सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है

सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है

सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है

सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है : भारतीय समाज में लडकी की परवरिश ऎसे माहौल में होती है कि उसके मन में सेक्स को लेकर डर बैठा होता है। पहली बार संभोग से कई तरह के मिथ जुडे हुए हैं। लोगों का ऎसा मनोविज्ञान है कि पहले सेक्स के समय में लडकियों को काफी दर्द होता है। इस दौरान ब्लीडिंग को लेकर भी अनेक तरह की भ्रांतियां हमारे समाज में मौजूद हैं।

;चुदाई, सेक्स या सम्भोग (अंग्रेजी: Sexual intercourse या सेक्सुअल इन्टरकोर्स) मैथुन या सेक्स की उस क्रिया को कहते हैं जिसमे नर का लिंग मादा की योनि में प्रवेश करता हैं। सम्भोग अलग अलग जीवित प्रजातियों के हिसाब से अलग अलग प्रकार से हो सकता हैं। सम्भोग को योनि मैथुन, काम-क्रीड़ा, रति-क्रीड़ा भी कहते हैं।

सृष्टि में आदि काल से सम्भोग का मुख्य काम वंश को आगे चलाना व बच्चे पैदा करना है। जहाँ कई जानवर व पक्षी सिर्फ अपने बच्चे पैदा करने के लिए उपयुक्त मौसम में ही सम्भोग करते हैं वहीं इंसानों में सम्भोग इस वजह के बिना भी हो सकता हैं। सम्भोग इंसानों में सुख प्राप्ति या प्यार या जज्बात दिखाने का भी एक रूप हैं। सम्भोग अथवा मैथुन से पूर्व की क्रिया, जजिसे अंग्रेजी में फ़ोर प्ले कहते हैं, के दौरान हर प्राणी के शरीर से कुछ विशेष प्रकार की गन्ध (फ़ीरोमंस) उत्सर्जित होती है जो विषमलिंगी को मैथुन के लिये अभिप्रेरित व उत्तेजित करती है।

कई ऐसे प्रकार के सम्भोग भी हैं जिसमें लिंग का उपयोग नर और मादा के बीच नहीं होता जैसे मुख मैथुन, हस्तमैथुन अथवा गुदा मैथुन उन्हें मैथुन तो कहा जा सकता है परन्तु सम्भोग कदापि नहीं। उपरोक्त प्रकार के मैथुन अस्वाभाविक अथवा अप्राकृतिक व्यवहार के अन्तर्गत आते हैं या फिर सम्भोग के साधनों के अभाव में उन्हें केवल मनुष्य की स्वाभाविक आत्मतुष्टि का उपाय ही कहा जा है, सम्भोग नहीं।

सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है :

वास्तव में पहली बार सेक्स के समय महिलाओं को होने वाले दर्द का मुख्य कारण योनि का बहुत ज्यादा टाइट होना है अर्थात जब तक लड़की चुदाई अर्थात सेक्स नहीं करवाती है जब तक उसकी चूत बहुत टाइट होती है। ऎसा तब होता है जब योनि की मांसपेशियां खिंच जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है। ऎसी स्थिति में संभोग के समय लड़कियां बहुत अधिक दर्द होने के कारण रोतीं हैं। ऎसा उन महिलाओं यों के साथ होने की संभावना रहती है जो सेक्स संबंधों को बहुत बुरा मानती हैं और संभोग अर्थात चुदाई के समय पुरूष के साथ सहयोग नहीं करती। इसका मनोवैज्ञानिक असर ये होता है कि संभोग के समय योनि की मांसपेशिया सिकुड़ जाती हैं और तेज दर्द होता है।

योनि(चूत) में किसी भी तरह का इंफेक्शन भी संभोग (चुदाई) के समय दर्द का एक बहुत बडा कारण है। अक्सर योनि (चूत)के आकार में परिवर्तन हो जाता है जिसे एंड्रियोमेट्रियोसिस कहते हैं। यदि आपको भी संभोग के दौरान दर्द होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। संभोग के दौरान होने वाले दर्द का एक मनोवैज्ञानिक कारण भी है।

सेक्स के दौरान  दर्द न हो इसके लिए क्या करना चाहिए :

यदि आप चाहते हैं कि आपको संभोग (चुदाई) के दौरान दर्द ना हो तो आपको कुछ सेक्स पोजीशंस का इस्तेमाल पहली बार संभोग के दौरान करना चाहिए और आपको अपने मन से संभोग में होने वाले दर्द व अन्य मिथों को दूर कर देना चाहिए। इन सबके बावजूद भी आपको संभोग के दौरान दर्द से गुजरना पड रहा है तो आप डॉक्टर ही सलाह लें।

सेक्स के दौरान क्यों रोतीं हैं लड़कियां – सेक्स लड़कियां को क्यों रुलाता है