के बालों पर हाथ फेरा. फिर मुझे उल्टा कर के मेरी पीठ और टांगो को स्पंज किया, मेरे वर्जिन चूतडों को जोर जोर से रगड़ कर स्पंज किया और मेरी गांड में ऊँगली भी कर दी. जब मैंने उससे पुछा कि वह यह क्या कर रहा था तो उसने कहा कि अंदर तक स्पंज कर रहा था. उसका इस तरह गांड में ऊँगली करना और मेरे वर्जिन चूतडों को दबाना तथा मसलना मुझे बहुत अच्छा लग रहा था इसलिए मैंने उसे कुछ देर ऐसा करने दिया.
कुछ देर के बाद में उसने मुझे सीधा किया और मेरे सिर और चेहरे, मेरी गर्दन, छाती, मम्मों, पेट, कमर, जाहंगों और टांगों को स्पंज किया. इसके बाद उसने मेरी दोनों टांगो को चौड़ा कर उन के बीच में विराजमान मेरी वर्जिन चूत को भी रगड़ते हुए स्पंज कर दिया. जब वह वर्जिन चूत का स्पंज कर रहा था तब उसने उसमे भी ऊँगली करने कि कोशिश की पर मैंने उसे रोक दिया. फिर मैंने उसे जल्दी से स्पंज खतम करने को कहा. इस के बाद उसने मुझे सूखे तौलिए से पोंछ दिया और मेरे मम्मो और उन की निप्पलों को पकड़ कर मसला और थोड़ी देर बाद वह मेरी वर्जिन चूत के बालों के उपर हाथ फेरने लगा.
उस कि इस हरकत से मैं बहुत गर्म होने लगी थी लेकिन अपनी बिमारी की कमजोरी को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने पर काबू रखा तथा उसे अलग हटने को और कपड़े पहनाने के लिए कहा. अमिताभ बच्चन मेरे साफ़ कपड़े निकाल लाया और सब से पहले उसने मुझे कच्छी पहनाई लेकिन उपर करने से ने पहले मेरी वर्जिन चूत के बालों को अच्छी तरह मसला और एक बार फिर ऊँगली करने कि नाकाम कोशिश की.
इसके बाद उसने मुझे सलवार पहनाई. ब्रा पहनाने से पहले उसने मेरे मेरे मम्मों को बड़े प्यार से मसला. उसका ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगा लेकिन बात आगे ना बढ़ जाये इसलिए मैंने उसे कहा कि वह अब बस कर दे और बाकी के कपड़े पहना दे.
मेरी बात सुन कर उसने मुझे ब्रा और कमीज पहना दी तथा स्पंज का सामान उठा कर वहां से चला गया. जब वह जा रहा था तब मैंने देखा कि उसका पजामा आगे से उठा हुआ था और कुछ गीला सा भी लग रहा था. जब वह मेरे कमरे में वापिस आया तो उसने पेंट पहन रखी थी. मैंने उसे पूछा कि पेंट पहन ली है क्या कहीं जाना है तो वह बोला नहीं, सपंज का पानी गिरने से पजामा गीला हो गया था इसलिए बदल लिया. मैंने मुस्कराते हुए उसे देखा और कह दिया कि मैं तो समझी थी कि कुछ लीक हो गया था. वह कुछ नहीं बोला और वहीँ चुपचाप बैठा नीचे देखता रहा.
दुपहर को रेखा आई और उसने जब मुझे स्पंज के लिए पूछा तो मैंने उसे मना कर दिया और कहा कि जब काम खतम कर के शाम को घर जाने से पहले कर देगी. क्योंकि अमिताभ बच्चन ने मेरे जिस्म को इतनी अच्छी तरह मसला और दबाया था इसलिए मुझे खाना खाने के बाद तुरंत नींद आ गयी. शाम को रेखा ने मेरा स्पंज करके बाद जब अपने घर चली गई तब अमिताभ बच्चन मेरे कमरे में आ गया और मेरे पास बैठ गया. मैंने जब पुछा कि क्या बात है तो उसने मेरे मम्मों पर हाथ रख कर उन्हें दबाने तथा मसलने कि इजाजत माँगी.. मेरे हाँ कहने पर उसने बड़े प्यार से मेरी कमीज और ब्रा उतर दी और मेरे पास लेट कर मेरे मम्मों पर हाथ फेरने लगा और मसलने लगा.
