नौकरानी की गांड मारी – गांड मारने की सेक्स कहाँनी हिंदी में
नौकरानी की गांड मारी – गांड मारने की सेक्स कहाँनी हिंदी में
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम उत्कर्ष है और में दिल्ली का रहने वाला हूँ. अब में आपको मेरी एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ. मेरे दिल्ली वाले फ्लेट में एक नौकरानी काम करती थी. उसका नाम सविता था और उसकी उम्र करीब 22 साल होगी, उसके बूब्स बड़े-बड़े थे. जब वो चलती थी तो उसके बूब्स हिलते रहते थे. अब उसे देखते ही मेरा मोटा लंड खड़ा हो जाता था, में हर दम सोचता रहता था कि उसको कैसे चोदा जाए? फीर आख़िरकार एक दिन मुझे मौका मिल ही गया. एक दिन में घर पर ही था तो मैंने सविता को आवाज़ दी, लेकिन मैंने कोई जवाब ना पाकर सोचा कि वोह अपने घर चली गयी होगी. अब में बहूत थका हुआ था इसलिए में अपने कपड़े उतारकर नहाने के लिए बाथरूम में घुसा तो मैंने बाथरूम में घुसते ही देखा कि सविता नहा रही थी, अब उसके बदन पर एक धागा तक नहीं था, वोह पूरी नंगी थी, उसकी पीठ मेरी तरफ थी इसलिए उसने मुझे नहीं देखा था. शायद उसने सोचा होगा कि इस वक़्त कौन आएगा? इसलिए शायद उसने बाथरूम का दरवाज़ा बन्द नहीं किया था.
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अब मैंने भी सोच लीया था कि आज तो में इसे ज़रूर चोदूंगा. फीर मैंने छुपके से उसके सारे कपड़े उठाए और बाहर आ गया और ड्रॉईग रूम में बैठ गया. फीर थोड़ी देर के बाद मुझे उसका चेहरा बाथरूम के दरवाज़े से झांकता दिखाई दिया और फीर वोह बोली कि साहब मेरे कपड़े दे दीजिए. फीर मैंने कहा कि खुद आकर ले लो. फीर वोह अपने बूब्स को दोनों हाथों से ढक कर बाहर आई. अब मेरे सामने एक लड़की बगैर कपड़ो के खड़ी थी, अब ये देखकर मेरा मोटा लंड तनकर खड़ा हो गया था. फीर मैंने कहा कि तुम बहूत सुन्दर हो सविता, तो वोह शर्मा गयी.
फीर मेरी हिम्मत बढ़ी और में खड़ा हो गया और खड़े होते ही मेरा मोटा लंड और तन गया, अब मेरा 9 इंच का मोटा लंड देखकर उसकी आखें फैल गयी थी. फीर में उसके पास गया और उसके होठों को चूमने लगा. अब पहले तो उसने विरोध किया था, लेकिन फीर बाद में वोह भी मेरा पूरा साथ देने लगी थी. फीर मैंने उसके लिप्स को छोड़ा और थोड़ा नीचे आकर उसके बूब्स को चूसने लगा. फीर मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और बेडरूम में ले गया. फीर मैंने उसे बेड पर लेटाकर उसके दोनों पैरो को फैलाया और उसकी चुत को चाटने लगा, उसकी चुत मक्खन की तरह चिकनी थी.
फीर मैंने उसकी चुत में अपनी दो उंगलियाँ घुसा दी और अन्दर बाहर करने लगा. अब वोह गर्म हो रही थी, अब वोह बेताबी में अपने हाथों से अपनी चूचीयों को मसलने लगी थी. अब उसके मुँह से आ ओह और करो फाड़ दो मेरी चुत जैसे शब्द सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया था. फीर मैंने अपना मोटा लंड उसके मुँह में डाल दिया तो वोह उसे लॉलीपोप की तरह चूसने लगी और फीर मैंने उसकी चुत को जी भरकर चूसा. अब हम दोनों 69 की पोज़िशन में थे. फीर मैंने उससे कहा कि सविता अब में तुम्हारी चुत को फाड़ दूंगा. अब वोह तो पहले से तैयार थी, फीर उसने कहा कि हाँ साहब अब इस चुत को फाड़ दो, अब और रहा नहीं जाता है.
फीर मैंने अपना मोटा लंड उसकी चुत के मुँह पर रखा और एक धक्का दिया तो मेरा आधा मोटा लंड उसकी चुत के अन्दर चला गया और वोह चीख उठी आह धीरे करो दर्द होता है, लेकिन मैंने उसकी एक बात नहीं सुनी और अपना काम जारी रखा. अब मेरा पूरा मोटा लंड उसकी चुत के अन्दर घुसते ही वोह चिपकली की तरह मेरे सीने से चिपक गयी थी. अब में अपना मोटा लंड तेज़ी से उसकी चुत में अन्दर बाहर करने लगा था. अब मैंने उसे कस कस कर चोदा था और अब वोह भी अपनी सेक्सी गांड उछाल-उछालकर मेरा पूरा साथ दे रही थी. फीर बहूत देर तक चोदने के बाद में उसकी चुत में ही झड़ गया और उसके सीने में अपना सिर रखकर लेट गया. फीर मैंने थोड़ी देर के बाद उसकी चूचीयों के बीच में अपना मोटा लंड रखा और उसकी चूचीयों को चोदने लगा.
गांड मारने की शुरुवात :
फीर अब थोड़ी ही देर में मेरा मोटा लंड फीर से तैयार हो गया था. फीर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में बैठाया और कहा कि सविता अब में तुम्हारी सेक्सी गांड मारूँगा तो वोह डर गयी और बोली कि नहीं साहब मेरी सेक्सी गांड मत फाड़ो मुझे बहूत दर्द होगा, आपका मोटा लंड बहूत मोटा है. फीर मैंने उसे समझाया कि पहले गांड में थोड़ा दर्द होगा, लेकिन फीर तुम्हें भी गांड ठुकाई में बहूत मज़ा आएगा. अब वोह भी अपनी गांड चुदाई के लिये तैयार हो गयी थी, फीर मैंने उसकी सेक्सी गांड के अन्दर बाहर वैसलिन लगाई और अपना मोटा लंड उसकी गांड में घुसाने लगा.
अब मेरा मोटा लंड थोड़ा ही उसकी सेक्सी गांड के अन्दर गया था कि वोह दर्द से छटपटाने लगी और छूटने की कोशिश करने लगी, लेकिन मैंने उसको कसकर पकड़ा और जोर-जोर से धक्के लगाता रहा. अब वोह रोने लगी थी और मेरा मोटा लंड उसकी सेक्सी गांड को चोदे जा रहा था. फीर थोड़ी देर के बाद उसे भी मज़ा आने लगा और फीर वोह आराम से गांड मरवाने लग गई. फीर काफ़ी देर तक उसकी गांड चोदने के बाद में उसकी सेक्सी गांड में ही झड़ गया. फीर मैंने उससे पूछा कि क्यों सविता गांड मरवाने में मज़ा आया? तो वोह बोली कि हाँ साहब गांड मरवाने में बहूत मज़ा आया, आप बहूत अच्छा चोदते हो और गांड भी बहुत अच्छी मारते हो , अब में रोज़ आपसे ही चुदवाऊंगी और गांड भी मरवालुंगी. फीर तो हम रोज़ ही चुदाइ का मज़ा लेने लगे थे. अब रोज गांड चुदाई और चुत चुदाई का गेम चलता है