भाभी की गांड की खुजली को अच्छे से मिटाया
Bhabhi intercourse experiences, antarvasna
मेरा नाम मनोज है मैं अलवर का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 28 वर्ष है और मैं अपना ही जूतों को कारोबार करता हूं। मेरी शॉप बाजार में है, वह बहुत अच्छे से चल रही है। मैंने इस काम को 3 वर्ष पहले शुरू किया था, मुझे बहुत अच्छा रिस्पांस मिला और अब मेरा काम अच्छे से चल रहा है। मेरे भैया की शादी को भी दो वर्ष हो चुके हैं। मेरे पिताजी भी घर पर ही रहते हैं वह घर का काम देखते हैं। पहले वह एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते थे लेकिन अब उन्होंने वह काम छोड़ दिया है क्योंकि अब उनकी उम्र हो चुकी है इसलिए अब वह काम नहीं कर सकते। मेरे भैया भी एक कंपनी में जॉब करते हैं और वह भी बहुत अच्छी नौकरी पर हैं। उनकी कंपनी का हेड ऑफिस दिल्ली में है और उन्हें वह काम करते हुए काफी समय हो चुका है।
मेरी भाभी घर पर ही रहती हैं लेकिन मेरी भाभी मुझसे बिल्कुल भी अच्छे से बात नहीं करते। जब मेरे भैया की शादी हुई थी तो उस वक्त हम लोग मेरी भाभी को देखने गए थे। मुझे मेरी भाभी बहुत अच्छी लगी थी इसलिए मैंने अपने भैया से कहा कि आप शादी के लिए हां कह दीजिए। मेरे भैया मेरी बात बहुत मानते हैं और उन्होंने इस रिश्ते के लिए हां कर दी, उसके बाद उन दोनों की शादी हो गई। शादी से पहले भी हम लोग कई बार मिले, मैं अपने भैया के साथ गया था और मेरी भाभी के साथ उनकी बहन भी आती थी। मेरी भाभी चाहती थी कि मेरा रिश्ता उनकी बहन के साथ हो जाए लेकिन मुझे वह अच्छी नहीं लगती थी क्योंकि उसका व्यवहार बिल्कुल भी अच्छा नहीं था और मेरा रिलेशन किसी दूसरी लड़की के साथ चल रहा है इस वजह से मैं भी नहीं चाहता कि मेरे रिश्ते की बात आगे बढे लेकिन शालू भाभी चाहती थी कि मेरी शादी उनकी बहन से ही हो। जब मैंने इस रिश्ते के लिए मना कर दिया तो उसके बाद से वह मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं करती और कभी कबार उन्हें कुछ जरूरी काम होता तो ही वह मुझसे बात किया करती थी, मैं भी उनसे उसी वक्त बात करता था। मेरे भैया का नेचर बहुत अच्छा है और वह बिल्कुल ही सिंपल और साधारण व्यक्ति हैं।
उन्होंने मेरी भाभी को कहा कि तुम मनोज से बात क्यो नहीं कर रहे हो, मेरी भाभी कहने लगी कि मैं उससे बात करती तो हूं लेकिन मेरी भाभी हमेशा ही इस बात को टाल दिया करती थी। मैं भी अपने काम के सिलसिले में अक्सर बाहर जाता रहता था। मैं अपना सामान बाहर से ही लाता हूं इसी वजह से मुझे बाहर जाना पड़ता है। दुकान में मैंने दो लड़के रखे हुए हैं जो कि मेरा काम संभालते हैं और वह बहुत अच्छे से मेरा काम संभाल रहे हैं इसीलिए मुझे कोई भी दिक्कत नहीं होती। मैं जब भी बाहर जाता हूं तो वह लोग दुकान का काम बहुत अच्छे से संभाल लेते हैं। एक बार मैं अपने काम के सिलसिले में ही बाहर गया हुआ था और उस वक्त मुझे बहुत सारा सामान लाना था। मैंने वह सामान ट्रांसपोर्ट में डलवा दिया लेकिन मेरा सामान समय पर नहीं पहुंचा और जब मैंने ट्रांसपोर्ट से पूछा कि मैंने कुछ दिनों पहले आप के यहां से सामान बुक करवाया था लेकिन अभी तक मेरे पास वह सामान नहीं पहुंचा है, उन्होंने मुझे बताया कि ट्रक रास्ते में खराब हो गया है इस वजह से अभी तक आपका सामान नहीं पहुंच पाया है लेकिन उनका ट्रक कहीं पर