मेरी बहन की फुली और कसी चूत
मेरी बहन की फुली और कसी चूत – हेल्लो दोस्तों, आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है। मैं आपको जो घटना सुनाने जा रहा हूँ वो मेरे ग्रेजुएशन की घटना है। ये बात आज से कुछ साल पहले ही है। मेरी संगत मोहल्ले के कुछ आवारा लड़कों से हो गयी थी। मुझे शराब पीने का बुरा चस्का लग गया था। दोस्तों, धीरे धीरे मैं अपनी सारी पॉकेट मनी शराब पर खर्च करने लगा। मेरे एक दोस्त अनीश ने मुझे शराब पीना सिखाया था। धीरे धीरे मेरी रोज पीने की आदत हो गयी थी।
मुझे महीने के 2-three हजार पॉकेट खर्च मिलता था जो मैं शराब में खर्च कर देता था। और कुछ दिनों बाद तो ऐसा हो गया की बिना पिए मेरा काम भी नही चलता था। मेरा जिगरी दोस्त अनीश बड़े बाप की औलाद था।
उसके पापा के पास 30-40 ट्रक थे जो यू पी से मध्य प्रदेश, राजस्थान और दूसरे जिलों से सीमेंट, मौरम और सरिया लाते थे। इसलिए अनीश के पापा को अंधी कमाई होती थी।
वो अपने पापा के जेब से रोज हजार रूपए चुरा लेता था और शाम को हम दोनों महंगी मॉडल शॉप में बैठकर इंग्लिश शराब पीते थे। हम दोनों व्हिस्की, रम, वाइन, बिअर, सब कुछ पीते थे। धीरे धीरे ऐसा हो गया की मुझे सुबह चाय की जगह शराब पीने की आदत हो गयी।
अनीश अक्सर मेरे घर आता था। मेरी २४ साल की जवान और बेहद खूबसूरत बहन श्रुति उसे चाय लाकर देती थी। श्रुति घर में हमेशा जींस टॉप और शॉर्ट्स पहनकर रहती थी।
श्रुति के दूध ३४” के थे, और बहुत भरे हुए चुचे थे उसके। श्रुति बहुत गोरी और छरहरे बदन वाली मस्त लड़की थी। मेरा दोस्त अनीश मेरी जवान बहन को तिरछी नजरो से ताड़ता रहता था। मुझे ये बात पता थी की वो श्रुति को पसंद करता है और उसे कसकर चोदना चाहता है। एक दिन मेरा शराब पीने का बड़ा मन था। तलब मुझे लगी हुई थी और मेरे पास पैसे भी नही थे। अपनी सारी पॉकेट मनी मैं पहले ही खर्च कर चुका था। अब एक ही चारा था की अनीश मुझे पैसे दे।
“भाई अनीश…..शराब की बड़ी तलब लगी है.. पीया जाए???” मैंने उससे पूछा
“यार संजय….दारु की तलब तो मुझे भी लगी है पर मेरे पास पैसे नही है!” अनीश बोला
“यार अपने बाप की जेब से छप्पन कर दो!!” मैंने कहा
“भाई संजय …मेरे बाप को शक हो गया है की मैं उसकी जेब से पैसे निकाल लेता हूँ। इसलिए अब वो पैंट या शर्ट की जेब में पैसे नही रखते है और तिजोरी में रखते है और ताला मार देते है!!” अनीश बोला
“ओह्ह धत्त!!!” मैंने कहा। दोस्तों मुझे शराब की तलब बहुत जादा लगी हुई थी। मुझे हर हालत में बोतल चाहिए थी। मुझे बड़ा खराब महसूस हो रहा था। मैंने अपना पर्स निकाला और ४ बार अच्छे से चेक किया की कहीं कुछ पैसे निकल आये पर मेरी किमस्त ही फूटी थी। इस कहानी का शिर्षक मेरी बहन की फुली और कसी चूत है और आप इस कहानी को मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | एक भी पैसा नही निकला। मैं शराब पीने के लिए पागल हो रहा था। लग रहा था की अगर मुझे दारु नही मिली तो मैं मर जाऊँगा।
“भाई अनीश…..कैसे भी करके मुझे शराब पिला दे यार, वरना मैं मर जाऊंगा…प्लीस यार। मैं तेरे हाथ जोड़ता हूँ!!” मैंने अपने दोस्त अनीश से कहा। वो मेरी मजबूरी को समझ गया था। वो मुस्कुराने लगा।
