कॉलेज के सीनियर की कमसिन बहन

College ke senior ki kamsin bahan:

antarvasna, kamukta

मेरा नाम कुलदीप है मैं एक बार बस से लुधियाना से चंडीगढ़ के लिए जा रहा था, उसी बस में मेरे बगल में एक लड़की बैठी हुई थी उसका नाम सिमरन है। मैं सिमरन को बार-बार देख रहा था और मेरे अंदर उसके बारे में जानने की उत्सुकता थी। मैं सोचने लगा कि मैं किस प्रकार से सिमरन से बात करू तभी मेरे साथ एक बहुत ही बड़ा इत्तेफाक हो गया। जब मैं चंडीगढ़ पहुंचा तो चंडीगढ़ पहुंचते ही सिमरन को उसका भाई लेने के लिए आया हुआ था, सिमरन का भाई हमारे कॉलेज में सीनियर था। जब मैंने उसे देखा तो मैंने उससे बात कर ली, उसने उसके बाद मुझे सिमरन से मिलवाया, सिमरन से मिलकर मैं बहुत खुश हुआ। सिमरन ने जब मुझसे हाथ मिलाया तो मैं उसकी तरफ देखता ही रह गया और मुझे ऐसा लगा कि मैं उसे सिर्फ देखता ही रहूं क्योंकि सिमरन इतनी ज्यादा सुंदर है कि मेरा मन ही नहीं कर रहा था उससे नजर हटाने का।

सिमरन ने मुझसे अपना हाथ छुड़ाया और उसके बाद रंजीत मुझसे कहने लगा की हम लोग निकलते हैं हमें अभी देर हो रही है, तुम हमारे घर पर आना, मैंने रंजीत से कहा कि मैं कभी और आपके घर आऊंगा। मैं अब अपने काम से चला गया, जब मैं अपना काम कर के अपने रिलेटिव के घर लौटा तो मैं कुछ दिनों के लिए चंडीगढ़ में ही रुक गया क्योंकि मेरा काम खत्म नहीं हुआ था, उसी दौरान एक दिन मुझे सिमरन दिख गई। सिमरन जब मुझे मिली तो मैंने सिमरन को देखते ही कहा कि तुम कहां जा रही हो, वह कहने लगी कि मैं तो अपनी सहेली से मिलने के लिए जा रही थी लेकिन वह घर पर नहीं है, वह अंबाला गई हुई है इसीलिए मैं  घर वापस जा रही हूं। मैंने सिमरन से कहा कि क्या तुम कुछ समय मेरे साथ बिता सकती हो यदि तुम्हें कोई प्रॉब्लम ना हो तो, सिमरन ने पहले कुछ देर सोचा  उसके बाद कहा कि ठीक है मैं कुछ समय तुम्हारे साथ बिताती हूं। मैंने उसे कहा कि क्या तुम्हें मूवी देखना अच्छा लगता है, वह कहने लगी हां मुझे मूवी देखना बहुत अच्छा लगता है, मैं सिमरन को अपने साथ मूवी दिखाने के लिए ले गया था, जब मैं सिमरन को मूवी दिखाने के लिए ले गया तो मुझे उसके साथ मूवी देखना बहुत अच्छा लग रहा था और मैं बार-बार उसकी आंखों की तरफ देख रहा था।

अंधेरे में भी उसकी आंखें बहुत ही चमक रही थी क्योंकि उसकी आंखों का रंग नीला है और उसकी नीली नीली आंखें देख कर मैं उसकी आंखों में ही खो रहा था। जब सिमरन ने मुझे कहा कि क्या तुम मुझसे प्यार करने लगे हो, मैं उसकी तरफ देखता ही रह गया और मुझे तो बिल्कुल यकीन ही नहीं हुआ कि इतनी जल्दी यह सब हो गया, मुझे बिल्कुल भी पता नहीं चला और मैंने सिमरन को उस दिन प्रपोज कर दिया। जब मूवी खत्म हुई तो उस दिन मैंने सिमरन को कहा कि तुम कुछ देर यही पर रुको मैं अभी आता हूं, मैं फटाफट से एक ज्वेलरी शॉप में गया और वहां से मैंने एक रिंग ले ली, मैंने वह रिंग सिमरन की उंगली पर पहना दी तो वह बहुत ही खुश हुई और कहने लगी क्या तुम मुझसे इतना ज्यादा प्यार करते हो, मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें पहली नजर में ही अपना दिल दे बैठा। मुझे ऐसा लगा कि शायद मेरी तुमसे कभी भी बात नहीं होगी लेकिन यह तो एक बहुत ही बड़ा इत्तेफाक हो गया कि तुम्हारे भैया मेरे परिचित निकले और वह हमारे कॉलेज में सीनियर थे। सिमरन मुझे कहने लगी कि मैंने भी जब तुम्हें पहली बार देखा था तो मेरे दिल में भी एक अलग ही प्रकार की फीलिंग आई इसलिए मैं तुम्हारी तरफ आकर्षित होने लगी थी, मुझे भी नहीं पता था कि हम दोनों के बीच में रिलेशन हो जाएगा। जब यह बात सिमरन ने मुझसे कहीं तो मैं बहुत ही खुश हुआ और मुझे लगा कि सिमरन और मेरे बीच में यह सब बहुत ही जल्दी से हो गया है इसीलिए मैंने सिमरन को अपने गले लगा लिया, मैं उसे गले लगा कर बहुत खुश हुआ। मेरा उसे बिल्कुल भी छोड़ने का मन नहीं कर रहा था और ऐसा लग रहा था कि मैं उसे अपने बाहों में ही ले कर रखूं लेकिन उसने मुझे कहा कि अब मुझे घर के लिए देर हो रही है, घर में मेरा इंतजार सब लोग कर रहे होंगे, मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुमसे कल मिलूंगा।