कुछ देर के बाद उसने मेरे मम्मों कि निप्पलों को बारी बारी अपने मुहँ में डाल कर अहिस्ता अहिस्ता चूसने लगा. उस कि इस तरह मम्मों की प्यारी चुसाई से मैं सातवें आसमान पर तैरने लगी, मेरी वर्जिन चूत में भी गुदगदी होने लगी. तभी मुझे अमिताभ बच्चन कि जाह्न्गों के बीच में कुछ हलचल महसूस हुई और पेंट भी उभरी हुई सी लगी. मैंने जैसे ही उस तरफ अपना हाथ बढ़ाया तो अमिताभ बच्चन ने मेरा हाथ थाम लिया. तब मैंने उसे अपने से दूर कर दिया और कह दिया कि उसने तो मेरा पूरा जिस्म अच्छी तरह से देख लिया है और उससे खेल भी लिया है लेकिन अपना जिस्म अभी तक नहीं दिखाया.
अब जब तक वह मुझको अपने शरीर नहीं दिखता और उससे खेलने नहीं देता तब तक मैं उसे अपने मम्मों को छूने भी नहीं दूंगी.
मेरी यह बात सुन कर अमिताभ बच्चन कुछ देर तक सोचता रहा और फिर कहा कि अगर मैं पूरी नग्न हो कर उसके साथ लेटूंगी तभी वह भी नग्न हो कर मुझे अपना जिस्म दिखायेगा और उससे खेलने देगा. मेरे मान जाने पर वह उसने अपनी टी शर्ट, बनियान, जींस तथा जांघिया उतार कर मेरे सामने खड़ा हो गया. उसका लौड़ा जो अभी पूरा खड़ा नहीं हुआ था काफी तगड़ा लग रहा था. इस हालात में उसके लंड कि लम्बाई लगभग ७ इंच और मोटाई १ १/४ इंच लग रही थी.
उसके अंडकोष(आंड पोपले) नीचे की ओर लटके हुए थे, उसके लंड के उपर का मांस पीछे हटा हुआ था तथा सुपाडा बाहर निकला हुआ था. यह देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने झट से उस के लौड़े को हाथ में ले लिया और उसे हल्के हल्के मसलने लगी. कियोंकि मैंने किसी लौड़े को इतनी नज़दीक से पहली बार देखा और पकड़ा था इसलिए मुझे कुछ अजीब लग रहा था. तभी वह एकदम सख्त हो कर तनने लगा. मैंने घबरा कर लौड़े को एकदम छोड़ दिया. इस पर अमिताभ बच्चन ने हँसते हुए कहा के डरो मत यह काटेगा नहीं, यह तो खुश हो कर सलामी दे रहा था.
उसका तन्ना हुआ लौड़ा बहुत ही सुंदर दिख रहा था और मुझे उस पर बहुत प्यार आने लगा. उसका सुपाडा तो एकदम चमक रहा था और १ १/२ इंच के गोल गोल दोनो लटके हुए अंडकोष अब सिकुड कर उपर कि ओर चिपक गए थे. ऐसा नज़ारा देख कर मेरी वर्जिन चूत में अब खुजली होने लगी थी, वह गीली भी होने लगी थी तथा उसमें से पानी रिसने लगा था जिस के कारण मेरी कच्छी भी गीली होने लगी थी. मुझे पहली बार वर्जिन चूत और लौड़े के बीच का अद्रश्य रिश्ता समझ में आने लगा था. मैंने अमिताभ बच्चन कि लौड़े को हाथ में पकड़ कर आगे पीछे करने लगी (मुठ मारने लगी) जिससे अमिताभ बच्चन एकदम घबरा गया और सिकुड़ने तथा हिलने लगा.
