गाँव की लड़की को छत पर चोदा – चुदाई की कहानियाँ
गाँव की लड़की को छत पर चोदा – चुदाई की कहानियाँ
गाँव की लड़की को छत पर चोदा – चुदाई की कहानियाँ
गाँव की लड़की को छत पर चोदा – चुदाई की कहानियाँ : हैलो दोस्तों… मेरा नाम रवी कुमार है मैं आज आप लोगों को अपनी एक गाँव की लड़की को छत पर चोदने की मस्त कहानी सुनाने जा रहा हूं। गाँव की सेक्सी लड़की रंजना, जिसकी जवानी कातिल थी,अभी वो 18 साल की ही हुई थी के उसके बूब्स मस्त फुल छुते थे एक दम फुटबाल के समान देखते ही मन करता था के दबा डालो, गाँव की उस सेक्सी लड़की की गांड की गहराई किसी बोरिंग के खड्डे के समान हो गयी थी, उस रंडी लड़की को देख कर तो डोकरो का मोटा लंड भी तन जाया करता था। मैं उस रंडी को चोदने के बारे मे कभी नहीं सोचता अगर उसने एक दिन अपनी चुचियाँ मुझसे न सटाई होतीं तो ।
उस दिन मैं अपने मामा के यहां गया हुआ था। गर्मियों के दिन थे सभी लोग गांव में छत पर सोते हैं चूकि बिजली पंखा गाँव में तो रहता नहीं है। मै भी सेक्सी रंजना के बगल के बेड पर सोया हुआ था। चांदनी रात थी, सेक्सी रंजना साड़ी पहन के सोती थी पर उस दिन गरमी ज्यादा होने के कारण पेटीकोट पहन कर ही सो रही थी| वो मेरे सामने वाले बेड पर छत पर ही पेटीकोट ब्लाउज पहन के सो गयी थी। मैं तो आज चोदने के लिए बेकरार था और सोच रहा था कि कैसे आज कोई चूत चोदूं। वैसे छत पर हर वैराईटी की चूत सो रही थी। मामी की चालीस साल की पिलपिली चूत से लेकर अठरह की सेक्सी रंजना की चूत, फिर और भी मजेदार मजेदार श्रेणी की चूत। मैं सोच रहा था कि कैसे चोदूं कैसे चोदूं और मूतने के बहाने मैं उठा, और हर प्रकार की चूत का मुआयना लेने के लिए सब महिलाओं और लड़कियों के पास जा कर देखने लगा। अब लडकियाँ सारी सो रही थी।
सबसे पहले मैं आरती के पास गया। उनको एक बच्चा हो गया था और मैं जानता था कि उनकी चूत अभी एकदम खुली होगी, क्योकि अभी अभी उनकी चूत से बच्चा जो बाहर निकला था .. अभी अभी डिलीवरी हुई थीथी। मैं पक्की मजेदार टाईट चूत के चक्कर में था तो मैंने बाहर छोड़ दिया। फिर मैं मामी के बारे में सोचने लगा। मामी बहुत दिनों से चुदी नहीं थी क्योकि मामा जी बाहर रहते थे। फिर भी दो बच्चे होने के बाद तो चूत फट ही जाती है। अंत में मैं सेक्सी रंजना के बिस्तर के पास गया। वो अपनी चूत खोले साया उठाए सो रही थी, साली ने पैंटी भी नहीं पहनी थी। उसकि झांटे चमक रही थी। काली झांटो में गोरी चमकदार चूत खोल कर निखर रही थी, मैं आराम से दस मिनट देख कर मूठ मारता रहा और फिर पास आकर उसकी झांटे छूनी शुरु कर दीं। वो सुगबुगा नहीं रही थी। अब वो एकदम से मस्त हो रही थी और सो रही थी तो मैंने उसकी चूत में उंगली करनी शुरु कर दी। वो हिली नहीं तो मैंने अपना मोटा लंड निकाल कर उस पर रगड़ना शुरु कर दिया और मूठ मारना शुरु कर दिया।
