कभी सोचा भी नहीं था

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प्रेषक : विशु …

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विशु है, और में फिर से आपके लिए एक स्टोरी लेकर आया हूँ। में दिल्ली का रहने वाला हूँ मेरे बारे में तो आप जानते ही है, लेकिन फिर भी एक बार बता देता हूँ, में शादीशुदा लड़का हूँ, एवरेज बॉडी, फेयर कलर, ब्राउन आँखे, हाईट 5 फुट Eleven इंच, लंड 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। तो दोस्तों अगर आपको मेरी स्टोरी पसंद आए तो रिप्लाई ज़रूर करना और हाँ इस स्टोरी को तसल्ली से पढ़ना, तो अब में आपको अपनी स्टोरी हिंदी में बताता हूँ। ये बात अभी कुछ ही महीनों पहले की है, में अपनी बेटी को अपनी टू व्हीलर गाड़ी से सुबह eight बजे मॉर्निंग में स्कूल ड्रॉप करने जाता था। मुझे हर रोज़ एक लड़की दिखती थी, जो साड़ी पहनकर रिक्शे में जाती थी और हम दोनों की एक दूसरे से रोज़ नज़र मिलती थी, क्योंकि उसका ऑफीस टाईम भी वही था और वो मेट्रो से जाती थी। शुरुवात में हम दोनों ने ध्यान नही दिया, बस एक दूसरे को देखते और नज़र हटा लेते, और एक दूसरे को क्रॉस करके चले जाते। एक दिन में मॉर्निंग में अपनी बेटी को स्कूल ड्रॉप करने अपनी टू व्हीलर गाड़ी से जा रहा था कि मेरी टू व्हीलर गाड़ी का पट्रोल ख़त्म हो गया। अब मेरी बेटी स्कूल के लिए लेट भी हो रही थी तो मुझे एक रिक्शेवाला दिखा, मैंने उसे बुलाया और उससे पूछा कि भैया चलोगें, इतने में वो लड़की भी वहाँ आ गयी और आकर उस रिक्शे में बैठ गयी। उसने मेरी तरफ ध्यान ही नही दिया, लेकिन वो जैसे ही रिक्शे में बैठी, उसने देखा कि में अपनी बेटी के साथ खड़ा हुआ था और जब वो बैठ गयी तो में दूसरे रिक्शेवाले को ढूँढने लगा। इतने में मेरी बेटी ने उसके सामने कहा कि पापा में लेट हो रही हूँ, तो उसने ये बात सुन ली और उसने मुझसे कहा कि आप इस रिक्शे को ले लीजिए में दूसरा कर लूँगी। तो मैंने इट्स ओके कहा, लेकिन उसने कहा कि नही आपकी बेटी स्कूल के लिए लेट हो रही है में अगर ऑफीस थोड़ा लेट भी पहुँच जाउंगी तो कुछ नही होगा। फिर में उस रिक्शे को लेकर चला गया और मैंने अपनी बेटी को स्कूल छोड़कर अपनी टू व्हीलर गाड़ी में पेट्रोल डलवाया और वहाँ से सीधा घर आ गया। उसके बाद अगले दिन जब में अपनी बेटी को ड्रॉप करने जा रहा था, तब हम दोनों का फिर से आमना सामना हुआ और मैंने सिर्फ़ अपना हाथ हिलाकर उसे थैंक्स कहा, तो उसने भी एक प्यारी सी स्माइल दी और वेलकम कहा। फिर हम दोनों का रोज़ आमना सामना होता और हम एक दूसरे को स्माइल करते और चले जाते। एक दिन में अपनी बेटी को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था, तो मुझे वो आगे रिक्शे में जाते हुए नज़र आई, तो मैंने अपनी टू व्हीलर गाड़ी को उसके पीछे ही लगा लिया और बिना कुछ कहे उसके पीछे चलता रहा, उसे नही पता था कि में उसके पीछे हूँ।