अब उसका लौड़ा मस्त हो गया था और उसकी लम्बाई ८ इंच और मोटाई १ १/२ इंच हो गया था. मैंने अमिताभ बच्चन से पूछे बिना उसके लौड़े को चूम लिया और सुपाडे को जीभ से चाटने लगी. उसी समय अमिताभ बच्चन को एक झटका लगा और उसके सुपाडे के छिद्र में से पानी जैसी एक बूँद बाहर निकली. यह देख कर मैंने अमिताभ बच्चन की ओर देखा तो उसने इशारे से चाटने के कहा, तब मैंने उस बूँद को चाट लिया.
मुझे उस का स्वाद बहुत अच्छा लगा और मेरे से रहा नहीं गया. मैंने अपने होंट सुपाडे के उस छिद्र पर लगा कर जोर से चूसा और उसके अंदर से सारा पानी खींच कर पी गई. इसके बाद मैंने मुंह खोल कर सुपाडे को अंदर लेने कि कोशिश की लेकिन उसे पूरा अंदर नहीं कर सकी इसलिए उसको फिर से चाटने लगी. यहाँ भी देखे >> ऐश्वर्या भाभी के संग सुहागरात Hindi sex stories अमिताभ बच्चन ने सात मिनट तक मुझे अपने लौड़े के सुपाडे को चाटने दिया और फिर मुझे अलग कर उसने मेरी सलवार और कच्छी उतार दी. कच्छी का गीलापन देख का उसने मेरी जाहंगो के बीच में हाथ डाल कर वर्जिन चूत को छू कर देखा और गीले हाथ को अपने मुहँ में रख कर चाटा और मेरी ओर देखा.
जब मैंने पुछा कि स्वाद कैसा है तो उसने कहा शरबत जैसा. फिर वह जल्दी से मेरे बिस्तर पर मेरी टांगों की तरफ सिर कर के लेट गया और मेरी टांगो को चौड़ा कर के अपना मुहँ मेरी वर्जिन चूत पर लगा दिया और मेरा रस खींच कर चूसने तथा पीने लगा. मैंने भी जब उसके लौड़े को अपने चेहरे के पास देखा तो मेरा मुहँ भी अपने आप खुल गया और मैं उसका सुपाडा चूसने लगी. कुछ देर के बाद अमिताभ बच्चन ने मेरे छोले पर जीभ घुमाई तो मुझको झटका लगा और मेरी वर्जिन चूत में से एकदम पानी छूटा जिसे अमिताभ बच्चन ने पी लिया.
मैंने भी अपने मुहँ को और ज्यादा खोला तो अमिताभ बच्चन का पूरा सुपाडा मेरे मुहँ के अंदर चला गया और मैं उसे बड़े प्यार से चूसने लगी. दस मिनट तक ऐसे ही दोनो कि चुसाई चलती रही और फिर जब मुझे एक और झटका लगा तो मैं चिल्लाई आईईईईईई…………… और अमिताभ बच्चन के मुहँ में पानी कि टंकी खोल दी.
अमिताभ बच्चन ने सारा पानी पी लिया. मैं बहुत गरम होगी थी इसलिए अमिताभ बच्चन के लौड़े को जोर से चूसने लगी, तभी उसका लौड़े ने फडफडा कर अपना रस मेरे मुहँ में उड़ेल दिया. मुझे ऐसा लगा कि उसने मेरे मुहँ में रबड़ी डाल दी है और मैं उसे मजे ले कर खा गई. इसके बाद अमिताभ बच्चन मेरे साथ लिपट के लेट गया और मुझ को किस किया. अब उसका ढीलाढाला लौड़ा मेरी वर्जिन चूत के बालों से चिपका हुआ था और मेरे मम्में उसकी छाती से चिपके हुए थे.
