कंडोम पहनकर चूत चुदाई करने से क्या नुकसान है – क्या है कंडोम के साइड इफेक्ट्स

कंडोम पहनकर चूत चुदाई करने से क्या नुकसान है – क्या है कंडोम के साइड इफेक्ट्स : कंडोम के उपयोग के अनेको लाभ है चाहे वो यौन संचारित रोग से जुड़ा हो या अनचाहे गर्भ से , हरेक स्तिथियो में कंडोम हमारी और हमारे पार्टनर की रक्षा करता है। लेकिन कंडोम के भी कुछ ऐसे साइड इफेक्ट्स भी हैं जिसके बारे में सेक्स करते वक्त कंडोम पहनने वाले लोगों को अमूमन कम ही जानकारी होती है। कंडोम चुदाई करते वक्त न केवल आपकी सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकते हैं बल्कि आपको यौन संबंधित बीमारियों का भी शिकार बना सकते हैं।

लेटेक्स के बने कंडोम
लेटेक्स के बने कंडोम आपको गर्भधारण और यौन-संचारित रोगों से बचाते हैं। मगर ये ऐलर्जी का सबसे आम कारण हैं और लड़की की चूत की चुदाई करने के दौरान स्त्री की प्रतिक्रिया को घटा देते हैं, क्योंकि इसके प्रयोग के कारण लड़कियों और महिलाओं की चूत में सूखापन और खुजली के रूप में देखा गया है। इसका सबसे खराब दुष्प्रभाव है, स्त्री-पुरुष के जननांगों पर गंभीर दाने या जानलेवा आघात के रूप में दिख सकता है।

कंडोम पहनकर चूत चुदाई करने से क्या नुकसान है – क्या है कंडोम के साइड इफेक्ट्स

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दर्द एवं एलर्जी (कंडोम के साइड इफेक्ट्स)
ऐसा देखा गया है कि लगातार अर्थात सप्ताह में दो से अधिक बार कंडोम का उपयोग करने से योनि की आंतरिक परत और झिली में संवेदनशीलता कम या समाप्त हो जाती है। जिसके कारण स्त्रियों की यौनि से स्खलित होने वाले प्राकृतिक लुब्रिकेंट (चिकनाई युक्त) दृव्यों का स्वत: स्खलन कम हो जाता है या पूरी तरह से बन्द हो भी जाता है। जिसके चलते लड़कियों और महिलाओं की चूत में खरास या सूखापन आता देखा गया है। जिसके कारण कंडोम का अधिक उपयोग करने वाली औरतों की योनि स्पर्श कातर (छुअन से ही दर्द महसूस होने वाली) हो जाती है। ऐसी स्थिति का सामना कर रही स्त्रियों द्वारा अपने प्रेमी या पति के साथ बिना कंडोम के सेक्स करने पर यौनि में असहनीय दर्द, जलन, एलर्जी और खुजली होना आम बात है।

योनि ग्रीवा में कट या घाव (कंडोम के साइड इफेक्ट्स)
कंडोम का अधिक उपयोग करने से योनि ग्रीवा में कटाव और छिलन के साथ-साथ दर्दनाक घाव भी होते देखे गये हैं। जिसके चलते योनि में सूजन आ जाती है। योनि में सूजन की स्थिति में सेक्स करने पर चूत का आन्तरिक हिस्सा फिर से घायल हो जाता है जिससे चूत में फिर से जख्म हरे हो जाते हैं। कई बार जख्मों से रक्तस्त्राव भी होने लगता है। जिसे स्त्रियां असमय मासिक चक्र का आना मानकर उसकी परवाह नहीं करती हैं और इस कारण से उन्हें जननांगों और गर्भाशय में भयंकर संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। जिससे योनि ग्रीवा या गर्भाशय में कैंसर होने का खतरा भी बना रहता है।

योनि की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान (कंडोम के साइड इफेक्ट्स)
प्रकृति ने जननांगों को खुद ही अपनी प्रतिरक्षा की जन्मजात शक्ति प्रदान की लेकिन यदि सप्ताह में दो बार से अधिक कंडोम का उपयोग किया जाता है तो कंडोम लड़कियों और महिलों की चूत की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके उपयोग से चूत की अम्लीय वातावरण में उथल-पुथल पैदा हो जाती है।