कृपा के ऊपर लंड की कृपा

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प्रेषक : कृपा …

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम कृपा है और में वडोदरा की रहने वाली हूँ, अभी मेरी उम्र 24 साल है, मेरा फिगर साईज 32-28-32 है। में बहुत बड़ी चुदक्कड हूँ, मैंने आज तक 8 लंड लिए है। में कामुकता डॉट कॉम की बहुत बड़ी फैन हूँ, मैंने इस साईट पर बहुत सारी स्टोरीयां पढ़ी है। अब में आपको बोर ना करते हुए सीधी अपनी स्टोरी पर आती हूँ। अब लंड वालो अपना लंड पकड़ लो और चूत वाली अपनी चूत में उंगली डाल ले। यह स्टोरी तब की है जब में 19 साल की थी, ये स्टोरी थोड़ी लंबी है में एक लड़के से प्यार करती थी, उसका नाम सलीम था, वो दिखने में एकदम हॉट और गोरा था। में उसे बहुत पसंद करती थी, में उसके पीछे पागल थी मैंने सामने से उसे प्रपोज़ किया, तो उसने मुझे रिजेक्ट कर दिया। लेकिन फिर भी में कोशिश करती रही और वो मुझे रिजेक्ट करता गया, अब में बहुत गुस्से में आ गई थी। मेरी ही सोसाइटी में एक लड़का रहता था, जिसका नाम तरुण था, वो मुझे बहुत पसंद करता था और वो भी दिखने में स्मार्ट था, लेकिन में उसको इग्नोर करती थी।

फिर मुझे एक आइडिया आया कि में तरुण को हाँ कह दूँ, तो शायद मुझे उसके साथ देखकर वो जलने लगे और भागता हुआ मेरे पास आ जाए। फिर मैंने तरुण को हाँ कह दिया, अब में सलीम के सामने उसको मिलने लगी थी, लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था। अब मेरा तरुण के साथ घूमना, खाना, पीना स्टार्ट हो गया था और वो मुझे किस भी करता था और एक बात है तरुण सलीम का दोस्त है, तो तरुण हमारे बीच की हर बात उससे कहता था। फिर ऐसे ही 4 महीने निकल गये थे, अब तरुण मुझे हग, किस और ऊपर से मेरे बूब्स मसलने लगा था। फिर एक दिन मैंने वापस सलीम को प्रपोज किया, तो उसने मुझे वापस से रिजेक्ट कर दिया। अब तरुण मुझे सेक्स के लिए कहने लगा था और में उसे मना कर देती थी। फिर ऐसे ही और 2 महीने निकल गये, लेकिन सलीम को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।

फिर एक दिन तरुण ने वापस सेक्स के लिए कहा और मैंने गुस्से में सलीम को जलाने के लिए हाँ कह दिया। फिर उसको पता चला कि में तरुण के साथ सेक्स करने वाली हूँ, तो सलीम ने मुझसे कहा कि ऐसा मत करना। तो मैंने उससे कहा कि तुम मुझसे प्यार नहीं करते हो, तो तुम्हें इतनी जलन क्यों हो रही है? तो उसने कुछ नहीं कहा। फिर उसके three दिन के बाद तरुण ने मुझसे कहा कि हम सेक्स करने एक होटल में जाएगे, तो मैंने उसे हाँ कह दिया। अब मुझे लगा कि सलीम जलन से मुझे हाँ कहेगा, तो मैंने उससे वापस पूछा, तो उसने फिर से मुझे मना कर दिया। फिर मैंने तरुण के साथ दूसरे दिन जाने का पक्का किया।

फिर हम 9 बजे घर से निकले, तब में सलीम के सामने ही उसकी बाइक पर बैठ गई और फिर हम निकल गये और होटल पहुँचे। तो वहाँ तरुण ने पहले से ही रुम बुक करवा दिया था, फिर हम चाबी लेकर रूम में गये। अब सेक्स की असली कहानी शुरू होती है अब मुझे थोड़ा सा डर दर्द का भी था, लेकिन फिर मैंने सोचा कि अब आ ही गये है तो जो होगा वो होगा। फिर में रूम में जाकर बेड पर बैठ गई और तरुण ने रूम लॉक किया और फिर वो मेरे पास आकर बैठ गया और मुझसे कहा कि फ्रेश होकर आओ। तो में फ्रेश होने बाथरूम में गई और बाथरूम में जाकर मैंने पेशाब की और फ्रेश होकर वापस बाहर आई तो मैंने देखा कि तरुण टी.वी ऑन करके बेड पर लेटा था और उसने अपने ऊपर चादर डाल रखा था। फिर में बेड के पास गई और बैठ गई, तो उसने मुझे अपने पास खींच लिया और में उसके ऊपर जाकर गिरी। अब मुझे पता नहीं था कि वो चादर के अंदर नंगा सोया हुआ था और उसने मुझे अपने पास खींचा और मुझे लिप किस करने लगा।


