चाची के साथ भाभी की चूत चुदाई

November 13, 2018

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विनोद है। में आज आप सभी को मेरे जीवन में घटी एक सच्ची घटना को सुनाने के लिए गंदीकहानियाँ डॉट कॉम पर आया हूँ। दोस्तों में मेरी दो बीवियों के साथ रहता हूँ और में उनके साथ बहुत खुश हूँ, लेकिन तीन साल पहले ऐसा नहीं था, में उस समय अपनी पढ़ाई को पूरी करके डिग्री लेने के लिए पूना में रहता था और मेरा परिवार जिसमे मेरी माँ, पापा, चाचा, चाची, ताई, ताऊजी और मेरे ताऊ का लड़का मेरा भाई अपनी बीवी के साथ रहता था, वो सारे लोग तीन साल पहले कहीं घूमने चले गये और वहाँ से वापस आते समय एक बॉम्ब ब्लास्ट में उन सबकी मौत हो गयी सिवाय मेरी चाची, कज़िन भाभी और माँ के कोई नहीं बचा था। उस समय मेरी माँ की हालत भी बहुत खराब थी और वो पूरे बीस दिन तक उनका इलाज चलने के बाद वो भी मुझे अकेला छोड़कर इस दुनिया से चली गयी। उस दिन के बाद में अपने होश बिल्कुल खो बैठा था और में पूरे तीन महीने कोमा में पड़ा रहा और उस दौरान केवल मेरी चाची ही मेरे पास थी क्योंकि मेरी भाभी को उसका भाई अपने साथ ले गया था।

फिर जब मेरी अस्पताल से छुट्टी हो रही थी तब उस दिन डॉक्टर ने मेरी चाची से कहा कि मेरी हर रोज़ दिन में तीन बार मालिश करनी पड़ेगी और इसको रुलाना पड़ेगा। दोस्तों वैसे तो मेरी चाची बहुत शरीफ थी, लेकिन वो बहुत ही सेक्सी औरत थी। वो उस समय केवल 35 साल की थी और फिर मेरी चाची मेरे पूरे बदन की हर रोज़ अच्छी तरह से मालिश किया करती थी। फिर करीब एक महीने बाद जब चाची एक दिन मेरी मालिश करने आई और वो उस समय केवल पेटीकोट और ब्रा पहनी हुई थी। तब उसने मुझे एक बार फिर से बिल्कुल नंगा किया और वो मेरे बदन को मालिश करने में लग गयी। फिर में उसके बड़े आकार के गोरे ब्रा से बाहर निकलते हुए बूब्स को देखकर एकदम हैरान रह गया था और तभी उसने मेरा लंड जो उस समय सोया हुआ था, उसको उन्होंने अपने हाथ में ले लिया और वो हंसती हुई उससे कहने लगी कि साले तू कब टाईट होगा और कब में तेरे को चूसकर मज़े ले सकूंगी? तभी अचानक से उसने यह सभी बातें कहते हुए मेरे सामने उसी समय अपनी ब्रा को भी निकाल दिया और वो अपने सुंदर गोरे बड़े बड़े आकार में बूब्स से मेरे लंड की मालिश करने लगी। उन्होंने मेरे लंड को अपने बूब्स के निप्पल से छूकर मुझे बहुत मज़े दिए। उनके ऐसा करने के वजह से करीब दस मिनट के बाद मेरा लंड अब जोश में आकर पूरी तरह से टाइट होता चला गया। तभी यह मेरे लंड का बढ़ता हुए आकार को देखकर चाची मेरे होंठो के पास आई और वो मुझसे बोली कि वाह मेरे लाल, अपनी चाची की चुदाई करने के नाम पर तो आज तू खड़ा ही हो गया है। में तेरा यह रूप देखकर बहुत खुश हूँ इसलिए ले आज तू अपनी चाची के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसकर इनके मज़े ले। दोस्तों तब मुझे एहसास हुआ कि में अब एकदम ठीक महसूस कर रहा हूँ और में धीरे धीरे हिम्मत करके अपनी चाची का सहारा लेकर खड़ा हो गया और फिर मैंने चाची का पेटीकोट और उनकी पेंटी को उतार दिया। तब मैंने अपनी चकित नजरों से देखा कि मेरी चाची उस समय पूरी नंगी खड़ी होकर हिरोइन को भी अपने उस गोरे सेक्सी बदन के सामने मात दे रही थी और उसी समय मैंने उसके बड़े आकार के गोल बूब्स को अपने मुहं में ले लिया और में लगातार एक घंटे तक उनके दोनों बूब्स को एक एक करके चूसता रहा।