करीब एक घंटे के बाद हम अलग हुए और अमिताभ बच्चन ने मुझे सिर्फ सलवार और कमीज पहना दी और मेरी ब्रा तथा कच्छी को बाथरूम में डाल दी. बाद में उसने पजामा और टी-शर्ट पहनी और रसोई से खाना लाया. हम दोनो ने मिल कर एक ही थाली में खाना खाया. खाने के दौरान मैंने अमिताभ बच्चन से कहा कि दीदी और जीजाजी के आने तक वह मेरे ही कमरे में मेरे साथ ही सो जाये करे ताकि रात में मुझे बाथरूम जाने आने में उसकी मदद मिल सकेगी. अमिताभ बच्चन मान गया और बर्तन रसोई में रखने के बाद वह मेरे पास आ कर लेट गया. उसने अपना एक हाथ मेरे मम्मों पर रख दिया और मैंने भी उसके लौड़े को पकड़ लिया. हम बहुत देर तक बाते करते रहे और फिर सो गए.
बातों बातों में अमिताभ बच्चन ने मुझसे चुदाई के बारे टोहने कि कोशिश की लेकिन मैंने उसे टाल दिया और बात आगे नहीं बढ़ने दी. मैं अपनी कमजोरी कि वजह अभी ऐसा कुछ नहीं करना चाहती थी जिस से मैं दुबारा बीमार पढ़ जाऊं. इसलिए अगले चार दिन तक हमने अपनी दिनचर्या इसी तरह मसला मसलाई, चूसा चुसाई और शरबत पीने तथा रबड़ी खाने तक ही सीमत रखी.
सातवें दिन भी जब दीदी का फोन आया तो उन्होंने बताया कि वह लोग सात दिन बाद अगले इतवार रात तक ही वापिस आ पाएँगे. क्योंकी जीजाजी बड़े हैं इसलिए वह सभी रीति रिवाज समाप्त होने के बाद ही यहाँ से चलेंगे. दीदी ने मुझे एक बार डाक्टर को बुला कर दिखने की सलाह भी दी. उनके ऐसा कहने पर मैंने डाक्टर साहिब को फोन करा और उन्हें आ कर देख जाने को कहा, तो उन्होंने शाम को चार बजे तक पहुचने का कहा. तब मैंने अमिताभ बच्चन को कालेज में फोन कर के सब बता दिया और कहा कि वह चार बजे से पहले ही घर पहुँच जाये.
शाम को 5 बजे डॉक्टर साहिब आये और मेरा चेकअप किया और कहने लगे कि मेरा स्वस्थ पहले से बहुत बेहतर हो गया है और मैं अब उठ बैठ सकती हूँ तथा नहा धो भी सकती हूँ. लेकिन मुझे अभी खाने पीने का ध्यान रखना होगा और आराम भी करना होगा. मैं सिर्फ घर में चल फिर सकती हूँ. यहाँ भी देखे >> बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर की सलमान से चुदाई सेक्स स्टोरी Sonam Kapoor Fucked Anal Sex डॉक्टर साहिब के जाने के बाद मैंने रेखा को कह दिया कि उसे अगले दिन से जल्दी आने कि जरुरत नहीं है और जैसे पहले आती थी वैसे ही आया करे. रेखा के जाने के बाद मैं उठ कर बाथरूम गई और बाद में अमिताभ बच्चन के कमरे में उसके पास जा कर बैठ गई. अमिताभ बच्चन बिस्तर पर बैठा पढ़ रहा था तो मैं भी उसी के पास बैठे बैठे लेट गई.