उस दिन पहली बार मैंने उसे इतने पास से देखा था, दोस्तों वो बहुत ही गोरी थी, और उसका ब्लाउज बेक लेस था, उसकी फिगर क्या मस्त थी? उसकी चूचीयाँ ज़्यादा बड़ी नही तो छोटी भी नही थी वो बिल्कुल पर्फेक्ट थी। जब रिक्शा चल रहा था तो उसकी स्किन, बेक हिल रही थी, उसी से मैंने अंदाज़ा लगाया कि उसकी कितनी मस्त गांड होगी? में ये सब देखकर मदहोश हो रहा था। फिर इतने में ही सामने एक गली की क्रॉसिंग थी, वहाँ से एक गाड़ी वाला स्पीड में आया और रिक्शे और गाड़ी की टक्कर हो गयी, जिसमें रिक्शेवाले का आगे का पहिया मुड गया। उस गाड़ी में तीन लड़के बैठे हुए थे, फिर उनमें से एक लड़का उतरा और वो रिक्शेवाले को उसी के सामने गंदी गालियाँ देने लगा और जैसे ही उसने रिक्शेवाले को मारने के लिए हाथ उठाया तो मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, वहाँ मुझे बहुत लोग जानते थे इसलिए वो लोग भी बीच बचाव के लिए आ गये और वो लड़के वहाँ से चले गये। फिर मैंने रिक्शेवाले को कुछ पैसे दिए और कहा कि आप अपना पहिया ठीक करवा लो। अब वो लड़की ऑफीस के लिए लेट हो रही थी, फिर वो दूसरा रिक्शे ढूंढने लगी। फिर में उसके पास गया और उससे पूछा कि अगर आपको कोई प्रोब्लम ना हो तो में आपको ड्रॉप कर दूँ, तो थोड़ी देर तक वो सोचती रही। फिर वो बिना कुछ कहे मेरी टू व्हीलर गाड़ी पर बैठ गयी और मैंने बिना कोई हैंड ब्रेक यूज़ किए उसे मेट्रो स्टेशन पर ड्रॉप कर दिया। फिर वो जब मेट्रो स्टेशन पर ऊतरी, तो उसने मुझे थैंक्स कहा, तो मैंने कहा कि थैंक्स किस चीज़ का एक बार आपने मेरी मदद की और एक बार मैंने आपकी मदद की तो हिसाब बराबर, तो वो हंस पड़ी और चली गयी। फिर कुछ दिन यू ही चलता रहा और हम दोनों एक दूसरे को देखकर सिर्फ़ मुस्कुराते और चले जाते। फिर एक दिन मुझे अपने ऑफीस जल्दी जाना था इसलिए में सुबह eight बजे मेट्रो स्टेशन चला गया और में मेट्रो के बाहर पहुँचा ही था कि वो भी रिक्शे से वहाँ पहुँच गयी और मेट्रो स्टेशन की सीढ़ियां चढ़ने लगी। फिर हम दोनों ने एक दूसरे को स्माइल दी और चढ़ने लगे, लेकिन हम दोनों ने एक दूसरे से कोई बात नही की थी।

