बेहोश करके आंटी की चूत और गांड को चोदा हिंदी सेक्स स्टोरी
दोस्तों मेरा नाम धर्मेन्द्र और मेरी यह हिंदी सेक्स स्टोरी जिसका नाम है “बेहोश करके आंटी की चूत और गांड को चोदा हिंदी सेक्स स्टोरी ” मेरी और एक 50 साल की औरत की चुदाई की सच्ची घटना है, मेरे घर से थोड़ी दूर पर एक 50 साल की बहुत हॉट और सेक्सी आंटी रहती है, उनका नाम संगीता है, उनके मोटे मोटे बूब्स 38 साईज के होंगे, उनकी बहार की और निलकी गोल मटोल गांड बहुत ही शानदार दिखती है, वो दिखने में 35-36 साल की रंडी की जैसी लगती है, उन्हें देखने से किसी का भी मन उन्हें चोदने का करे और किसी के भी लंड का माल उन्हें देखते ही बाहर गिर जाए। वो बहुत ही सुन्दर है. यहाँ भी देखे >> आंटी की चूत का भोसड़ा बनाने का मजा -1 सेक्स स्टोरी हिंदी में
एक दिन में जॉगिंग कर रहा था, तभी सेक्सी संगीता आंटी मार्केट जा रही थी तो पीछे से एक रिक्शे वाले ने आंटी के हाथ पर धक्का मार दिया तो आंटी को खरोच आ गयी और उन्हें पैर में भी चोट लग गयी थी। फिर में दौड़कर गया और उन्हें उठाया फिर मैंने आंटी से पूछा कि आपका घर कहाँ है? तो सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने कहा कि यहीं बगल वाले अपार्टमेंट में है, में चली जाउंगी। तो मैंने कहा कि चलिए में आपको छोड़ देता हूँ।
सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने कहा कि आप क्यों तकलीफ़ करते हो? जाओ तुम जॉगिंग करो, तो मैंने कहा कि ठीक है। फिर ऐसे ही 1 हफ्ता गुजर गया, अब में उनको हर दिन देखता और एक स्माइल देता, तो वो भी मेरा रेस्पॉन्स देती थी। फिर एक दिन में अपनी बाइक लेकर सुबह 10 बजे आ रहा था तो मैंने देखा कि आंटी बहुत समान लिए आ रही थी।
फिर में रुका और आंटी से कहा कि आंटी लाओ, में आपकी मदद कर देता हूँ। तो आंटी ने कहा कि नहीं ठीक है। तो मैंने कहा कि ठीक है आप पैदल आओ और मुझे अपने बैग दे दो, तो में आपके घर के पास लेकर जाता हूँ। फिर सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने कुछ सोचा और कहा कि ठीक है बेटा ले लो, में अभी भी आंटी को ग़लत नज़र से नहीं देख रहा था। फिर आंटी आई और मुझसे अपने बैग लिए और कहा कि थैंक यू बेटा, तो मैंने कहा कि ठीक है आंटी। यहाँ भी देखे >> पुष्पा आंटी की चूत चोदने की ख्वाहिस Desi Sex Kahani in Hindi- देसी कहानी हिंदी में
फिर सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने कहा कि बेटा ज़रा सामान प्लीज़ घर तक पहुँचा दो, मुझे सीढ़ियाँ चढ़ने में तकलीफ़ होगी। तो मैंने कहा कि हाँ क्यों नहीं आंटी? फिर में आंटी के फ्लोर पर गया और फिर उनके घर के अंदर चला गया, वाउ यार क्या मस्त फ्लेट और रूम था? वो एकदम मस्त बंगला था। फिर मैंने आंटी के ड्राइंग रूम में सब सामान रख दिया। फिर आंटी ने कहा कि बैठो बेटा पानी पीकर जाना, तो मैंने कहा कि नहीं आंटी रहने दीजिए। तो आंटी ने कहा कि नहीं बैठो, में अभी आती हूँ। फिर आंटी कोल्डड्रिंक लेकर आई। फिर मैंने कहा कि आंटी क्यों तकलीफ़ की? तो आंटी बोली कोई बात नहीं बेटा। मैंने कहा कि आंटी आपके घर में कौन-कौन है?