अब में उसका सपोर्ट नहीं कर पा रही थी, लेकिन उसने मुझे मेरी गर्दन पर किस करना स्टार्ट किया, वो मेरी कमजोरी है, तो उसके बाद में भी उसका सपोर्ट करने लगी। अब में खुद उसको लिप किस करने लगी थी, अब में खुद उसके मुँह में अपनी जीभ घुमाने लगी थी। अब वो मेरी टी-शर्ट के ऊपर से ही मेरे बूब्स मसलने लगा था। अब में और भी ज़्यादा गर्म हो गई थी, अब उसके साथ में खुद भी अपने हाथ से उसको बूब्स दबवाने लगी और आह करने लगी थी। फिर वो मेरी टी-शर्ट उतारने लगा और उतारकर फेंक दी, अब में ऊपर से पूरी नंगी थी। फिर वो मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स मसलने लगा, अब में मधहोश होकर अपने बूब्स मसलवा रही थी। फिर उसने मेरी पीठ के पीछे अपना हाथ ले जाकर मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और मेरी ब्रा भी निकाल दी और फिर ज़ोर-ज़ोर से मेरे बूब्स मसलने लगा। अब मुझे दर्द भी हो रहा था तो मैंने उसको रोका, तो वो बोला कि दर्द में ही मज़ा है, तो में कुछ नहीं बोली।

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फिर उसने अपने ऊपर डाली हुई चादर हटा दी। अब में उसको देखकर डर गई थी उसका लंड एकदम खड़ा था, उसका लंड काला सा 7 इंच लम्बा और three इंच मोटा था। फिर उसने मुझे पकड़कर बेड पर लेटा दिया और फिर वो मेरे ऊपर लेट गया और मुझे किस करने लगा। अब उसने मेरे लिप को काटा भी था, अब वो किस करते-करते मेरे बूब्स चूसने लगा था। अब वो अपने एक हाथ से मेरे एक बूब्स को दबा रहा था और मेरा दूसरा बूब्स अपने मुँह में लेकर चूस रहा था। अब वो मेरे निपल को काटता, तो में चिल्ला देती, तो वो मेरे मुँह को अपने हाथ से बंद कर देता और ऐसे ही 30 मिनट तक चलता रहा था। अब उसका हाथ मेरी चूत पर था, अब वो मेरी जींस के ऊपर से ही मेरी चूत को मसलने लगा था और मेरे बूब्स को चूसे जा रहा था। फिर उसने मेरा हाथ पकड़कर अपने लंड पर रखा और मुझसे कहा कि इसे मसलो। तो मैंने अपना हाथ हटा दिया, अब मुझे गंदा लग रहा था तो मैंने अपना हाथ हटा दिया, तो उसने कुछ नहीं कहा।

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फिर उसने मेरी जींस उतारना स्टार्ट किया और मेरी पूरी जींस उतारकर मेरे पैरो पर किस करते-करते वो मेरी जाँघो पर आ गया और मेरी गीली पेंटी पर किस करने लगा। अब में बहुत गर्म हो गई थी, अब में उसका सिर मेरी चूत पर दबा रही थी। फिर उसने मेरी पेंटी भी उतार दी और मेरी चूत पर एक किस की, तो में उछल पड़ी और उसके सिर पर अपना हाथ घुमाने लगी। अब उसने मेरी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी थी। अब मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ, लेकिन मैंने सह लिया। फिर उसने मेरे मुँह में अपनी 2 उंगलियाँ डाली और गीली कर दी और अपनी दोनों उँगलियों को मेरी चूत पर रगड़ने लगा और एकदम से मेरी चूत में डाल दी। तो में दर्द से चिल्ला उठी, तो उसने मेरे मुँह पर अपना हाथ रखा और मेरा मुँह बंद कर दिया और मेरी चूत में अपनी दोनों उंगलियों को अंदर बाहर करने लगा। फिर उसको लगा कि मेरा दर्द कम हो रहा है, तो उसने मेरे मुँह पर से अपना हाथ हटा लिया और मेरे बूब्स को मसलने लगा।

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अब वो अपने एक हाथ से एक-एक करके मेरे बूब्स मसलने लगा था। अब में भी अपनी गांड उठा- उठाकर उसकी दोनों उंगलियाँ अपनी चूत में अंदर बाहर करवाने लगी थी। फिर 5 मिनट के बाद मेरा पानी निकल गया और में 5 मिनट के लिए चुपचाप बेड पर ही पड़ी रही। फिर वो अपना लंड मेरे मुँह के पास लेकर आया और मेरे मुँह पर अपना लंड मारने लगा। तो मैंने उसे मना किया कि में मुँह में नहीं लूँगी, लेकिन वो नहीं माना और उसने मेरी नाक बंद कर दी, तो मेरा मुँह खुल गया और उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया। अब उसका पूरा लंड मेरे गले तक चला गया था, अब मेरी आँखों से आसूं आ गये थे, लेकिन फिर भी वो मेरे मुँह में अपना लंड डाले जा रहा था। अब मुझे भी उसका स्वाद अच्छा लगने लगा था, अब में भी उसका लंड मस्ती से चूसने लगी थी। फिर ऐसे ही 10 मिनट में उसका पानी निकल गया और उसने मेरे मुँह में ही अपना माल छोड़ दिया और में उसका पूरा पानी पी गई।