आधे घंटे के बाद अमिताभ बच्चन का काम समाप्त हो गया तो वह भी मेरे पास लेट गया और मेरे चेहरे पर हाथ फेरने लगा. अचानक उसने मेरे चेहरे को दोनों हाथों से पकड़ कर मेरे मुहँ को चूम लिया. मुझसे भी नहीं रहा गया और मैंने भी उसके होंठों पर जोर से किस कर दिया. फिर क्या था अमिताभ बच्चन मेरे साथ लिपट गया और होटों को होटों से भिड़ा कर किस करने लगा. हम बहुत देर तक एक दुसरे कि जीभ को भी मुहँ में ले कर बारी बारी चूसते रहे और किस करते रहे.
रात का खाना खाने के बाद हम दोनों नग्न हो कर एक ही बिस्तर पर लेट गए. अमिताभ बच्चन कभी मेरे मम्मों को चूसता और कभी हाथों से मसलता. बीच बीच में वह अपने हांथों से मेरी वर्जिन चूत और वर्जिन चूत के बालों को सहला भी देता. मैं भी उसके लौड़े और टट्टों से खेलती रही, कभी आगे पीछे हिलती, कभी मरोड़ती, कभी सुपाडे को मॉस से ढक देती और कभी सुपाडे को बाहर निकल कर उसे जीभ से चाट लेती. इस तरह आधे घंटे तक हम एक दुसरे से खेलते रहे और रोज कि तरह के एक दूसरे को चूसते चसाते रहे. जब हम दोनों ने अपनी अपनी शरबत और रबड़ी की टंकियां खाली कर दी तब सीधे हो कर एक दूसरे से लिपट के सो गए.
सुबह अमिताभ बच्चन कि नींद खुली तो वह किचन में जा कर चाय बना लाया और हम दोनों ने चाय पी. फिर हम दोनों एक ही बाथरूम में घुस गए और एक साथ टोयेलेट सीट पर बैठ कर मूता भी और हगा भी. बाद में अमिताभ बच्चन ने मुझे खूब साबुन लगा कर नहलाया, उसने हर जगह हाथ लगा लगा कर मसला और मस्ती ली. मैंने भी उसे खूब साबुन लगाया और उसके लौड़े और टट्टों को रगड़ रगड़ नहलाया. फिर हमने एक दुसरे को कपड़े पहनाये, दोनो ने मिल के नाश्ता बनाया और खाया. कालेज जाने से पहले अमिताभ बच्चन मेरे पास बाई कहने आया और मेरे मेरे मम्मों को दबा कर मुझे किस किया. जब वह किस कर रहा था तब मैंने भी उसके लौड़े और टट्टों को कस के दबा दिया, जिससे वह एक दम सी सी कर उठा था.
अमिताभ बच्चन के जाने के बाद मैं कुछ देर के लिए मैंने बिस्तर पर आराम किया और रेखा के आने पर उठ कर उस को काम समझाया तथा किचन का काम समेटने में लग गई. दुपहर को जब रेखा काम खतम कर के चली गई तो मैं अमिताभ बच्चन का इन्तजार करते हुए फिर बिस्तर पर लेटे लेटे सो गई. तीन बजे के बाद अमिताभ बच्चन आया और मुझे जगाया, तब हम ने खाना खाया और फिर उसीके कमरे में लेट कर एक दुसरे के अंगों से छेड़खानी करते हुए सो गये. यहाँ भी देखे >> मासूम चूत वाली आलिया भट्ट की चुदाई बॉलीवुड फैन्टेसी Hindi Sex Stories सात बजे नींद खुली तो मैंने उठ के कपड़े पहने और बाहर वाले कमरे आ कर बैठ गई. अमिताभ बच्चन ने भी कपड़े पहने और पढ़ने बैठ गया. साढ़े सात बजे रेखा आई और उसने हमें चाय पिलाई, फिर रात का खाना बनाया और बाकी का काम समेट कर चली गई. रेखा के जाने के बाद मैंने ब्रा और कच्छी सहित अपने कपड़े उतार दिए और निकर तथा बनियान पहन कर अमिताभ बच्चन के पास बिस्तर पर लेट गई. अमिताभ बच्चन पढाई के साथ साथ अपने एक हाथ से मेरे मम्मों और निप्पलों को मसलता रहा.