“संजय!! मैं तेरे लिए पैसो का इंतजाम कर सकता हूँ….पर एक शर्त है!!” अनीश मुस्कुराकर बोला
“बोल यार…..मैं एक बोतल शराब के लिए तेरी हर शर्त मानने को तैयार हूँ!!” मैंने कहा
“भाई संजय……मुझे तेरी जवान और खूबसूरत बहन श्रुति बहुत अच्छी लगती है। अगर तू मुझे उसकी रसीली चूत दिलवादे तो मैं तेरे लिए पैसो का इंतजाम कर सकता हूँ” अनीश बोला
“बहनचोद…..तेरा दिमाग तो खराब है। जा अपनी माँ को जाकर चोद ले। ऐसी गंदी बात करता है। तुझे शर्म नही आती है!!” मैंने उसे डांटते हुए कहा
“ओए गांडू….जब तू हर शाम मेरे साथ बैठकर मेरी मुफ्त की दारु पीता था तब तुझे शर्म नही आई???” अनीश बोला
“बेटा……इस दुनिया में मुफ्त में कुछ भी नही मिलता है। हर चीज की एक कीमत होती है!!” अनीश बोला
मेरा मुंह लटक गया। क्यूंकि उसकी बात सच थी। मैंने आजतक उसके लिए कुछ नही किया है। बस उसकी फ्री की शराब ही मैंने पी है। जैसे जैसे वक़्त गुजरता जा रहा था। मुझे लग रहा था की अगर मुझे शराब नही पिली तो मैं मर जाऊँगा। मुझे ऐसा ही लग रहा था।
“ठीक है अनीश….चल मेरे घर चल। मैं तुझे अपनी जवान बहन की चूत दिलवाता हूँ!!” मैंने कहा
अनीश को लेकर मैंने अपने घर आ गया। मस्ताराम डॉट नेट पर एसी हजारो कहानियां है | मेरी माँ पड़ोस में अपनी किसी सहेली के घर गयी हुई थी। मेरी जवान गजब की खूबसूरत बहन घर पर अकेली थी और घर पर कोई नही था। मैंने श्रुति को चाय बनाने को कह दिया।
कुछ देर में वो सबके लिए चाय बनाकर ले आई। फिर मैंने उससे एक ग्लास पानी अनीश के लिए लाने को कह दिया। और जल्दी से श्रुति के चाय के कप में मैंने कुछ बेहोशी वाली गोलियां मिलाकर चम्मच से चला दी। हम तीनो सोफे पर बैठकर चाय पीने लगे और मेरी खूबसूरत बहन चाय पीते पीते बेहोश हो गयी। श्रुति ने एक हल्का हरे रंग का टॉप और जींस पहन रखी थी। मैंने उसे गोद में उठा लिया और अपने बेडरूम में ले आया और बिस्तर पर लिटा दिया।
“ले अनीश!!….मेरी बहन को जी भरकर तू चोद ले, पर मुझे शराब के लिए पैसे दे देना!!” मैं किसी शराबी की तरह कहा
मैं अपनी खूबसूरत बहन को चुदते हुए देखता चाहता था। इसलिए मैं वही कुर्सी पर बैठ गया। मेरा दोस्त अनीश आज तो बहुत खुश हो गया था। कितने दिनों से वो मेरी खूबसूरत बहन को चोदना चाहता था। आज अनीश का सपना पूरा होने वाला था। उसने अपनी टी शर्ट उतार दी।
फिर अपनी जींस की लेदर बेल्ट को वो खोलने लगा। फिर उसने अपनी जींस को निकाल दिया, फिर उसने अपना अंडरविअर भी निकाल दिया। मैं उसकी बेताबी साफ साफ देख पा रहा था। आज मेरा दोस्त अनीश मेरी बहन को रगड़कर चोदना चाहता था। वो श्रुति पर लेट गया और उसके रसीले होठ चूसने लगा। श्रुति बहुत खूबसूरत और जवान माल थी।
कितने ही लड़के उससे दोस्ती करना चाहते थे और उसको चोदना पेलना चाहते थे पर आज ये हसीन मौक़ा सिर्फ और सिर्फ अनीश को मिला था।
श्रुति पूरी तरह से बोहोश नही हुआ थी। वो आधी बेहोश थी। अनीश ने उसे दोनों हाथो से पकड़कर बाहों में भर लिया था और उसके रसीले होठ चूस रहा था। श्रुति के होठ बहुत ताजे और गुलाबी थे।
अनीश बार बार उसके होठ चूस रहा था और मजा ले रहा था। वो मेरी बहन के ताजे गुलाबी होठो से अपना ८” का लौड़ा भी चुसवाना चाहता था। श्रुति नशे में आ गयी थी। उसे कुछ पता नही चल रहा था की उसके साथ क्या हो रहा है। वो नही जान पा रही थी की मेरा दोस्त उसके रसीले होठ चूस रहा था और आज उसे रगड़कर चोदने वाला था।