आंटी ने कहा कि मेरे पति का 2 साल पहले निधन हो गया है। मेरे एक लड़का और एक लड़की है, मेरा लड़का बाहर जॉब करता है और लड़की की पिछले साल शादी हुई है। फिर मैंने कहा कि ठीक है आंटी, अब में चलता हूँ। फिर आंटी ने कहा कि तुम्हारा नाम क्या है? तो मैंने उन्हें अपना नाम बताया और वहाँ से चला गया।
फिर 2 दिन बाद अचानक से एक शाम को मैंने देखा कि आंटी बाहर खड़ी थी। फिर में उनके पास गया और पूछा कि क्या हुआ आंटी? तो आंटी ने कहा कि देखो ना धर्मेन्द्र किचन की लाईट बंद हो गयी है, अब में किसको बोलू? कुछ समझ में नहीं आ रहा है। तो मैंने कहा कि चलो में देख लेता हूँ, फिर में गया और वहाँ टूयूब लाईट लगी थी जो मैंने चेंज कर दी और कहा कि लो आंटी हो गयी ना। आंटी खुश हो गयी और बोली कि आज तुम नहीं होते, तो में किचन में खाना नहीं बना पाती। फिर हम सोफे पर बैठे और बातें करने लगे। फिर अचानक से मेरी नज़र आंटी के क्लीवेज पर पड़ी, उफ क्या गोरे-गोरे, बड़े बड़े बूब्स थे। अब मेरा लंड खड़ा हो गया था और सोचने लगा कि उनको झट से नीचे सुलाकर चोद दूँ। यहाँ भी देखे >> आंटी की गांड चाट कर चूत में लंड डाला Hindi Sex Kahaniya अब यह सब देखकर मेरी नियत खराब हो गयी थी। फिर मैंने सोचा कि क्यों ना आज ही चोद दूँ? आंटी भी अकेले रहती है, लेकिन कैसे कोई आइडिया भी नहीं आ रहा था।
फिर मैंने कहा कि आंटी में चलता हूँ, तो आंटी ने कहा कि थोड़ी देर रूको। तो मैंने कहा कि ठीक है आंटी, मुझे एक काम है में वो करके आता हूँ, आप तब तक खाना बना लो। तो सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने कहा कि ठीक है बेटा। फिर में अपने घर गया और मेरे घरवालो को इमर्जेन्सी दिखाई और कहा कि मेरे दोस्त के पापा को अटैक आया है, तो में रात को नहीं आ पाउँगा और कल सुबह तक आ जाऊंगा। तो मेरी माँ ने कहा कि ठीक है। फिर में दौड़कर मेरे दोस्त की दवा की दुकान पर गया।
फिर मैंने अपने दोस्त को कहा कि भाई एक माल को चोदना है, कोई क्लोरोफोम दे। तो उसने कहा कि भाई क्लोरोफोम तो नहीं है, लेकिन एक दवा है, लेकिन 1 घंटे के बाद असर अच्छे से होगा। फिर मेरे दोस्त ने कहा कि इसकी क्या ज़रूरत है? तो मैंने कहा कि भाई वो किसी और की माल है तो में उसे ये देकर चोदना चाहता हूँ, क्योंकि वो ऐसे मुझे अपनी चूत नहीं देगी। तो मेरे दोस्त ने मुझे वो दवा दी, फिर मैंने वो दवा ली और मेरे दोस्त को कहा कि कल में तुझे पार्टी दूँगा, तो उसने हंसकर कहा कि भाई ठीक है।
फिर में आंटी के यहाँ पहुँचा, जब शाम के Eight बज रहे थे। फिर आंटी ने दरवाजा खोला और बोली कि कहाँ गये थे? तो मैंने कहा कि एक काम था आंटी। फिर में आंटी के पीछे-पीछे किचन में गया, अब आंटी सब्जी बना रही थी। फिर मैंने कहा कि आंटी कोल्डड्रिंक नहीं है, तो आंटी ने कहा कि फ्रीज़ में है निकाल लो। तो में झट से गया और दो गिलास में कोल्डड्रिंक निकाली और आंटी के गिलास में four ड्रॉप डालकर कोल्डड्रिंक लेकर गया, तो आंटी ने कोल्डड्रिंक पीने से मना किया। तो मैंने कहा कि प्लीज पी लो, तो फिर आंटी ने कोल्डड्रिंक पी ली।
अब मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, अब में आंटी से इधर उधर की बातें करने लगा था। फिर करीब आधे घंटे के बाद आंटी ने कहा कि मेरा सिर घूम रहा है। तो मैंने कहा कि क्या हुआ आंटी? तो आंटी बोली कि कुछ नहीं अचानक से चक्कर आ रहे है। तो मैंने कहा कि चलो आप इधर आओ, फिर में आंटी को लेकर उनके बेड पर गया और उन्हें कहा कि आप थोड़ा आराम करो। फिर में किचन में गया और गैस बंद की और सब डोर लॉक किए और सारी लाइट्स ऑफ कर दी।