फिर में चाची से बोला कि साली रंडी अब तू खुद भी तो इसके आगे कुछ कर मेरा लंड बहुत प्यासा है तू इसको अपने मुहं में डालकर तेरे मुहं का पानी पिला दे। फिर उसी समय चाची मुझसे बोली कि मेरे लाल तू इतना नाराज़ क्यों होता है? आज से में तेरी चाची नहीं असली पत्नी हूँ और तू मेरा पति है इसलिए में आज से तेरे लिए वो सब कुछ करूंगी जो तू मुझसे कहेगा और वैसे भी पति का लंड तो बड़ा ही मस्त और बहुत स्वादिष्ट होता है, इसको चूसकर जो मज़ा आता है उसके सामने पूरी दुनिया के सारे मज़े बेकार है और फिर मुझसे इतना कहकर चाची ने तुरंत झपटकर मेरा लंड पूरा का पूरा अपने मुहं में ले लिया और वो उसको अब आइसक्रीम की तरह मज़े लेकर चूसने लगी और करीब तीस मिनट तक लगातार एक अनुभवी रंडी की तरह मेरे लंड को चूसने के बाद वो लंड को अपने मुहं से बाहर निकालकर मुझसे बोली कि पति देव में अब आपके इस लंड का पानी भी पीना चाहती हूँ इसलिए अब आप अभी कुछ नहीं बोलना क्योंकि में इसको थोड़ा ज़ोर से करूँगी और फिर चाची ने तो मुझसे यह बात कहने के बाद अब अपनी रफ्तार को किसी जेट प्लेन की तरह बढ़ाकर वो अपने होंठो को और जीभ को मेरे लंड के टोपे पर और बाकी लंड के हिस्से पर चलाने लगी थी और मेरे लंड के वो सब होने की वजह से करीब दस मिनट के बाद मेरे लंड का पानी निकल गया और वो उसको पूरा का पूरा पी गई और अपनी जीभ से लंड को चाटकर साफ कर दिया। दोस्तों ये कहानी आप गंदीकहानियाँ डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

