जिगोलो को घर बुलाया और चूत की प्यास बुझाई – मुफ्त देसी चुदाई की कहानिया हिंदी सेक्स
जिगोलो को घर बुलाया और चूत की प्यास बुझाई
Jigolo ko ghar bulaya aur chut ki pyas bujhayi:
Antarvasna, hindisex
मेरा नाम अमृता है मैं इंदौर की रहने वाली हूं। मेरी शादी को दो साल हो चुके हैं दो साल पहले मेरी शादी आदित्य नाम के लड़के से हुई थी। आदित्य एक इंजीनियर है वह एक अच्छे परिवार से हैं और खुद भी वह एक बहुत अच्छे इंसान हैं लेकिन वह किसी से ज्यादा बातें नहीं करते हैं। यहां तक कि मेरी शादी को बहुत समय हो चुका हैं और अभी तक वह मुझसे सही से बात भी नहीं करते हैं। एक समय की बात है जब हम दोनों घूमने निकले थे। घूमने तो हम चले गए लेकिन उन्होंने मुझसे सही तरीके से बात भी नहीं की ना ही मुझे चोदा। वह बस अपने काम में ही रहते थे इसलिए मैं उससे खुश नहीं थी क्योंकि वह मुझे टाइम ही नहीं दे पाते थे। प्यार तो वह मुझसे करते थे लेकिन वह मुझसे ज्यादा बातें नहीं करते थे। जब हम घूमने गए तो वहां भी वह चुपचाप एक कमरे में अपना ऑफिस का काम कर रहे थे। मैं उनके लिए खाना ले कर आई लेकिन वह तो इतने व्यस्त थे कि उनके पास खाना खाने का भी टाइम नहीं था। मेरे कई बार बोलने के बाद उन्होंने खाना खाया। वह भी काम करते-करते मुझे उनकी यह आदत बहुत गंदी लगती थी। वह हर चीज में अपने काम को सबसे पहले देखते थे और उनसे कुछ कहो ऐसा लगता था। जैसे उन्हें सुनाई नहीं दे रहा है। वह अपने काम में इतने डूबे हुए रहते थे कि उन्हें किसी की बात भी सुनाई नहीं देती थी।
एक दिन मेरी फ्रेंड के घर पर पार्टी थी तो उसने मुझे और मेरे हस्बैंड को पार्टी पर आने के लिए कहा। पहले तो मेरे हस्बैंड पार्टी में जाने के लिए माने नहीं फिर बढ़ी मुश्किल से मैंने उन्हें पार्टी में जाने के लिए राजी किया। जब हम दोनों पार्टी में गए तो मैंने उन्हें अपने दोस्तों से मिलाया। लेकिन थोड़ी देर बाद वह जाकर अकेले एक तरफ बैठ गए। मुझे बहुत गुस्सा आया था लेकिन मैं उस समय क्या करती। मैं भी अपने दोस्तों के साथ पार्टी इंजॉय करने लगी। मैंने उन्हें कई बार अपने साथ आने को कहा लेकिन वह नहीं आए फिर मैंने भी उन्हें कुछ नहीं कहा पार्टी खत्म होने पर हम दोनों घर चले गए। जब घर पर मैंने उनसे बात की तो वह कहने लगे कि यह पार्टी करना मुझे नहीं आता। अब मैं उन्हें कहती भी क्या मैं तो उन से बहुत परेशान हो गई थी। जब मैं अपनी फ्रेंड के हस्बैंड को देखती तो मैं भी यही सोचती कि काश मेरा हस्बैंड भी इसी तरह रोमांटिक होते।
एक दिन मेरी फ्रेंड ने मुझसे मेरे हस्बैंड के बारे में पूछा। अब मैं उसे अपने हस्बैंड के बारे में क्या बताती। वह मुझसे कहने लगी कि तेरे हसबैंड बहुत अच्छे इंसान हैं और तेरे ससुराल वाले भी बहुत अच्छे हैं। मैंने उससे कहा कि तुझे कैसे पता कि मेरे हस्बैंड और मेरे ससुराल वाले बहुत अच्छी है। उसने कहा कि तेरे हस्बेंड एक इंजीनियर है और तुझे खुश भी रखते होंगे। फिर मैंने उससे कहा कि मेरे पति इंजीनियर तो है लेकिन वह मुझसे बात तक नहीं करते। वह आज भी गुमसुम से रहते हैं सिर्फ अपने काम पर ही व्यस्त रहते हैं। उन्हें अपने काम के अलावा और कुछ नहीं दिखता। ऐसे में मैं इस इंसान के साथ कैसे रह सकती हूं। आज तक उन्होंने मुझसे प्यार से बात तक नहीं की इतने में मेरे हस्बैंड आ गए। मैंने उन्हें अपनी फ्रेंड से मिलाया लेकिन उन्हें तो कोई फर्क ही नहीं पड़ा।
फिर मैं भी उनसे दूर ही रहने लगी। अब मुझे भी उनसे बात करने का कोई शौक नहीं था। मैं हमेशा अपने दोस्तों के साथ ही अपना समय बिताती थी ना मैं आदित्य से बात करती थी और ना ही मुझे उनसे बात करने का कोई शौक था। फिर धीरे-धीरे मैं उनसे दूर होने लगी वह भी इस बात को समझ गए थे। उन्होंने एक दिन मुझसे कहा की तुम इस तरह देर से घर मत आया करो। मैंने कहा तो मैं घर पर आकर भी क्या करूं ना तुम मुझसे बात करते हो ना तुमसे कुछ होता है। मैं कब तक तुम्हारे साथ ऐसे ही रहूंगी। मुझे बिलकुल अच्छा नहीं लगता। जब तुम ऐसे अपने काम पर लगे रहते हो और मेरे साथ बात तक नहीं करते। धीरे-धीरे वह भी इस बात को समझने लगे थे उन्हें यह बात तब समझ आई। जब मैं उनसे दूर होने लगी थी उनके साथ में ज्यादा समय नहीं रहती थी। अधिकतर समय मैं अपने दोस्तों के साथ और पार्टी में ही बिताती थी। इसलिए उन्हें मेरी अहमियत अब पता होने लगी थी।