मैंने सिमरन का नंबर ले लिया और जब वह घर पहुंची तो मैंने उसे फोन कर दिया, मैंने सिमरन को फोन किया तो सिमरन भी मुझसे बात करने लगी लेकिन वह बड़े ही धीमी आवाज में मुझसे बात कर रही थी और कह रही थी कि मुझे तुमसे बात करना अच्छा लग रहा है लेकिन मैं ज्यादा तेज आवाज में बात नहीं कर सकती क्योंकि सब लोग सो चुके हैं। मुझे भी उससे बात कर के बहुत अच्छा लग रहा था और मैंने सिमरन से कहा कि मुझे तो बिल्कुल भी यकीन नहीं हो रहा कि तुमने मुझे हां कह दी है, हम दोनों अब रिलेशन में हैं। मैंने सिमरन से कहा कि मैं तुम्हारे साथ शादी करना चाहता हूं और तुम्हारे साथ अपने आगे की जिंदगी बिताना चाहता हूं, सिमरन मुझे कहने लगी कि मुझे थोड़ा वक्त और चाहिए क्योंकि मैं अभी अपनी पढ़ाई कर रही हूं, पढ़ाई करने के कुछ समय बाद मैं अपने घर पर शादी के बारे में बोल दूंगी। मैंने सिमरन से कहा कि मैं तो सिर्फ तुमसे ही शादी करना चाहता हूं। उस दिन मेरा फोन रखने का बिल्कुल मन नहीं हुआ लेकिन मेरी आंखें बंद होने लगी और मुझे पता ही नहीं चला कब मैं सो गया, मेरा फोन मेरे बगल में ही पड़ा हुआ था। जब मैं सुबह उठा तो मैंने देखा कि सिमरन ने मुझे कई बार कॉल किए लेकिन मैं इतनी गहरी नींद में था कि मैं उसके फोन को रिसीव ही नहीं कर पाया क्योंकि मैं सो चुका था।

जब मैंने सिमरन को फोन किया तो सिमरन कहने लगी कि तुम कल सो गए थे और मैं तुम्हें फोन पर फोन करे जा रही थी। मैंने सिमरन से कहा कि कल मेरी आंख लग गई थी और मुझे बिल्कुल भी पता नहीं चला कब मैं सो गया, वह मुझसे कहने लगी क्या तुम्हें मुझसे मिलना नहीं है, मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुमसे मिलने आता हूं। सिमरन मुझे कहने लगी कुछ देर में पापा मम्मी और भैया  जाने वाले हैं तुम घर पर ही आ जाना। जब मैं सिमरन के घर पहुंचा तो उसने मुझे अपने गले लगा लिया और मैंने भी उसे अपनी बाहों में ले लिया। सिमरन के बड़े बड़े स्तन मुझसे टकरा रहे थे और मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने उसे अपनी बाहों में ले कर रखा था मैंने जैसे ही उसके गुलाब जैसे होठों को किस करना शुरू किया तो मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा काफी देर तक मैं उसके होठों को चूसता रहा। सिमरन भी अब अपने कंट्रोल से बाहर थी और उसने भी मेरे लंड को बाहर निकालते हुए चूसना शुरू कर दिया। सिमरन बड़े ही अच्छे से मेरे लंड को सकिंग कर रही थी उसने अपने गले के अंदर तक मेरे लंड को ले लिया। जब मैंने उसे नंगा किया तो उसके बड़े बड़े स्तन और उसकी चिकनी चूत को देखकर मेरा मूड खराब हो गया। मैंने काफी देर तक उसके स्तनों का रसपान किया और उसके निप्पल को चूसता तो उसकी योनि से पूरा पानी बाहर की तरह निकलने लगता।  सिमरन की योनि पूरी गिली हो चुकी थी। मैंने जैसे ही अपने लंड को उसकी योनि पर लगाया तो वह कहने लगी धीरे धीरे अपने लंड को डालना क्योंकि मैंने आज तक कभी भी किसी के लंड को  अपनी चूत मे नहीं लिया है। मैंने धीरे धीरे से अपने लंड को उसकी चूत के अंदर डाल दिया। जब मेरा लंड उसकी चूत के अंदर तक गया तो उसकी सील टूट चुकी थी और वह चिल्लाने लगी। उसका खून भी निकलने लगा और मैंने उसे बड़ी तेजी से धक्के देना शुरू कर दिया। सिमरन पूरे मूड में आ चुकी थी मैंने सिमरन के दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख लिया। उसको मैं बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा लेकिन उसकी चूत इतनी ज्यादा टाइट थी कि मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी 18 साल की कमसिन लड़की को चोद रहा हूं। मै ज्यादा समय तक सिमरन की चूत की गर्मी को नहीं झेल पाया और जैसे ही मेरा वीर्य सिमरन की योनि में गिरा तो मैंने उसे कसकर पकड़ लिया काफी देर तक हम लोग ऐसे ही लेटे रहे। उसके कुछ दिनों बाद में वापस लुधियाना चला गया अब भी हम दोनों रिलेशन में है और सिमरन मुझसे मिलने लुधियाना आ जाती है।


Feedback are closed.