मामी की चूत की गर्मी का मजा
हिंदी में संभोग संभोग कहानियां हैलो दोस्तों, मेरा नाम रोहित शर्मा है, में अजमेर का रहने वाला हूं, में 20 साल का हो और सिंगल हो, मेरे लंड 7 इंच लम्बा है, देखिए किसी के भी मुंह में पानी आ। तो अब में अपनी स्टोरी की लहर कर रहा हूँ। ये मेरी फर्स्ट रियल स्टोरी है कि कैसे मैं अपने हॉट मामी की मस्त चुदाई की? ये बात उन दिनों की जब 12 वीं कक्षा में था यानी ये 1 साल पहले की बात है। अब गर्मियों की छुट्टियां स्टार्ट हो रही थी, तो मम्मी ने कहा कि तू क्यों नहीं अपने नानी के चलते जा, फिर जा कर 10-15 दिन रह कर आजा। तो मुझे भी सोचा कि मामी ठीक कह रही है थोड़े दिन नानी के पास रह कर आते हैं।
दोस्तों फिर मैं जल्दी ही दिन अपना सामान पैक किया और मेरी नानी के घर आ गया। अब में शाम को नानी के घर पहुंचे, अब घर आ कर मुझे मिलकर दरवाजा लॉक किया तो किसी ने दरवाजा ओपन किया। अब उसे देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वो 2 बच्चा की माँ है, एकदम सुंदर रसीले होंठ, बड़े-बड़े बूब्स, लचीली गांड। अब मुझे ऐसा लग रहा था कि यह यहाँ ही चोद दूँ, हाँ दोस्तों वो मेरी मामी जी था। फिर मैं अंदर पैर छुआ तो वो मुझे अंदर ले जाने लगी। अब में उनके पीछे पीछे पीछे चल रहा था, क्या चाल था? अब उनके गंदे हिल हिल था जैसे कोई कोई गंद मारता हो। फिर मैं अंदर आ कर मामा जी को सलाम किया और फिर ऊपर वाले फ्लोर पर जा कर नानी से मिला और बात की। फिर में खाना खाने नीचे आ गया, अब मामी खाना बना रही थी और इधर उधर की बातें कर रही थी कि घर पर सब कैसे है? मेरे मामा जी का बड़ा बिज़नेस है इसलिए उनके घर आने और जाने का कोई टाईम नहीं रहता है।
फिर वू खाना खा कर करले, अब में खाना पकाने बैठा तो थोड़ी देर में मामी पानी का गिलास ले आई और गिलास रखने के लिए नीचे झुकी तो अब में उनके बड़े बड़े-बड़े बूब्स को देख रहा था। अब उनके बूब्स बसने हिल रहे थे कि वो पता नहीं, बहुत दूध भरा हुआ था। अब मामी मेरी नज़रोरा भाप गया और बोली कि क्या देख रहा है? अब में उस समय बोलना तो चाहता था कि तुम्हारी जवानी देख रहे हैं, तुम्हारी बूब्स देख रहे हैं कि मामा जी कितने दबाते हैं, लेकिन सब मन में रह गया और कुछ कि माँ नहीं। अब में थका हुआ था तो खाना पकाना कर गेस्ट रूम में सोने चला गया। फिर में नेक्स्ट मॉर्निंग उठा तो मैंने देखा कि मामा जी ऑफिस कहां है और मामी मेरे लिए चाय बनाकर ला रही थी, जब मामी ने नाइटी पहनी हुई थी, उस नाइटी में मुझे उनके गांड, बूब्स, चूत सब नज़र आ रहे थे।
अब मेरा लंड उनको देखकर खड़ा हो रहा था, फिर मैंने चाय पी और न्यूज पेपर पढ़ने देखा। फिर मामी नट चली गई, तभी अचानक मुझसे बाथरूम से आवाज़ आई अब मामी मुझे अपनी पीठ पर सुन लगाने के लिए बोल रही थी। अब में उनके इशारा समझ चुका था, लेकिन मैंने कहा कि कोई भी नहीं है और बाथरूम में चला गया। अब मामी ने अपने बूब्स टावल से ढक रखे थे, फिर मैंने उन्हें कोमल पीठ पर प्यान लगाना स्टार्ट कर दिया। अब मेरा लंड खड़ा हो चुका था, बस में था कि मामी का पेटीकोट खोलकर अभी चोद दूँ, लेकिन मैंने कुछ नहीं किया और प्यान लगाकर वापस बाहर आ गया। तो अब मामी ने भी कुछ नहीं कहा, फिर साथ साथ लंच किया और तबी मामा जी आयन। फिर उन्होंने कहा कि वो बिज़नेस के सिलसिले में आउट ऑफ टाउन जा रहा है तो कल तक आयवे। तो मामी ने कहा कि ठीक है, अब रात हो गया तो फिर में ड्रॉग रूम में सोने चला गया। फिर कुछ देर के बाद मेरी मामी मेरे पास आई और बोली कि रोहित मुझे डर लग रहा है, तुम मेरे कमरे में सोने आ जाओ ना।