मैंने आंटी के दोनों दूध से भरे बूब्स प्रेस किए, तो अब आंटी का कोई रिएक्शन नहीं था
फिर में आंटी के पास गया तो मैंने देखा कि आंटी सो रही थी। फिर मैंने उन्हें हिलाया तो सेक्सी दूध से भरे बूब्स वाली संगीता आंटी ने नशे की हालत में सिर्फ़ हम्मम्म किया। फिर मैंने आंटी के दोनों दूध से भरे बूब्स प्रेस किए, तो अब आंटी का कोई रिएक्शन नहीं था। अब में बहुत खुश हुआ, फिर मैंने अपने पूरे कपड़े खोल दिए। फिर मैंने आंटी की साड़ी को ऊपर किया और आंटी की पेंटी को नीचे उतार दिया, वाउ क्या मोटी-मोटी चूत थी और उस पर बाल भी थे। लेकिन मैंने नोटीस किया कि आंटी की चूत पर पूरा माल लगा था, जैसे किसी ने उनकी चूत को चोदकर अपना माल उनकी चूत के ऊपर ही निकाल दिया हो। फिर मैंने उनकी चूत को 5 मिनट तक सूँघा, क्या महक थी? फिर मैंने उनकी चूत को दोनों साईड से फैलाया और चाटा, उफ क्या बोलूं दोस्तो? उनकी चूत का स्वाद एकदम नमकीन था। फिर करीब 10-15 मिनट तक में उनकी चूत को चाटता रहा। फिर मैंने आंटी का ब्लाउज खोला, लेकिन उनके बूब्स ब्रा में थे।
फिर मैंने बेहोश आंटी को पीछे करके उनका ब्लाउज और ब्रा उतार दिया और उनके बूब्स को चूसने लगा, ब्लेक निपल और बड़े-बड़े, गोरे-गोरे बूब्स में उफफफ्फ़ उफ़फ्फ़ क्या मज़ा था? फिर मैंने उनके बूब्स को खूब पीया। फिर मैंने बेहोश आंटी के होंठ को पकड़कर खूब चूसा, अब मेरा लंड बोल रहा था कि भाई अब चूत में डाल दे। तो मैंने बेहोश आंटी को पूरा नंगा कर दिया और उनके सारे कपड़े नीचे फेंक दिए। अब चुदाई की बारी आई, फिर मैंने बेहोश आंटी के दोनों पैर फैला दिए और अपना 6 इंच का लंड बेहोश आंटी की चूत पर रखा और धक्का देने लगा, लेकिन साला मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था, फिर मैंने अपनी 2 उंगलियाँ घुसाकर खूब ज़ोर जोर से अंदर बाहर किया, तो अब मेरी उंगलियाँ गीली हो गयी थी। फिर मैंने उनकी चूत पूरी फैलाई और अपना लंड पेला, तो मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया, लेकिन पूरा अंदर नहीं जा रहा था। फिर मैंने 7-Eight बार धक्का मारा तो मेरा लंड अंदर चला गया और बेहोश आंटी की नींद में आवाज़ आई अहहाहा सस्शहू और फिर चुप हो गयी।
में बेहोश बेहोश आंटी को कुत्ते की तरह नोच रहा था और उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से पी रहा था
फिर मैंने बेहोश आंटी को फिर से चोदना चालू किया गप गप गप गप गप गप आहा क्या मज़ा आ रहा था? अब बेहोश आंटी की चूत गीली थी और मेरा लंड बेहोश आंटी के माल से गीला होकर गप गप चुदाई कर रहा था। अब में बेहोश बेहोश आंटी को कुत्ते की तरह नोच रहा था और उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से पी रहा था। फिर करीब 30 मिनट के बाद मेरा रस स्पीड से निकलकर बेहोश आंटी की चूत में चला गया। अब में आई लव यू बोलता रहा और उनका होंठ चूसता रहा। अब मेरा सारा माल बेहोश आंटी की चूत में गिर गया था और फिर में बेहोश आंटी के ऊपर ही गिर गया।