फिर जब मेट्रो में एंट्री की बारी आई, तो मैंने उसके मुँह से ओह शीट सुना, तो मैंने पूछा क्या हुआ? तो उसने कहा कि वो अपना मेट्रो कार्ड घर भूल आई है और उसके पास मेट्रो का टोकन लेने के लिए पैसे भी नही है। फिर मैंने उससे पूछा कि कहाँ जाना है? टोकन में ले लेता हूँ, तो उसने मना कर दिया, तो मैंने कहा इट्स ओके कभी बाद में वापस कर देना, तो वो मान गयी और मैंने उसे मंडी हाउस का टोकन लेकर दे दिया और में भी मेट्रो में चढ़ गया। अब वो भी मेरे साथ उसी डिब्बे में आ गयी जिसमें में गया था और हम दोनों पास-पास खड़े हो गये। अब हम दोनों का चेहरा एक दूसरे के आमने सामने था, लेकिन अगले स्टेशन से इतनी भीड़ हो गयी कि हम दोनों एक दूसरे से बिल्कुल चिपक गये, अब उसकी चूचीयाँ मेरे सीने से चिपक रही थी, तो उसने थोड़ी देर में अपना चेहरा घुमा लिया। अब उसकी पीठ मेरे सामने थी और मेरा लंड उसकी गांड पर टच हो रहा था मगर मैंने उससे दूरी बनाना की बहुत कोशिश की और थोड़ी सी जगह भी बना ली थी। अब उसके चेहरे के सामने एक लड़का खड़ा था, अब वो उस भीड़ का फ़ायदा उठाने लगा और अपनी कोहनी से उसकी चूचीयाँ दबाने लगा। तो वो समझ गयी और पीछे होने लगी मगर उसके बीचमें में खड़ा था तो वो मुझसे ही आकर चिपक गयी। अब उसने अपना मुँह दुबारा से मेरी तरफ कर लिया और मैंने भी ध्यान नही दिया। फिर थोड़ी देर के बाद वो मुझसे पूछने लग गयी कि आप क्या करते है? तो मैंने बता दिया और हम दोनों ने एक दूसरे का नाम भी पूछा, तो उसने अपना नाम शैली बताया। फिर उसने मुझे अपनी जॉब के बारे में और फेमिली के बारे में सब कुछ बताया, वो भी शादीशुदा थी, लेकिन लगती नही थी क्योंकि एक तो वो ना ही सिंदूर लगाती थी और ना ही मंगलसूत्र पहनती थी। तो उसने बताया कि उसके पति ने उसे छोड़ दिया है, उसके एक बेटा है जो उसी के साथ रहता है। तो मैंने भी उसे अपने बारे में बताया और फिर हमारा स्टेशन आ गया और हम लोग बाहर आ गये। फिर वो बाहर आकर गालियाँ देने लगी, तो मैंने पूछा किसको गालियाँ दे रही हो? तो उसने कहा कि आदमी सारे कुत्ते होते है, तो मैंने पूछा क्यों? तो उसने कहा कि उन्हें सिर्फ़ मौका मिलना चाहिए कहीं नही छोड़ते। तो मैंने कहा कि तुम आराम से अपना चेहरा दूसरी तरफ कर सकते थे, लेकिन तुमने किया नही, तो वो कहने लगी कि तुम जानते थे कि वो आदमी क्या कर रहा है? तो मैंने कहा कि हाँ में देख रहा था। तो उसने कहा कि फिर तुमने मेरी मदद क्यों नही की? तो मैंने कहा कि आज में तुम्हारी मदद कर देता, लेकिन कल कौन करता? और कब तक करता? तुम्हें खुद अपनी मदद करनी पड़ेगी, क्योंकि तुम्हें रोज़ मेट्रो में सफ़र करना है और में तो सिर्फ़ आज ही मेट्रो में तुम्हारे साथ आया हूँ वरना मेरा टाईम तो 10 बजे का है। फिर मैंने उसे कुछ ट्रिक बताई और कहा कि आगे से ऐसा हो तो यही ट्रिक यूज़ करके देखना और फिर बताना। तो उसने कहा कि कहाँ बताऊँगी? मेरे पास तो तुम्हारा कोई मोबाईल नम्बर भी नही है, तो मैंने उसे अपना मोबाईल नम्बर दिया और कहा कि सिर्फ़ वर्किंग टाईम में ही कॉल करना, तो उसने ओके कहा और हम लोग चले गये। फिर ऐसे ही चलता रहा और शनिवार को उसका कॉल आया।

शैली : हैल्लो।


में : कौन है?


शैली : में शैली।


में : ओह हाय, हाऊ आर यू?


शैली : आई एम फाइन, वॉट अबाऊट यू?


में : आई एम गुड, और बताओं कैसे याद आई?


शैली : बस ऐसे ही आज छुट्टी थी तो सोचा कि तुम्हारे पैसे वापस कर दूँ।


में : क्या यार? कभी एक कप कॉफी पीला देना।


शैली : क्यों पीला दूँ?


में : तुम्हारी मर्ज़ी, लेकिन में पैसे वापस नही लूँगा।


शैली : ओके, ठीक है और वैसे तुम्हारे आइडिया के लिए थैंक्स, सच में वो बहुत काम आए।


में : ओके, कैसे क्या हुआ था?