अब में बस बस मौके का इंतजार कर रहा था, तो मैंने कहा कि ठीक है और में उनके कमरे में आ गया। फिर मैं मामी के साथ उनके बिस्तर ही साझा किया, जो कि काफ़ी बड़ा था। अब मेरे मन में उस टाईम मामी को चोडने का ख्याल आ रहा था, लेकिन अब मुझे डर भी लग रहा था कि कही कुछ गड़बड़ ना हो जा, हो सकता है मामी का ऐसा कुछ विचार ना हो, लेकिन मुझे एक बार फिर रिस्क लेनी थी। अब मामी की पीठ मेरे चेहरे के सामने था, फिर मैंने अपना बॉक्सर खोला और धीरे से अपने लंड को मामी की गंद पर टच किया, क्या बताओ दोस्तों उस टाईम मुझे क्या महसूस हो रहा था? अब मामी ने कुछ नहीं किया, तो मेरी मेरी साहसी और बड़ गया। फिर मैंने थोड़ा ज़ोर से टच किया, तो इस बार भी मामी ने कुछ नहीं किया, तो अब में समझ गया और मैं पीछे से उनके बूब्स दबा दिया। तो उन्होंने आआहह और एकदम पलट गए और बोली कि ये क्या कर रहे हो? तो फिर में भी बिना डर बैंड में जो जो करना है करना था था। तो ये देखकर मामी ने टाइल दे दी, अब में उनके इशारा समझ गया था।
फिर मैंने उसका विक्ट्स होठो को चूसना स्टार्ट कर दिया, अकेले रसीले होंठ मैं अपने लाईफ में नहीं देखे थे। अब मामी भी मुझे बराबर का रेस्पॉन्सट्स जा रहा था, अब ये देखकर मुझ और जोश आ गया था। अब में उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाए जा रहा था कि मैं अकेले में किठथ ही चूसता रहेगा या मेरी चूत भी चाटेगा। अब उनके ये लाइन तो मेरे लिए मानो जन्नत की बाहर ले आ गया था। फिर मैंने उनका नाइटी उतार दी, उन्होंने ब्लेक कलर की पेंटी पहनी थी। अब जैसे ही मुझे पेंटी उड़ी, तो मुझे बिना बालों की बिल्कुल सही चूत दिखी।
अब में तो जैसे पागल हो गया था, अब उनके चूत को देखकर मुझे लगा रहा था कि मामी ने आज ही खुद चूत के बाल साफ किया है, मतलब है नियत पहले से ही चुडवे की थी। फिर मैं उनका चूत को चाटना स्टार्ट किया, अब वो तो मान पागल सी हो गया था। अब वो आ आ की सिसकारियां भरने लग रही है और बोली कि रोहित आज मेरी चूत को चाट डालो, ये आज से तुम्हारी है, तुम्हारी मामा से तो लाईफ में कुछ नहीं हो सकता है। अब ये सुनकर मुझमें और जोश आ गया और में और ज़्यादा ज़ोर से थे चूत चाटना लग गया। अब वो आ आ की सिसकारियां भरने लगी थी, तबी वो झड़ गया और मैं उनका सारा माल अपने मुंह में अंदर ले लिया। फिर मैं मामी के हाथ में अपना लंड दिया, तो अब वो इतना लम्बाक्स देखकर पागल सी होकर मेरे लंड पर टूट पड़ी और झटका से मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया। दोस्तों उस टाईम की क्या फिलिंग था? फिर मैं मामी को चोदना स्टार्ट किया, अब मैं एक बार में अपना पूरा लंड देता है चूत के अंदर डाल दिया गया था।
अब वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी आहेह रोहित मार डालेगा क्या? तो मैंने कहा कि हाँ रंडी आज में पास चोद-चोदकर ही मार डालूँगा, फिर में ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाने लग रहा था। फिर उसके बाद में मामी की गंद मारनी स्टार्ट की जो पूर्ण 10 मिनट तक चली। इस बीच मामी दो बार झड़ने था, लेकिन में अभी तक एक भी बार नहीं झड़ा था। अब गंद मारते-मारते में भी झड़ने वाला ही वाला था कि तुम्हारा अपना लंड मामी के मुंह में डाल दिया और वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को चूसने लगी। फिर मैंने अपना सारा माल मामी के मुंह में ही निकाल दिया, हम वो पी गए और फिर हम सो गए। फिर जब भी मामा जी बिजनेस के सिलसिले में बाहर जाना, तो में मामी की चुदाई कर देना।
रखे मामी की चूत की गर्मी का मजा पहली बार मेरी गांधी कानी – देसी हिंदी संभोग कहानियों पर पहली बार देखा।