जब वह पढ़ कर उठा तो मैंने खाना लगाया और हमने एक दूसरे को खिलाया. खाने के दौरान अमिताभ बच्चन ने कहा कि उस रात हम उसीके कमरे में सोते हैं. मेरे हाँ कहने पर उसने बिस्तर को ठीक किया और अपने कपड़े उतार दिए. फिर मेरी निकर तथा बनियान उतार कर मुझे भी नग्न कर दिया और मुझ से चिपट गया. बातों ही बातों में अमिताभ बच्चन ने बताया कि उसने मुझे और दीदी को छोड़ कर और किसी भी लड़की या औरत को नग्न नहीं देखा था. मुझे और दीदी को वह अक्सर बाथरूम में नहाते हुए देखा करता था. जब मैंने पूछा कि कैसे देखता था तो उसने बताया कि जब मैं और दीदी नहाने जाती थीं तो अक्सर बाथरुम का दरवाज़ा आधा खुला छोड़ देती थीं और वह उस में से झांक कर देखा करता था. उसने यह भी बताया कि दीदी तो वर्जिन चूत के बाल हमेशा साफ़ रखती है और उसने उन्हें कई बार शेव करते हुए भी देखा था.
उसने बताया कि उसका किसी भी लड़की या औरत के साथ कोई भी सम्बन्ध नहीं था और मैं पहली लड़की हूँ जिसे उसने छूआ था, हाँ उसने दीदी के पास लेटे लेटे उनके मम्मों पर कई बार हाथ रख कर सोया था. उसने बताया कि लड़कियों से क्या और कैसे करना होता है इसके बारे में उसे कुछ भी पता नहीं है और इसीलिए डरता है कि अगर वह बाहर किसी लड़की से रिश्ता बनाए तो कहीं उसका मजाक ना उड़ जाये. इसलिए उसने इस बारे में मुझे उसकी सहायता करने का आग्रह किया ताकि बात घर में ही रहेगी. जब मैंने उससे पूछा कि किसी तरह कि सहायता चहिये तो उसने मेरे साथ चुदाई करने की इच्छा प्रकट की.
मैंने उसे बताया कि मैं तो पहले कभी चुदी नहीं और मुझे इस बारे में जयादा मालूम नहीं है तो उसने कहा कि वह भी पहली ही बार करगा. उसने बताया कि उसने इन्टरनेट पर इस बारे में बहुत कुछ देखा हुआ है. यहाँ भी देखे >> रेखा की चुदाई Indian Actress Rekha Xnxx Nude Naked HD Pics Photos तब मैंने भी उसे बताया कि नेट पर तो मैंने भी बहुत कुछ देखा है पर कुछ करने को डर लगता है. इसके बाद हम रोज कि तरह किस करते रहे और वर्जिन चूत और लौड़े को चूसते रहे. अमिताभ बच्चन की बातों और चुसाई के कारण मैं बहुत गरम हो गई और मुझ से रहा नहीं गया तो मैंने अमिताभ बच्चन के कान में कहा कि मेरी वर्जिन चूत में बहुत खुजली हो रही है और उसको मिटाने के लिए कुछ करे. तब अमिताभ बच्चन ने उठ कर मुझे सीधा किया और मेरी टांगों को चौड़ा कर के मेरी वर्जिन चूत को चूसने लगा.