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फिर उसने मुझे अपनी स्टोरी सुनाई और हम लोग खूब हँसे और उस दिन लगभग हमारी 2 घंटे बात हुई। फिर मैंने फोन रख दिया और उसका नम्बर सेव कर लिया, और फिर क्या था? हम लोग लगभग रोज़ ही बातें करने लगे, शुरुवात में तो फेमिली की ही बातें होती थी, जैसे मेरी पत्नी, उसका पति, मेरी बेटी, उसका बेटा और भी कोई दूसरी बातें होती थी। फिर हम लोग कुछ आगे बड़े और गंदे जोक्स चालू हुए, फिर थोड़ी और गंदी बातें चालू हुई, और फिर आखरी में हम लोग फोन सेक्स करने लगे, बस दोस्तों हम लोग लगभग रोज़ ही फोन सेक्स कर लेते थे। एक दिन उसने कहा कि क्या तुम मेरे साथ रियल में नही करना चाहोगें? तो मैंने कहा कि जब तक आप नही चाहोगें तब तक नही, तो उसने कहा कि में तो चाहती हूँ, अब तुम बताओ।

फिर मैंने कहा कि अगले आने वाले शनिवार को फ्री रहना, तो उसने मुझसे पूछा कि कहाँ पर चलोंगे? तो मैंने सर्प्राइज़ कह कर टाल दिया, तो उसने ओके कहा। फिर मैंने उससे रिक्वेस्ट की कि प्लीज साड़ी ही पहनकर आना, तो उसने ओके कहा और हम दोनों बेसब्री से शनिवार का इंतजार करने लगे, और दोस्तों शनिवार आ भी गया। फिर मैंने उसे शनिवार को सुबह eight बजे पिक किया और गुडगाँव हाइवे पर निकल गया। फिर मैंने कार ड्राइव करते हुए उसका हाथ गियर पर रख लिया और अपना हाथ उसके ऊपर रख दिया, तो वो हंसने लगी और जब भी कोई रेड लाईट आती तो में उसके साथ स्मूद करने लगता। तो उसने कहा कि क्यों इतने उतावले हो रहे हो? इंतजार कर लो जी भर के कर लेना, में आज पूरा दिन तुम्हारे साथ हूँ, उसके बाद हम लोग एक होटल में रूम लेने चले गये और वहाँ रूम में जैसे ही एंटर हुए, तो मैंने डोर लॉक किया और उसे पीछे से पकड़ लिया। अब वो भी मदहोश होने लगी और आर्यन आर्यन कहने लगी और अपना हाथ पीछे करके मेरा लंड पकड़ लिया और मसलने लगी। तो मैंने उसे दिवार से चिपका दिया और जब उसकी साड़ी नीचे से उठाई, तो उसने पेंटी ही नही पहन रखी थी और दोस्तों उसकी इतनी गोरी गांड थी की क्या बताऊँ? अब में उसे देखकर पागल हो गया था। फिर मैंने उसकी गांड चाटनी चालू की, और फिर उसकी पीठ पर किस किए, फिर मैंने उसे सीधा किया और हम दोनों स्मूच करने लगे। फिर स्मूच करते-करते उसने मेरा लंड मसला और मैंने उसकी चूचीयाँ ब्लाउज के ऊपर से ही मसल दी। फिर उसने मुझे रोका और कहा कि मुझे फ्रेश होना है तो में अभी थोड़ी देर में आती हूँ। तो मैंने ओके कहा और कहा कि में अपने कपड़े उतार कर तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ जल्दी आना। तो उसने कहा कि सिर्फ़ अपना अंडरवेयर मत उतारना, वो में उतारूंगी और मैंने ओके कहा और वो फ्रेश होने चली गयी। फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और अपना अंडरवेयर पहने रखा।

