चाची ने खोला चूत का पिटारा

कुंदन के कपडे सारे भीग गए थे. वो बरसात में नहा के जो आया था. अब उसे डर था की घर ऐसे भीगे कपड़ो में गया तो माँ और दीदी पका देंगी बोल बोल के. उसके मन में तभी एक विचार आया और वो प्रीती आंटी के घर की और चल पड़ा. वो उसे प्रीती चाची कह के बुलाता था. प्रीती उसकी पंजाबी पड़ोसन थी जो अपने हसबंड बिट्टू और दो साल के बेटे हरदीप के साथ उसी मोहल्ले में रहती थी. बिट्टू की अहमदाबाद में ही मोबाइल शॉप थी और वो अक्सर घर के बहार ही रहता था. उसके घर में नौकर नितिन और कामवाली रेखा भी थे.

कुंदन ने सोचा की प्रीती चाची के वाशिंग मशीन में वो कमीज़ सुखा के घर जायेंगा तो डांट कम सुनने को मिलेंगी. वो अक्सर अपनी पंजाबी पड़ोसन के वहाँ आता जाता रहता था इसलिए उसे पता था की किचन का दरवाजा खुला होता हैं इसलिए वो किचन से ही अंदर घुसा. और जैसे ही उसने प्रीती चाची के कमरे में नजर डाली उसके पाँव के निचे से जमीन ही खिसक गई. चाची की चूत का पिटारा खुला हुआ था कमरे के अंदर. चाची प्रीती और नौकरानी रेखा दोनों कुतिया बन के उलटी पड़ी हुई थी और नौकर नितिन अपने टारजन छाप लंड से चाची की चूत को पेल रहा था. नौकरानी रेखा अपनी गांड और चूत के छेद में बारी बारी ऊँगली कर रही थी.

चाची की चूत नौकर ले रहा था

कुंदन को यह देख के बड़ी ही हैरानी हुई. उसे नहीं पता था की प्रीती चाची की चूत के अंदर इतनी गरमी हैं. अभी उसके दिमाग में एक एक कर के वो सारी घटना फ्लेश होने लगी जब चाची उसे काम के लिए बुलाती थी. अभी उसे ख्याल आया की क्यूँ चाची खुली नाईट गाउन में ही उसके सामने बैठ जाती थी. और क्यूँ वो उसे छोटे छोटे काम के लिए हैरान करती थी. वो अकस्मात से चाची की गांड का घिस जाना भी शायद आंटी की ही चाल थी. कुंदन ने वही छिप के आंटी के पुरे खेल को देखा. नितिन अपना 8 इंच लंबा लंड चाची को जोर जोर से घोंच रहा था और प्रीति चाची के मुहं से आह आह ओह ओह ओह आह मजा आ रहा हैं, और जोर से करो की आवाजें निकल रही थी.

नितिन ने पुरे 10 मिनिट चाची की चूत को पेला और फिर उसने अपना लंड रेखा की गांड में डाल दिया. चाची अब रेखा के निचे आ गई और वो उसकी चूत को चाटने लगी. रेखा की उम्र मुश्किल से 20 साल की होंगी. शायद प्रीती चाची ने ही उसे वभी ऐसा चुदक्कड़ बनाया था जो इतने लम्बे लंड को वो अपनी गांड में ले रही थी. कुंदन के लंड ने अब जवाब दे दिया था उसमे कम्पन आ रहे थे और वो लोहे की माफिक टाईट हुआ पड़ा था. कुंदन आँखे फाड़ फाड़ के इस देसी थ्रीसम को देख रहा था. नितिन जोर जोर से अपना लौड़ा रेखा की गांड में दे रहा था और निचे लेट के प्रीती चाची चूत को चाट रही थी. तभी कुंदन के दिमाग में एक आइडिया आया. उसने अपने मोबाइल को निकाला और उसमे इस देसी सेक्स की वीडियो उतारने लगा. नितिन का वीर्य जैसे ही निकला कुंदन ने वीडियो बंध किया और वो किचन के रस्ते ही भाग खड़ा हुआ.

पूरी रात उसकी करवटें बदलते ही निकली. कुंदन की आँखों के सामने वही चाची की चूत और रेखा की पतली गांड आ रहे थे. वो थोडा नींद लेता और दुसरे ही पल नितिन की जगह खुद को सपने में देखता. उसे ख्याल आ रहे थे की प्रीती की चूत और रेखा की गांड वहीँ ले रहा हैं. और इसी उत्तेजना में उसकी नींद टूट जाती. उसने अपनी चद्दर को सर तक खिंचा और मोबाइल निकाल के असली सेक्स वीडियो देखी प्रीती चाची की. फिर वो अपने हाथ से लंड को हिला के so गया. वीर्य के निकलने के बाद ही उसे नींद आई.

सुबह जब वो बहार खड़ा हुआ ब्रश कर रहा था तभी उसने प्रीती चाची को गार्डन में पानी की पाइप से पानी छांटते हुए देखा. प्रीती चाची अभी भी मस्त सेक्सी लग रही थी. चाची ने कुंदन को देख के स्माइल दी और कुंदन ने ब्रश घिसते हुए ही स्माइल का जवाब दिया. कुंदन सोच रहा था की चाची का यह रूप और कुछ घंटे पहले वाले रूप में कितना अंतर हैं. वो मनोमन अब चाची की चूत को पाने के ख्याल में ही मग्न था.

दे दो वरना अंकल को कह दूंगा

दो दिन ऐसे ही लंड पे धोके के साथ बीतें और तीसरे दिन कुंदन को लगा की आज कुछ मौका हैं. मंडे का दिन था और उसने नितिन को रिक्शा के अंदर रेखा के साथ जाते हुए देखा. बिट्टू अंकल तो मोबाइल शॉप में ही रहते थे इसलिए चाची घर में अकेली थी. कुंदन फट से चाची के वहां गया और इसबार उसने डोरबेल बजाई. प्रीती चाची ने ही दरवाजा खोला और कुंदन को देख के वो बोली, “अरे आओ कुंदन, दो दिन से कुछ अपसेट लग रहे हो तुम.”