अब वो मुझसे बोली कि मेरे लंड देवता अब आप भी मेरी इस तरसती हुई चूत को अपनी जीभ से चाट चाटकर गरम कर दो, तभी मैंने उससे कहा कि साली रंडी मुझे लगता है कि तू भी इन कामों में बहुत बड़ी और एकदम उस्ताद है। फिर वो मेरी तरफ हंसकर बोली कि हाँ और नहीं तो क्या? तेरे चाचा मेरी इस रसभरी चूत को हर रात को एक बार चूसे बिना सोते ही नहीं थे और में भी उनके लंड को चूसे बगैर नहीं सोती थी और हाँ कभी कभी तो हम सारी सारी रात एक दूसरे का चूसते ही रहते थे। हमें बिल्कुल भी पता ही नहीं चलता था कि हमें कब नींद आ जाती और फिर तेरे चाचा दूसरे दिन सवेरे ही उठकर मेरी चूत को अपने लंड से मसलने लगते थे और वो मुझे बहुत जमकर चुदाई के मज़े देते था, लेकिन तेरा लंड तो तेरे चाचा से भी बहुत मोटा आकार में बड़ा भी है, क्योंकि जब मैंने इसको अपने मुहं में लेकर चूसा था तब यह मेरे गले तक चला गया था, इसकी वजह से मेरी सांसे ही अटक गई थी, लेकिन वो मज़ा सबसे अलग हटकर था और उसको में बता नहीं सकती। फिर मैंने उससे कहा कि साली तू देखना आज में तेरी चूत को चोद चोदकर पूरी तरह से फाड़ दूंगा में वो चुदाई करूंगा जिसके बारे में तू सोच भी नहीं सकती, लेकिन पहले में इसको थोड़ा सा गरम तो कर लूँ तब चुदाई का मज़ा तुझे भी और मुझे भी कुछ ज्यादा ही आएगा। दोस्तों उसको इतना कहकर मैंने जैसे ही अपनी जीभ को उसकी चूत पर लगाया तो उसके मुहं से निकला आहहह्ह्ह्हह् आईईईईइ वाह मज़ा आ गया और ज़ोर से चूस उऊुउउह्ह्ह्ह बड़े दिनों के बाद आज मुझे ऐसा मज़ा आया है हाँ और ज़ोर से करो। दोस्तों तब मैंने देखा कि मेरी उस छिनाल रंडी चाची की चूत एकदम साफ चिकनी और बिना बालों की थी और थोड़ी से टाईट भी थी। में उसकी चूत को करीब बीस मिनट तक चूसता रहा और अपनी जीभ के साथ साथ में अपनी ऊँगली को भी उसकी चूत में डालकर चुदाई करता रहा और वो जोश में आकर अपनी गांड को ऊपर उठाकर मुझे अपना लंड देव कहती हुई मेरे सर को अपनी चूत पर दबाते हुए मज़े लेती रही। फिर मैंने कुछ देर मज़े लेने के बाद उसको कुतिया की तरह खड़ा करके मैंने उसकी गांड में अपना लंड दिया, लेकिन उसकी गांड में अपना लंड डालने के लिए मुझे बहुत ज़ोर लगाना पड़ा और उस वजह से हम दोनों को ही बहुत दर्द हुआ, लेकिन फिर भी मुझे उसकी गांड मारने में और भी ज्यादा मज़ा आ रहा था। अब वो मुझसे लगातार ज़ोर के धक्को के साथ अपनी गांड को मरवाते हुए मुझसे बोले जा रही थी आह्ह्ह्ह हाए रे मेरे विनोद राजा आज तो तूने इस पल्लवी का पूरा जीवन सफल कर दिया उफफ्फ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया, क्योंकि तेरे चाचा ने कभी भी मेरी गांड नहीं मारी थी, वो तो हमेशा मेरे मुहं या चूत को ही अपने लंड का निशाना बनाकर उनके मज़े लेते थे और आज तूने जो मेरे मन में हसरत थी कि में एक बार कभी किसी बड़े लंड से मेरी गांड भी मरवाकर इसके मज़े लूँ उसको आज पूरा कर दिया है।

अब उसकी गांड में अपने लंड का पानी छोड़कर में उससे बोला कि रंडी चुदक्कड़ अब तू मेरा लंड चूस और मेरे को मज़ा दे उसके बाद में तेरी चूत का पूरी तरह से मटिया मेट कर दूंगा। अब वो मेरी जोश भरी बातें सुनकर बहुत खुश होकर मुझसे बोली कि मेरे लाल तेरा लंड तो मेरे लिए अमृत है ला तू इसको अब मेरे मुहं में डाल दे और करीब बीस मिनट तक उसने मेरा लंड चूसा और फिर उसके बाद वो बोली कि मेरे नाथ आज अब आप मुझे चोद दो प्लीज मुझे वो मज़े दे दो क्योंकि में पूरे चार महीने से उसके लिए प्यासी हूँ प्लीज अब थोड़ा सा जल्दी करो। फिर मैंने उसके होंठो पर ज़ोर से किस किया और फिर उसकी चूत को मेरे लंड के निशाने पर रखकर ज़ोर से अपने लंड को उसकी चूत में धक्का देकर डाल दिया जिसकी वजह से वो उूउऊहह आह्ह्ह्ह में मर गई मेरे लंड देवता उईईईइ मुझे बड़ा मज़ा आ गया, अब तुम ज़ोर ज़ोर से लगातार धक्के देकर मेरी इस चूत को फाड़ डालो और इसको अच्छी तरह मसलकर तुम आज मेरी प्यास को अच्छे से मिटा दो, इसकी पूरी गरमी को बाहर निकाल दो।