फिर थोड़ी देर के बाद वो आई तो उसने टावल लपेटा हुआ था और मैंने इतनी गोरी स्किन पहले कभी नही देखी थी, शैली यार बहुत मस्त लग रही हो अब इंतजार नही हो रहा है। तो शैली ने कहा कि इंतजार में ही मज़ा है और वो मेरे पास आ गयी। अब हम दुबारा स्मूच करने लगे और में उसकी जांघ पर हाथ फेरने लगा, अब हम दोनों एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे, अब हमें बहुत मज़ा आ रहा था। फिर में उसके कान को चूसने लगा, तो वो मदहोश होने लगी, आर्यन आज मेरी प्यास बुझा दो, में 4 साल से प्यासी हूँ किसी ने मेरी प्यास को नही समझा, में चाह कर भी किसी के साथ कुछ नही कर सकी, आज तुम मेरी इच्छा पूरी कर दो में हमेशा तुम्हारी दासी बनकर रहूंगी आर्यन। फिर मैंने उसका टावल निकाल दिया और अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी खड़ी थी। अब में उसके बदन को देखता ही रह गया, ऐसे जिस्म को हाथ लगाओं तो गंदी हो जाए और में उस पर टूट पड़ा। फिर मैंने उसके निपल चूसने चालू किए, अब उसके निप्पल गुलाबी से लाल होने लगे थे, अब में पागलों की तरह उसके निपल चूसने लगा और उन पर जीभ फेरने लगा, तो वो चिल्लाने लगी आर्यन और चूसो बहुत मज़ा आ रहा है, इन्हें किसी ने चार साल से नही चूसा है और चूस-चूस कर लाल कर दो आर्यन, और फिर मैंने और तेज़ी से उसके निपल चूसने चालू किए और वो और तेज़-तेज़ अपनी साँसे भरने लगी। फिर मैंने उसे बेड पर बैठा दिया, अब में उसकी गोद में लेटकर निपल चूसने लगा, तो वो कहने लगी कि आर्यन ऐसा लग रहा है कि जैसे कोई बच्चा चूस रहा है और मेरे बालो को खींचने लगी और मुझे किस करने लगी। फिर उसने मेरा लंड पकड़ लिया और मसलने लगी, तो मैंने अपना अंडरवेयर उतारना चाहा, तो उसने रोक दिया, उसकी चूत पर एक भी बाल नही था, उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी।

फिर मैंने उसकी नाभि में जीभ डालकर उसे भी चूसा, तो बिल्कुल मर्डर मूवी की मल्लिका शेरावत की तरह उसकी नाभि कांपने लगी और मुझे मज़ा आने लगा। अब में उसकी नाभि को चूसता रहा और फिर मैंने उसकी चूत पर हाथ रख दिया तो फिर उसके मुँह से एक लंबी आआआआहह निकली। फिर मैंने उसकी चूत के दाने को अपनी उँगलियों से छेड़ना चालू कर दिया, अब वो ज़ोर-ज़ोर से आहें भरने लगी आआहह ऊऊऊओह ममममममममआआआ मर गयी आआआअर्ररययययययययआआआआन्न्‍नननन कककक्क्क़मम्म्ममममम्मूऊऊऊऊवन्न्‍ननननननननणणन् आआआअरररयययययययाआआआआनननन म्‍म्म्ममय्यययय गईईईईईईईईईईई चूस लो मेरी चूत को। बस उसने यही कहना था कि मैंने अपना मुँह उसकी चूत पर रख दिया और वो उछलने लगी और गंदी-गंदी गालियाँ देने लगी, आर्यन में तेरी कुत्तियाँ हूँ और तू मेरा कुत्ता, मुझ पर बिल्कुल रहम मत खाना, मुझे अपनी रंडी बनाकर रखना। अब में उसकी चूत चूसता रहा, क्या टेस्टी चूत थी उसकी? और करीब 15 मिनट के बाद उसकी चूत ने ढेर सारा पानी छोड़ दिया, जो में सारा पी गया और उसकी चूत को चाट-चाट कर साफ कर दिया, अब वो बेड पर बेहाल हो कर पड़ गयी। फिर थोड़ी देर के बाद उसने मेरा लंड पकड़ा और अंडरवेयर के ऊपर से ही मसलने लगी, अब मेरा लंड तो कब से खड़ा था, तो मैंने कहा कि अब तो अंडरवेयर उतार दूँ। तो उसने कहा कि नही में खुद उतारुँगी और उसने मेरे निपल चूसे, यारो मुझे ऐसा लग रहा था कि लंड चुसवाने से ज़्यादा मज़ा निपल चुसवाने में आता है और उसने मेरे भी निपल चूस-चूस कर लाल कर दिए। अब में उसकी चूचीयाँ दबाता रहा और फिर वो झट से नीचे गयी और उसने मेरा लंड अंडरवेयर से बाहर निकाला और निकलते ही मुँह में ले लिया। तो अब में उछल गया था और वो इतने मस्त तरीके से मेरा लंड चूस रही थी कि सन्नी लियोन भी उसके सामने फैल थी, क्या लंड चूसा था उसने? अब में शैली को गालियाँ दे रहा था सालीइीईईईईईईई कुत्तीईईईईईईईईईईईई, रंडीईईईईईईईईईईई, तुझे आज इतना चोदूंगा की तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा, बहुत प्यासी है ना तु, में आज तेरी सारी प्यास बुझा दूंगा सालीईईईईईईईईईई, कुत्तीईईईईईईईईईईईई। फिर करीब 20 मिनट तक लंड चूसने के बाद मेरा पानी निकल गया और वो मेरा सारा पानी पी गयी।