अनीश बड़ी देर तक श्रुति के होठ चूसता रहा, फिर उसने उसके टॉप और जींस को निकाल दिया। श्रुति ने नीले रंग की ब्रा और पेंटी पहन रखी थी। गोरे चिकने जिस्म पर नीली रंग की ब्रा और पैंटी बहुत फब रही थी। फिर अनीश ने वो भी निकाल दी और मेरे ही घर में मेरी बहन मेरे दोस्त के सामने नंगी हो गयी। अब अनीश और श्रुति दोनों नंगे हो चुके थे।
अनीश की आँखों में मैं काम की अग्नि को जलते और भड़कते हुए देख रहा था। वो श्रुति पर लेट गया और उसके दूध को हाथ में लेकर दबाने लगा। मेरी बहन श्रुति के मम्मे बेहद नर्म, मुलायम, बड़े बड़े और भरे हुए थे। अनीश का चेहरा बता रहा था की आज उसके हाथ कोई अलादीन का खजाना लग गया है।
मेरी जवान बहन को देखकर अनीश का लौड़ा खड़ा हो गया था। उसने अपने हाथ श्रुति के बूब्स पर रख दिया और जोर जोर से दबाने लगा। श्रुति नशे में थी, पर वो समझी की उसका बॉयफ्रेंड उसके दूध दबा रहा है। इसलिए उसने अनीश को दोनों हाथो से पकड़ लिया और कसकर अपने सीने से चिपका लिया। अनीश को बहुत मजा आया। वो तेज तेज मेरी बहन के ३४” के बूब्स दबाने लगा। फिर मुंह लगाकर पीने लगा।
“यार संजय…..मैंने आजतक कई हसीन लौंडिया चोदी है, पर तेरी बहन यार बहुत सुंदर है। इसके जैसी छमिया मैने आजतक नही देखी!!” अनीश बोला मुझे ये सुनकर बहुत अच्छा लगा। फिर वो मेरी बहन श्रुति के दूध को पीने लगा। वो मुंह चला चलाकर श्रुति के मम्मो को चूस रहा था जैसे उसे कोई मीठा आम चूसने को मिल गया है। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने अपनी जींस खोल ली और लंड को हाथ में लेकर मुठ मारने लगा। अनीश बड़ी देर तक श्रुति के गोल गोल दूध मुंह में लेकर पीता रहा।
श्रुति का गोरा जिस्म किसी हीरे की तरह चमक रहा था। उसकी छातियाँ दुधिया और भरी हुई थी जो अपने रूप रंग से अनीश का कत्ल कर रही थी। श्रुति का छरहरा बदन बहुत ही सेक्सी और मादक लग रहा था। उसके बालों खुले हुए थे और बहुत काले और लम्बे बाल थे |
मेरी बहन के। खुले बालों में वो अनीश को और सेक्सी और चुदासी लग रही थी। श्रुति का चेहरा लम्बा था और नैन नक्श बहुत तीखे और सुंदर थे। वो सच में बहुत सुंदर और गजब की माल थी। मेरा दोस्त पागलों की तरह उसकी भरी हुई चूचियां पी रहा था। ये सब देखकर मेरा भी मूड ख़राब हो गया और मैं तेज तेज मुठ मारने लगा।
उसके बाद अनीश श्रुति के जिस्म के नीचे वाले भाग पर आ गया। और उसके पतले और सेक्सी पेट को चूमने लगा। दोस्तों, ये सब देखकर तो मेरा दिमाग ही खराब हो गया और मन हुआ की मैं खुद ही अपनी बहन को चोद लूँ।
अनीश श्रुति के पेट, और नाभि को चूस रहा था। छरहरे जिस्म वाली मेरी बहन बहुत ही सेक्सी लग रही थी। अनीश बड़ी देर तक श्रुति की सेक्सी नाभि को चूसता रहा।फिर वो उसके पेडू को पीने लगा। धीरे धीरे अनीश मेरी बहन की फुद्दी पर आ गया।
श्रुति की चूत के जब उसे दर्शन हुए तो ऐसा लगा की उसे आज भगवान के दर्शन हो गए है। कुछ देर तक वो श्रुति के कुवारे भोसड़े का दीदार करता रहा। श्रुति का भोसड़ा बहुत ही सुंदर था।
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