मामी को लंड चूसा के मुठ निगलवाया- मैंने मामी की ब्रा खोली और उसके बड़े मम्मे दबाने लगा. मामी मेरे लौड़े को हिला रही थी

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मेरी मामी मेरे लंड की दीवानी थी
मेरे मामा कुलदीप सिहं एक बड़े जमीनदार थे. लेकिन बहुत कम लोगो को पता था की इतना बड़ा जमीनदार होने के बावजूद वो एक गे था. फेमिली के दबाव के चलते उसने गाँव की ही एक सेक्सी लड़की से शादी तो की थी लेकिन लंड में इतनी शक्ति नहीं थी उसके की मेरी नई मामी गायत्री को वो खुश रख सके. वैसे मामी भी बेन्चोद ही थी, पूरा गाँव जानता था की मामा गे है फिर उस से शादी क्यूँ की. शायद वो लोग पैसे के लिए इस शादी के लिए तैयार हो गए थे. मेरे पिताजी के देहांत के बाद माँ और मैं हम दोनों भी मामा की हवेली में रहने लगे थे. मामी पहले तो मेरे से अच्छा बर्ताव करती थी लेकिन फिर उसकी मचलती चूत के लिए उसने मुझे पटा लिया. वो आये दिनों मेरे लौड़े से खेलती थी और जब चांस मिल जाए इस लंड को अपनी चूत में भर के खुशियां समेट लेती थी. उस दिन का वाकिया लेकिन अलग था, उस दिन तो मैंने मामी को चोदने के बाद मुहं में मेरा लंड ठूंस के वीर्य पिलाया था. आइये आप को बताऊँ की उस दिन क्या हुआ था.
हवेली में मामी मैं और नौकर ही थे
उस दिन मेरी माँ के एक नजदीकी रिश्तेदार के घर शादी थी इसलिए मामा और मेरी माँ उस शादी में गए थे. हवेली पे मैं और मामी ही थे. मामा के घर में कुछ 3 नौकर थे. मामी बहुत चालाक थी उसने देखा की आज चांस अच्छा हैं इसलिए उसने तुरंत सभी नौकर को खेत में एक काम के लिए भेज दिया. काम भी एक घंटे का था इसलिए एक घंटे तक हम दोनों ही हवेली में थे, बिलकुल अकेले. मैं अपने कमरे में बैठा हिंदी सेक्स की विडिओ अपने मोबाइल में देख रहा था. इस विडिओ में एक लड़की को लंड चुसाने के बाद वीर्य पिता दिखाई गई थी. मैं भी मनोमन सोच रहा था की क्यूँ ना मामी के मुहं में वीर्य भरा जाए. मामी मेरे कमरे में आई और मैंने उसको अपने पास बिठाया. हम दोनों विडिओ देखने लगे. मामी ने तभी मेरे लंड के ऊपर हाथ रख दिया और उसे मरोड़ने लगे. मैंने अपनी ज़िप खोल दी और मामी ने लंड को हाथ में लेके मसलना चालू कर दिया. मामी के होंठ मेरे पास ही थे. मैंने उसके होंठो से अपने होंठ लगा दिए और उसे लंबी किस दे दी. मामी की साँसे फूली थी और वो चुदाई के लिए बिलकुल तैयार थी. मैं खड़ा हुआ और अपनी पेंट निकाली. मामी भी खड़ी हुई और उसने अपने कपडे उतारना चालू कर दिया. उसकी हलके कलर की ब्रा में मामी बहुत सेक्सी ;लग रही थी. मामी निचे के कपडे भी उतारने वाली थी लेकिन मैं उसका हाथ पकड़ के उसे निचे बिठा दिया. मुझे आज सिर्फ मामी को लौड़ा मुहं में देना था.
मामी के साथ मस्त मुखमैथुन
मामी भी समझ गई की मेरा इरादा क्या था, क्यूंकि विडिओ उसने भी देखा था. मैंने मामी की ब्रा खोली और उसके बड़े मम्मे दबाने लगा. मामी मेरे लौड़े को हिला रही थी. मेरा लौड़ा पूरा खिल चूका था. मामी का मुहं मैंने धीरे से लौड़े के आगे किया. फिर तो कुछ कहने की जरुरत थी ही नहीं. मामी ने सीधे अपने मुहं को खोला और पूरा के पूरा लंड अंदर भर लिया. वो लंड को अंदर ले के उसके गोलों को दबा रही थी. मुझे बहुत ही मजा आ रहा था क्यूंकि मामी के मुहं में आज तक मैंने कभी दिया नहीं था. मैंने उसकी चुदाई तो कितनी बार ही की थी लेकिन सच में मैंने इन हसीन लम्हों को कैसे गवां दिया…! मामी मस्त तरीके से लौड़े को चूस रही थी. मैं आश्चर्यचकित था की 8 इंच का लंड मामी के मुहं में कैसे समा गया था. मामी का मुहं लौड़े के ऊपर आगे पीछे हो रहा था और वो मेरी जांघो को भी साथ में सहला रही थी. मेरे दिल में एक कसक सी उठी थी क्यूंकि मामी के मुहं में एक अजब ही मजा था. मैंने मामी के माथे को पीछे से पकड़ा और बिलकुल विडिओ में दिखाए गए तरीके से उसके मुहं में फचफच लौड़े के झटके देने लगा. मेरा पूरा के पूरा लौड़ा मामी के मुहं के अंदर बहार होने लगा था. लौड़े के ऊपर से मामी के थूंक की धार टपक रही थी जो मेरी उत्तेजना को और भी बढ़ा रही थी. मामी के मुहं में अपने लौड़े से 2 मिनिट तक उसी स्पीड से चोदता रहा और मामी ने भी जैसे की आत्मसमर्पण कर दिया हो वो खुले मुहं में मेरे लौड़े के झटके पेलवा रही थी.
लंड की मलाई मामी को चटाई
मेरे झटको को स्पीड और भी तेज होने लगी थी और मामी वही मस्ती से लंड को चुसे जा रही थी. मैंने मामी के मुहं को कस के जकड़ रखा था और वो कहीं जा भी तो नहीं सकती थी. मेरे झटके एक ही स्पीड से आगे पीछे हो रहे थे. तभी मुझे लगा की अब मेरा अंत नजदीक हैं, मैंने अपने लौड़े को झटके देना बंध कर दिए और बिलकुल हलके हलके से मामी के मुहं में चलाने लगा. मामी के जान में भी जान आई और उसने मेरे लौड़े को अब मुहं से निकाला और हाथ में ले लिया. मामी लंड को अब हाथ से मसल रही थी. लौड़े के ऊपर खूब सारी चिकनाहट होने की वजह से मुझे उसका हिलाना बहुत मजा दे रहा था. तभी मेरे लौड़े इ पिचकारी निकलने का वक्त आ गया. मैंने मामी के माथे को पकड़ के सीधे उसके मुहं में लौड़ा भर दिया. मामी ने जैसे ही जबान को हिलाई उसके मुहं में वीर्य की धार भर गई और कुछ बुँदे उसके होंठो की साइड से बहार भी आने लगी. मामी के मुहं से मैंने लौड़ा निकाला ही नहीं. मामी मेरे वीर्य को अंदर गटकने लगी. मुझे यह देख के आश्चर्य हुआ की मामी सभी वीर्य पी गई थी. मैंने लंड को जब बहार निकाला तो मामी मेरे लौड़े के ऊपर चिपके बाकी के वीर्य की बूंदों को भी अपनी जबान से चाट गई.