अब उसका लंड लटक गया था, तो वो मेरे बगल में ही लेट गया। फिर 10 मिनट के बाद वो वापस से मुझे किस करने लगा। अब मेरी चूत भी अपना पानी छोड़ने लगी थी, अब में भी गर्म हो गई थी और अब उसका लंड महाराज भी उठने लगा था। फिर उसने मेरा हाथ उसके लंड पर रखा और में उसके लंड को मसलने लगी। अब वो मेरी चूत से मस्ती करने लगा था और अब उसका लंड पूरा उठ गया था। अब में मस्ती से उसका लंड मसल रही थी। फिर वो उठा और उसने फिर से मेरे मुँह में अपना लंड दे दिया। अब में रंडी की तरह उसका लंड चूसने लगी थी, अब उसका लंड गीला हो गया था। अब मुझसे और रहा नहीं गया तो मैंने उसे बोल दिया कि अपना लंड डाल भडवे। तो उसे गुस्सा आ गया और फिर उसने मेरे मुँह से अपना लंड बाहर खींचा और मुझे सीधा लेटा दिया। फिर वो मेरे दोनों पैर खोलकर बीच में बैठ गया और मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा। अब में इतनी गर्म हो गई थी कि मैंने खुद ही उसका लंड पकड़कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया था।


अब में ये भूल गई थी कि में वर्जिन हूँ। फिर उसने ज़ोर से एक धक्का दिया, तो मेरे मुँह से चीख निकल गई और मैंने रोना शुरू कर दिया। अभी तक तो उसका सिर्फ़ सूपाड़ा ही अंदर घुसा था, लेकिन मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे में मर गई हूँ। फिर उसने मेरे मुँह पर अपना हाथ रखा और दूसरा झटका दिया, तो उसका लंड 2 इंच अंदर चला गया और में बेहोश हो गई। फिर वो थोड़ी देर तक ऐसे ही पड़ा रहा, अब मेरी चूत से खून निकलने लगा था। फिर 5 मिनट के बाद मुझे होश आया, अब में रोने लगी थी और उससे कहा कि फाड़ दी मेरी चूत। तो उसने कुछ कहे बिना ही मेरा मुँह बंद किया और अपना पूरा लंड मेरी चूत में अंदर डाल दिया। अब मेरी हालत बिना पानी की मछली के जैसे हो गई थी, अब में छूटने के लिए तड़प रही थी। लेकिन वो बेरहम होकर मुझे मसलने लगा और मुझे धीरे-धीरे चोदना स्टार्ट किया। अब 10 मिनट के बाद उसका पानी मेरे पेट पर निकलने लगा था, फिर थोड़ी देर तक वो मेरे ऊपर ही पड़ा रहा। अब में रोती रही, लेकिन उसको कुछ भी फर्क नहीं पड़ा था।


फिर उसने वापस उठकर मेरे पेंटी से मुझ पर लगा उसका माल साफ किया और खून भी साफ किया और अपना लंड भी साफ किया। फिर वो उठकर बाथरूम में चला गया, अब में उठना चाह रही थी, लेकिन उठ ना पाई, तो मैंने उसको बुलाया। फिर वो मुझे उठाकर बाथरूम में ले गया और में बैठकर मूतने लगी। तो वो मेरे मुँह के पास अपना लंड लेकर खड़ा हो गया और मेरे मुँह में अपना लंड डालने लगा और में उसका लंड चूसने लगी। फिर थोड़ी देर के बाद उसने मेरे मुँह से अपना लंड बाहर निकाला और मुझे उठाकर बेड पर लेटा दिया। फिर वो मेरे दोनों पैरो को फैलाकर मेरी चूत खोलकर देखने लगा। फिर उसने अपना मुँह मेरी चूत पर रखा, तो मुझसे रहा नहीं गया और में उसका सिर मेरी चूत पर दबाने लगी।


फिर वो 5 मिनट तक मेरी चूत चाटने के बाद उठा और एक तकिया लेकर मेरी गांड के नीचे रख दिया और मेरे पैरो के बीच में आकर मेरे पैर अपने कंधे पर रखे और मेरी चूत पर अपना लंड रखकर मेरे लिप पर किस करने लगा और एक झटका दिया। तो मेरे मुँह से चीख नहीं निकल पाई, लेकिन मेरी आँखों से आसूं आ गये। अब वो अभी भी नहीं रुका और मुझ पर कोई रहम किए बिना मुझे चोदने लगा और में रोती रही और वो चोदता रहा। फिर ऐसे ही उसने मुझे और एक बार चोदा, फिर हम तैयार होकर होटल से बाहर निकले। अब में चल भी नहीं पा रही थी, उसने मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया था। अब में चलने लायक नहीं थी, फिर में जैसे तैसे अपने घर गई ।।

धन्यवाद …