कज़िन को रात मे चोदा

मेरा सेक्स का ये एक्सपीरियेन्स पहली बार मिला जब मैने अपनी कज़िन के साथ सेक्स किया. मेरी कज़िन का नेम कणिका है वो 18 साल की है और वो काफ़ी ब्यूटिफुल है (32-28-32). उसका कलर बहुत फेर है तो दिखने मे उसकी एज कम लगती है. उसने अभी 12थ के एग्ज़ॅम दिए है. मेरी स्टोरी यहाँ से शुरू होती है. मेरे एग्ज़ॅम के बाद सम्मर वेकेशन चल रहे थे तो मैं अपनी मौसी के घर गया था. मेरी मौसी के अलावा उनका बेटा अंकुर है और कणिका है. मौसी वीदवा है. जब मैं उनके घर पहुचा तो वो खुश थे और हम सभी ने खाना खाया और सोने चले गये. मैं आप सभी को बता दू मैं आपनी कज़िन को कई बार रात में उसके साथ ग़लत काम किया पर सेक्स तक नही पहुचा था तो मैने इस बार यही सोचा की इसबार कम से कम सक्सेस्फुल तो हो ही जाउ. मैं हमेशा रात में ही कज़िन को परेशान करता था. ये सिलसिला 2 साल पहले शुरू हुआ था जब वो मेरे घर आई थी और तब से अब तक स्टार्ट है.

जब मौसी के यहा सभी लोग सो रहे थे एक रूम में तो मेरी नज़र चारू पर थी मैने उसके स्माल बूब्स को हल्के से दबाए क्यूंकी वो मौसी के साथ ज़मीन पर सो रही थी और अंकुर मेरे साथ सिंगल बेड पर. फिर नेक्स्ट डे की रात को वो फिर नीचे सोई और ऐसे होते हुए 5 दिन और गुजर गये क्यूंकी अब मैं अपने घर जाने वाला था तो मैं अगले दिन की रात को हम छत पर लेटे थे क्यूंकी लाइट नही आ रही थी तो मैं जाग रहा था. लाइट करीब 11. 30पीएम पर आई तो मैं नीचे आ गया रूम में मैने सोचा की क्यू ना सभी को जगाउ पर मेरा मन खराब था तो मैने कणिका को उठाया सिर्फ़ और नीचे चला आया. मैं जब बेड पर लेटा तो कणिका मेरे साथ बेड पर आकर लेट गई और मैं चुप चाप सोने का नाटक करने लगा. कणिका अपनी गॅंड मेरी तरफ करके सो रही थी मैने अपना हाथ उसके कमर पर रखा और लंड(6″) बाहर करके उसके गॅंड मे घुसाने लगा.

फिर धीरे से मैने अपना हाथ उसके बूब्स को कपड़ो के उपर से दबाया और धीरे से उसकी टी शर्ट को कमर के उपर लेजाके मैने अपने लंड से मूठ मारने लगा और अपना सारा मक्खन उसके कमर के उपर गिरा दिया. यहा तक तो मैने कई बार पहुचा था पर आगे कभी नही बढ़ पाया था. कणिका के साथ जब भी रात में उसके साथ ये सब करता तो वो जागती थी पर वो नाटक करके सोती रहती थी. और इसबार मुझे ऐसा ही लगा की वो जाग रही हैं पर चुप चाप लेटी थी. मेरा माल(स्पर्म) गिरते ही वो सीधे होकर लेट गई और मैने थोड़ी देर मैं. थोड़ी देर बाद मैने अपना हाथ उसके कपड़ो में डाला और बूब्स को दबाने लगा क्यूंकी वो ब्रा नही समीज़ पहनती थी. वो इस अहसास का मज़ा कई बार उठा चुकी थी पर आगे कुछ करने से डरती थी. मैने अपने लंड को खड़ा करके उसके हाथ में पकड़ा दिया और वो मुठ्ठी बाँध के पकड़ी रही और सोने का नाटक क्रती रही फिर मैं बूब्स दबाने में व्यस्त था.

फिर मैने अपना हाथ उसकी चुत की तरफ ले गया बट उसने उल्टी करवट लेली और मेरा हाथ हटा दिया मैने काफ़ी ट्राइ किया बट वो अपने हाथ से मेरा हाथ हटा देती थी मैने इस प्रयास को खराब ना होने दिया और मैं उसके बूब्स दबाने लगा और निप्पल को खड़ा करने लगा ऐसा कहते हैं की लड़की के निप्पल खड़े होने से सेक्स बढ़ता है जोकि वही हुआ मैने अपना हाथ फिर उसकी चुत की तरफ रखा तो वो उल्टा होके लेट गई मैने फिर उसके बर्म्यूडा(जो की उस दिन वो मेरा पहने थी) के अंदर उसकी पैंटी उठाते हुए हाथ डाला और मैं कामयाब हुआ और मैं उसकी चुत को छूने लगा. मैने उसकी चुत मे लेफ्ट हॅंड की मिड्ल फिंगर को अंदर डाल के अंदर बाहर कर रहा था और पिच पिच की आवाज़ आ रही थी क्यूकी उसकी चुत से पानी निकल रहा था बट उसका ऑर्गॅज़म बाकी था जिसको मैने अंजाम दिया और वो लेटे हुए ही इतना काम करवाया जैसे ही पहला ऑर्गॅज़म हुआ उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई क्यूंकी ये उसकी लाइफ का पहला ऑर्गॅज़म था ये मुझे अब पता चला लेकिन कभी सुना नही था की लड़की का पहला ऑर्गॅज़म से हेल्त खराब होती है.

फिर वो रोते हुए बाथरूम गई और थोड़ी देर मे जब आई तो उसने कहा मेरा सर दर्द क्र रहा हैं फिर मैने उससे पूछा कैसा लगा तो वो चुप हो गई. फिरसे मैने उसको दूसरा ऑर्ग्यॅनिसम क्रवाया पर इस बार बर्म्यूडा के उपर ही उसकी चुत को रगड़ने लगा और इससबार कुछ ज़्यादा ही रोने लगी शायद उसको अछा नही लग रहा था. बाथरूम से आने के बाद मैने फिर अपने होटो को उसके होटो पर रख कर किस करने लगा तो वो इसका विरोध करने लगी और कहने लगी ये ग़लत है मैं आपकी कज़िन बेहन हू तो मैने समझाया की मैं तुम्हारे साथ कितनी बार ये सब किया है पर तुम हमेशा मना कर देती हो तो मैं उसके कपड़ो को उतारते हुए किस करने लगा. उसने मेरा साथ देना स्टार्ट कर दिया फिर उसने मेरे लंड को उपर से ही पकड़ा और हम करीब 5 मिनट के बाद बेड से उठे और कपड़े उतार के उसको लिटा दिया और उसकी चुत मे उंगली डालने लगा तो वो मदहोश हो गई फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला तो वो कहती ये मैने हमेशा रात में छुआ था पर देखा कभी नही था ये तो काफ़ी बड़ा है और इस छेद के मुक़ाबले.