ट्रेन से घर आकर चुदी प्यासी भाभी

लखनऊ की रहने वाली एक औरत ने मुझे फोन किया कि मैं आपसे चुदना चाहती हूँ. फिर वो मेरे बताए पते पर मेरे घर आ गई. जहां हमने जम कर चुदाई की. लेकिन ये सब कैसे हुआ जाने मेरी इस कहानी में…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम राज है. आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ. अगर इसमें कोई गलती हो तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूँ लेकिन अगर कहानी अच्छी लगे तो मेल करना मत भूलना.

अब मैं आपको ज्यादा बोर न करते हुए सीधा अपनी कहानी पर लाता हूँ. दोस्तों, मैं एक कॉल बॉय हूँ. बात तब की है जब मेरे पास एक लड़की का कॉल आया. मैंने फोन रिसीव किया और बोला – हेलो! तभी सामने से एक बहुत ही प्यारी आवाज आई. उधर से एक लड़की बोल रही थी. उसने कहा – क्या आप राज बोल रहे हैं?

इस पर मैंने कहा – जी हां, मैं राज ही बोल रहा हूँ. बताइए मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ?

तब उस औरत ने कहा – मेरे पति एक महीने के लिए मुंबई जा रहे हैं. इसलिए मैं चाहती हूँ कि आप मुझे खुश करें.

इस पर मैंने कहा कि आपकी सेवा करके मुझे खुशी होगी. बताइए आप कहां रहती हैं? उसने कहा कि उसकी कोई जरूरत नहीं है, तुम एड्रेस बताओ मैं वहाँ आ जाऊंगी. इस पर मैंने कहा कि ठीक है. इसके बाद मैंने उसे अपना एड्रेस बताया. दोस्तों, मैं जौनपुर में रूम लेकर रहता हूँ. वो घर एक दम अकेले में है तो मैंने उसे वहीं बुलाया.

दोस्तों, वो लखनऊ की रहने वाली थी. लखनऊ से जौनपुर तक ट्रेन से आ रही थी. उसने मुझे बताया तो मैं जौनपुर में उसकी ट्रेन का इंतजार कर रहा था. कुछ देर में उसकी ट्रेन आ गई. ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच से ब्लैक साड़ी में स्लिम और दूध सी गोरी औरत उतरी. उसने ब्लैक कलर के सनग्लासेज लगा रखा था.

मैंने उसको अपनी फ़ोटो मेल कर दिया था लेकिन उसने अपनी कोई फ़ोटो नहीं भेजी थी. इसलिए मैं उसे पहचान नहीं पाया लेकिन उसने मुझे पहचान लिया और पास आकर बोली – हाय, राज!

मैं उसे पहचान कर शॉक्ड रह गया. उससे हाय किया और मन ही मन सोचने लगा कि यार कितनी खूबसूरत है ये तब उसने मुझसे कहा – ओ हेलो, कहाँ खो गए? अब चलो भी.

दोस्तों, उस टाइम शाम के 7 बज रहे थे. फिर मैंने उसे अपनी कार में बिठाया और लेकर अपने रूम पर आ गया. रूम पर पहुंचने के बाद वह बोली – यार, राज मुझे भूख लगी है. तब मैंने कहा कि ओके मैं तुम्हारे लिए कुछ लेकर आता हूँ.

तब उसने कहा कि मुझे खाने के साथ एक बोड़का, सिगरेट और स्ट्रांग सेक्स के लिए कुछ पिल भी चाहिए. तब मैंने कहा कि ठीक है बेबी मैं तुम्हारे लिए ये सब लेकर आता हूँ.

फिर मैं निकला और सबसे पहले रेस्टोरेंट गया और वहां से खाना पैक करवाया. फिर उसके लिए और अपने लिए मैनफोर्स की गोलियां लीं. इसके बाद उसके वोदका और सिगरेट ले लिया और साथ ही अपने लिए रॉयल स्टैग की एक बोतल भी ले ली. फिर वापस आ गया.

घर पहुंचा तो देखा कि वह बेड पर लेटी थी. मैं उसके पास गया और उसे उठाया. फिर हमने एक साथ खाना खाया और ड्रिंक लिया.

इसके बाद मैं उसकी साड़ी का पल्लू खींचने लगा. फिर उज़्ने अपनी पूरी साड़ी ही खोल दी. अब वो पेटीकोट और ब्लाउज में थी, जिसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही थी. उसे देख कर मुझे लग रहा था कि उसका पति कितना अभागा है जो उसे ठीक से चोदता नहीं.

तभी उसने नशे में कहा कि राज, आज मुझे ऐसे चोदना कि मेरी चूत फट जाए. आज तुम अपना पूरा जोर लगा देना. मुझे तुम्हारे साथ बहुत कुछ करना है. अब मैं बेकाबू हो रहा था. फिर मैंने उसका पेटीकोट खींच के फाड़ दिया और उसका ब्लाउज भी फाड़ दिया.

अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्लैक कलर की पैंटी और ब्रा में थी. अब मैं उसके गले के नीचे और उसके गोरे लेग्स को चूम रहा था. उसकी बॉडी से बहुत अच्छी खुशबू आ रही थी.

मैंने अब उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और वो ज़ोर – ज़ोर से सांस ले रही थी. उसकी चूत पूरी तरह गीली हो गई थी. फिर मैंने उसकी पैंटी निकाल के उसकी चूत चाटने लगा. लगभग 5 मिनट तक चूत चाटने के बाद उसने पानी छोड़ दिया और सारा पानी मैंने अपने मुंह में ले लिया.

फिर मैंने अपना लन्ड निकाला और उसके मुंह में दे दिया. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं जन्नत में हूँ. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने उसके बाल पकड़े और ज़ोर – ज़ोर से हिलाने लगा.

वो इशारा कर रही थी कि एक मिनट रुको लेकिन मैं उसके बालों को और ज़ोर से खींचने लगा और उसके बूब्स खोल दिए. अब मैं उसके बूब्स पर थप्पड़ मारने लगा. जिससे उसके भूरे बूब्स अब लाल हो गए थे. थोड़ी देर बाद मैं झड़ने वाला था तो सारा पानी उसके मुंह पर छोड़ दिया. उसके पूरे मुंह में मेरा ही पानी था.

अब वो मेरे ऊपर गिर पड़ी. फिर थोड़ी देर बाद मैं उसके ऊपर चढ़ा और उसको उल्टा किया. इसके बाद मैं उसकी गांड में अपना लन्ड डालने लगा. उसकी गांड बहुत टाइट थी. मेरा लन्ड उसकी गांड में जा ही नहीं रहा था.

अब मैंने एक क्रीम निकाला और पूरी की पूरी क्रीम उसकी गांड में लगा दिया और थोड़ी सी क्रीम अपने लन्ड पर भी लगा लिया और सेट करके हल्का सा धक्का लगाया. इससे मेरा लन्ड फिसल कर इसकी गांड में घुस गया. अब वह पागलों की तरह चिल्लाने लगी और कहने लगी कि प्लीज़ रुको, आह आह प्लीज़ मुझे दर्द हो रहा है. राज, रुक जाओ नहीं तो मैं मर जाऊंगी. लेकिन मैं नहीं रुक रहा था.

अब मैंने उसको डॉगी स्टाइल में किया और फिर से उसके बाल खींचने लगा. अब उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे थे. तब मैंने सोचा कि अब मुझे रुक जाना चाहिए. फिर जब मैंने अपनी स्पीड कम की तो वो चिल्लाई और बोली कि ज़ोर से चोदो मुझे, मेरी गांड मार लो. प्लीज़ और चोदो मुझे और फाड़ दो मेरी गांड.

अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी. करीब आधे घंटे मैंने उसकी गांड मारी. फिर थोड़ा रिलैक्स करने के अब बारी उसकी चूत मारने की थी. फिर मैंने उसे सीधा किया और उसकी चूत में थोड़ी सी क्रीम डाल दी. इसके बावजूद भी मेरा लन्ड अंदर नहीं जा रहा था. यह देख कर वो हंसने लगी.

तब मैंने कहा कि रुक बेटा. अभी तू रोयेगी. इस पर वह बोली – अच्छा जी, चलो फिर रुलाओ ही मुझे. यह कहते ही उसने मेरा लन्ड अपने हाथ से पकड़ के अपनी चूत के अंदर डाल लिया. अब मेरा लगभग आधा लन्ड उसकी चूत के अंदर चला गया था. फिर मैंने पूरा ज़ोर लगाया तो वो आहहहह प्लीज़ आह हूँ हूँ ओह्ह माई गॉड करके चिल्लाने लगी. फिर वह बोली – यस राज, और ज़ोर से और ज़ोर से.

अब मैं रुका और उसके हाथ और पैर को बेड से लगा कर एक रस्सी से बांध दिया. फिर उसकी चूत में लन्ड डाल कर पागलों की तरह चोदने लगा और साथ में उसके निप्पल्स को अपने दांतों से काटने लगा.

एक हाथ की उंगली मैंने उसकी गांड में भी डाल रखी थी. उत्तेजना वश अब वह मरने को हो रही थी और पागलों की तरह चिल्ला रही थी. वो मुझे और तेजी से चोदने के लिए कह रही थी. साथ में गालियां भी बक रही थी.

थोड़ी देर बाद मैं थक गया और थका होने के चलते अपना लन्ड उसकी चूत में ही डाल कर सो गया. उधर वो भी सो गई थी. सुबह हुई तो मैं उसको छोड़ने रेलवे स्टेशन गया और उसको ट्रेन में बिठा दिया.

घर पहुंचने के बाद अगले दिन उसने मुझे मैसेज किया और बताया कि उसे बहुत मज़ा आया.

तो दोस्तों, ये थी मेरी सच्ची कहानी अगर आपको पसन्द आई हो तो मेल जरूर करें. मेरी मेल आईडी – [email protected]