मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं

मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं

मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं :   मेरे प्यारे दोस्तों इस कहानी के माध्यम से में आप लोगों को बताना चाहता हु के इस दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं ! मेरा नाम धर्मेन्द्र  है, उम्र 26 साल है. “ मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं “ यह वो हकीकत है जिसने मेरी जिंदगी ही बदल दी, मैं आपको इस कहानी के माध्यम से बताना चाहता हूँ, जिसका एक-एक पल आज भी मेरे आँखों के सामने आता है ! मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं. यहाँ भी देखे >> अंजली और माधवी भाभी ला अवधार ठोकलेट भाग 2 हिंदी सेक्स कहानियां

एक बार मैं अपने ऑफिस के काम से दिल्ली गया वंहा मैंने एयरपोर्ट से टैक्सी ली, मैं ऑफिस के गेस्ट हाउस पहुँचा, मीटिंग वहीं गेस्ट हाउस में थी। मैं समय पर पहुँच गया था। मीटिंग में करीब 20 से 25 लोग होंगे। मीटिंग 12:00 बजे शुरू हुई। ( मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं )

यहाँ भी देखे >> मैने कहा भाभी एक बार और बुर चोद लेने दो तो उन्होनें कहा कि बेटी जगी हुई है मैंने नोट किया कि मीटिंग में एक बहुत सेक्सी और हॉट औरत जिसकी उम्र 28-30 साल होगी, वो पेन्सिल को अपने कान के ऊपर बालों में घुमाते हुए अपनी कातिलाना नजरों से मुझे ही देख रही थी, मैं उसे अच्छी तरह से जानता था ! उसका नाम सविता भाभी था, वो मेरे दोस्त की बीवी थी ! उस सेक्सी रंडी की शादी को अभी तीन साल भी नहीं हुए थे, दो महीने पहले मेरे दोस्त की मौत हो गई और उसके बाद उसे हमारी कंपनी ने अनुकम्पा नियुक्ति के आधार पर नौकरी दी थी। वे दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे, उन्होंने लव-मैरिज की थी।

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खैर मैंने उसे अनदेखा कर दिया ! ( मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं ) मैं जब मीटिंग में खड़े होकर स्पीच देने के बाद जब मैं अपनी जगह बैठा तो सब लोगों की तरह वो भी जोर-जोर से ताली बजा रही थी। मेरी नजर अचानक उसके ऊपर चली गई। वो मेरी ओर देख कर मुस्कुरा रही थी। तो मैंने भी छोटी सी स्माइल दी ! जैसे तैसे शाम को चार बजे मीटिंग ख़त्म हुई, सब लोग लंच के लिए जाने लगे मुझे भी बड़ी जोर के भूख लगी थी मैंने यान में सिर्फ नाश्ता किया था और सुबह से कुछ नहीं खाया था !

मैं मेज़ पर से अपनी फाइल और पेपर समेटने लगा। सविता भाभी भी अपने पेपर उठा चुकी थी और उसकी नजरें मेरी ओर ही थी !

मैंने जैसे ही बैग उठाया और चलने लगा कि अचानक सविता भाभी ने आवाज दी। ( मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं )

सविता भाभी- धर्मेन्द्र , यू डोंट नो मी?

मैं- ओह, सविता भाभी भाभी ! सॉरी, आई एम वैरी सॉरी ! वो क्या है न, मुझे बहुत जोर की भूख लगी है ! इसलिए मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा है !

सविता भाभी- अभी भी बहाने काफी अच्छे बना लेते हो ! मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं

मैं- नहीं, मैं सच कह रहा हूँ !

सविता भाभी- चलो आज मेरे हाथ का खाना खाओगे तुम ! ( मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं )

मैं- नहीं भाभी !

सविता भाभी- मुझे कुछ नहीं सुनना है ! अभी वो (सविता भाभी का पति अर्जुन मेरा लंगोटिया यार) होते तो तुम इन्कार करते क्या?

मैं- भाभी ऐसी बात नहीं है।

सविता भाभी(रोते हुए)- तुम भी यही समझते हो ना कि मैंने उनकी जान ली है।

मैं- भाभी, रोओ मत ! मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा, फिर तुम क्यों अपने आप को कोसती हो?

असलियत क्या थी? यह सिर्फ मैं जानता था कि अर्जुन ने खुदख़ुशी क्यों की थी।

भाभी के बहुत मनाने पर मैं भाभी के साथ घर जाने के लिए राजी हो गया। मैं यह भी जानता था कि भाभी बहुत जिद्दी है, वो मुझे अपने घर ले जा कर ही रहेगी।

मैं भाभी के साथ कार में बैठ गया और भाभी कार चला रही थी क्योंकि उसे साथ ड्राइविंग बहुत पसंद थी, मैं शांत बैठा था !

सविता भाभी ने बात शुरू की।

सविता भाभी- धर्मेन्द्र  यह बताओ कि तुम से तो अर्जुन कभी कोई बात नहीं छुपाता था ना? ( हिंदी सेक्स स्टोरी – मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं )

मैं- नहीं ! हम दोनों में कोई भी बात राज नहीं रहती थी !