मैंने भी कुछ दिन तक उनसे बात नहीं की और अपने दोस्तों के साथ ही इंजॉय करती रही। अपने दोस्तों के साथ ही मैं घूमने जाया करती थी। उनके साथ तो मैं बहुत खुश थी लेकिन जिसके साथ मुझे खुश रहना चाहिए था वह तो मुझे देखता तक नहीं था तो खुश कहां से होना था। अगर मुझे पहले पता होता कि आदित्य इस तरह के इंसान हैं तो मैं आदित्य से कभी शादी ही नहीं करती लेकिन मुझे क्या पता था। मैंने भी यही सोचा था कि वह एक अच्छे इंसान हैं और अच्छे भी दिखते है। बस यह सब देख कर ही मैंने उनसे शादी की यही मेरी सबसे बड़ी गलती थी। उन्हें प्यार तो था मुझसे लेकिन उन्होंने कभी उस प्यार को जताया ही नहीं।
एक दिन मैं अपने फ्रेंड के घर गई तभी मेरी फ्रेंड ने मुझे कहां जिगोलो को बुलाते है। हमारे यहां एक जवान लड़का पहुंच गया। उसकी उम्र सिर्फ 22 साल की थी लेकिन उसका शरीर बहुत ही तंदुरुस्त और हट्टा-कट्टा था। मेरी फ्रेंड ने तो मुझे कहा कि तू उसके साथ मजा ले मैं कल देख लूंगी। अब हम दोनों ही उस कमरे में थे और मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम विजय बताया। मैंने उसे कहा कि तुम्हें मेरी चूत की भूख को मिटाना है। मेरे पति ने मुझे बहुत समय से चोदा नहीं है। वह मुझे कहने लगा आप चिंता ना करें मैं आपको जमीन में ही तारे दिखा दूंगा। उसने अपने जींस को नीचे करते हुए अपने लंड को जैसे ही बाहर निकाला तो उसका बहुत बड़ा था। मैं उसके लंड को देखे जा रही थी और बहुत खुश थी। मैंने एक ही झटके में उसके लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया और ओरल सेक्स करने लगी।
मैंने काफी देर तक उसके लंड को मुंह के अंदर बाहर करना शुरू किया। जिससे कि वह उत्तेजित हो जाता और मैंने उसे कहा कि तुम मेरी चूत को अच्छे से चाटो। वह मेरी चूत को अच्छे से चाटता रहा। मै यह सब बहुत ही दिनों बाद करवा रही थी तो मुझे काफी आनंद आ रहा था। उसने अपनी पूरी जीभ को मेरी चूत के अंदर तक डाल दिया। मेरी चूत पानी छोड़ने लगी थी और पूरी गीली हो गई थी जिससे कि मुझे कंट्रोल नहीं हो रहा था। मैंने उसे कहा कि तुम अपने लंड को मेरी चूत में डाल दो। उसने जैसे ही अपने 9 इंच के लंड को मेरी चूत मे डाला तो मेरे गले से आवाज निकल गई और मैं बहुत तेज तेज चिल्लाने लगी। मेरी सांसें भी बहुत तेज हो गई थी वह मुझे ऐसे ही झटके मारता जा रहा था। अब वह मेरे होठों को भी किस करता और मेरे स्तनों को भी अपने मुंह में लेकर चूसता जाता। वह मेरे पूरे स्तन को अपने मुंह के अंदर तक ले रहा था और वैसे ही बाहर निकाल देता। उसने मेरे निप्पल में अपने दांतो से निशान लगा दिए थे। वह मुझे बड़ी तेजी से चोदे जा रहा था। जिससे कि मेरा पूरा शरीर गर्म हो चुका था और उसके लंड और मेरी चूत से गर्मी निकल रही थी। वह कुछ ज्यादा ही तेजी से निकलने लगी। मेरा तो झड़ चुका था और मैं काफी आराम महसूस कर रही थी लेकिन विजय अब भी मुझे ऐसे ही चोद रहा था।
मुझे बहुत ही अलग तरीके का अहसास हो रहा था क्योंकि मेरे पति के द्वारा तो मुझे ना जाने कब से चोदा गया था। विजय ने मुझे ऐसे ही ऊपर उठाते हुए मेरी दोनों टांगों को कसकर पकड़ लिया और नीचे से मुझे चोदने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था। जब वह मेरे साथ ऐसा कर रहा था यह पहली बार है कि जब मैंने ऐसी किसी पोज में अपनी चूत मरवा रही थी। यह मेरे लिए एक नए तरीके का कुछ था। उसने मेरी चूत से लंड बाहर निकालते हुए मुझे घोड़ी बना दिया और घोड़ी बनाकर ऐसे ही चोदने लगा। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी चूतडे उसके लंड से टकरा रही हैं और मेरा पूरा शरीर हिलता जा रहा है। मैं भी अपनी चूतडो को उसके लंड कि तरफ करती जाती और वह मुझे ऐसे ही धक्के मारता जाता। उसने बहुत देर तक ऐसे ही मुझे चोदा जिससे कि मेरा शरीर पूरा कमजोर हो चुका था और वह बड़ी तेजी से झटके मार रहा था। उसने अपना वीर्य मेरी चूत में गिरा दिया।
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