तभी मैंने देखा वो जग गयी और मुस्कराने लगी। बोली ये क्या कर रहे हो। प्लीज जाओ ना सो जाओ, पर उप्पर के मन से उसने ऐसा कहा। अब वो मस्त होकर मेरा मोटा लंड देख रही थी मैंने कहा इसे पकड़ो ना। उसने हिचकिचाते हुए पकड़ लिया मैं खुश हो गया। आधा काम बन चुका था उसने पकड़ के कहा कितना नाटी है ये तो मजेदार खिलोना है । क्या मैं इसे किस कर लूं। मैंने कहा हां क्यो नही? और उसने पकड़ के इसे किस कर लिया। उसके चुम्मा मिलने से मोटा लंड और खड़ा हो गया और दनदना के चोदने के लिए बेचैन हो गया मैं उसके पास बैठ कर उसके चूंचे दबाने लगा। दबाते दबाते उसके चूंचे कड़े कर दिये और चूत गीली कर दी। सेक्सी रंजना ने अपनी चूत मेरे सामने कर के कहा लो अब इससे खेलो। मैंने अपना हाथ उसके चूत पर फिराना शुरु कर दिया। पहले एक उंगली घुसाई और फिर दो उंगलियों से छेद करने लगा। वो कराहने लगी और उसे मजा आने लगा। फिर मैंने उसकी चूत में अपना मोटा लंड घुसाने के लिए कहा तो उसने चूत फैला दी और कहा कि डालो अब। मैंने अपना मोटा लंड अपने थूक से गिला किया और फिर उस्की गिली चूत में डालने के लिए मुहाने पर सुपाड़े को रखा।
वो रंडी अपनी आंखे बंद कर चुकी थी। मैंने अब लंड को अंदर धकेलना शुरु किया। मजा आ रहा था उसे उसकी चूत में गुदगुदी हो रही थी और तभी उसने मुझे अपने गले लगा लिया। उसने जैसे ही अपने पास खींचा लंड धक्के के साथ चूत में उसकी सील तोड़ता हुआ अंदर घुस गया। वो चिल्ला उठती अगर मैंने उसका मुँह न बंद कर दिया होता। अब वो मस्त होकर चुदवा रही थी। मैंने चोदते चोदते उसकी चूत को लाल कर दिया और फिर उसके गांड में अपना लंड डालने के लिए उसे पीठ के बल सुला दिया। वो चुदासी लौंडिया की तरह अपनी गांड मेरे मुँह की तरफ करके लेट गयी मैंने उसकी गांड पर ढेर थूक दिया और उंगली अंदर बाहर करनी शुरु कर दी।
वो मस्त होकर गांड में उंगली कराने लगी और तभी मैंने लंड का सुपाड़ा गांड मे धसाना शुरु किया। धंसाने के साथ ही वो चिल्लाने लगी और मैंने फिर उसका मुँह बंद करके गांड मारनी शुरु कर दी। वो मस्त गांड मरवाने लगी और मैं मारता रहा। आधे घंटे गांड मराने के साथ उसने मेरा लंड फिर से मुँह मे लेकर चूसना शुरु कर दिया। गांड से निकला लंड उसे टेस्टी लग रहा था और ये देख कर मैं और भी ज्यादा उत्साहित था। मैंने उसकी चूत मारने के लिए उसको बकरी बना दिया और पीछे से गांड में उंगली करते हुए उसकी चूत मारना शुरु कर दिया। आह्ह्ह उह्ह उफ्ह रवी प्लीज छोड़ो ना किन्तु मैंने उसकी एक नहीं सूनी वो चुदाई के दर्द में तडपती रही और में तेज धक्के मारता रहा उसकी आँखों से चुदाई की कुशी के आंसू बह रहे थे पंद्रह मिनट तक धक्के मारने के बाद में झड गया और मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल कर उसके चूंचों के उपर अपना वीर्य छिड़क दिया। फिर वो रंडी की तरह मेरा लंड चूसने लगी और मेरा मुठ चाटने लगी। हमने पुरी रात खूब दबा कर सेक्स करा |