सविता भाभी- आप दोनों को नॉन-वेज बहुत पसंद था ना ?

मैं- हाँ ! ( इंडियन सेक्स स्टोरी – मेरे दोस्त की बीवी की वफ़ा या हवस – दुनिया में औरतें कैसी कैसी होती हैं)

सविता भाभी- दिल्ली में अभी कब तक हो?

मैं- कल दोपहर तक हूँ !

सविता भाभी- यहाँ पर कहाँ रुके हो?

मैं- होटल कनक में !

सविता भाभी मुझे बोली के उन्हें सेक्स करना है तो मैंने बोला के भाभी जी में तो कब से आप को अपनी रंडी बनाने के सपने देख रहा हु फिर हम दोनों सेक्स करने के लिये होटल में मेरे रूम में चले गए. तब तक हम दोनों को 12 बज चुके थे. यहाँ भी देखे >> सविता भाभी को चोद चोदकर उनकी चूत फाड़ी और माँ बना डाला फिर मैंने पूछा कि आपने मेरे दोस्त के मरने के बाद कितनी बार सेक्स करा है तो भाभी ने बोला के उनके मरने के बाद अभी तक एक भी बार सेक्स नहीं करा तुम पहले मर्द हो जिसे देखते ही मुझे चुदाई करवाने का मन हुआ और मैंने तुम्हे साफ साफ बोल दिया.

फिर मैंने भाभी से बोला के चलो बाकी बात कल करते है अभी तो सेक्स करते है. मैंने अंदर जाते ही सविता भाभी को उठा लिया और बेड पर गिराकर उसके ऊपर आ गया और किस चालू कर दिए, मेरे दोस्त की बीवी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर धीरे धीरे उसकी मेक्सी को ऊपर करके उसकी कोमल जांघो को सहला रहा था और हमारा किस तो ऐसा चल रहा था कि बस हम एक दूसरे में खा जाएगें, उसके किस करने से मुझे लगा कि उसने भी मेरी तरह बहुत टाईम से सेक्स नहीं किया है.

अब में थोड़ा नीचे आया और उसकी जांघ पर किस करने लगा और मेरा एक हाथ सविता भाभी की चूत को पेंटी के ऊपर से घिस रहा था. मेरे दोस्त की बीवी आखें बंद करके मेरी हर एक हरकतो का मज़ा ले रही थी. फिर में उसके ऊपर से हटा और उठ गया और में केवल अंडरवियर में आ गया. >> रंडी चोदते हुए पकड़ा भाभी ने घर पर लाकर उसको चोदता था मेरा लंड इस हाल में था कि बस अब माल बाहर निकाल ही देगा तो सविता भाभी ने मुझे अंडरवियर में ऊपर से नीचे तक देखा और उसने भी खड़ी होकर अपनी मेक्सी को निकाल दिया. वाह क्या मस्त बूब्स थे और उसके खड़े हुए निप्पल आआआआअहह मेरी तो बस जान निकल रही थी और मेरे दोस्त की बीवी केवल पेंटी में थी और सविता भाभी पास आकर मुझसे चिपक गयी, तब मैंने उसके बाल खोल दिए और जो हम दोनों के अंदर गर्मी थी, उसके कारण हम दोनों ज़्यादा देर चिपक ना सके, अब मेरे दोस्त की बीवी मुझसे बोलती है कि धर्मेन्द्र क्या बॉडी है तेरी? तो में बोला कि तुम भी कोई कम नहीं हो, यह देखो मेरे इसकी हालत को, अब इसको सम्भालो.

फिर उसने अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड को पकड़ लिया और हल्के से हिलाने लगी और मेरी छाती को किस कर रही थी, क्या लग रहा था? अब मेरे दोस्त की बीवी धीरे से नीचे बैठी और मेरे अंडरवियर को निकाल दिया और मेरे लंड को देखकर बोली कि मुझे एकदम सही अंदाज था कि यह ऐसा ही निकलेगा एकदम मोटा, लंबा और उसने मेरे लंड को किस किया तो मेरे लंड ने भी झटका देकर उसकी चूत को सलामी दे दी, लेकिन अब सविता भाभी रुकी नहीं और उसको अपने होंठो से बहुत प्यार किया. गजब की तड़प थी यार उसमे, मेरे दोस्त की बीवी उसे कभी धीरे तो कभी तेज़ी से चूसने लगी. मेरी तो बस जान ही नहीं निकली और अब मुझसे तो नहीं रुका गया और मैंने सविता भाभी को बिस्तर पर लेटा दिया और उसके पैर चूमते हुए चूत तक पहुंच गया और उसकी पेंटी को निकाल दिया. उसकी छोटी सी कम चुदी हुई चूत थी, बिल्कुल गुलाबी सी.