अब करीब रात के 10 बज रहे थे, फिर में उठा और बेहोश आंटी को पूरा नंगा देख रहा था। तभी मेरा लंड बोला कि फिर से चोद दे, तो मैंने बेहोश आंटी को पीछे घुमाया क्या बड़ी गांड थी उनकी? फिर मैंने उनके पूरे बदन पर किस किया, चाटा और फिर अपने दोनों हाथों से बेहोश आंटी की गांड को फैलाया और उनकी गांड के छेद में अपनी जीभ लगाकर चाटा, वाह अब मुझे क्या मज़ा आ रहा था? फिर करीब 10 मिनट तक उनकी गांड चाटने के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था।
बहुत ज़ोर लगाने के बाद मेरा लंड आधा उनकी गांड के अंदर चला गया
फिर मैंने बेहोश आंटी की गांड को फैलाया और अपना लंड उनकी गांड के छेद पर रखकर अपने लंड से एक धक्का दिया, लेकिन मेरा लंड उनकी गांड में नहीं घुस रहा था। फिर में उठा और बाथरूम की तरफ गया और वहाँ से अपने हाथ में पूरा शैम्पू ढाला और फिर बेहोश आंटी के पास गया और अपने लंड पर थोड़ा शैम्पू लगाया और फिर बेहोश आंटी की गांड के छेद पर अपना लंड रख दिया। फिर मैंने अपने लंड को पेला और पेलने लगा और बहुत ज़ोर लगाने के बाद मेरा लंड आधा उनकी गांड के अंदर चला गया। फिर मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा तो मेरा लंड पूरा उनकी गांड के अंदर चला गया और बेहोश आंटी हल्की सी चीखी अहहाहा। फिर मैंने बेहोश आंटी की गांड को गप गप चोदना चालू किया, ऊूउउफ्फ क्या मज़ा आ रहा था? फिर करीब 15 मिनट के बाद मेरा माल निकलने वाला था। तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और अपने हाथों से खूब ज़ोर-ज़ोर से हिलाया और बेहोश आंटी की गांड के छेद में अपना पूरा माल गिरा दिया और अपने पूरे लंड से रगड़ा तो मुझे थोड़ा टाइयर्ड महसूस होने लगा।
संगीता आंटी जी रोने लगी और बोली कि तुम मेरे बेटे की उम्र के हो तुम्हें ये सब अपनी उम्र की लड़की के साथ करना चाहिए था…
फिर में संगीता आंटी जी को पकड़कर सो गया और मुझे कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला। फिर सुबह हो गयी, अब सुबह के 9 बज रहे थे और फिर मैंने देखा तो संगीता आंटी जी सो रही थी। फिर में छुपके से उठा और अपने कपड़े पहने लगा, तो तभी संगीता आंटी जी भी उठ गयी और मुझे और अपने आपको नंगा देखा और कहा कि धर्मेन्द्र बेटा क्या ये सब तुमने सही किया? फिर मैंने कहा कि संगीता आंटी जी मैंने आपके बूब्स देख लिए थे तो में आपके साथ सेक्स करने के लिए पागल हो गया था, इसलिए मैंने आपको नींद की दवा दी।
अब संगीता आंटी जी रोने लगी और बोली कि तुम मेरे बेटे की उम्र के हो तुम्हें ये सब अपनी उम्र की लड़की के साथ करना चाहिए था उनकी यह बात सुन कर मैंने अपना सिर नीचे करके अपने कपड़े पहने। मैंने देखा कि संगीता आंटी जी की चूत से खून बह रहा था और बेड पर खून ही खून हो गया था। उस 50 साल की औरत ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होता की इस उम्र में भी भला कोई उसका बलात्कार कर सकता है. यहाँ भी देखे >> आंटी की चूत का भोसड़ा बनाया आंटी ने पूरा लंड आपने मुहं में डाला और उसे एक भूखी शेरनी की तरह चूसने लगी
संगीता आंटी जोर जोर से रो रही थी और बोल रही थी की बेटा तुमने मेरे साथ जबरदस्ती सेक्स क्यों करा में तो तुम्हारी माँ की उम्र की थी… फिर सेक्सी आंटी ने रोते हुए कहा कि आज के बाद बेटा तुम मेरे घर पर कभी नहीं आना और ना ही मुझसे बात करना जाओ यहाँ से, तुमने मेरा जबरदस्ती सेक्स किया वो भी 50 साल की औरत का, जाकर डूब मरो कहीं… धन्यवाद …