वह बार बार मेरे छोले पर जीभ फेरने लगा जिस की वजह से मैं आह्ह्ह आहह्ह्ह और सी सी सी की आवाजें निकालने लगी. मेरे अंदर की आग बहुत जयादा भडकने लगी तब मैंने अमिताभ बच्चन से कहा कि अब और सहा नहीं जाता और अब थे आग तो तुम्हारी बौछार से ही बुझेगी. तब अमिताभ बच्चन ने मेरी दोनों टाँगे उपर उठा कर अपने कंधों पर रखा और अपने लौड़े को मेरी वर्जिन चूत के मुहँ पर रख के उसे अंदर डालने के लिए धक्का लगाने लगा लेकिन उसका लौड़ा बार बार फिसल जाता था.
कई कोशिशों के बाद जब अमिताभ बच्चन को सफलता नहीं मिली तो उसने मुझसे मदद के लिए इशारा किया. तब मैंने हाथ नीचे कर के अमिताभ बच्चन के लौड़े को पकड़ कर वर्जिन चूत के मुहँ पर लगा दिया और उसे धक्का लगाने को कहा. अमिताभ बच्चन ने जैसे ही अहिस्ता से धक्का लगाया तो उसका लौड़ा फिसला नहीं और मेरी वर्जिन चूत के मुहँ पर टिक गया. अगले धक्के लगने से उसका सुपाडा मेरी वर्जिन चूत के अंदर घुसने लगा और मेरी वर्जिन चूत में दर्द होनी शुरू हो गई.
मैंने उस दर्द को बर्दाश कर लिया और मैंने अमिताभ बच्चन को धक्का लगाते रहने को कहा. जैसे ही अमिताभ बच्चन ने एक और धक्का लगाया तो उसका आधा सुपाडा वर्जिन चूत के अंदर चला गया और मेरी उईईईईई………………… कर के चीख निकल गई. मुझे लगा कि मेरी वर्जिन चूत फट रही थी और वह दर्द मुझ से सहन नहीं हो रहा था. अमिताभ बच्चन ने पूछा भी कि क्या वह लौड़े को हटा ले लेकिन मैंने उसे मना कर दिया और धक्का लगाने को कहा. इस बार अमिताभ बच्चन ने थोड़ा जोर से धक्का लगाया और उसका पूरा सुपाडा मेरी वर्जिन चूत के अंदर चला गया और मेरी तो उईईईईई………..माँ………. उईईईईई………..माँ………. की चीखे निकल गई. मैंने अमिताभ बच्चन को थोड़ा रुकने को कहा.
लगभग सात मिन्ट रुकने के बाद मुझे कुछ आराम मिला तो मैंने अमिताभ बच्चन को फिर से धक्के लगाने को कह दिया. जब उसने अगला धक्का लगाया तो उसका लौड़ा मेरी वर्जिन चूत में दो इंच घुस गया था और दर्द के मारे मेरी चीखें पूरे कमरे में गूँज गई. मैं तड़पने लगी और मेरे आंसू निकल आये. इस बार अमिताभ बच्चन रुका नहीं और एक और धक्का मार कर अपने आहा लौड़ा मेरी वर्जिन चूत के अंदर घुसा दिया. अब तो मैं हाथ पैर पटकने लगी, उईईईईई………..माँ………. उईईईईई………..माँ………. करके चीखें मारने लगी और अमिताभ बच्चन को गालियां भी देने लगी.
अमिताभ बच्चन का अब सुपाडे समेत चार इंच मेरी वर्जिन चूत में था इसलिए वह कुछ देर के लिए रुक गया. जब मैं शांत हुई तो मुझे लगा कि मेरी वर्जिन चूत से कुछ रिस रहा था, मैंने अपना हाथ अपनी वर्जिन चूत पर लगाया और उँगलियाँ को खून से लथपथ देखा तो मैं घबराह गई लेकिन फिर सोचा कि जब ओखली में सिर दिया है तो डरना किस बात का, यह तो होना ही था. इसके बाद अमिताभ बच्चन ने मुझे शांत देख कर एक और धक्का पूरे जोर से लगा दिया और पूरा का पूरा आठ इंच का लौड़ा मेरी वर्जिन चूत के अंदर घुसा दिया. इस बार भी मुझे दर्द भी हुआ और मैं उईईईईई………..माँ………. कर के चीखी भी लेकिन यह दर्द अब मुझे मीठा लगने लगा था.