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फिर हम दोनों एक दूसरे से लिपट गये और लेट गये। फिर थोड़ी देर के बाद हम दोनों फिर से किस करने लगे और मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी और आगे पीछे करने लगा। तो वो बोली की उंगली ही से काम चलाओंगे, तो इस लंड का क्या करोगे? तो फिर मैंने आव देखा ना ताव और उसे नीचे लेटाया और उसकी टांगे फैलाकर अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और जोश में इतनी ज़ोर से धक्का मारा की एक बार में मेरा पूरा लंड चूत में अन्दर चला गया, तो उसकी बहुत जोर से चीख निकल गयी।


अब वो बहुत जोर से चिल्लाने लगी की कुत्ते में चार साल के बाद चुद रही हूँ, मैंने चूत में उंगली तक नही डाली हरामी और तूने अपना पूरा लंड डाल दिया मममाआआअ मार डालल्ल्लल्ल्लाआआआआआआ और वो रोने लगी। फिर में रुक गया, लेकिन मैंने लंड बाहर नही निकाला। फिर मैंने उससे सॉरी कहा, फिर वो चुप हो गई और करीब 5 मिनट के बाद मैंने फिर से धक्के मारने चालू किए और वो भी मदहोश होने लगी। अब में उसकी चुदाई करने लगा, फिर थोड़ी देर के बाद मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी, तो शैली बोली कि तुम्हारा लंड बहुत मस्त है बिल्कुल अन्दर तक टक्कर मार रहा है, में पागल हो रही हूँ और वो उछल भी रही थी और कह रही थी कि और चोदो मुझे, और ज़ोर से आज मेरी सारी प्यास बुझा दे, में बहुत प्यासी हूँ मेरे राजा, इतना मोटा और इतना लंबा लंड मैंने कभी नही देखा। फिर करीब 35 मिनट की चुदाई के बाद में झड़ गया और हम दोनों ढेर हो गये और एक दूसरे के ऊपर लेट गये। फिर थोड़ी देर के बाद हम उठे और वॉशरूम में जाकर मैंने अपना लंड साफ़ किया और उसकी चूत को भी मैंने ही साफ किया।

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फिर हम लोगो को भूख लगने लगी तो हम लोगो ने खाना ऑर्डर किया। फिर थोड़ी देर में खाना आ गया और फिर खाना खा कर हम लोग दुबारा नंगे हो गये और एक दूसरे से लिपट गये। अब हम लोगो ने फिर से किस्सिंग और स्मूच करना स्टार्ट कर दिया। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसे बेड से उठाया और दिवार से चिपका दिया और उसके पैरो को अपने हाथों में उठाया। फिर उसने मेरा लंड पकड़कर अपनी चूत में घुसा लिया और मैंने उसे नीचे से धक्के मारने चालू कर दिए। फिर करीब 20 मिनट तक धक्के मारने के बाद में उसे वापस बेड पर ले गया और उसे घोड़ी बना दिया और मैंने पीछे से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया और तेज़-तेज़ धक्के मारने लगा। इन धक्को में उसकी चूचीयाँ बहुत तेज़-तेज़ हिल रही थी इसलिए मैंने उसकी दोनों चूचीयाँ पकड़ ली और खूब धक्के मारे। फिर थोड़ी देर के बाद मैंने धक्के मारते हुए उसकी चूत के दाने को भी छेड़ना शुरू कर दिया और उसकी चूत के दाने को छेड़ते ही वो झड़ गयी। फिर मैंने अपने धक्के और तेज़ कर दिए, अब वो पागलों की तरह चिल्लाने लगी और गालियाँ देने लगी। फिर करीब forty five मिनट के बाद हम दोनों का पानी फिर से एक बार निकल गया और हम दोनों निढाल हो गये ।।

धन्यवाद…