खराब नहीं हुआ था, उसे पुलिस ने पकड़ लिया था और मेरा सामान भी उस में ही फंस गया था। ट्रांसपोर्टर अब जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं था और मुझे उस वक्त बहुत नुकसान झेलना पड़ा। मैंने उस नुकसान की भरपाई के लिए अपने रिश्तेदारों से पैसे लिए और कुछ पैसे मैंने अपने भैया से भी लिए। उसके बाद मैंने दोबारा से अपना सामान मंगाया और धीरे-धीरे सब के पैसे मैंने लौटा दिए। जब सब के पैसे मैंने दे दिए तो उसी दौरान मेरी गर्लफ्रेंड मुझसे शादी की जिद करने लगी लेकिन मैंने उसे कहा कि मैंने अभी कुछ समय पहले ही सब के पैसे लौटाए हैं इसलिए मैं अभी शादी नहीं कर सकता क्योंकि मेरे पास कुछ भी सेविंग नहीं है। वह कहने लगी कि यदि तुमने मुझसे जल्दी से शादी नहीं की तो मेरे घर वाले मेरे लिए कहीं और रिश्ता देख लेंगे।
मैंने उसे कहा कि मुझे कुछ वक्त दो, उसके बाद मैं तुमसे शादी कर लूंगा। वह कहने लगी ठीक है मैं तुम्हें 6 महीने का वक्त देती हूं यदि उस दौरान तुमने मेरे घर पर बात कर ली तो मैं तुमसे शादी कर लूंगी, नहीं तो मेरे घर वाले कहीं और मेरे लिए लड़का देख लेंगे। इसी वजह से मैं बहुत चिंतित रहने लगा क्योंकि मैं अपनी गर्लफ्रेंड से बहुत प्यार करता था लेकिन मुझे नहीं पता था कि उन 6 महीनों के बीच भी मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा और उसके बाद मेरी गर्लफ्रेंड का रिश्ता कहीं और हो गया। जब वह मुझसे मिलने आई तो मैंने उसे समझाया कि तुम यह रिश्ता क्यों कर रही हो, तुमने मुझे कुछ वक्त और दे दिया होता तो मैं तुम्हारे घर पर आकर तुम्हारे पिताजी से बात कर लेता। वह मुझसे कहने लगी मैंने तुम्हें इतना वक्त दिया, उसके बावजूद भी तुमने मेरे लिए कुछ नहीं किया। उसने मुझे कहा कि आज के बाद तुम कभी मुझे फोन भी मत करना और ना ही मैं तुमसे बात करना चाहती हूं। मैंने उसे बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन वह बिल्कुल भी नहीं समझी। उस दिन के बाद से मैंने कभी भी अपनी गर्लफ्रेंड को फोन नहीं किया और ना ही उसका फोन मुझे आया।
मैं बहुत परेशान हो गया था और यह बात मैं किसी को भी नहीं बता सकता था लेकिन यह बात ना जाने मेरी भाभी को कहां से पता चल गई और एक दिन वह मुझे कहने लगी कि मैंने तो तुम्हें पहले ही कहा था कि तुम मेरी बहन से रिश्ते के लिए हां कर दो, अगर तुमने हां कर दी होती तो अब तक तुम दोनों शादी भी कर चुके होते और तुम्हारी गर्लफ्रेंड ने तुम्हारा कितना साथ दिया यह भी तुमने देख ही लिया होगा। जब उन्होंने मुझे यह बात कही तो मुझे बहुत ही बुरा लगा। मैंने अपनी भाभी से कहा कि आप इस वक्त मुझे बिल्कुल भी इस बारे में ना ही कहे तो अच्छा होगा। वह मुझे कहने लगे कि यदि तुम अभी भी मेरी बहन से शादी के लिए तैयार हो जाते हो तो मैं अपने घर पर बात कर लुंगी। मैंने उन्हें कहा कि मुझे कुछ वक्त दीजिए यदि मुझे ऐसा कुछ लगेगा तो मैं आपको जरूर इस बारे में बताऊंगा। उसके बाद मेरी भाभी अपने कमरे में चली गई और वह साफ सफाई करने लगी। मैं भी अपने कमरे में बैठा हुआ था। उस दिन मैं काम पर नहीं गया और मैंने अपनी दुकान में काम करने वाले लड़के को फोन कर दिया था और कहा कि मैं आज नहीं आऊंगा, तुम दुकान का काम संभाल लेना। वह लोग कहने लगे ठीक है, हम लोग दुकान का काम संभाल लेंगे। अब मैं घर में बैठकर यही सोच रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए क्योंकि मैं अपने आप को बहुत अकेला महसूस करने लगा और मैं बहुत परेशान भी था। मेरी भाभी उसके बाद मेरे कमरे में आई और मुझसे पूछने लगे कि आप कुछ ज्यादा परेशान लग रहे हैं, मैंने उनसे बात नहीं की और वह कमरे में ही सफाई करने लगे। मेरे कमरे में बहुत सारा सामान बिखरा हुआ था क्योंकि मुझे बिल्कुल भी वक्त नहीं मिल पाता था इसलिए मैं अपने कमरे को ठीक नहीं करता था। शालू भाभी मेरे कमरे की सफाई कर रही थी और वह मुझसे कहने लगे कि आप अपने कपड़ों को तो कम से कम संभाल लिया करो, मैंने उन्हें कहा कि आपको तो पता ही है मुझे बिल्कुल भी वक्त नहीं मिलता और इसी वजह से मैं अपने कपड़े भी नहीं संभाल पाता हूं। वह मेरा पूरा सामान ठीक करने लगी और उस दिन मैंने भी उनके साथ मदद की।जब मैं अपनी भाभी के साथ सफाई का काम कर रहा था मुझे उनकी बड़ी बड़ी गांड दिखाई दे रही थी और मेरा मूड भी उस दिन बहुत ज्यादा खराब था। मैंने पीछे से ही उनकी बड़ी गांड पर हाथ लगाया तो उन्हें भी मजा आने लगा। कुछ देर बाद वह मेरे साथ ही बैठ गई और मुझे समझ आ गया कि इन्हें अब मेरे लंड की आवश्यकता है। मैंने उनकी जांघो को सहलाना शुरू कर दिया और काफी देर तक उनकी जांघो को सहलाता रहा।
जब मैंने उनके होंठों को अपने होठों में लिया तो उन्हें पूरा मजा आने लगा और वह मेरा साथ देने लगी। मैंने जैसे ही उन्हें नंगा किया तो उनके बडे बडे स्तन देख कर मैं पूरे मजे में आ गया और मैंने तुरंत ही उनके स्तनों को अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा। मैंने जब उनकी योनि को देखा तो उस पर एक भी बाल नहीं था और मैंने उनके दोनों पैरो को चौड़ा करते हुए उनकी योनि को चूसना शुरू कर दिया। मै काफी देर तक उनकी चूत को चूसता रहा उनकी चूत से पानी बाहर आने लगा वह मैंने अपने मुंह में ले लिया। मैंने भी उनके मुंह में अपने लंड को डाल दिया और वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूसने लगी। मुझे बहुत मजा आ रहा था जब वह मेरे लंड को अपने मुंह में ले रही थी। ऐसा काफी देर तक उन्होंने किया उसके बाद मैंने उन्हें घोड़ी बना दिया और घोड़ी बनाते ही उनकी योनि में जैसे ही मेरा लंड गया तो वह चिल्लाने लगी और मैं उन्हें बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा। मुझे बहुत मजा आने लगा जब मैं उन्हें चोदे जा रहा था। वह कहने लगी आप तो बड़े अच्छे से चोद रहे हो लेकिन जैसे ही मेरा मल गिरा तो उन्हें बहुत मजा आया लेकिन मेरा मन अभी भरा नहीं था। मैंने दोबारा से अपने लंड को हिलाते हुए शालू भाभी की गांड के अंदर डाल दिया और जैसे ही मेरा लंड उनकी गांड में गया तो उन्हें बहुत दर्द होने लगा और वह चिल्लाने लगी। वह बहुत ज्यादा चिल्ला रही थी उनकी आवाज मेरे कानो तक आती तो मैं उन्हीं बड़ी तेजी से झटके दिया जा रहा था। उनकी गांड से खून आने लगा लेकिन मुझे बहुत मजा आ रहा था जब मैं उन्हें झटके दिया जाता। मैंने काफी देर तक उन्हें ऐसे ही झटके दिए अब उनकी गांड से कुछ ज्यादा ही आग बाहर निकलने लगी और मुझसे वह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हुई। जैसे ही मेरा वीर्य मेरी भाभी की गांड में गया तो उन्होंने चैन की सांस ली और कहने लगी तुमने तो मेरी गांड फाड़ कर रख दी लेकिन उन्हें बहुत अच्छा लगा और उसके बाद उनकी गांड की खुजली को मै मिटाता हू।