अब अमिताभ बच्चन ने अहिस्ते अहिस्ते धक्के लगाने शुरू कर दिए और कुछ ही देर में ऊन्हे तेज भी कर दिए. मुझे आनंद आने लगा था और मैं भी उसके धक्कों का साथ देने लगी थी. लगभग दस मिन्ट कि तेज चुदाई के बाद मेरी वर्जिन चूत एकदम सिकुड गई और अमिताभ बच्चन के लौड़े को जकड लिया. उसे धक्के लगाने में दिक्कत होने लगी थी तब वह थोड़ी देर के लिए रुका और मेरे ढीले होने का इंतज़ार करने लगा.
जब उसे ढीलापन महसूस होने लगा तो वह फिर से धक्के लगाने लगा. इस बार वह बहुत तेज धक्के लगा रहा था और मैं उसे और तेज और तेज शाबाश अमिताभ बच्चन बहुत तेज़ी से करने की आवाजें लगा रही थी. इसी तेज धक्कों में अचानक अमिताभ बच्चन का लौड़ा फडफडाया और मेरी वर्जिन चूत भी एक दम से सिकुड़ी और हम दोनों की एक साथ चीखे निकली उन्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् उईईईईईईईईई…………….. उईईई…. आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह…………… आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… और अमिताभ बच्चन के लौड़े ने बरसात कर दी. एक बोछार, दो बोछार, तीन बोछार, चार बोछार, सात बोछार , छह बोछार………… और फिर मैं गिनती भूल गई. पता नहीं अमिताभ बच्चन ने कितनी ही बोछारें करी, मेरी वर्जिन चूत में तो जैसे बाढ़ आगई थी जिससे मेरी सारी आग बुझ गई.
हम दोनों बहुत थक गए थे इसलिए अमिताभ बच्चन ने मेरी टाँगे अपने कंधों से उतारी और निढाल हो कर मेरे ऊपर ही लेट गया, मेरी वर्जिन चूत भी ढीली होने लगी थी और उसका सिकुड़ा हुआ लौड़ा अब लुल्ली (सुकड़ा हुआ लौड़ा) बन कर मेरी वर्जिन चूत से बहार निकलने लगा था.
लगभग सात मिन्ट के बाद अमिताभ बच्चन का साँस में साँस आई तो वह मेरे ऊपर से हटा तथा अपनी लुल्ली को मेरी वर्जिन चूत से बाहर निकला. हम दोनों उठ कर बाथरूम गए और एक दूसरे को धोया तथा साफ़ किया, तब मैंने देखा कि अमिताभ बच्चन कि लुल्ली एकदम लाल हो गई है और उस पर नीले रंग कि नसें उभर आईं हैं. जब मैंने अमिताभ बच्चन को इस बारे में बताया तो उसने कहा कि इतनी रगडाई के कारण तह तो होना ही था.
फिर कमरे में आ कर अमिताभ बच्चन ने मुझे लिटाया और मेरी वर्जिन चूत को ध्यान से देखा और बताया के वह भी काफी खुल गई थी, उसके बाहर का भाग बहुत लाल हो गया था तथा सूज गया था. अंदर का भाग गुलाबी रंग का होगया था. इस चुदाई से मुझे इतना आनद तथा संतोष मिला था कि मैं अमिताभ बच्चन की लुल्ली को चूमने लगी. अमिताभ बच्चन भी मेरी वर्जिन चूत को चूम रहे थे और फिर हम दोनों एक दूसरे को लिपट तथा चिपट के नींद कि आगोश में खो गए.