फिर मैंने अपना मुहं चूत पर रखा और चूसने लगा. मेरे दोस्त की बीवी सिसकियाँ लेने लगी और अपनी चूत को उठा उठाकर मुझसे चुसवाने लगी, लेकिन मैंने कुछ ही देर तक चूसा और इतने में मेरे दोस्त की बीवी झड़ गई और अब में ऊपर आया और उसके बूब्स को दबाने सहलाने लगा. फिर मेरे दोस्त की बीवी बोली कि जान और दबाओ हाँ और ज़ोर से, इनका सारा रस पी लो और फिर मैंने वैसा ही किया और फिर से सविता भाभी को तैयार किया, सविता भाभी के बूब्स ऐसे थे कि किसी को भी जोश में ला दे. फिर मैंने सविता भाभी की कमर के नीचे एक तकिया लगाया और लंड को चूत पर रखा और एक हल्का सा धक्का दिया तो सविता भाभी बोली कि थोड़ा प्यार से जान, लंड मेरी चूत में बहुत कम अंदर गया है.

फिर मैंने एक झटका दिया और 4 इंच तक लंड को अंदर घुसा दिया, सविता भाभी उईईईईइ माँ अह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ धीरे बोला ना, लेकिन में नहीं रुका और एक तेज झटका दिया और पूरा लंड फिट हो गया. फिर मेरे दोस्त की बीवी ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी, आउुुुऊकचह माँ मर गई धर्मेन्द्र आह्ह्ह्हहहह उसके थोड़े आंसू भी निकल आए, लेकिन मेरे दोस्त की बीवी कुछ देर में ठीक हुई और मैंने नीचे से तकिया निकाल दिया और उसके ऊपर आकर किस करते हुए चुदाई करने लगा, मेरे दोस्त की बीवी भी मज़े से मेरे लंड को अंदर ले रही थी.

दोस्तों वाकई में उसकी चूत बहुत टाईट थी और अब में पूरे ज़ोर से, तेज तो कभी धीरे धीरे चुदाई करता रहा और अब मेरे दोस्त की बीवी झड़ने वाली थी तो उसने मेरी कमर पर अपने दोनों पैरों से कैंची मारी और बोली कि जान और तेज करो. फिर मैंने अपनी स्पीड बड़ाई और तेज धक्के मारने लगा और कुछ ही पल में मेरे दोस्त की बीवी बोली कि अब बस में जाने वाली हूँ तो में रुका और लंड को बाहर खींचकर तेज झटका दिया और उसका आआहहहहहह के साथ गरम पानी मेरे लंड को महसूस हुआ और जब मैंने सविता भाभी के चेहरे को देखा तो मेरे दोस्त की बीवी बहुत ठीक लग रही थी, लेकिन में झड़ा नहीं था. फिर मैंने सविता भाभी को किस करना चालू किया और धीरे धीरे धक्के मारकर फिर से गरम किया. अब हमारी चुदाई बहुत धीरे चल रही थी और मज़ा ज़्यादा आ रहा था.

फिर मेरे दोस्त की बीवी बस उसी में मुझे किस करने लगी और सविता भाभी मेरे ऊपर आ गयी, अब मेरे दोस्त की बीवी स्माईल देती हुई मेरे लंड पर कूदने लगी. >> जिगोलो और रंडी राधा भाभी की चूत की खुजली खूब चुदाई करवाई आआहह क्या पूरा लंड जड़ तक घुस रहा था और थोड़ी देर कूदने के बाद मेरे दोस्त की बीवी रुककर मुझे किस करने लगी, लेकिन में नहीं रुका नीचे से झटके देने लगा, बस अब मेरा भी झड़ने का टाईम था. फिर मैंने सविता भाभी से बोला कि जान में झड़ने वाला हूँ तो मेरे दोस्त की बीवी बोली कि मेरे ऊपर आ जाओ और पूरा वीर्य चूत के अंदर ही डालना और अब मैंने फिर ऊपर होकर एक साथ ही लंड अंदर उतारकर ताबड़तोड़ धक्कों के साथ चोदने लगा, मुझे उस वक़्त ना जाने क्या हो गया था? कुछ नहीं पता, लेकिन उस आखरी चुदाई के टाईम मुझे सविता भाभी की हल्की हल्की चीख सुनाई दे रही थी और में उसकी चूत में लगातार 40 मिनट की चुदाई का माल छोड़कर गिरा रहा और अब हम ऐसे ही रहे और लेटे रहे.

थोड़ी देर बाद सविता भाभी बोली कि धर्मेन्द्र तुमको क्या हो गया था? मुझे बाद में कितना दर्द हुआ? तो मैंने बोला कि यार सॉरी, तो मेरे दोस्त की बीवी बोली सॉरी किस लिए? मुझे उसमे भी मज़ा आ रहा था और तुमने तो आज मेरी ऐसी प्यास बुझाई है कि में कभी भी नहीं भूल सकती. फिर में बोला कि जानेमन अभी तो और भी बाकी है. फिर हम एक बार और चुदाई में लग गये. >> भाभी की देसी चुत को वायब्रेट करीये – भाभी के साथ सेक्स करेने के लिये

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