दोस्तों मैंने उसको उस दिन करीब चार बार और मस्त मज़े लेकर चोदा और फिर हम दोनों पूरे नंगे ही बेड पर सो गये और फिर अगले दिन करीब पांच बजे कमरे की लाइट चालू हुई तब मेरी नींद खुल गई तब मैंने देखा कि चाची तो मेरा लंड अपने मुहं में लेकर सो रही थी और मेरे सामने मेरी भाभी खड़ी हुई थी। फिर भाभी मुझसे कहने लगी क्यों देवर जी आपने यह सब क्या किया? देवर पर सबसे पहला अधिकार तो उसकी भाभी का होता है और तुमने अपने इस लंड से अपनी चाची को सबसे पहले चोद दिया, आपने ऐसा क्यों किया बताओ मुझे? तब मैंने उनको कहा कि यह अब मेरी बीवी है और इसने मेरे लंड के साथ साथ मुझे भी नींद से जगा दिया है इसलिए बाकी तुम भी मेरे लिए बीवी से कम नहीं हो क्योंकि तुम्हारा तो में बहुत पुराना दीवाना हूँ और तेरी तो चूत को मैंने तेरी सुहागरात के दिन पहली बार ही देख लिया था और उस दिन से ही तेरी चुदाई करने के बारे में सोच रहा था।

फिर मैंने उसी समय पल्लवी से कहा कि पल्लवी अब तुम एक साईड में हो जाओ, क्योंकि मेरी दूसरी बीवी मेरे लंड का इंतज़ार कर रही है उसको भी अब मेरे लंड के मज़े लेने है। अब चुदाई का इसका नंबर है और इतने में तो भाभी देखते ही देखते पूरी नंगी हो गयी और वो मुझसे बोली कि हाँ आओ मेरे स्वामी मुझे तुम अपना प्यारा लंड दे दो, में इसके मज़े लेना चाहती हूँ और फिर उसने मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर करीब बीस मिनट तक चूसा और उसके बाद मेरे लंड ने अपना पानी निकाल दिया। फिर वो मेरे लंड का पानी पीकर लंड को अपनी जीभ से चाटकर साफ करके बोली कि प्लीज अब तुम भी मेरी चूत और बूब्स को चूसो और फिर उसके बाद तुम मुझे जमकर चोदना। फिर मैंने उसके बड़े बड़े बूब्स को प्यार से देखा और करीब दस मिनट तक चूसा और फिर उसकी चूत को चूसने के बाद वो मुझसे बोली कि बस अब मुझसे सब्र नहीं होता, प्लीज अब तुम चूसना बंद करो और मेरी चुदाई का काम करो। दोस्तों मैंने अपनी भाभी के कहने पर अब उनकी प्यासी कामुक चूत में अपने लंड को डालकर उनकी चुदाई करना शुरू कर दिया और उसको मैंने जी भरकर उस दिन चार बार बहुत जमकर चोदा और एक बार मैंने उनकी गांड भी मारी। दोस्तों आज पूरे तीन साल हो चुके है और हम तीनों एक दूसरे के साथ हमेशा ऐसे ही मज़े लेकर बहुत खुश है। उन्होंने मुझे कभी भी चुदाई के लिए मना नहीं किया और हर बार मेरा पूरा पूरा साथ दिया और मैंने भी उन दोनों को अपनी तरफ से चुदाई में किसी भी तरह की कमी या शिकायत का मौका नहीं दिया। दोस्तों हम सभी जब तक घर में रहते है तब तक हम कभी भी कपड़े नहीं पहनते पूरे नंगे रहते है और हम सभी बहुत खुश भी है ।।

धन्यवाद …

About The Creator

mastram